बनिया
एक बनिया १८८० के आस पास | |
विशेष निवासक्षेत्र | |
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भारत | |
भाषाएँ | |
हिंदी, मारवाड़ी, पंजाबी, गुजराती, मराठी और कोंकणी[१] |
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भारतीय राजशाही बनिया एक जाट क्षत्रिय जाति है जिसका इतिहास गुप्तवंश से जाटवंश तक लिया गया जो भारतीय बनिया जाटवंश के प्रथम शासक था बनिया अपने दिमाग और बल और पराक्रम से सबसे अच्छे क्षत्रिय माने जाते थे जो ऋषिओ के सराफ से वैश्य धर्म प्राप्त कर लिया भालो से बना तराजू की डंडी और ढाल से बना तराजू वह पूरी तरह से बनिया हो गए और इनको शिव का परिवार भी कहा जाता है और शिव के जटा से ही जाट वंश का प्राप्त हुआ ।[२] भारतीय समाज की चतुष्वर्णीय व्यवस्था में असंख्य बनिया उपजातियों,बनिया जैसे, साहूू , पोद्दार, बन्ना, जाट , भाटिया, अग्रवाल, अग्रहरि, बरनवाल, कश्यप ,गहोई, महेश्वरी, केसरवानी, सिंदूरिया,लोहिया, स्वर्णकार,#कानू.कांदू.हलवाई आदि को वैश्य वर्ण का सदस्य माना जाता है। धार्मिक अर्थों में वे सामान्यतः वैष्णव या जैन होते हैं और पूर्णत: शाकाहारी, मद्यत्यागी और आनुष्ठानिक पवित्रता के पालन में रूढ़िवादी होते हैं। और वचन के पक्केे होते हैं
नामकरण
उत्तर वैदिककाल के उल्लेखों में पण, पण्य, पणि जैसे शब्द आए हैं। पण या पण्य का अर्थ हुआ वस्तु, सामग्री, सम्पत्ति। बाद में पण का प्रयोग मुद्रा के रूप में भी हुआ। पणि से तात्पर्य व्यापारी समाज के लिए भी था। पणि उस दौर के महान व्यापारिक बुद्धिवाले लोग थे। पणियों की रिश्तेदारी आज के बनिया शब्द से है। पणि (फिनीशियन) आर्यावर्त में व्यापार करते थे। उनके बड़े-बड़े पोत चलते थे। वे ब्याजभोजी थे। आज का 'बनिया' शब्द वणिक का अपभ्रंश ज़रूर है मगर इसके जन्मसूत्र पणि में ही छुपे हुए हैं। दास बनाने वाले ब्याजभोजियों के प्रति आर्यों की घृणा स्वाभाविक थी। आर्य कृषि करते थे और पणियों का प्रधान व्यवसाय व्यापार और लेन-देन था। पणिक या फणिक शब्द से ही वणिक भी जन्मा है। आर्यों ने पणियों का उल्लेख अलग अलग संदर्भों में किया है मगर हर बार उनके व्यापार पटु होने का संकेत ज़रूर मिलता है। हिन्दी में व्यापार के लिए वाणिज्य शब्द भी प्रचलित है। वाणिज्य की व्युत्पत्ति भी पण् से ही मानी जाती है। यह बना है वणिज् से जिसका अर्थ है सौदागर, व्यापारी अथवा तुलाराशि। गौरतलब है कि व्यापारी हर काम तौल कर ही करता है। वणिज शब्द की व्युत्पत्ति आप्टे कोश के मुताबिक पण+इजी से हुई है। इससे ही बना है “वाणिज्य” और “वणिक” जो कारोबारी, व्यापारी अथवा वैश्य समुदाय के लिए खूब इस्तेमाल होता है। पणिक की वणिक से साम्यता पर गौर करें। बोलचाल की हिन्दी में वणिक के लिए बनिया शब्द कहीं ज्यादा लोकप्रिय है जो वणिक का ही अपभ्रंश है इसका क्रम कुछ यूं रहा- वणिक, बणिक, बनिआ, बनिया।[२][३]
चित्र वीथिका
प्रसिद्ध बनिया लोग
<gallery> चित्र:Gandhi smiling R.jpg|महात्मा गाँधी एक गुजराती मोढ बनिया थे।[४][५]
|अरविन्द केजरीवाल एक जैन बनिया हैं।
। मुकेश अम्बानी एक मोध बनिया है।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Gazetteer of the Union Territory Goa, Daman and Diu: district gazetter by Vithal Trimbak Gune, Goa, Daman and Diu (India). Gazetteer Dept, published by Gazetteer Dept., Govt. of the Union Territory of Goa, Daman and Diu, 1979
- ↑ इस तक ऊपर जायें: अ आ साँचा:cite book
- ↑ साँचा:cite book
- ↑ http://timesofindia.indiatimes.com/city/rajkot/You-cant-fool-me-Im-a-bania-said-Mahatma/articleshow/23386514.cms
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।