ईश्वर गुप्ता सेतु

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
ईश्वर गुप्ता सेतु

कल्याणी सेतु
लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
निर्देशांकलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
आयुध सर्वेक्षण राष्ट्रीय ग्रिडसाँचा:gbmappingsmall
वहनलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
पारलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
स्थानलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
आधिकारिक नामलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
अन्य नामकल्याणी सेतु
नामस्रोतलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
मालिकलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
रखरखावलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
विरासत स्थितिलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
पहचान अनुक्रामकलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
प्रतिप्रवाह सेतुलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
अनुप्रवाह सेतुलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
लक्षण
डिज़ाइनसन्तुलित कैण्टिलीवर पुल
सामग्रीलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
कुल लम्बाईलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
चौड़ाईलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
ऊँचाईलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
दीर्घतम स्पैनलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
स्पैन संख्यालुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
सेतु फर्श के नीचेलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
व्यासलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
रेल
रेल गेजलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
इतिहास
वास्तुशास्त्रीलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
डिज़ाइनरलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
निर्माणकर्तालुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
निर्माण लागतलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
खुलालुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
उद्घाटनलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
बंद हुआलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
ध्वस्त हुआलुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
जिसे हटाकर बनालुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
जो इसके स्थान पर बनालुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
सांख्यिकी
टोललुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।

साँचा:template other

ईश्वर गुप्ता सेतु या कल्याणी सेतु, हुगली और नदिया ज़िले के बीच, हुगली नदी पर निर्मित एक सेतु है। इस सेतु की कुल लम्बाई १.०४ किलोमीटर (०.६५ मील) है, जिसके पूर्वी छोर पे, पश्चिम बंगाल का कल्याणी शहर, और पशिमी छोर पर बाँसबेड़िया स्थित है। इस सेतु द्वारा, नदिया और उत्तर चौबीस परगना ज़िले के संग, बर्धमान, हुगली और बीरभूम ज़िले सड़कमार्ग द्वारा जुड़ते हैं। यह सेतु, कल्याणी गतिमार्ग द्वारा कोलकाता महानगर से जुड़ता है। यह, राष्ट्रीय राजमार्ग-३४ को राष्ट्रीय राजमार्ग-२ से जोड़ता है। इस पुल का उपयोग प्रतिदिन २००० वाहन करते हैं।[१]

निर्माण और इतिहास

इस ३४०० फ़ीट लंबे पुल का उद्घाटन, वर्ष १९८९ में पश्चिम बंगाल के तत्कालीन मुख्यमंत्री, ज्योति बसु ने किया था। इसके निर्माण के बाद से यह, कल्याणी एक्सप्रेसवे और राष्ट्रीय राजमार्ग ३४ के बीच की मुख्य कड़ी है।[१]

आघात

इस सेतु के निर्माण के २६ साल बाद, वर्ष २०१६ के दिसम्बर महीने की १७ तारीख को इस सेतु के एक गर्डर के धँस जाने के कारण इस सेतु पर वाहनों की आवजाही पर रोक लगा दी गयी थी।[२] पुल एक एक हिस्से को मरम्मत के लिए बंद कर दिया गया था, और दोनों तरफ की ट्रैफिक एक ही हिस्से से गुज़रती थी। मरम्मत के बाद, छोटे और हल्के वाहनों के आवाजाही को अनुमति दे दी गयी, मगर भारी गाड़ियों की आवाजाही अभी भी नियन्त्रित है। तथा इस पुल की लगातार मरम्मत की जाती है।[१]

दूसरी कल्याणी सेतु

ईश्वर गुप्ता सेतु की "उत्तर बंग की सञ्जीवनी" होने की हैसियत और इसकी खराब हालत के मद्देनज़र, पश्चिम बंगाल राजमार्ग निर्माणी प्राधिकरण ने इसके बगल में एक नई सेतु निर्मित करने की योजना तैयार की है। नवीन ससेतु का निर्माणकार्य, २०१८, में शुरू हो गया, और योजनानुसार, इस निर्माण को वर्ष २०२१ तक पूर्ण होने की बात है। यह पुल भारत का पहला तिरछे-स्तम्भ युक्त एनक्लोसेड केबल-स्टेड पुल होगा।[३]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. http://newsfromnadia.in/iswar-gupta-bridge-remain-closed-15-days/
  2. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
  3. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।