अहिराणी भाषा
खानदेशी | |
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अहिराणी | |
बोलने का स्थान | महाराष्ट्र, भारत |
तिथि / काल | २००१ जनगणना |
क्षेत्र | खानदेश |
मातृभाषी वक्ता | १९ लाख |
भाषा परिवार |
हिन्द-यूरोपीय
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भाषा कोड | |
आइएसओ 639-3 |
इनमें से एक: khn – खानदेशी ahr – अहिराणी |
भारत में खानदेश की स्थिति | |
महाराष्ट्र में खानदेश की स्थिति | |
भारत में खानदेश की स्थिति | |
महाराष्ट्र में खानदेश की स्थिति | |
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अहिराणी महाराष्ट्र के उत्तर में स्थित खानदेश भूभाग में बोली जाने वाली एक हिन्द-आर्य भाषा है। इसे कभी-कभी खानदेशी भी कहा जाता है, लकिन इसका नाम स्थानीय अहीर समुदाय पर पड़ा है। अहिराणी मराठी भाषा की एक उपभाषा समझी जाती है लेकिन व्याकरण और शब्दावली की दृष्टि से इसमें गुजराती भाषा और राजस्थानी भाषा के भी कई लक्षण पाये जाते हैं। अहीरों की विशिष्ट संस्कृति के कारण उनके द्वारा प्रचलित भाषा है अहिराणी आधुनिक हिंदी की खड़ी बोली का निकास है भी अहिराणी भाषा ही है [२]
भाषाक्षेत्र
अहिराणी मुख्य रूप से खानदेश के क्षेत्र में बोली जाती है। जलगांव, धुले और नंदुरबार यह तीन ज़िले, औरंगाबाद जिले के कन्नड़ तालुके का कुछ भाग और नासिक जिले के कलवण, सटाणा, मालेगांव व देवळा इन तालुकों में बोली जाती है। इस भूप्रदेश के लोग अहिराणी बोलने वाले होते है, पर वाचन और लेखन के लिए प्रमाण मराठी के उपयोग को प्राधान्य देते हुए नज़र आते हैं।[३]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Ernst Kausen, 2006. Die Klassifikation der indogermanischen Sprachen (Microsoft Word, 133 KB)
- ↑ Ahirani Bhasha Vaidnynik Abhyasa (1997), a linguistic study, Ramesh Sitaram Suryawanshi
- ↑ Khandeshatil Mhani (2010) ISBN 978-81-920256-2-9, Abhyasika, Kannad. Dist Aurangabad June -2010 Pages 224