श्रेया घोषाल
श्रेया घोषाल | |
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पृष्ठभूमि की जानकारी | |
जन्मनाम | श्रेया घोषाल |
जन्म | साँचा:br separated entries |
मूल | मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल, भारत[१] |
मृत्यु | साँचा:br separated entries |
शैलियां | फिल्मी, हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत, ग़ज़ल |
गायक | |
वाद्ययंत्र | वोकल्स |
सक्रिय वर्ष | 1998–वर्तमान |
लेबल | Sagarika |
श्रेया घोषाल (जन्म तारीख़: 12 मार्च 1984) एक भारतीय पार्श्व गायिका है। उन्होंने बॉलीवुड में, क्षेत्रीय फिल्मों बहुत सारे गाने गाए और कस्तूरी जैसे भारतीय धारावाहिकों के लिए भी गाया है। हिन्दी के अलावा, उन्होंने असमिया, बंगाली, कन्नड़, मलयालम, मराठी, पंजाबी, तमिल,तेलुगु और भोजपुरी में भी गाने गाए हैं।
जीवन-वृत्तान्त
प्रारम्भिक वर्ष
श्रेया घोषाल का जन्म एक बंगाली परिवार में हुआ। वे राजस्थान, कोटा के पास एक छोटे-से कस्बे रावतभाटा में पली-बढ़ीं. वे एक बहुत ही पढ़े-लिखे परिवार से हैं। उनके पिता भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र में नाभिकीय ऊर्जा संयन्त्र इंजीनियर के रूप में भारतीय नाभिकीय ऊर्जा निगम के लिए काम करते हैं, जबकि उनकी माँ साहित्य की स्नातकोत्तर छात्रा हैं।
चार साल की उम्र से घोषाल ने हारमोनियम पर अपनी मां के साथ संगत किया। उनके माता-पिता ने उन्हें कोटा में महेशचन्द्र शर्मा के पास हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की विधिवत् शिक्षा के लिए भेजा.[२]
बच्ची के रूप में ज़ी टीवी पर सा रे गा मा (अब सा रे गा मा पा) की चिल्ड्रेन स्पेशल एपीसोड की प्रतियोगिता का खिताब उन्होंने जीता। उस समय आज के प्रसिद्ध गायक सोनू निगम ने इस कार्यक्रम की मेजबानी की थी। कल्याणजी, जो प्रतियोगिता के निर्णायक थे, ने उनके माता-पिता को मुम्बई आने के लिए मनाया।[३] उन्होंने 18 महीनों तक उनसे शिक्षा ली और मुम्बई की मुक्त भिडे से शास्त्रीय संगीत की तालीम को जारी रखा। [२]
रावतभाटा के एटॉमिक एनर्जी सेण्ट्रल स्कूल (AECS) और अणुशक्तिनगर (मुम्बई) में उन्होंने पढ़ाई की। स्नातक के लिए उन्होंने SIES कॉलेज के कला संकाय में दाखिला लिया।
कैरियर
फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली का ध्यान अपनी ओर तब खींचा जब उन्होंने सा रे गा मा पा में दूसरी बार भाग लिया, इस समय वे व्यस्कों के साथ प्रतिस्पर्धा में भाग ले रही थीं। साल 2000 में, उन्होंने अपनी फिल्म देवदास में मुख्य महिला किरदार पारो, जिस किरदार को ऐश्वर्या राय को निभाना था, की आवाज के लिए मौका देने का प्रस्ताव रखा। फिल्म में श्रेया ने इस्माइल दरबार के संगीत निर्देशन में पाँच गाने गाए. दुनिया भर के फिल्मी दर्शकों ने एश्वर्या राय पर फिल्माया गया, घोषाल का गाना सुना और बहुत ही जल्द वे बॉलीवुड में अलका याज्ञिक, सुनिधि चौहान, साधना सरगम और कविता कृष्णमूर्ति के साथ चोटी की पार्श्व गायिक बन गयीं। इस गीत ने उन्हें उस साल का सर्वश्रेष्ठ गायिका का फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार दिलाया। साथ ही उभरती प्रतिभाओं के लिए दिया जानेवाला आर॰ डी॰ बर्मन पुरस्कार भी उन्हें उसी पुरस्कार समारोह में दिया गया।
देवदास के बाद, ए. आर. रहमान, अनु मलिक, हिमेश रेशमिया, मणि शर्मा, एम. एम. किरावनी, नदीम-श्रवण, शंकर-एहसान-लॉयल, प्रीतम, विशाल-शेखर, हंसलेखा, मनो मूर्ति, गुरुकिरण, इल्लया राजा, युवन शंकर राजा और हैरीज जयराज समेत बहुत सारे संगीत निर्देशकों के निर्देशन में बहुत सारी अभिनेत्रियों के लिए गाती रही हैं। उन्होंने उत्तर और दक्षिण फिल्म उद्योगों के लिए बहुत सारे पुरस्कार जीते हैं। भूल-भुलैया के ‘मेरे ढोलना’ गीत के लिए भी उन्हें बहुत वाहवाही मिली।
आज घोषाल उद्योग की एक प्रतिष्ठित गायिका हैं और उन्होंने हिन्दी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, बंगाली, कन्नड, गुजराती, मेइती, मराठी और भोजपुरी समेत विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में गाने रिकॉर्ड किए हैं। अमूल स्टार वॉयज ऑफ़ इण्डिया छोटे उस्ताद संगीत कार्यक्रम में भी वे निर्णायक के रूप में आयीं। उन्होंने बहुत सारे भारतीय टीवी धारावाहिकों के लिए शीर्षक गीत भी गाया.
घोषाल ने अपने कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर ली है और वे साहित्य में एम. ए. करने की तैयारी कर रही हैं।साँचा:fact वे पश्चिमी संगीत में सिंफॉनी और इंस्ट्रूलमेंटल का आनन्द लेती हैं और उनका पसनृदीदा ग्रुप ABBA है। लेकिन भारतीय संगीत निश्चित रूप से उनकी आत्मा है। उनकी आवाज का गठन इस तरह का है कि रूमानी गीत उस पर फबता है और आवाज को वे बखूबी पेश कर सकती हैं (इसकी बहुत ही उम्दा मिसाल जिस्म का "जादू है नशा है" है). देवदास के अलावा, जिस्म, साया, इंतेहां, आउट ऑफ कंट्रोल, खाकी, मुन्नाभाई MBBS, धूम, कुछ कहा आपने, अरमान, देश देवी, मुझे मेरी कमस, LOC कारगिल, एतबार, क्रिश, पुलिस फोर्स, लगे रहो मुन्नाभाई, गुरु, बिग B, सागर एलियाज जैकी रिलोडेड से लेकर हाल की ब्लू, कुर्बान, गजनी, रब ने बना दी जोड़ी, 3 इडियट्स,P.K वगैरह के लिए उन्होंने गाने गाए. 2007 में उनके गाए गीतों के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका का आइफा (IIFA) 2008 में उनका नाम पांच में से चार नामांकनों में आया। सर्वश्रेष्ठ गायिका का फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार 2009 जीता और सिंह इज किंग में प्रीतम का गाना ‘तेरी ओर’ के लिए उन्होंने आइफा (IIFA) 2009 जीता। वे हिन्दी फिल्म उद्योगों की अकेली ऐसी गायिका हैं, जिन्हें 25 वर्ष की उम्र में ही तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिले। मलयालम में फिल्म "नीलातमारा" का उनका गाया ताजा गाना अनुरागा विलोचन्नई सुपर हिट है। साँचा:fact
म्युजिक का महामुकाबला कार्यक्रम में श्रेया’ज सुपरस्टार टीम के लिए श्रेया घोषाल टीम कप्तान, निर्णायक और परामर्शदाता हैं।
पुरस्कार व मान्यताएँ
- 2002: नैशनल फिल्म अवॉर्ड फॉर बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर - बैरी पिया (देवदास)
- 2006: नैशनल फिल्म अवॉर्ड फ़ॉर बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर - धीरे जलना (पहेली)
- 2007: नैशनल फिल्म अवॉर्ड फॉर बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर - ये इश्क है (जब वी मेट)[४]
- 2003: फ़िल्मफ़ेयर आर॰ डी॰ बर्मन अवॉर्ड फॉर न्यु म्यूजिक टैलेंट
- 2003: फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड (कविता कृष्णमूर्ति के साथ साझा) - डोला रे (देवदास)
- 2004: फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड - जादू है नशा है (जिस्म)
- 2008: फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड - बरसो रे (गुरु)
- 2009: फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड - तेरी ओर (सिंह इस किंग)
- 2016: फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड - दीवानी मस्तानी (बाजीराव मस्तानी)
- 2007: फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड (तमिल) - मुन्बे वा (सीलुनु ओरु काढाल)
- 2008: फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड (कनाडा) - निंना नोदालेंत्हू - (मुस्सनजेमातु)
- 2003: आइफा (IIFA) बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड (कविता कृष्णमूर्ति के साथ साझा) - डोला रे (देवदास)
- 2004: आइफा (IIFA) बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड - जादू है नशा है (जिस्म)
- 2008: आइफा (IIFA) बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड- बरसो रे (गुरु)
- 2009: आइफा (IIFA) बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड - तेरी ओर (सिंह इस किंग)
- 2003: ज़ी सिने अवॉर्ड बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर (कविता कृष्णमूर्ति के साथ साझा) - डोला रे (देवदास)
- 2006: ज़ी सिने अवॉर्ड बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर - पियु बोले (परिनीता)
- 2008: ज़ी सिने अवॉर्ड बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर बरसो रे (गुरु)
- 2012: ज़ी सिने अवॉर्ड बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर - साईबो (शोर इन द सिटी)
- 2013: ज़ी सिने अवॉर्ड बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर - सांस (जब तक है जान)
- 2014: ज़ी सिने अवॉर्ड बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर - सुन रहा है ना (आशिकी2)
*2016: ज़ी सिने अवॉर्ड बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर - मोहे रंग दो लाल (बाजीराव मस्तानी)
- 2004: स्टार स्क्रीन अवॉर्ड बेस्ट फिमेल प्लेबैक - जादू है नशा है (जिस्म)
- 2006: स्टार स्क्रीन अवॉर्ड बेस्ट फिमेल प्लेबैक - पियु बोले (परिनीता)
- 2008: स्टार स्क्रीन अवॉर्ड बेस्ट फिमेल प्लेबैक - बरसो रे (गुरु)
अन्य अवॉर्ड्स
- 2005: आंध्र प्रदेश स्टेट अवॉर्ड बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर - पिल्लागाली अल्लारी (अथाडू) और नीके नुवु (मोदाती सिनेमा) (तेलगु)
- 2007: तमिलनाडु स्टेट फिल्म अवॉर्ड फॉर बेस्ट फिमेल प्लेबैक - मुन्बे वा (सिल्लुनु ओरु काढाल) (तामिल)
- 2008: अप्सरा अवॉर्ड फॉर बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर - बरसो रे (गुरु)[५]
- 2009: अप्सरा अवॉर्ड फॉर बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर - तेरी ओर (सिंह इस किंग)
- 2008: GPBA - जर्मन पब्लिक बॉलीवुड अवॉर्ड बेस्ट सिंगर (फिमेल) - ये इश्क हाय (जब वी मेट)[६]
- 2008: ज़ी अस्तित्व अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस इन म्यूजिक
- 2010: अस्परा अवॉर्ड बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर - तुझ में रब दिखता है (रब ने बना दी जोड़ी)[७]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ
- साँचा:imdb name
- https://web.archive.org/web/20100620142909/http://www.shreyaghoshal.com/ सरकारी वेबसाइट
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ अ आ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ "स्टार्स शाइन ऐट अप्सरा अवॉर्ड्स 2010 स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।, इण्डिया फोरम, URL 12 जनवरी 2010 को आखिरी दाखिला