अफ़्गानिस्तान का राष्ट्रगान

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पश्तो: ملی سرود दरी: سرود ملی
साँचा:lang-hi
पश्तो: मिल्लि सुरूद; दारी: सुरूद-ए मिल्ली
चित्र:National emblem of Afghanistan.svg
राष्ट्रीय जिसका राष्ट्रगान है साँचा:flag/core
बोल अब्दुल बरी जहानी
संगीत बाबरक वसा
घोषित २००६

अफ़्गानिस्तान का राष्ट्रगानसाँचा:lang-ps - मिल्लि सुरूद; साँचा:lang-fa - "सुरूद-ए मिल्ली") आधिकारिक रूप से मई २००६ में पनाया गया था। अफ़्गानिस्तान के संविधान की धारा २० के अनुसार, "अफ़्गानिस्तान का राष्ट्रगान पश्तो में होगा" और जिसमें "ईश्वर महानतम है" और अफ़्गानिस्तान के नस्लीय समूहों का उल्लेख होगा। गीतिकाव्य अब्दुल बरी जहानी द्वारा लिखित और संगीतकार हैं जर्मन-अफ़्गान मूल के बाबरक वसा।

गीतिकाव्य

अफ़्गानिस्तान का राष्ट्रगान
पश्तो पश्तो लिप्यन्तरण अनुवाद
पहला छन्द

دا وطن افغانستان دى
دا عزت د هر افغان دى
كور د سولې، كور د تورې
هر بچى يې قهرمان دى

दा वतन अफ़्ग़ानिस्तान द​ई,
दा इज़त द हर अफ़्ग़ान द​ई
कोर द सोले, कोर द तूरे,
हर बच​ई ये क़हरमान द​ई

यह अफ़्गानिस्तान भूमि,
यह प्रत्येक अफ़्गान का गौरव है
शान्ति की भूमि, तलवार की भूमि,
इसका प्रत्येक पुत्र बहादुर है

दूसरा छन्द

دا وطن د ټولو كور دى
د بلوچو، د ازبكو
د پــښــتون او هزارهوو
د تركمنو، د تاجكو

दा वतन द टोलो कोर द​ई,
द बलोचो, द उज़बेको
द पख़्तून ओ हज़ारावो,
द तुर्कमनो, द ताजेको

यह प्रत्येक जनजाति का देश है,
बलोचों की भूमि और उज़्बेकों की
पश्तूनों और हाज़राओं की,
तुर्कों और ताजिकों की

तीसरा छन्द

ور سره عرب، ګوجر دي
پاميريان، نورستانيان
براهوي دي، قزلباش دي
هم ايماق، هم پشايان

वर सरा अर , महान वीर गुर्जर दी,
पामीरयान, नूरिस्तानयान,
ब्राहूई दी, क़िज़िलबाश दी,
हम अइमाक़, हम पाशायान

उनके साथ, अरबों की और महान वीर गुर्जरों की,
पामिरियों, नूरिस्तानीयों
ब्राहुइयों की और किज़िलबाशों की,
एमाक्यों और पाशाइयों की भी

चौथा छन्द

دا هيواد به تل ځلېږي
لكه لمر پر شنه آسمان
په سينې كې د آسيا به
لكه زړه وي جاويدان

दा हीवाद बा तल द्ज़लेझ़ी,
लका ल्मर पर श्न आसमान,
प सीने के द आस्या बा,
लका ज़ड़ वी जावीदान

यह भूमि सदैव चमकती रहेगी,
जैसे नीले अम्बर में सूरज
एशिया की छाती पर,
यह सदा के लिए हृदय समान रहेगी

पाँचवा छन्द

نوم د حق مو دى رهبر
وايو الله اكبر
وايو الله اكبر
وايو الله اكبر

नूम द हक़ मो द​ई रहबर,
वायू अल्लाहु अकबर,
वायू अल्लाहु अकबर,
वायू अल्लाहु अकबर

हम एक ईश्वर का पालन करेंगे
हम सब कहेंगे, "ईश्वर सबसे महान है!",
हम सब कहेंगे, "ईश्वर सबसे महान है!",
हम सब कहेंगे, "ईश्वर सबसे महान है!"