बनवारीपुर गाँव, भगवानपुर (बेगूसराय)

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

साँचा:asbox

साँचा:asbox

बनवारीपुर
—  गाँव  —
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०)
देश साँचा:flag
राज्य बिहार
ज़िला बेगूसराय
आधिकारिक भाषा(एँ) हिन्दी, मगही, मैथिली, भोजपुरी, अंगिका, उर्दु, अंग्रेज़ी
  साँचा:collapsible list
आधिकारिक जालस्थल: http://begusarai.bih.nic.in

साँचा:coord

बनवारीपुर भगवानपुर, बेगूसराय, बिहार स्थित एक गाँव है।

भूगोल

जनसांख्यिकी

बनवारीपुर बिहार के बेगूसराय जिले के भगवानपुर ब्लॉक में स्थित एक बड़ा गांव है जिसमें कुल 5000 परिवार रहते हैं। बनवारीपुर गांव में 9500की जनसंख्या है, जिनमें से 6000 पुरुष हैं जबकि 3500 जनसंख्या जनगणना 2011 के अनुसार महिलाएं हैं। बनवारीपुर गांव में 0-6 वर्ष की उम्र के बच्चों की आबादी 670 है जो गांव की कुल आबादी का 17.35% है। बनवारीपुर गांव का औसत लिंग अनुपात 885 है जो बिहार राज्य औसत 918 से कम है। जनगणना के अनुसार बनवारीपुर के लिए बाल लिंग अनुपात 887 है, जो बिहार औसत 935 से कम है। बिहार की तुलना में बनवारीपुर गांव में साक्षरता दर ज्यादा है। 2011 में, बनवारीपुर गांव की साक्षरता दर बिहार के 71.80% की तुलना में 69.01% थी। बनवारीपुर में पुरुष साक्षरता 76.9 6% है जबकि महिला साक्षरता दर 66.01% थी। भारत और पंचायती राज अधिनियम के संविधान के अनुसार, बनवारीपुर गांव सरपंच (गांव के प्रमुख) द्वारा प्रशासित है जो गांव के प्रतिनिधि चुने जाते हैं।

यातायात

नजदीकी रेलवे स्टेशन तेघरा है।जबकि नजदीक का जंक्शन  बछवारा और बरौनी है। यहां का नजदीकी बस स्टॉप हनुमान चौक है तथा नजदीकी राष्ट्रीय राजमार्ग 28, तेघरा में स्थित है,जो असम तक जाती है।

आदर्श स्थल

शिक्षा

यह यह गांव अपने क्षेत्र में शिक्षा का केंद्र रहा है इसके अंतर्गत कई सरकारी शैक्षणिक संस्थान जैसे प्राथमिक विद्यालय सोखा स्थान , मध्य विद्यालय बनवारीपुर, राजकीय उच्चतर विद्यालय बनवारीपुर , जवाहर ज्योति महाविद्यालय बनवारीपुर इत्यादि है । वही कई निजी शैक्षणिक संस्थान जैसे नव बाल विकास विद्यालय बनवारीपुर, मुन्ना मुन्नी कान्वेंट स्कूल बनवारीपुर, प्रयास एलिमेंट्री स्कूल बनवारीपुर इत्यादि हैं। इस गांव में कोचिंग संस्थान जैसे मां सरस्वती कोचिंग सेंटर, ज्ञान संचार सेंटर जो बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। वही दूसरी ओर प्रतियोगिता परीक्षा की भी कई संस्थान मौजूद है। इस गांव में शैक्षणिक लहर यहां के बच्चों के प्रतिभा परीक्षा में सफलता से और भी स्पष्ट होती है। शिक्षा के परिणाम स्वरूप 2008 में संपूर्ण बिहार में दसवीं मैं पांचवी स्थान प्राप्त किया है जो गांव के सामान्य परिवार केरी रामेश्वर साह के पुत्र गौतम कुमार है,वही प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से भी कई अधिकारी, रेलवे , सेना एवं देश से बड़े बड़े संस्थानों में अपना नाम सुशोभित किए हैं। अधिकारी के रूप में गांव के सैफ उल रहमान ,पुष्पराज हिमांशु ,अमरजीत इत्यादि बिहार लोक सेवा आयोग में चयनित हैं जबकि आईआईटी जैसे संस्थान मैं विश्वजीत, नैनी कुमारी तथा रेलवे में प्रवीण कुमार, राम उदय कुमार इत्यागी जबकि सैनिक में अरुण पंडित, कृष्णकांत ,प्रभात कुमार, रजनीश कुमार, प्रिंस कुमार इत्यादि शामिल हैं।

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ