पं॰ दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन रेलवे स्टेशन
पं॰ दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन रेलवे स्टेशन रेलवे स्टेशन | |
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पं॰ दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन रेलवे स्टेशन | |
स्टेशन आंकड़े | |
पता | साँचा:br separated entries |
निर्देशांक | स्क्रिप्ट त्रुटि: "geobox coor" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। |
ऊँचाई | साँचा:convert |
लाइनें |
हावड़ा-दिल्ली मुख्य लाइन |
संरचना प्रकार | भूतल पर |
प्लेटफार्म | 8 |
पटरियां | 23 |
वाहन-स्थल | yes |
साइकिल सुविधायें | yes |
अन्य जानकारियां | |
आरंभ | साँचा:start date and age |
विद्युतीकृत | 1961-63 |
स्टेशन कूट | डीडीयू |
ज़ोन | ईसीआर जोन |
मण्डल | दीनदयाल |
स्वामित्व | भारतीय रेल |
संचालक | मध्य पूर्व रेलवे |
स्टेशन स्तर | कार्यात्मक |
पहले | पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन |
यातायात | |
Passengers | प्रति दिन 3 लाख यात्री |
स्थान | |
पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन रेलवे स्टेशन (पहले मुग़ल सराय जंक्शन[१][२]) उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन है।[३] पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन वाराणसी से लगभग ४ मील की दूरी पर स्थित है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन का निर्माण १८६२ में उस समय हुआ था, जब ईस्ट इंडिया कंपनी हावड़ा और दिल्ली को रेल मार्ग से जोड़ रही थी।[२] यह पूर्वमध्य रेलवे, जिसका मुख्यालय हाजीपुर है, के सबसे व्यस्त एवं प्रमुख स्टेशनों में से गिना जाता है भारत रेलवे की बड़ी लाइन के लिये यह एक विशाल रेलवे स्टेशन है। पूर्व मध्य रेलवे बनने से पहले दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन, पूर्व रेलवे का हिस्सा था। एशिया के सबसे बड़े रेलवे मार्शलिंग यार्ड और भारतीय रेलवे का 'क्लास-ए' जंक्शन, दीन दयाल में है। धर्मेंद्र विश्वकर्मा डिलिया