परमेश्वर (गणितज्ञ)
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परमेश्वर (गणितज्ञ) | |
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वतसेरी परमेश्वर नम्बुदिरि (मलयालम : വടശ്ശേരി പരമേശ്വരന്) (1380 – 1460 ई) भारत के केरलीय गणित सम्प्रदाय से सम्बन्धित एक महान गणितज्ञ एवं खगोलशास्त्री थे।
कृतियाँ
- भटदीपिका -- परमेश्वर (गणितज्ञ) -- आर्यभटीय की टीका
- कर्मदीपिका -- परमेश्वर -- महाभास्करीय की टीका
- परमेश्वरी -- परमेश्वर -- लघुभास्करीय की टिका
- विवरण -- परमेश्वर -- सूर्यसिद्धान्त और लीलावती की टीका
- दिग्गणित -- परमेश्वर -- दृक-पद्धति का वर्णन (१४३१ में रचित)
- गोलदीपिका -- परमेश्वर -- गोलीय ज्यामिति एवं खगोल (१४४३ में रचित)
- वाक्यकरण -- परमेश्वर -- अनेकों खगोलीय सारणियों के परिकलन की विधियाँ दी गयी हैं।
योगदान
परमेश्वर विश्व के प्रथम गणितज्ञ हैं जिन्होने सबसे पहले उस वृत्त की त्रिज्या बतायी जिसके अन्दर निर्मित चक्रीय चतुर्भुज की भुजाएँ दी हुईं हैं। परमेश्वर के अनुसार, यदि चक्रीय चतुर्भुज की भुजाएँ a, b, c, तथा d, हों तो उसके परिवृत्त की त्रिज्या R निम्नलिखित व्यंजक से दी जायेगी-
- <math> R = \sqrt {\frac{(ab + cd) (ac + bd) (ad + bc)}{(a + b + c - d) (b + c + d - a) (c + d + a - b) (d + a + b - c)}}.</math>
यही सूत्र १७८२ में, ३५० वर्ष बाद हुलिय्यर (Lhuilier) ने दिया था।[१]
सन्दर्भ
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।