रायपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन
रायपुर जंक्शन एक्सप्रेस ट्रेन और यात्री ट्रेन स्टेशन | |
---|---|
स्टेशन आंकड़े | |
पता | साँचा:br separated entries |
निर्देशांक | स्क्रिप्ट त्रुटि: "geobox coor" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। |
ऊँचाई | साँचा:convert |
लाइनें | हावड़ा-नागपुर-मुंबई रेलमार्ग का बिलासपुर-नागपुर खंड और रायपुर-महासमुंद-विजयनगरम रेलमार्ग |
संरचना प्रकार | मानक (भूमि पर) |
प्लेटफार्म | 7 |
पटरियां | ब्रॉड गेज साँचा:convert |
वाहन-स्थल | उपलब्ध |
अन्य जानकारियां | |
आरंभ | 1888 |
विद्युतीकृत | 1935-45 |
स्टेशन कूट | R |
ज़ोन | दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे |
मण्डल | रायपुर रेलवे मंडल |
स्वामित्व | भारतीय रेलवे |
स्टेशन स्तर | संचालित |
पहले | बंगाल नागपुर रेलवे और दक्षिणपूर्व रेलवे |
यातायात | |
Passengers | 5,50,000 |
स्थान | |
|
रायपुर जंक्शन (स्टेशन कोड़: R), छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर शहर में स्थित एक रेलवे स्टेशन है। यह भारत के उन चुनिंदा रेलवे स्टेशनों में से एक है, जिसे भारतीय रेलवे द्वारा ग्रेड 'ए -1' दिया गया है और यह भारत में सबसे अधिक कमाई करने वाले रेलवे स्टेशनों में से एक है। यह स्टेशन हावड़ा-नागपुर-मुंबई रेलमार्ग पर स्थित प्रमुख स्टेशनों में से एक है। यह रायपुर-विजयनगरम शाखा रेलमार्ग का उद्गम स्थल भी है। रायपुर रेलवे स्टेशन, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन है।
इतिहास
बंगाल नागपुर रेलवे का गठन 1887 में नागपुर छत्तीसगढ़ रेलवे के उन्नयन के उद्देश्य से किया गया था और फिर इसे बिलासपुर के माध्यम से आसनसोल तक विस्तारित किया गया।[१] हावड़ा-दिल्ली मुख्य रेलमार्ग पर नागपुर से आसनसोल के बीच बंगाल नागपुर रेलवे मुख्य रेलमार्ग को 1 फरवरी 1891 को सामान यातायात के लिए चालु किया गया था।[२]
स्क्रिप्ट त्रुटि: "convert" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। लंबी विजयनगरम-पार्वतीपुरम लाइन 1908-09 में चालु की गई थी और 1913 में सालुर तक विस्तार किया गया था। पार्वतीपुरम-रायपुर लाइन 1931 में पूरी हुई।[२]
विद्युतीकरण
1935-45 में बिलासपुर-भिलाई खंड का विद्युतीकरण किया गया।[३]