शबाना आज़मी
शबाना आजमी | |
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शब्ना आजमी एक समारोहमे, २०१२ | |
जन्म |
शबाना काइफी आजमी 18 September 1950 हैदराबाद, भारत, (हाल तेलंगाना, भारत) |
आवास | मुम्बई, महाराष्ट्र, भारत |
व्यवसाय | अभिनेत्री, सामाजिक कार्यकर्ता |
कार्यकाल | १९७२-वर्तमान |
धार्मिक मान्यता | इस्लाम |
जीवनसाथी | जावेद अख्तर (१९८४-वर्तमान) |
शबाना आज़मी (जन्म: 18 सितंबर, 1950) हिन्दी फ़िल्मों की अभिनेत्री हैं।[१] वह फिल्म, टेलीविजन और रंगमंच की भारतीय अभिनेत्री है। वह शायर कैफ़ी आज़मी और मंच अभिनेत्री शौकत आज़मी की बेटी हैं। वह पुणे के भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान की छात्रा रही हैं।
शबाना ने 1974 में अपने फिल्मी सफर की शुरुआत की और जल्द ही समानांतर सिनेमा की अग्रणी अभिनेत्रियों में से एक बन गई। यह भारतीय सिनेमा में एक नई लहर थी जो अपनी गंभीर सामग्री और नव-यथार्थवाद के लिए जानी जाती है और उसे उस समय के दौरान सरकारी संरक्षण प्राप्त था।[२][३] वह भारत में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्रियों में से एक मानी जाती है। कई प्रकार की शैलियों में फिल्मों में शबाना के प्रदर्शन को आम तौर पर प्रशंसित किया गया और उन्होंने कई पुरस्कार अर्जित किए।[२][४][५] इसमें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की पांच जीत और कई अंतरराष्ट्रीय सम्मान शामिल हैं। उन्हें पांच फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिले हैं। 1988 में, भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया।
जीवन
शबाना आज़मी का जन्म भारत के हैदराबाद में सैय्यद मुस्लिम परिवार में हुआ था।[६] उनके माता-पिता कैफ़ी आज़मी (भारतीय कवि) और शौकत आज़मी (भारतीय जन नाट्य संघ की अनुभवी अभिनेत्री) हैं, दोनों भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य थे। उनके भाई, बाबा आज़मी छायाकार हैं, और उनकी भाभी तन्वी आज़मी भी एक अभिनेत्री हैं।
फिल्मी सफर
उनकी पहली रिलीज़ फिल्म श्याम बेनेगल के निर्देशन में बनी फिल्म अंकुर (1974) थी। नव-यथार्थवादी फिल्मों के कलात्मक शैली से संबंधित ये फिल्म थी। शबाना आज़मी फिल्म के लिए पहली पसंद नहीं थी और उस समय की कई प्रमुख अभिनेत्रियों ने इस किरदार को निभाने से इनकार कर दिया था। यह फिल्म बड़ी आलोचनात्मक सफलता बन गई और शबाना ने अपने अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता।
वह 1983 से 1985 तक तीन साल तक लगातार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त करने वाली बनी। यह उन्होंने अर्थ, कंधार और पार में अपनी भूमिका के लिये प्राप्त किये। गॉडमदर (1999) से उन्होंने अपना एक और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार अर्जित किया, जिससे वह पाँच पर आ गई।
प्रमुख फिल्में
पुरस्कार
फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार
- 1985 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार - भावना
- 1984 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार - अर्थ
- 1978 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार - स्वामी