बटेश्वर गाँव, बाह (आगरा)

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बटेश्वर
—  गाँव  —
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०)
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राज्य उत्तर प्रदेश
ज़िला आगरा
आधिकारिक भाषा(एँ) हिन्दी, अवधी, बुंदेली, ब्रजभाषा
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बटेश्वर के मन्दिर

बटेश्वर उत्तर प्रदेश आगरा जिले में स्थित एक गाँव है। इसे 'भदावर के काशी' के नाम से जाना जाता है। त्रेता युग में यह 'शूर सैनपुर' के नाम से जाना जाता था। बटेश्वर के घाट में प्रसिद्ध घाट आज भी 'कंश कगार' के नाम से जाना जाता है। भदावर के भदौरिया महाराजाओं ने यहाँ १०८ मंदिरों का निर्माण कर इस पवित्र स्थान को तीर्थ में बदल दिया।

अठारहवीं सदी में औरंगजेब की मंदिरों को ध्वंश कर के इस्लामी राज्य स्थापित करने के प्रयास का दीर्घकालिक प्रभाव हिन्दू पहचान की भावना बढाता जा रहा था। बटेश्वर शहर के निर्माण में हिंदू भक्ति के महत्व का एक शानदार उदाहरण है। भदावर के राजा द्वारा १७२० और १७४० के बीच का १०८ मंदिरों का निर्माण कराया गया था I

प्रसिद्ध व्यक्ति

यह भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पैतृक गाँव है।अगस्त १९४२ में भारत छोड़ो आन्दोलन के समय अटल बिहारी वाजपेयी जी और उनके बड़े भाई प्रेम जी इसी गाँव में गिरफ्तार किये गये थे। इसी घटना से उनके राजनीतिक जीवन आ आरम्भ भी हुआ था।

बटेश्वर धाम से जुड़ी कथा

इतिहासकारों के अनुसार के अनुसार, भदावर और मैनपुरी के महाराजा में हमेशा युद्ध होता रहता था। एक सुलह लाने के लिए यह निर्णय लिया गया कि वे अपने बच्चों के साथ विवाह करके अपने मतभेदों को हल करेंगे। हालाँकि दोनों की यहां लड़कियों का जन्म हुआ था, लेकिन भदावर ने घोषणा की कि उनके यहां एक बेटा पैदा हुआ है और सहमति के अनुसार, मैनपुरी के राजा की बेटी के साथ शादी की व्यवस्था की गई थी। भदावर ने अपनी बेटी को एक जवान आदमी के रूप में तैयार किया। लड़की बहुत शर्मिंदा हुई और जब बारात नदी पर पहुंची तो उसमें कूद गई, और भगवान शिव प्रकट हुए। भगवान शिव ने लड़की को उठा लिया और उसे एक लड़के में बदल दिया। उसके बाद, भदावर ने कृतज्ञता से मंदिर का निर्माण किया और यह सुनिश्चित करने के लिए कि यमुना हमेशा इसके द्वारा बहती रहे, दो मील का एक बांध बनाया, जिससे उसका मार्ग बदल गया। ”

इन्हें भी देखें

बाहरी कड़ियाँ

यहाँ पर काफी भीड़ रहती है



https://www.alvitrips.com/शौरीपुर-बटेश्वर-श्री-दिग/