रवीन्द्र सेतु
रवीन्द्र सेतु (हावड़ा सेतु) রবিন্দ্র সেতূ | |
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निर्देशांक | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
आयुध सर्वेक्षण राष्ट्रीय ग्रिड | साँचा:gbmappingsmall |
वहन | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
पार | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
स्थान | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
आधिकारिक नाम | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
अन्य नाम | हावड़ा ब्रिज |
नामस्रोत | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
मालिक | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
रखरखाव | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
विरासत स्थिति | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
पहचान अनुक्रामक | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
प्रतिप्रवाह सेतु | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
अनुप्रवाह सेतु | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
लक्षण | |
डिज़ाइन | संतुलित कैंटिलीवर सस्पेंशन |
सामग्री | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
कुल लम्बाई | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
चौड़ाई | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
ऊँचाई | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
दीर्घतम स्पैन | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
स्पैन संख्या | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
सेतु फर्श के नीचे | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
व्यास | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
रेल | |
रेल गेज | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
इतिहास | |
वास्तुशास्त्री | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
डिज़ाइनर | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
निर्माणकर्ता | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
निर्माण लागत | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
खुला | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
उद्घाटन | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
बंद हुआ | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
ध्वस्त हुआ | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
जिसे हटाकर बना | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
जो इसके स्थान पर बना | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
सांख्यिकी | |
दैनिक ट्रैफिक | १,५०,००० वाहन, ४०,००,००० यात्री |
टोल | लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। |
रवीन्द्र सेतु भारत के पश्चिम बंगाल में हुगली नदी के उपर बना एक "कैन्टीलीवर सेतु" है। यह हावड़ा को कोलकाता से जोड़ता है। इसका मूल नाम "नया हावड़ा पुल" था जिसे बदलकर १४ जून सन् १९६५ को 'रवीन्द्र सेतु' कर दिया गया। किन्तु अब भी यह "हावड़ा ब्रिज" के नाम से अधिक जाना जाता है। यह अपने तरह का छठवाँ सबसे बड़ा पुल है। सामान्यतया प्रत्येक पुल के नीचे खंभे होते है जिन पर वह टिका रहता है परंतु यह एक ऐसा पुल है जो सिर्फ चार खम्भों पर टिका है दो नदी के इस तरफ और पौन किलोमीटर की चौड़ाई के बाद दो नदी के उस तरफ। सहारे के लिए कोई रस्से आदि की तरह कोई तार आदि नहीं। इस दुनिया के अनोखे हजारों टन बजनी इस्पात के गर्डरों के पुल ने केवल चार खम्भों पर खुद को इस तरह से बैलेंस बनाकर हवा में टिका रखा है कि 80 वर्षों से इस पर कोई फर्क नहीं पडा है जबकि लाखों की संख्या में दिन रात भारी वाहन और पैदल भीड़ इससे गुजरती है। अंग्रेजों ने जब इस पुल की कल्पना की तो वे ऐसा पुल बनाना चाहते थे कि नीचे नदी का जल मार्ग न रुके। अतः पुल के नीचे कोई खंभा न हो। ऊपर पुल बन जाय और नीचे हुगली में पानी के जहाज और नाव भी बिना अवरोध चलते रहें। ये एक झूला अथवा कैंटिलिवर पुल से ही संभव था।
तकनीकी जानकारी
विवरण[१] | |
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निर्माणकाल | 1937—1943 |
स्थिति | कोलकाता, पश्चिम बंगाल, भारत |
वर्तमान दशा | उपयोग में है |
किसके ऊपर | हुगली नदी |
सेतु का प्रकार | संतुलित कैन्टीलीवर झूला पुल (suspension bridge) |
उपयोग | रेल सेतु |
दैनिक आवागमन | 1,50,000 वाहन, 40,00,000 पैदल यात्री |
निर्माता | |
निर्माण-पदार्थ | इस्पात |
टॉवर की उंचाई | 82 मीटर |
Number of spans | 3 |
Length of spans | 99.125 m
457.50 m 99.125 m |
Length of drop-in span | 178.08 m |
इस सेतु का नाम बंगाली लेखक, कवि, समाज-सुधारक गुरुदेव रवीन्द्र नाथ ठाकुर के नाम पर रखा गया है। इस सेतु के दोनों ओर ही नदी पर दो अन्य बड़े सेतु भी हैं:
सन्दर्भ
- ↑ स्ट्रक्चरी आंकड़ों में Howrah Bridge