किशन कन्हैया
किशन कन्हैया | |
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चित्र:किशन कन्हैया.jpg किशन कन्हैया का पोस्टर | |
निर्देशक | राकेश रोशन |
निर्माता | राकेश रोशन |
अभिनेता |
अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित, अमरीश पुरी, शिल्पा शिरोडकर |
संगीतकार | राजेश रोशन |
प्रदर्शन साँचा:nowrap | 9 मार्च, 1990 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
किशन कन्हैया 1990 में बनी हिन्दी भाषा की हास्य एक्शन फिल्म है। इसका निर्देशन राकेश रोशन ने किया है और अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित और शिल्पा शिरोडकर मुख्य भूमिकाओं मे हैं। फिल्म की कहानी दिलीप कुमार की राम और श्याम से मिलती है।
संक्षेप
लीला और भोलाराम बेऔलाद होते हैं। लीला दाई का काम करती है। एक दिन सुंदरलाल की बीवी दो बच्चों को जन्म देती है, जिसका दाई का काम लीला करती है। लीला बच्चे की चाह में एक बच्चे को ले कर सुंदरलाल को बोल देती है कि उसने एक ही बच्चे को जन्म दिया है। उसकी बीवी बच्चे को जन्म देने के बाद ही मर जाती है।
लीला और भोलाराम मिल कर कन्हैया (अनिल कपूर) का लालन-पालन करते हैं, वहीं सुंदरलाल को अकेले किशन को पालने में परेशानी हो रही थी। इस कारण वो कामिनी से शादी कर लेता है। कामिनी अपने भाई गेंदामल के साथ उसी के घर रहने लगती है। उसका महेश नाम के एक अन्य व्यक्ति से एक नाजायज बच्चा होता है, जिसका पता जब सुंदरलाल को चलता है तो वे लोग उस पर हमला कर देते हैं और उसे लकवा हो जाता है। किशन का जन्म कामिनी और गेंदामल के अत्याचार सहते-सहते होता है। वो पढ़ा-लिखा नहीं होता है, इस कारण उसे जिस कागज पर भी अँगूठा लगाने बोल देते हैं, उस पर वो अँगूठा लगा देता था।
कन्हैया (अनिल कपूर) फिल्में देखने के लिए पागल रहता है। उसकी मुलाकात उसी के समान फिल्मों की पागल एक लड़की, अंजू (माधुरी दीक्षित) से होती है। दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं।
उन दोनों भाइयों को एक अदृश्य डोर जोड़े रखता है। जब भी किसी भाई को दर्द होता है, तो दूसरे को भी दर्द का एहसास हो जाता है। किशन को राधा नाम की नौकरानी से प्यार हो जाता है और शादी भी हो जाती है। महेश को गेंदामल कहता है कि जैसे ही किशन जायदाद के कागजातों पर अँगूठा लगा देता है, वैसे ही उसे मार देना। वहीं उसी समय कन्हैया को अपना अतीत पता चल जाता है और वो वापस अपने घर आ जाता है। सभी किशन के बर्ताव में अजीब से बदलाव देख कर हैरान रह जाते हैं। अंत में सभी भ्रम दूर हो जाते हैं। किशन और कन्हैया मिल कर सभी बुरे लोगों से लड़ते हैं और जीत जाते हैं।
मुख्य कलाकार
- अनिल कपूर - किशन / कन्हैया
- माधुरी दीक्षित - अंजू
- शिल्पा शिरोडकर - राधा
- अमरीश पुरी - लाला गेंदामल
- सईद जाफ़री - विद्या चरन
- कादर ख़ान - मुंशी
- शुभा खोटे - लीला
- बिन्दू - कामिनी
- सुजीत कुमार - भोला राम
- श्रीराम लागू - सुन्दर दास
- दिनेश हिंगू - लोखंडवाला
- जॉनी लीवर - लोबो
- रंजीत - श्रीधर
- दलीप ताहिल - महेश
संगीत
सभी राजेश रोशन द्वारा संगीतबद्ध।
क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | गायक | अवधि |
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1. | "आप को देख के" | अनवर सागर | अमित कुमार, साधना सरगम | 6:46 |
2. | "कृष्णा कृष्णा आए कृष्णा" | इंदीवर | नितिन मुकेश, लता मंगेशकर | 7:32 |
3. | "कुछ हो गया क्या हो गया" | इंदीवर | आशा भोंसले, मोहम्मद अज़ीज़ | 5:36 |
4. | "मेरे हमसफर" | इंदीवर | साधना सरगम | 5:42 |
5. | "राधा बिना है किशन अकेला" | इंदीवर | मनहर उधास, साधना सरगम | 6:14 |
6. | "सूट बूट में आया कन्हैया" | इंदीवर | अमित कुमार | 5:33 |