बिहटा
साँचा:if empty Bihta | |
---|---|
{{{type}}} | |
बिहटा में आईआईटी पटना | |
साँचा:location map | |
निर्देशांक: साँचा:coord | |
देश | साँचा:flag/core |
प्रान्त | बिहार |
ज़िला | पटना ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | ४७,५४९ |
• घनत्व | साँचा:infobox settlement/densdisp |
भाषा | |
• प्रचलित | हिन्दी, मगही |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 801103 |
दूरभाष कोड | +91-6115 |
वाहन पंजीकरण | BR-01 |
लिंगानुपात | 1000/899 ♂/♀ |
बिहटा (Bihta) भारत के बिहार राज्य के पटना ज़िले में स्थित एक नगर है। यह पटना का एक उपनगर है।[१][२]
विवरण
बिहटा दानापुर अणुमंडल के पटना जिले का एक छोटा शहर है, इसे ग्रेटर पटना या न्यू पटना भी कहते हैं।[३] बिहटा मनेर (विधानसभा क्षेत्र) और पाटलिपुत्र लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र का हिस्सा है। यह पटना के 35 कि॰मी॰ दक्षिण-पश्चिम में स्थित है।[४]
भगौलिक स्थिति
पटना जिले के पश्चिमी किनारे पर सोन नदी के पूरब ५ किलोमीटर, मनेर शरीफ के दक्षिण १० किलोमीटर, बिक्रम से उत्तर १५ किलोमीटर तथा सदीसोपुर से पश्चिम ५ किलोमीटर, राष्ट्रीय उच्च्पथ संख्या ३० तथा सजकीय उच्च्पथ संख्या २ पर हावड़ा दिल्ली मुख्य लाइन पर बिहटा रेलवे स्टेशन अवस्थित है। बिहटा के डुमरी में 220/132/33 केवी पावर ग्रिड सबस्टेशन (उपकेंद्र) है,[५] जहाँ अप्रैल 2019 में संचालन शुरू हुआ।[६][७]
लगभग 2,000 करोड़ रुपये की लागत से 20 किलोमीटर लंबी चार-लेन दानापुर-शिवाला-बिहटा एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जा रहा है।[८] यह राजमार्ग 2022 तक पूरा हो जाएगा और पटना से दानापुर रेलवे स्टेशन और शिवाला चौक के माध्यम से आगामी सिविल एयरपोर्ट से जुड़ जाएगा। कुल 20 कि॰मी॰ लंबाई में से, 17 कि॰मी॰ ऊँचा होगा। ऊँचा हिस्सा कन्हौली गाँव के पास बिहटा-सरमेरा रोड के जंक्शन पर समाप्त हो जाएगा। उस जंक्शन से सड़क बिहटा हवाई अड्डे को जोड़ने के अलावा बिहटा चौक तक जाएगी; इसे फिर से बिहटा चौक पर बढ़ाया जाएगा।
इतिहास
बिहटा का इतिहास बहुत ही गौरव शैली रहा है, स्वतंत्रता आंदोलन में श्री चन्द्रिका सिंह, श्री गंगा शरण सिंह जैसे लोगों का अमूल्य योगदान रहा है। यहाँ के चीनी मिल का चीनी कभी पूरे देश में प्रसिद्द हुआ करता था और ये आस-पास के किसानों के लिए नगदी फसल गन्ना का बहुत बड़ा बाजार हुआ करता था, लेकिन सरकारी उदासीनता के कारण १९९० के आसपास चीनी मिल को बंद करना पड़ा और इस छेत्र से गन्ने की खेती लगभग विलुप्तप्राय हो गई है। पिछले २ दशक से यहाँ के किसान चीनी मिल के फिर से चालू होने की आशा में थे लेकिन पिछले साल बिहार सरकार द्वारा चीनी मिल के पुराने भवन को तौर के उस ज़मीन एक शुष्क बंदरगाह का निर्माण कराया गया है जिसके कारण अब किसानों की यह आशा भी समाप्त हो गई है।
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट
जैसे ही हवाई यातायात बढ़ता है और छोटे रनवे मुद्दे होते हैं पटना हवाई अड्डे, जिन्हें लोकनायक जयप्रकाश विमानक्षेत्र के नाम से भी जाना जाता है, केंद्र सरकार ने बिहार के राजधानी शहर बिहटा के बाहर सुविधा को स्थानांतरित करने पर विचार किया। सरकार ने इसके लिए 126 एकड़ जमीन भी चिह्नित कर ली है।[९][१०] सगुना मोड़ से बिहटा तक 21 कि॰मी॰ तक एक्सप्रेस-वे का निर्माण होगा।[११] बिहटा एयरफोर्स स्टेशन का रनवे केवल 2700 मीटर है जो फाइटर प्लेन की जरूरत को तो पूरा कर सकता है, लेकिन बड़े पैसेंजर या कार्गों प्लेन की जरूरत को नहीं। जब तक बिहटा एयरपोर्ट के रनवे काे बढ़ा कर 4000 मीटर या उससे अधिक नहीं किया जाता उस पर जंबो जेट नहीं उतारे जा सकेंगे।[१२]
बिहटा एयरबेस में मौजूदा रनवे की लंबाई 9, 000 फीट थी।[१३] कुल 126.41 एकड़ जमीन में से 108 एकड़ एयरपोर्ट अथॉरिटी को दी जाएगी और 18 एकड़ जमीन का उपयोग स्टेट हैंगर आदि के लिए राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा।[१४][१५] पहले फेज में 25 लाख क्षमता वाली टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण होगा।[१६] इसके बाद एयर ट्रैफिक बढ़ने पर टर्मिनल बिल्डिंग का विस्तार किया जाएगा। इसका रनवे कैटेगरी-2 का होगा। बिहटा एयरपोर्ट रनवे की लंबाई वर्तमान में 8200 फीट है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने राज्य सरकार को 156 एकड़ जमीन का प्रस्ताव दिया था, ताकि रनवे की लंबाई बढ़ा कर 12000 फीट किया जा सके। बोइंग 747 जैसे विमानों के उतरने के लिए 12000 फीट लंबा रनवे चाहिए।[१७] पटना एयरपोर्ट पर 2072 मीटर लंबा रनवे है। आदर्श रूप में एयरबस 320 और बोईंग 737 जैसे विमानों के लिए 3300 मीटर की हवाई पट्टी चाहिए।
1400 करोड़ रुपये के व्यय पर प्रस्तावित बिहटा एयरबेस और दानापुर रेलवे स्टेशन के बीच 18.5 कि॰मी॰ चार-लेन अर्ध-ऊँचा सड़क का निर्माण किया जा रहा है।[१८] भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) बिहटा से शिवला तक 13.5 कि॰मी॰ ऊंची चार लेन वाली सड़क का निर्माण करेगा, जबकि शिवला से दानापुर स्टेशन तक शेष 5 कि॰मी॰ की दूरी बिहार आरसीडी द्वारा बनाई जाएगी।[१९] दानापुर-शिवला-बिहटा रोड के अलावा, बिहटा दो और चार लेन वाली सड़कों - पटना-बक्सर एन॰एच॰ -30 और बिहता-सरमेरा एस॰एच॰ -78 से जुड़ी होगी।
शैक्षणिक संस्थान
आईआईटी पटना का परिसर 501 एकड़ (203 हेक्टेयर) साइट पर बिहटा ब्लॉक के अम्हारा और दिलवारपुर गाँव के मानकों में स्थित है। बिहार सरकार ने बिहार के अम्हारा गाँव में एनआईटी पटना को 100 एकड़ (40 हेक्टेयर) भूमि आवंटित कर दी थी।[२०] केन्द्रीय विद्यालय है, लोकसभा सभापति मीरा कुमार ने एक कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ई॰एस॰आई॰सी॰) मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में नींव रखी सितंबर 2009 बिहटा में । 500-बिस्तर ईएसआईसी अस्पताल और कॉलेज यहाँ ₹ 523 करोड़ में 25 एकड़ पर आ रहा है।[२१] 7 जुलाई 2018 को ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का उद्घाटन किया गया।[२२][२३]
3 जून 2013 को केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने बिहटा में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (एन॰आई॰ई॰एल॰आई॰टी॰) के स्थायी परिसर का आधारशिला रखा।
रियल एस्टेट बूम
पटना के 40 कि॰मी॰ पश्चिम में इस छोटे से शहर में भूमि की कीमत पिछले कुछ वर्षों में आसमान में उछल आई है। इस क्षेत्र में कई परियोजनाओं के निर्माण के कारण भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान पटना (आई॰आई॰टी॰), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना (एन॰आई॰टी॰), कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ई॰एस॰आई॰सी॰) अस्पताल और अन्य।[२४] कुछ सालों में, बिहटा पटना के लिए होगी जो गुड़गांव नई दिल्ली में है। वर्तमान में, शहरी इलाके में ₹ 30 और ₹ 35 लाख के बीच एक कट्ठा (1,361 वर्गफुट) भूमि की कीमत है। यहाँ तक कि अम्हारा, कंचनपुर या दिलवारपुर जैसे पास के गाँवों में भी 1 कट्ठा जमीन की कीमत ₹ 15-20 लाख है। कुछ साल पहले, यह शहरी में ₹ 2-2.5 लाख और ग्रामीण क्षेत्रों में ₹ 25k-50k के लिए उपलब्ध था। पटना जिले के बिहटा में (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) एसडीआरएफ मुख्यालय और प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना के लिए 25 एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई है।
रियल एस्टेट ने सेवानिवृत्त अर्धसैनिक बलों के परिवार के लिए कॉलोनी बनाने के लिए पहाड़पुर गाँव के पास भूमि अधिग्रहण की। मुख्य रूप से सुरक्षा संलग्नक सदस्य निवासी के विकास के लिए भूमि अधिग्रहण कर रहे हैं। लॉजिस्टिक एंड इंडस्ट्रियल पार्क (एलआईपी) उस स्थान पर बिहता (पटना) में पूरी तरह कार्यात्मक है जहाँ चीनी मिल मौजूद थी। आईटी विभाग के अधिकारियों की अगुआई वाली एक टीम द्वारा कार्य प्रगति पर है। निर्माण कार्य मध्य -2013 तक शुरू होगा। यह स्वामी सहजनंद सरस्वती आश्रम के लिए भी लोकप्रिय है।
आईटी पार्क
बिहटा में 25 एकड़ में आईटी पार्क बनेगा।[२५][२६][२७] अक्टूबर 2018 में, बिहार सरकार ने मेगा औद्योगिक पार्क के हिस्से के रूप में बिहटा में आईटी पार्क के लिए 33 एकड़ भूमि अधिग्रहण के लिए 38 करोड़ रुपये मंजूर किए।[२८][२९] शैक्षणिक, औद्योगिक के बाद अब रियल इस्टेट के क्षेत्र में हो रहे समावेशी विस्तार ने बिहटा प्रखंड की 26 पंचायतों की खूबसूरती बढ़ा दी है।[३०]
प्रमुख स्थल :- बिहटा एयर फ़ोर्स स्टेशन, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान पटना, बाबा बटेश्वर नाथ मंदिर,शुष्क बंदरगाह, स्वामी सहजनन्द सरस्वती आश्रम, श्री गजाधरचार्य जनता महाविद्यालय, ठाकुर प्रसाद उच्च विद्यालय आदि।
प्रमुख व्यक्ति :- श्री चन्द्रिका सिंह (स्वतंत्रता सेनानी) कंचनपुर, श्री गंगा शरण सिंह (स्वतंत्रता सेनानी) कंचनपुर, श्री रामनाथ शर्मा (स्वतंत्रता सेनानी) अमहरा
इन्हें भी देखें
बाहरी कड़ियाँ
- आईआईटी पटना
- बिहार सरकार का आधिकारिक जालपृष्ठ (अंग्रेज़ी)
- बिहटा पटना
सन्दर्भ
- ↑ "Bihar Tourism: Retrospect and Prospect," Udai Prakash Sinha and Swargesh Kumar, Concept Publishing Company, 2012, ISBN 9788180697999
- ↑ "Revenue Administration in India: A Case Study of Bihar," G. P. Singh, Mittal Publications, 1993, ISBN 9788170993810
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web