माधुरी दीक्षित
माधुरी दीक्षित | |
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Born | 15 May 1967 |
Occupation | अभिनेत्री |
Years active | 1984–2002 2007–वर्तमान |
Employer | साँचा:main other |
Organization | साँचा:main other |
Agent | साँचा:main other |
Notable work | साँचा:main other |
Opponent(s) | साँचा:main other |
Criminal charge(s) | साँचा:main other |
Spouse(s) | डॉ॰ श्रीराम माधव नेने (1999–वर्तमान)साँचा:main other |
Partner(s) | साँचा:main other |
Parent(s) | स्क्रिप्ट त्रुटि: "list" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।साँचा:main other |
Website | www |
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माधुरी दीक्षित (जन्म: 15 मई, 1967) हिन्दी फ़िल्मों की एक सुप्रसिद्ध अभिनेत्री एवं नृत्यांगना हैं।[१]
जीवन
माधुरी दीक्षित ने भारतीय हिन्दी फ़िल्मो मे एक ऐसा मुकाम तय किया है जिसे आज के अभिनेत्रियाँ अपने लिए आदर्श मानती है। ८० और ९० के दशक मे इन्होने स्वयं को हिन्दी सिनेमा मे एक प्रमुख अभिनेत्री तथा सुप्रसिद्ध नृत्यांगना के रूप मे स्थापित किया। उनके लाजवाब नृत्य और स्वाभाविक अभिनय का ऐसा जादू था माधुरी पूरे देश की धड़कन बन गयी। 15 मई 1967 मुंबई में मराठी परिवार में माधुरी दीक्षित का जन्म हुआ। पिता शंकर दीक्षित और माता स्नेह लता दीक्षित की लाडली माधुरी को बचपन से डॉक्टर बनने की चाह थी और शायद यह भी एक वज़ह रही कि माधुरी ने अपना जीवन साथी तेज सिह शाक्य जी को चुना बाद मै ये दोनो अलग हो गये। डिवाइन चाइल्ड हाई स्कूल से पढने के बाद माधुरी दीक्षित ने मुंबई यूनिवर्सिटी से स्नातक की शिक्षा पूरी की। बचपन से ही उन्हें नृत्य मे रूचि थी जिसके लिए माधुरी ने आठ वर्ष का प्रशिक्षण लिया। सन २००८ मे उन्हे भारत सरकार् के चतुर्थ सर्वोच्च नागारिक सम्मान " पद्मश्री " से सम्मनित किया गया।
कैरियर
माधुरी दीक्षित हिन्दी सिनेमा की सबसे सफल अभिनेत्री हैं। इन्होंने अपने अभिनय जीवन की शुरुआत सन १९८४ में " अबोध " नामक चलचित्र से की। किन्तु इन्हे पह्चान १९८८ मे आई फिल्म " तेजाब " से मिली। इसके बाद इन्होंने पीछे मुड कर नही देखा। एक के बाद एक सुपरहिट फिल्मों के कारवां ने इनको भारतीय सिनेमा की सर्वोच्च अभिनेत्री बनाया : राम लखन (१९८९), परिन्दा (१९८९), त्रिदेव (१९८९), किशन - कन्हैया (१९९०) तथा प्रहार (१९९१)। वर्ष १९९० मे इनकी फिल्म "दिल" आई जिसमें इन्होंने एक अमीर तथा बिगडैल लड़की का किरदार निभाया जो एक साधारण परिवार के लडके से इश्क करती है तथा उससे शादी के लिये अपनों से बगावत करती है। उनके इस किरदार के लिये उन्हे फिल्म फेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला।
प्रमुख फिल्में
नामांकन और पुरस्कार
फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार
- 2003 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार - देवदास
- 1998 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार - दिल तो पागल है
- 1995 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार - हम आपके हैं कौन
- 1993 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार - बेटा
- 1991 - फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री पुरस्कार - दिल
सन्दर्भ
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