विश्वनाथ सत्यनारायण
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विश्वनाथ सत्यनारायण | |
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विश्वनाथ सत्यनारायण एक तेलगु साहित्यकार थे। इन्हें 1970 में ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। विश्वनाथ सत्यनारायण को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन १९७० में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये आंध्र प्रदेश राज्य से थे।
कृतियाँ
उपन्यास
- वेयिपडगलु
- स्वर्गानिकि निच्चॆनलु
- चॆलियलिकट्ट
- एकवीर
- तॆऱचिराजु
- माबाबु
- जेबुदॊंगलु
- वीरवल्लडु
- वल्लभमंत्रि
- विष्णुशर्म इंग्लीषु चदुवु
- पुलुल सत्याग्रहमु
- देवतल युद्धमु
- पुनर्जन्म
- परीक्ष
- नंदिग्राम राज्यं
- बाणावति
- अंतरात्म
- गंगूली प्रेमकथ
- आऱुनदुलु
- चंदवोलु राणि
- प्रळयनायुडु
- हाहाहूहू
- म्रोयु तुम्मॆद
- समुद्रपु दिब्ब
- दमयंती स्वयंवरमु
- नील पॆंड्लि
- शार्वरि नुंडि शार्वरि दाक
- कुणालुनि शापमु
- धर्मचक्रमु
- कडिमिचॆट्टु
- वीरपूज
- स्नेहफलमु
- बद्दन्न सेनानि
- नेपाळ राजवंश नवललु (आरु नवललु)
- दिंडु क्रिंदि पोकचॆक्क
- चिट्लीचिट्लनि गाजुलु
- सौदामिनि
- ललितापट्टणपु राणि
- दंतपु दुव्वॆन
- दूतमेघमु
- काश्मीर राजवंश नवललु (आरु नवलु)
- पुराणवैर ग्रंथमाल (पन्नॆंडु नवललु)
- भगवंतुनि मीदि पग
- नास्तिक धूममु
- धूमरेख
- नंदोराजा भविष्यति
- चंद्रगुप्तुनि स्वप्नमु
- अश्वमेधमु
- अमृतवल्लि
- पुलिम्रुग्गु
- नागसेनुडु
- हॆलीना
- वेदवति
- निवेदित
काव्य
- श्रीमद्रामायण कल्पवृक्षमु
(6 कांडमुलु) - आंध्रप्रशस्ति
- आंध्रपौरुषमु
- विश्वनाथ मध्याक्कऱलु
- ऋतु संहारमु
- श्रीकुमाराभ्युदयमु
- गिरिकुमारुनि प्रेमगीतालु
- गोपालोदाहरणमु
- गोपिकागीतलु
- भ्रमरगीतलु
- झान्सीराणि
- प्रद्युम्नोदयमु
- रुरुचरित्रमु
- मास्वामि
- वरलक्ष्मी त्रिशति
- देवी त्रिशति (संस्कृतं)
- विश्वनाथ पंचशति
- वेणीभंगमु
- शशिदूतमु
- शृंगारवीधि
- श्रीकृष्ण संगीतमु
- ना रामुडु
- शिवार्पणमु
- धर्मपत्नि
- भ्रष्टयोगि (खंडकाव्यमु)
- केदारगौळ (खंडकाव्यमु)
- गोलोकवासि
- दमयंतीस्वयंवरं
नाटक
- अमृतशर्मिष्ठम् (संस्कृतं)
- गुप्तपाशुपतम् (संस्कृतं)
- गुप्तपाशुपतमु
- अंता नाटकमे
- अनार्कली
- काव्यवेद हरिश्चंद्र
- तल्लिलेनि पिल्ल
- त्रिशूलमु
- नर्तनशाल
- प्रवाहं
- लोपल - बयट
- वेनराजु
- अशोकवनमु
- शिवाजि - रोषनार
- धन्यकैलासमु
- नाटिकल संपुटि (16 नाटिकलु)
विमर्श
- अल्लसानिवारि अल्लिक जिगिबिगि
- ऒकनाडु नाचन सोमन्न
- काव्य परीमळमु
- काव्यानंदमु
- नन्नयगारि प्रसन्न कथाकलितार्धयुक्ति
- विश्वनाथ साहित्योपन्यासमुलु
- शाकुंतलमु यॊक्क अभिज्ञानत
- साहित्य सुरभि
- नीतिगीत
- सीतायाश्चरितम् महात्
- कल्पवृक्ष रहस्यमुलु
- साहिती मीमांस.
शतक साहित्य
- विश्वेश्वर शतकमु
- श्रीगिरि शतकमु (मध्याक्करलु/मध्याक्कऱलु)
- श्रीकाळहस्ति शतकमु (मध्याक्करलु/मध्याक्कऱलु)
- भद्रगिरि शतकमु (मध्याक्करलु/मध्याक्कऱलु)
- कुलस्वामि शतकमु (मध्याक्करलु/मध्याक्कऱलु)
- शेषाद्रि शतकमु (मध्याक्करलु/मध्याक्कऱलु)
- द्राक्षाराम शतकमु (मध्याक्करलु/मध्याक्कऱलु)
- नंदमूरु शतकमु (मध्याक्करलु/मध्याक्कऱलु)
- नॆकरु कल्लु शतकमु (मध्याक्करलु/मध्याक्कऱलु)
- मुन्नंगि शतकमु (मध्याक्करलु/मध्याक्कऱलु)
- वेमुलवाड शतकमु (मध्याक्करलु/मध्याक्कऱलु)
विविध
- किन्नॆरसानि पाटलु
- कोकिलम्म पॆंड्लि
- पामु पाट
- चिन्न कथलु
- आत्म कथ
- विश्वनाथ शारद (3 भागालु)
- यतिगीतमु
- What is Ramayana to me