आन्तरिक कोण तथा वाह्य कोण
(आन्तरिक कोण से अनुप्रेषित)
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ज्यामिति में, किसी बहुभुज के किसी भी शीर्ष पर दो कोण बनते हैं, एक कोण को आन्तरिक कोण और दूसरे को वाह्य कोण कहते हैं। सरल बहुभुज (अपने आप को न काटने वाले बहुभुज), चाहे वह उत्तल बहुभुज हो या नहीं, के जिस कोण के अन्दर स्थित कोई बिन्दु बहुभुज के अन्दर हो तो उस कोण को 'आन्तरिक कोण' (internal angle) कहते हैं। प्रत्येक बहुभुज के हरेक शीर्ष पर केवल एक ही आन्तरिक कोण होता है।