परेश रावल

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परेश रावल
चित्र:Prsh Rwl still4.jpg

पद बहाल
मई 2014 – मई 2019
पूर्वा धिकारी हरिन पाठक
उत्तरा धिकारी हंसमुख पटेल
चुनाव-क्षेत्र पूर्वी अहमदाबाद

जन्म साँचा:br separated entries
राष्ट्रीयता भारतीय
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
जीवन संगी स्वरूप सम्पत
बच्चे 2
शैक्षिक सम्बद्धता एनएम महाविद्यालय
व्यवसाय अभिनेता, निर्माता, राजनीतिज्ञ
धर्म हिन्दू
पुरस्कार/सम्मान पद्म श्री
साँचा:center

परेश रावल (जन्म: 30 मई, 1950) हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। 2014 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया। यह 1994 में राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार सहायक किरदार के लिए से सम्मानित हुए। इसके बाद इन्हें सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता का फ़िल्मफेयर पुरस्कार भी मिल चुका है। यह केतन मेहता की फ़िल्म सरदार में स्वतंत्रता सेनानी वलभभाई पटेल की मुख्य किरदार में नजर आए थे। [२]

व्यक्तिगत जीवन

परेश रावल का जन्म मुम्बई, भारत में हुआ। अभिनेत्री और 1979 में मिस इंडिया बनी स्वरूप सम्पत के साथ इनका विवाह हो गया। इयानके दो बच्चे आदित्य और अनिरुद्ध हैं।[१]

अभिनय

रावल ने अभिनय की शुरूआत 1984 में की थी। तब यह होली नामक फ़िल्म में एक सहायक किरदार निभाया था। इसके बाद 1986 में नाम नामक फ़िल्म से उनके अभिनय का गुण लोगों को पता चला। इसके बाद वह 1980 से 1990 के मध्य 100 से अधिक फ़िल्मों में खलनायक की भूमिका में नजर आए। इसमें कब्जा, किंग अंकल, राम लखन, दौड़, बाज़ी और कई फ़िल्मों में कार्य किया।

यह एक हास्य फ़िल्म अंदाज़ अपना अपना में पहली बार दो किरदार में नजर आए। इसके बाद वर्ष 2000 में एक हिन्दी फ़िल्म "हेरा फेरी" में अपने अभिनय और किरदार के कारण वह इसके बाद कई फ़िल्मों में मुख्य किरदार भी निभा चूकें हैं। हेरा फेरी फ़िल्म में राजू (अक्षय कुमार) और श्याम (सुनील शेट्टी) उसके घर किराए पर रहते हैं। जबकि रावल उसमें मकान मालिक का किरदार निभाते हैं। इस किरदार को हेरा फेरी के सफलता का श्रेय दिया गया है। इसमें उनके कार्य के लिए वह फ़िल्मफेयर पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ हास्यकार) भी जीत चूकें हैं। उनका बाबुराव का किरदार उसके दूसरे भाग फिर हेरा फेरी (2006) में भी देखने को मिला, यह फ़िल्म भी सफल रही। रावल को सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ कॉमेडियन और लीड रोल के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार, सहायक भूमिका मिली है। परेश रावल सबसे लोकप्रिय और वाणिज्यिक सफल फिल्मों में क्षणाशन (1991), मनी (199 3), मनी मनी (1995), गोविंदा गोविंदा (1994), रिक्शावुडू (1995), बावागरु बागुनारा (1998), शंकर दादा एमबीबीएस (2004), और टीन मार (2011) इत्यादि। 2012 में आयी फिल्म omg में कांजिलाल मेहता के रूप में उनका किरदार आज भी विस्मरणीय है फिल्म जगत में ये एक ऐसे चेहरे में गिने जाते है जिनका अभिनय चाहे किसी भी किरदार में हो जान डाल देती है फिल्म में। वर्ष 2018 में राजकुमार हिरानी की फिल्म संजू (संजय दत्त की बायोपिक फिल्म) में सुनील दत्त (संजय दत्त के पिता) के रूप में उनका साक्षात् चित्रण किया जिससे उन्होंने फिल्म में काफी प्रसिद्धि मिली ।

राजनीति में योगदान

परेश रावल भारत के अहमदाबाद पूर्व संसदीय क्षेत्र से पूर्व सांसद थे। यह भारतीय जनता पार्टी के राजनेता है। [३]

प्रमुख फिल्में

वर्ष फ़िल्म चरित्र टिप्पणी
2019 उरी द सर्जिकल स्ट्राइक
२०१५ वेलकम बैक डॉ घुगरू
धरम संकट मे धर्मपाल
२०१४ राजा नटवरलाल योगी
हिम्मतवाला नाराय़णदास
जिला गाजियाबाद ब्रह्मपाल सिंह चौधरी
२०१३ टेबल नंबर 21 श्री खान
२०१२ खिलाड़ी 786
ओ म जि- हे भगवान! कांजी भाई
फरारी की सवारी डी.एन.धर्माधिकारी
तेज
२०११ रेडी बलिदान भारद्वाज
२०१० रण मोहन पांडे
रंग रसिया गोवर्धन दास
आक्रोश अजातशत्रु सिंह
अतिथि तुम कब जाओगे? लंबोदर चाचा
२००९ रोड टु संगम हसमत उल्लाह
'पा' श्री अञे
रेडियो झंडु लाल त्यागी
ढूडते रेह जाओगे राज चोपड़ा
दे दना दन हरबंस चड्ढा
२००८ एक दो तीन
जाने तू ... या जाने ना
मान गये मुगल-ए-आजम
मुंबई मेरी जान
मेरे बाप पहले आप जनार्दन विशवंभर राने
२००७ चीनी कम वर्मा
नो स्मोकिंग
भूल भुलैया बटुकशंकर उपाध्याय
फौज में मौज
गुड बॉय बैड बॉय प्रिंसीपल दीवान चन्द अवस्थी
फूल एन फाइनल
जाने तू या जाने ना
वैलकम
हैटट्रिक
२००६ मालामाल वीकली
भागम भाग
फिर हेरा फेरी
36 चाइना टाउन
चुप चुप के
जाने होगा क्या
गोलमाल सोमनाथ
यूँ होता तो क्या होता
२००५ बचके रहना रे बाबा
गरम मसाला मैम्बो
दीवाने हुए पागल टॉमी
२००४ हलचल
शंकर दादा एम बी बी एस
आन
ऐतराज़ वकील पटेल
पूछो मेरे दिल से चमनलाल चौरसिया
२००३ बाघबान हेमंत पटेल
हंगामा राधेश्याम तिवारी
दिल का रिश्ता
जोड़ी क्या बनाई वाह वाह रामजी रामप्रसाद
फंटूश जॉन डिसूज़ा
आँच
२००२ कहता है दिल बार बार
हम किसी से कम नहीं कमिश्नर
आवारा पागल दीवाना मणिलाल
आँखें इलियास
चोर मचाये शोर
२००१ ये तेरा घर ये मेरा घर
लव के लिये कुछ भी करेगा
अमेरिकन चाय
नायक बंसल
मोक्ष
२००० हेरा फेरी बाबू भैया
दुल्हन हम ले जायेंगे
दीवाने
हद कर दी आपने
तेरा जादू चल गया
हर दिल जो प्यार करेगा
बुलन्दी
फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी मोहन जोशी
शिकारी
१९९९ वास्तव सुलेमान भाई
खूबसूरत
हम तुम पे मरते हैं
आरज़ू
हसीना मान जायेगी भूतनाथ
गैर
बड़े दिलवाला
आ अब लौट चलें
१९९८ सत्या कमिश्नर अमोद शुक्ला
बदमाश
हीरो हिन्दुस्तानी
कभी ना कभी
अंगारे जग्गू
बड़े मियाँ छोटे मियाँ
चाची ४२०
चाइना गेट
कुदरत सुखीराम
दंड नायक बाँकेलाल चौरसिया
अचानक सागर श्रीवास्तव
डोली सजा के रखना
१९९७ तमन्ना
मिस्टर एंड मिसेज़ खिलाड़ी प्रताप
दौड़ पिंकी
इंसाफ
ग़ुलाम-ए-मुसतफा
जुदाई
गुप्त ईस्वर दीवान
हीरो नम्बर वन
मृत्युदाता
आर या पार ए ख़ान
औज़ार
ज़मीर राजा गजराज सिंह
महानता
कहर
१९९६ बंदिश
विजेता विद्या सागर
ग्रेट रॉबरी
हाहाकार
निर्भय
रंगबाज़
१९९५ बाज़ी
मिलन
निशाना
ओ डार्लिंग यह है इण्डिया
रिकशावोडु
संजय रणवीर सिंह
मनी मनी सुब्बा राव
जनम कुंडली
अकेले हम अकेले तुम
राजा
रावण राज मंत्री चरनदास
१९९४ द जेंटलमैन
वो छोकरी
अंदाज़ अपना अपना
आग और चिन्गारी
दिलवाले
क्रान्तिवीर
लाड़ला
मोहरा
जुआरी
इक्का राजा रानी
आ गले लग जा
१९९३ सरदार
अंत
रूप की रानी चोरों का राजा
सर
पहला नशा
कृष्ण अवतार चक्रवर्ती चक्रवर्ती
गोविन्दा गोविन्दा
प्लेटफॉर्म
मनी सुब्बा राव
परवाने
दिल की बाज़ी
माया लाला जी
कन्या दान
मुकाबला
फूल और अंगार
किंग अंकल प्रताप
दामिनी
१९९२ दुश्मन ज़माना
दौलत की जंग हरि भाई
पुलिस ऑफिसर
कर्म योद्धा इंस्पेक्टर देशमुख
जानम शंकर राव
तिलक
जीना मरना तेरे संग
ज़ुल्म की अदालत स्वामी
अधर्म
जिगर
विरोधी
१९९१ क्षण क्षणम
स्वयं
योद्धा
हक
प्रेम कैदी
साथी
आई मिलन की रात
फ़तेह
शंकरा
गुनहगार
प्रतिकार
१९९० स्वर्ग
काफ़िला दुबे
आवारगी भाऊ
जीवन एक संघर्ष
न्याय अन्याय मल्होत्रा
क्रोध
जख्मी ज़मीन ठाकुर प्रताप सिंह
गुनाहों का देवता वकील खन्ना
वर्दी
१९८९ ताकतवर
शिवा
हथियार
राम लखन भानू राजेन्द्रनाथ
१९८८ खरीदार
कब्ज़ा
आखिरी अदालत गिरजा शंकर
फ़लक
खतरों के खिलाड़ी
सोने पे सुहागा सब-इंस्पेक्टर तेजा
१९८७ उत्तर दक्षिण
डकैत
मरते दम तक इंस्पेक्टर खन्ना
१९८६ नाम राना
समुन्दर
भगवान दादा इंस्पेक्टर विजय
१९८५ अर्जुन
मिर्च मसाला गाँव वाला
१९८४ लोरी वादी वकील
होली
धर्म और कानून

नामांकन और पुरस्कार

फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ