कोलकाता का युद्ध
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कैल्कटा की घेराबंदी | |||||||
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योद्धा | |||||||
बंगाल के नवाब | ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी | ||||||
सेनानायक | |||||||
सिराज उद्दौला | जॉन ज़ेफनिया होल्वेल | ||||||
शक्ति/क्षमता | |||||||
50,000 सैनिक | 515 सैनिक | ||||||
मृत्यु एवं हानि | |||||||
53 सैनिक | 493 |
कोलकाता कि घेराबंदी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और बंगाल के नवाब, सिराजुद्दौला के बीच हुआ युद्ध था। नवाब ने कल्कत्ता शाहर को ब्रिटिश नियंत्रण से वापस लेने के लिए ये युद्ध किया था। यह अंग्रेज़ों के फ्रांसीसियों से सप्त वर्षीय युद्ध से बवने हेतु दुर्ग बनाने से उपजे विवाद का परिणाम था। २० जून को हुए इस आक्रमण से अंग्रेज़ एकदम अनभिज्ञ थे और फोर्ट विलियम जल्दी ही नवाब के हाथों में आ गया। यहां के कई युद्ध बंदियों को ब्लैक होल नामक स्थान पर रखा गया था।