हनीश द्वीपसमूह
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हनीश द्वीपसमूह (अरबी: جزر حنيش, अंग्रेजी: Hanish Islands) लाल सागर में स्थित एक द्वीपसमूह है। इसके द्वीप लाल सागर को अदन की खाड़ी से जोड़ने वाली बाब अल-मन्देब जलसन्धि के पास यमन और इरित्रिया के तटों के बीच स्थित है। अफ़्रीका के पास होने के बावजूद यह एशिया के महाद्वीप का हिस्सा माना जाता है क्योंकि यह उसकी महाद्वीपीय जलसीमा के अंदर पड़ता है। इनमें से अधिकतर यमन के भाग हैं हालांकि १९९८-१९९९ से पहले इरित्रिया भी इन्हें अपना हिस्सा बताता था। १९९५ में हुई हनीश द्वीप झड़प के बाद (अंतरराष्ट्रीय) स्थाई मध्यस्थता न्यायालय ने इसपर ग़ौर किया और १९९६ में इसके बड़े द्वीप यमन के भाग घोषित किए गए।[१][२]
बड़े द्वीप
हनीश द्वीपसमूह के तीन सबसे बड़े द्वीप इस प्रकार हैं:
- जबल ज़ुक़र, उत्तर में, लगभग १२० वर्ग किमी का क्षेत्रफल
- अल-हनीश अल-कबीर (यानि 'महा हनीश'), दक्षिण में, ११६ वर्ग किमी का क्षेत्रफल
- अल-हनीश अल-सग़ीर (यानि 'छोटा हनीश'), इन दोनों के बीच में एक छोटा-सा टापू
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Eritrea, Mussie Tesfagiorgis G., pp. 87, ABC-CLIO, 2010, ISBN 9781598842319, ... On the basis of the Court's unanimous ruling, Yemen was awarded sovereignty over the group of bigger islands commonly known as the Hannish-Zuqar archipelago, and the Zubayr islands ...
- ↑ Routledge Handbook of International Law, pp. 176, Routledge, 2008, ISBN 9780203884621, ... in the Eritrea vs. Yemen case the tribunal had referred to Islamic religious principles to establish that 'the traditional fishing regime around the Hanish and Zuqar Islands and the islands of Jabal al-Tayr and the Zubayr group is one of free access and enjoyment for the fisherman of both Eritrea and Yemen' ...