बेटा सॅफ़ॅई तारा
बेटा सॅफ़ॅई, जिसका बायर नाम भी यही (β Cephei या β Cep) है, वृषपर्वा तारामंडल में स्थित एक तारा है। यह हमसे क़रीब ६९० प्रकाश-वर्ष की दूरी पर स्थित है और पृथ्वी से इसका औसत सापेक्ष कांतिमान (यानि चमक का मैग्निट्यूड) लगभग +३.१४ है, हालांकि यह एक परिवर्ती तारा है जिसकी चमक ऊपर-नीचे होती रहती है।[१] इस तारे के नाम पर परिवर्ती तारों की एक विशेष श्रेणी का नामकरण किया गया है जिसके सददास्यों को बेटा सॅफ़ॅई परिवर्ती तारे बुलाया जाता है।
अन्य भाषाओं में
अरबी भाषा में बेटा सॅफ़ॅई को "अल-फ़िरक़ा" (الفرقة) के पारम्परिक नाम से जाना जाता है, जिसका अर्थ "(भेड़ों का) झुण्ड" होता है। यही शब्द हिंदी में भी "समुदाय" के अर्थ से प्रयोगित है।
तारे का ब्यौरा
पृथ्वी से एक दिखने वाला बेटा सॅफ़ॅई वास्तव में तीन तारों का बहु तारा मंडल है, जिनमें से दो तो द्वितारे में एक-दूसरे से गुरुत्वाकर्षण के बंधन में बंधे हैं और तीसरा शायद केवल देखने में इनके समीप लगता है लेकिन है नहीं। द्वितारे के मुख्य तारा (जिसे बेटा सॅफ़ॅई ए या β Cep A कहा जाता है) एक B2 IIIev श्रेणी का नीला दानव तारा है। इसकी श्रेणीकरण में 'ev' का मतलब है कि इसके वर्णक्रम (स्पॅक्ट्रम) में बदलाव होते रहते हैं। इस तारे का द्रव्यमान (मास) सूरज के द्रव्यमान का १२ गुना और व्यास (डायामीटर) सूरज के व्यास का ९ गुना है। इसकी चमक हमारे सूरज की चामक की ३६,९०० गुना है और इसका सतही तापमान लगभग २६,७०० कैल्विन है। इसकी आयु केवल ५ करोड़ साल है (तुलना के लिए हमारे सूरज की आयु का अंदाज़ा ४.५ अरब वर्ष लगाया जाता है)।