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अज़रबैजान मार्सी अज़रबैजान का राष्ट्रगान है, जिसका मूल शीर्षक अज़रबैजान का कदमताल है। गान के बोल कवि अहमद जावद द्वारा लिखे गए और संगीतकार उज़ेयिर हाजिबेयोव थे। इसे १९१८ में अपनाया गया था।
राष्ट्रगान का का एक अन्श अज़रबैजान की मुद्रा के २००६ में जारी ५ मनत नोट के अग्रभाग पर वर्णित है।
गीतिकाव्य
अज़रबैजानी
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हिन्दी अनुवाद
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Azərbaycan! Azərbaycan!
Ey qəhrəman övladın şanlı Vətəni!
Səndən ötrü can verməyə cümlə hazırız!
Səndən ötrü qan tökməyə cümlə qadiriz!
Üç rəngli bayrağınla məsud yaşa!
Üç rəngli bayrağınla məsud yaşa!
Minlərlə can qurban oldu,
Sinən hərbə meydan oldu!
Hüququndan keçən əsgər!
Hərə bir qəhrəman oldu!
Sən olasan gülüstan,
Sənə hər an can qurban!
Sənə min bir məhəbbət
Sinəmdə tutmuş məkan!
Namusunu hifz etməyə,
Bayrağını yüksəltməyə,
Namusunu hifz etməyə,
Cümlə gənclər müştaqdır!
Şanlı Vətən! Şanlı Vətən!
Azərbaycan! Azərbaycan!
Azərbaycan! Azərbaycan!
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अज़रबैजान! अज़रबैजान!
बहादुर पुत्रों की पोषित भूमि,
हम अपना हृदय और प्राण तुम्हें देने के लिए तैयार हैं।
हम सभी अपना लहू तुम्हारें लिए दे सकते हैं।
हम सभी तुम्हारें तिरंगे ध्वज तले हर्षपूर्वक जीते हैं।
हम सभी तुम्हारें तिरंगे ध्वज तले हर्षपूर्वक जीते हैं।
सहस्रों लोगों ने तुम्हारे लिए बलिदान दिया।
तुम्हारा सीना रणक्षेत्र बन गया।
सैनिक जिन्होंने अपना जीवन तुम्हारे लिए त्याग दिया,
उनमें से प्रत्येक नायक बना।
काश तुम एक पनपता उपवन बनों।
हम अपना हृदय और प्राण तुम्हें देने के लिए तैयार हैं।
हमारें हृदयों में हज़ार और एक मोह हैं।
और तुम्हारे सम्मान को बनाए रखें।
तुम्हारे ध्वज को ऊपर उठाएं,
और तुम्हारे सम्मान को बनाए रखें,
सभी युवा आतुर है।
पोषित भूमि, पोषित भूमि।
अज़रबैजान! अज़रबैजान!
अज़रबैजान! अज़रबैजान!
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राष्ट्रीय गान | |
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क्षेत्रीय गान | |
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एशियाई संघ गान | |
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(१)- कुछ भाग यूरोप में (२)- कुछ भाग अफ़्रीका में |