hiwiki:चौपाल/पुरालेख 53

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वर्तनी सम्बन्धी चर्चा

हाल ही में मेरे बनाये गये पृष्ठ बड़ग़ाम की लड़ाई के वार्ता पृष्ठ पर @अनुनाद सिंह: जी ने नुक्ता को लेकर नई बहस छेड़ दी है। कम से कम अब हिन्दी समुदाय को तय लेना चाहिये की हिन्दी भाषा में नुक्ता का प्रयोग कहाँ तक करना चाहिये और जब नुक्ता का प्रयोग हो रहा है तो क्यों न पञ्चमाक्षर, ङ् की मात्रा को उपयोग में क्यों न लाया जाय क्योंकि नुक्ता से अधिक करीब ये मात्राएँ हैं। साथ ही एक दिन व्हाट्सएप सदस्य दल पर @Innocentbunny: जी ने अंग्रेजी के red और raid शब्द में अन्तर के लिये ॆ मात्रा के प्रयोग का सुझाव दिया था उस पर भी चर्चा होनी चाहिये।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 12:19, 12 अप्रैल 2018 (UTC)

नुक्ते और पञ्चमाक्षारों के इस्तेमाल पर रोक मेरे समझ के परे है। सच कहूं तो मुझे यह तर्क जायज़ नहीं लगता कि आधिकारिक, वैज्ञानिक और भाषाई तौरपर शत प्रतिशत सही चीज़ को सही वर्तनी/शब्दावली का ज्ञान होने के बावजूद गलत लिखा जाए, क्योंकि "सरल है", और "ज़्यादातर लोगों को नहीं पता है।"....हाँ, यह अवश्य मानता हूँ कि हिंदी में कुछ अक्षरों का उपयोग बहुत कम होता है, मगर इसका मतलब यह तो नही है कि वो अक्षर देवनागरी वर्णमाला में हैं ही नहीं, या उनका उपयोग पूर्णतः वर्जित है?। मानता हूँ कि अधिकांश जगहों पर "विशेष अक्षरों" का उपयोग काम किया जाता है, मगर क्या उन जगहों पर भी विशेष अक्षरों का उपयोग नहीं करना चाहिए जहाँ पर उन अक्षरों के उपयोग के अलावा और कोई रास्ता ही न हो? जहाँ हमारे पास विशेष अक्षरों को अवॉयड करने का विकल्प होता है, वहाँ तो हम सब अवॉयड करते हैं, मगर जहाँ आवशकता है, वहाँ पर भी उपयोग वर्जित क्यों किया जाए? मानता हूँ, की हर एक के कीबोर्ड पर इन अक्षरों को लिखने के साधन नहीं हैं, मगर जिनके पास यह साधन हैं, और जिनको सटीक वर्तनी का ज्ञान है, उनको ज़बरदस्ती क्यों रोका जाए? और यदि किसी कोई कुछ चीजों का ज्ञान नहीं है तो वो ज्ञान प्राप्त कर ले, नया ज्ञान प्राप्त कर ले, इसमें क्या बुराई है? और यह एक ज्ञानकोष है, कोई माध्यमिक स्तर की स्कूली किताब नहीं कि वैज्ञानिकता और औपचारिकता से अधिक सरलता पे ध्यान दिया जाए..। मेरे अनुसार किसी को भी किसी भी देवनागरी अक्षर के उपयोग पे प्रतिबंधि नहीं लगाना चाहिए। हाँ, सामान्य शब्दों में जहाँ ङ और ञ के जगह अं का उपयोग होता है, वो जारी रहे, मगर विशेष शब्दों में, खासकर विदेशी भाषाओं के शब्दों में, जहाँ उनका उपयोग आवश्यक है, वहाँ पर प्रतिबंध नहीं लगाना चाहिए। और अंत मे नुक़्ता, नुक़्ते पे प्रतिबंध का कोई आधार नहीं नुक़्ते का उपयोग हिंदी में आराम से कर सकते हैं।Natural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  03:37, 14 अप्रैल 2018 (UTC)
@Godric ki Kothri: आपने जिस चर्चा की परिसन्धि (कड़ी) दी है, उस में कही भी मुझे अनुनादजी का दोष नहीं दिख रहा। "आप किस आधार पर यह कह रहे हैं? आपने किस-किस लिपि में यह नाम लिखा हुआ देखा? " ये उनका प्रश्न उचित है। वो नुक्ता का विरोध कहाँ कर रहे हैं? कृपया बात को बढा चढा के प्रस्तुत न करें। इसके पहले जब मुझम्मिलुद्दीनजी ने ऐसा करना चाहा था तो मैंने उनको भी रोका था। आप मुझे बताएँ कौन से वाक्य से ये प्रतीत होता है कि अनुनादजी नुक्ता का विरोध कर रहे हैं? @Innocentbunny:जी आपने जो कहा, वो मैं अनेकों बार कह चुका हूँ, अतः आप से पुनः वैसे ही विचार जानकर अच्छा लगा कि, आप भी हिन्दी की शुद्धता पर विश्वास करते हैं, सरलता के नाम पर दूसरों की स्वतन्त्रता पर आक्रमण नहीं करना चाहते। हिन्दी विविधता से पूर्ण है और उसे वैसे ही होना चाहिये। कोई कूप मण्डूक उसे अपने आधार पर सीमित नहीं कर सकता। ना मैं न कोई और। उचित शब्दों के प्रयोग की अवगणना उन लोगो के लिये उत्तम विकल्प है, जो कभी शब्दकोष का प्रयोग नहीं करते, विद्यालय में भाषा पर ध्यान नहीं देते और जो जैसे तैसे मात्र लिखना चाहते हैं। परन्तु जो लोग समझते हैं कि, उचित शब्द की अवगणना ज्ञान की न्यूनता का प्रतीक है, वो शब्दकोश का प्रयोग करके वास्तविक शब्द लिखते हैं। विविध प्रकार का = प्रकीर्ण अब उपयोग दोनों उचित है, परन्तु एक वास्तविक शब्द का ज्ञान होना भाषाज्ञान होता है। ये ज्ञानकोश भाषा पर आधारित है और भाषा की अवगणना नहीं होनी चाहिये, मात्र सरलता के नाम पर। अस्तु। ॐNehalDaveND 04:16, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
@NehalDaveND: मैं आप से बार बार कहता हूँ कि व्यक्तिगत लांछनों व विवादों से आप बचे। मैंने अनुनाद जी का विरोध नहीं किया न उन्होंने मेरा विरोध किया। आप एक बार पूरी चर्चा पढ़ लें मुझे पता नहीं था कि बड़गाम में नीचे नुक्ता नहीं लगता जिसे आशीष जी ने स्पष्ट कर दिया और चर्चा समाप्त हो गयी। मैंने गलत वर्तनी के नाम से बने बड़ग़ाम लेख के आधार पर वह लेख बनाया था। मैंने तो स्वयं इस चर्चा में पञ्चमाक्षर, ङ् की मात्रा के उपयोग बढ़ावा देने को लिखा है जो आपकी प्रमुख चिंता है।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 05:15, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
@Godric ki Kothri:जी, "@अनुनाद सिंह: जी ने नुक्ता को लेकर नई बहस छेड़ दी है।" इस वाक्य का क्या अर्थ नीकालते हैं आप? विवादों से बचना यदि स्वयंसेवक (उत्तर लेनें को प्रस्तुत और देनें में लुप्त) बनने का आडम्बर है, तो इच्छा है विवाद को समाधान की ओर ले जाने का प्रयास करूँ। पञ्चमाक्षर पर आपने जो भी कहा वो उचित ही कहा है। मैं उसके लिये आपका और बनीजी का कृतज्ञ ही हूँ। मैं अपनी क्षति को स्वीकार करने में अधिक समय नहीं लगाता। अतः उक्त वाक्य का अर्थ आप बता देवें, तो मैं अवगत हो जाऊंगा कि मैंने लाञ्छन लगाया है या नहीं। अस्तु। ॐNehalDaveND 06:16, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
सर्वप्रथम अगर अनुनाद जी को बुरा लगा है तो मैं बिना किसी शर्त उनसे माफ़ी मांगता हूँ। शायद मैं अपने पूरे जीवन भर भी उनके योगदानों के बराबर न पहुँच पाऊं। मेरा कहने का अर्थ वह नहीं था। रही बात @NehalDaveND: जी आपकी, अगर आपकी जगह मैं अनुनाद जी की तरफ से बोलता तो आपको एक क्षण न लगता मुझे कठपुतली ठहराने में (जैसा आप पहले भी करके क्षमा याचना कर चुके है)। अनुनाद जी ने वार्ता पृष्ठ के अतिरिक्त इस विषय पर मुझसे कही भी बात नहीं की है और मैं यही कहूँगा कि अज्ञानतावश मैं उनके सन्देश को समझ नहीं पाया और खुद को सही समझ बैठा। रही बात आडम्बर की तो आप अपने और मेरे पिछले पन्द्रह दिनों के सम्पादन देख ले स्वयं आपको पता चला जायेगा कौन केवल चौपाल पर सम्पादन करने आता है और ज्ञान कौन ज्ञानकोष बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है। धन्यवाद!-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 07:15, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
सभी को प्रणाम,कितनी सुन्दर बात है और ये हिंदी भाषा की खूबसूरती ही है की एक बात पर सहमत होते हुए भी सब एकदूसरे को अपनी बात सही ढंग से समझा नहीं पा रहे। ऊपर चर्चा का निचोड़ कदाचित ये है "जिसे शुद्ध हिंदी आती हो उसे उसका प्रयोग करने से ना रोका जाय न सम्पादन बदले जाए ,जिसे नहीं आती उसके सम्पादनों का भी आदर हो,बस गलत वर्तनी को सुधारा जा सकता है। ",फिर भी लड़ते रहिये और चौपाल की रौनक बढ़ाते रहिये। :स्वप्निल करंबेलकर | Swapnil Karambelkar (वार्ता)
@Godric ki Kothri:जी, कठपूतली कहना अनुचित है और मैंने इसलिये नहीं कहा था कि आप किसी ओर के पक्ष में बोल रहे थे। मैं केवल उस बात पर ध्यान आकर्षित करना चाहता था कि, वो सब आपके विचार थे या किसी के दिये हुए। परन्तु मैंने देखा कि आप तो समाधान के लिये आगे आये थे और मैंने आपको कटुवचन कह दिये। अतः मैंने अपनी क्षति समझी और क्षमा याचना की। वैसे मैं कठपुतली वाली टिप्पणी बाँटता नहीं फिरता हूँ। ;) आपके भाव को समझ न पाने के कारण ही हुआ था वो। अब आडम्बर वाली बात का आपको बुरा न लगे अतः स्पष्टता कर रहा हूँ। वो स्पष्ट संकेत था उन लोगों के लिये, जो पञ्चाक्षर, शब्द प्रयोग की स्वतन्त्रता को और अङ्कों के सन्दर्भ में बात न करने को विवाद से बचना बताते हैं। जब जय जी की बात आई तो दूऊऊऊऊर चले गये विकि से और किसी प्रबन्धक को घेरने के लिये सब सक्रिय हो गये थे। अतः मैं यह कह रहा था कि, वैसा स्वयंसेवक का आडम्बर करने से अच्छा है कि विवाद में चर्चा के माध्यम से समाधान के लिये प्रयास करूँ। आपने एक और बात कही कि चौपाल पर सम्पादन करने आता हूँ। परन्तु मुझे इतना ही कहना है कि, लेख लिखने के लिये एक मन चाहिये, साहित्य चाहिये, वो सब विवादों में धूल गया। पृथ्वीराज चौहान के लिये साहित्य एकत्रित किया था वो सब अब फिर से एकत्रित करने में समय जा रहा है। वैसे में संस्कृत से ही अनुवाद करता हूँ परन्तु साथ साथ सन्दर्भों की पुष्टि भी कर रहा हूँ, जिस से कोई समस्या न हो और सूचना वास्तविक ही रहे। मैंने सुना था कि, एक दूसरे से समहत लोगों में भी कभी कभी भ्रान्ति (misunderstanding) के कारण विवाद उत्पन्न होता है। आज हम दोनों के विवाद से वो पाठ समझ में आ गया। परन्तु अब समाधान भी आवश्यक है। मैं आपकी बातों से समझ गया कि, आपका भाव अनुचित नहीं था इस बार भी और मैं सीधा कटुवचन बोल गया, अतः क्षमा याचना करता हूँ। वो क्या है, जो प्रबन्धक या सदस्य मनमानी करते हैं उनको कोई कुछ नहीं कहता (उनके समय सब दूऊऊऊर चले जाते हैं) और जो उचिततया अपना कार्य करते हैं उनको कोई छेड़ दे तो मुझे अनुचित लगाता। परन्तु आपने ऐसा कुछ नहीं किया था ये मैं समझ गया। अस्तु। ॐNehalDaveND 07:58, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
साँचा:ping जी आपके विचारों का सम्मान करता हूँ, मगर एक बात स्पष्ट रूप से समझना चाहिए कि कभी भी मुद्दे से बाहर की बात नहीं करनी चाहिए, और इस बात पर तो आप भी agree करेंगे कि निजी टिप्पणी बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए। इससे ना केवल बात मुद्दे से भटक जाती है, बल्कि आपके बात की अहमियत भी बहुत कम हो जाती है। उदाहरण के लिए, इस चर्चा को ही देख लीजिए, इसका शीर्षक क्या है, और इसमें चर्चा किस बात पर हो रही है...ये बात तो आप मुझसे बेहतर ही समझते होंगे कि यदि मेरा किसी से कोई वैचारिक मतभेद है, तो इसका मतलाब ये नहीं कि मेरा उससे कोई निजी दुश्मनी है, और यदि वैचारिक मतभेद के आधार पे मैं किसी को "कठपुतली", "बेवकूफ़" या अन्य किसी भी ऐसे शब्द या श्रेणी में डालता हूँ, तो मैं ना केवल उसके विचारों का अपमान कर रहा हूँ, बल्कि निजी तौरपर उस व्यक्ति का अपमान कर रहा हूँ। अब जब मैंने ये कह दिया है, तो पुनः मुद्दे पे आते हैं:
  1. नुक़्ता
  2. पञ्चमाक्षरों और
  3. अन्य विशेषाक्षरों
के उपयोग पर क्या नीति होनी चाहिए? इसपर सब अपने राय दें। धन्यवाद🙏Natural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  17:34, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
पञ्चमाक्षर पर नीति कैसे बनाएँगे आप? सारे पञ्चमाक्षर तो गये बॉट के मूँह में। यदि यहाँ ये चर्चा करने की सोच रहे हैं कि, नुक्ता, पञ्चमाक्षर, शुद्ध शब्द, विशेषाक्षर और अङ्क ये सब का निश्चित स्वरूप ही प्रयोग करने को बाधित नहीं करना चाहिये, तो चाहे कोई बोले न बोले परन्तु समुदाय का एक मत मैंने अनुभव किया है जो ये है कि अब मात्र हिन्दी स्वीकारी जाएगी, सरलता के नाम पर शब्दों, नुक्ता, पञ्चमाक्षर, विशेषाक्षर, अङ्कों को मनमाने रूप से परिवर्तित नहीं किया जाएगा। (यदि ये समुदाय का मत नहीं होता, तो मैं बहुत पहले प्रतिबन्धित हो गया होता।) परन्तु नीति बनती तो मुझे नहीं दिख रही। क्योंकि पञ्चमाक्षर से संजीवजी जुड़े हैं, अङ्कों से एस.एम.७ जी, जुड़े हैं शुद्ध शब्दों के साथ हिन्दुस्थानवासीजी, नुक्ता तो सब को प्रिय है ही (वो तो मात्र छोटी सी चर्चा थी जो आप लोगों के मध्य हुई, बस।), विशेषाक्षर से यदि कोई जुड़ा नहीं तो कदाचित् उस पर कोई बोल दे, परन्तु अन्य पर तो सब विवादों से दूर रहना ही स्वीकारेंगे। पहले लोग ये बोले थे कि, नेहल तुम्हारी बात तो उचित थी परन्तु पद्धति अनुचित थी, अतः मैं साथ नहीं दिया। अब नेहल के स्थान पर अपना नाम जोड़ देवें, यही प्रत्युत्तर आपको मिलेगा। प्रयास करें, कोई हो न हो आप मुझे पाएंगे अपने साथ। अस्तु। ॐNehalDaveND 18:26, 15 अप्रैल 2018 (UTC)

यह तर्क बेमानी है कि यह प्रचलित नहीं है इसलिये हम इसे मान्यता नहीं देंगे और पूर्ववत कर देंगे। अधिकांश हिन्दीभाषियों को तो नुक्ता का प्रयोग भी नहीं पता है तब भी हिन्दी विकी समुदाय ने इसका विरोध कभी नहीं किया। मैंने स्वयं नुक्ता का विस्तृत प्रयोग हिन्दी विकी पर ही आकर सीखा है। मुझे नहीं लगता कि पञ्चमाक्षर किसी प्रकार से भी अनुचित है। अनेक सदस्यों की शिकायत है कि @संजीव कुमार: जी का बॉट पञ्चमाक्षरों को हटा देता है। मेरे मत में यह अनुचित है। शेष संजीव जी इस पर अपना मत रखें।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 14:39, 16 अप्रैल 2018 (UTC)

मेरा मत पञ्चमाक्षरों के से संदर्भ में सदा यही है कि बेशक कई सामान्य शब्दों में ण, ञ और ङ के जगह पर अं का उपयोग सामान हो चुका है, वहाँ पर हम पञ्चमाक्षरों को लिखें चाहे ना लिखें, मगर कई जगहों पर, जहाँ पञ्चमक्षरों के अलावा और कोई भी अक्षर लिखना पूर्णतः गलत है वहाँ पर भी ज़बरदस्ती पञ्चमाक्षर को हटा कर अं या न् से बदलने का क्या तुक है। और हाँ संजीव जी के बॉट से तो मैं भी परेशान हूँ। जिस व्यक्ति को सही अक्षरों का उपयोग नहीं पता है, वह अं का उपयोग करे, उससे कोई समस्या नहीं, मगर जिसे पता है, उसे ज़बरदस्ती क्यों रोक जाता है।Natural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  07:30, 18 अप्रैल 2018 (UTC)
@Innocentbunny: जी, इस विषय में नीति बनाने की आवश्यकता नहीं है, जो इन अक्षरों का प्रयोग कर सम्पादन कर रहा है उसे न रोका जाय बस इतना अनुरोध है।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 12:38, 19 अप्रैल 2018 (UTC)
बिल्कुल, मेरा भी पहला अनुरोध यही है कि सबसे पहले पंचमक्षरों पर लगाई गई इस अनैतिक और अनौपचारिक पाबन्दी पर रोक लगाई जाए....और अपने स्पष्टीकरण में इतना कहना चाहूँगा की मेरे अनुसार, पञ्चमक्षरों के संदर्भ में मेरा यह कहना कभी भी नहीं है कि सारे सामान्य शब्दों में, जहाँ पञ्चमाक्षरों(ङ्, ञ्, ण्, न्, और म्) के बजाय, सामान्यतः अं का उपयोग होता है उसे शुद्धता के नाम पर पञ्चमाक्षर से बदलने की आवश्यकता है, खाश कर ङ-कार के जगह पर, क्योंकि ङ और अं-कार का उच्चारण एक ही जैसा है और जहाँ हम ङ के जगह अं का उपयोग करते हैं, उससे उच्चारण नहीं बदलता, मगर मेरा मुख्य विरोध पूरी तरह से गलत उपयोग पर है, अर्थात ऐसे जगहों पर पंचमक्षरों को ज़बर्दस्ती हटाने पर जहां सटीक पंचमाक्षर के बजाय 'अं' या 'न' कार लगाने से पूरा उच्चारण ही गलत हो जाता है। मैं ये नहीं कह रहा हूँ कि "संख्या" को हर जगह "सङ्ख्या" लिख दिया जाए और "अंक" को हर जगह "अङ्क" लिखा जाए। कुछ विशेष संस्कृत शब्दों में जहाँ पंचमाक्षर लगाना चाहिए, वहाँ लगाया जाए, इसपर भी रोक नहीं होनी चाहिए तथा हर जगह अं को ङ से नहीं बदला जाए। मैं ये कह रहा हूँ कि "Hong Kong" को "हॉन्ग कॉन्ग" के बजाय "हॉङ्कॉङ्ग" लिखना चाहिए और "पाण्डेय" को "पान्डे" नहीं लिखना चाहिए, ना ही "ऑङ्कोजॆन"(Oncogen) को "ऑन्कोजेन" लिखना चाहिए और "al-Injeel"(الانجیل) को "इन्जील" नहीं, "इञ्जील" लिखना चाहिए, और "Peñaneto" को "पेन्यानेतो" नहीं "पेञानॆतो" लिखना चाहिए। अगर किसी व्यक्ति को इन जगहों पर इन अक्षरों का उपयोग नहीं पता है तो वो ना करे, मगर जिसको पता है, उसको उपयोग करने से न रोका जाय। और सबसे पहले तो बॉट को रोक जाए।Natural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  09:29, 22 अप्रैल 2018 (UTC)
इसी तरह Kozhikode को कोऴिकोड लिखा जाता है, कोज़हीकोड नहींNatural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  09:42, 22 अप्रैल 2018 (UTC)

जयप्रकाश जी का संदेश

जयप्रकाश जी के कहे अनुसार उनका मेल से प्राप्त हुआ संदेश चौपाल पर दे रहा हूँ। अनिरुद्ध! (वार्ता) 22:32, 12 अप्रैल 2018 (UTC)

"यह केवल एक नोट हैं ताकि कल कोई यह न कहें कि आपने समुदाय को मेटा पर खीचा। मैंने तो हर संभव कोशिश की थी कि स्थानीय विकि पर सब कुछ निपट जाएँ। लेकिन सभी से यही उत्तर मिला कि हम कर भी क्या सकते हैं। तो जब कोई और कुछ नहीं कर सकता तो किसी और को तो करना ही होगा। मैं इसे जल्द ही स्थापित करूंगा। मैंने आपको इसलिए यह लिंक दे रहा हूँ क्यूकी मैं हिन्दी विकि पर एडिट नहीं कर रहा हूँ और न करूंगा जब तक यह मामला निपट नहीं जाता। एडिट न करने के कारण मैं सम्पादन न करने के कारण चौपाल पर इसकी सूचना नहीं दे पाऊँगा। आप लोग दे देना। -- यह डाक विकिपीडिया की "ईमेल" सुविधा के जरिए सदस्य Jayprakash12345 द्वारा अनिरुद्ध! को भेजी गई थी।"

@Jayprakash12345:जी, मैं पूर्णतः आप से असहमत हूँ कि आप सम्पादन न करने की बात कर रहे हैं। एक समय ऐसा था, जब मैंने भी यह निर्णय लिया था और सभी प्रबन्धकों और सक्रिय सदस्यों को इस सम्पादन में हुए अन्याय में न्याय दिलाने की बात कर रहा था। तब कुछ लोग कह रहे थे कि मैं विकि से बहुत दूर हूं, तो कुछ मैं कुछ बोलना नहीं चाहता और कुछ अब ऐसा कुछ होगा तो देख लेंगे इत्यादि। परन्तु वास्तविकता ये थी कि किसी को कोई अन्तर नहीं था कि मैं सक्रिय रहूँ या न रहूं। जब कि उनके असक्रियता के काल में मैं दूरभाष करके या संदेश भेज कर उनकी सक्रियता के प्रयास करता था। इन महोदय को भी मैंने संदेश भेजा था कि आप अभी निष्क्रिय हैं, तो कभी समय मिले सक्रिय होवें। क्योंकि मैं सोचता था कि, सब मिलकर करेंगे तो ही अच्छे से वेग मिलेगा इस कार्य को। परन्तु अपनी निष्क्रियता के समय जब मैं कोई बात करता तो मेरे सम्पादन त्याग को अंश बनाकर निम्न श्रेणी की टिप्पणी भी की जाती थी। "किसी काम के नहीं" कह कर मुझ पर ही विपरीत आरोप लगा दिया जाता था। यहाँ तक कि, चेतावनी का सन्देश मिलने पर भी इनके विचारो, कर्मो और शब्दों में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। मेरे मैं परिवर्तन चाहिये उनको आप में भी चाहिये। परन्तु ये भूल जाते हैं कि, उनके द्वारा बिना सोचे की गई कार्यवाही ही हमें विनम्रता छोड़ने पर विवश कर गई थी। अन्यथा प्रबन्धक तो छोड़ो किसी अन्य सदस्य से भी विनम्रता से बात करते थे। (जब तक वो विनम्र रहे, परन्तु पहले विनम्रता हमने नहीं छोड़ी।) एक नवीन प्रबन्धक को घेरने के लिये सब सक्रिय हो गये थे परन्तु जैसे ही देखा कि अब तीर वापस आ रहा है और प्रत्युत्तर देना पड़ेगा, तो अब सब विकि से दूऊऊऊऊर हो गये। मैंने कहा था बारं बार कि, जब प्रत्युत्तर देने की बात होती है, तो मैं स्वयंसेवक हूँ और प्रत्युत्तर मांगने की बात हो तो, थोडा समय तो नीकाल लेना ही चाहिये। ऐसा ही करते हैं ये लोग। अभी भी मैं @संजीव कुमार:जी की यहाँ और यहाँ प्रतीक्षा कर रहा हूँ। अतः आप से मेरा निवेदन है कि, सम्पादन अविरत करें और जो लोग स्वयंसेवक बनने का आडम्बर करके केवल प्रत्युत्तर मांगने के लिये सक्रिय होते हैं (प्रबन्धक या वरीष्ठ सदस्य), सब के सक्रिय होता ही प्रत्युत्तर लेने का प्रयास करें। अस्तु। ॐNehalDaveND 08:42, 14 अप्रैल 2018 (UTC)

प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत एडिटेथोन

प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत एडिटेथोन का आयोजन क्षेत्रीय प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय, भोपाल के सहयोग से दिनांक १४ अप्रेल २०१८ को आयोजित किया जा रहा है मेटा पर इसकी लिंक देखें। --सुयश द्विवेदी (वार्ता) 13:47, 13 अप्रैल 2018 (UTC)

हिन्दी विकिपीडिया के प्रचार प्रसार हेतु वीडियो

प्रिय मित्रो कुछ दिनों पहले हिंदी विकीमीडिया के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विकीमीडिया फाउंडेशन ने हिंदी विकीमीडिया समुदाय की सहायता से एक वीडियो बनाने की पहल की। वीडियो को निम्नलिखित कड़ियों पर देखा जा सकता है :

वीडियो की एक छोटी सी झलक

इस अभियान के बारे में एक ब्लॉग पोस्ट भी प्रकाशित किया है जिसे आप यहाँ पढ़ सकते है : https://blog.wikimedia.org/hi/2018/04/03/हम-भारत-में-विकिपीडिया-के/

विकिपीडिया - एकतारा

इस वीडियो के प्रसार अथवा अन्य किसी बात हेतु आपके सुझाव अपेक्षित है।--सुयश द्विवेदी (वार्ता) 18:19, 14 अप्रैल 2018 (UTC)

कृपया बताएँ कि इस प्रचार प्रसार वीडियो के लिए कितना खर्च किया गया है?-आर्यावर्त (वार्ता) 04:22, 15 अप्रैल 2018 (UTC)
साँचा:reजी, इसके बारे में हमें जानकारी नहीं है |--Abhinav619 (वार्ता) 01:05, 18 अप्रैल 2018 (UTC)
क्या बात है, सतदीप जी के बदले ये संदेश यहाँ सुयश जी स्थापित कर रहे और अब उनको पुछे गए सवाल का उत्तर आप दे रहे!--आर्यावर्त (वार्ता) 11:35, 18 अप्रैल 2018 (UTC)
साँचा:reजी, इस बारे में विकिमीडिया फाउंडेशन को सूचना दे दिया है और इस चर्चा का लिंक भी साझा कर दिया है| उम्मीद है वह खुद ही यहाँ पर धन राशि की जानकारी दे देंगे | -Abhinav619 (वार्ता) 12:37, 25 अप्रैल 2018 (UTC)
साँचा:re Hello आर्यावर्त, you can learn more about the costs of projects like this video on the New Readers FAQ page https://meta.wikimedia.org/wiki/New_Readers/FAQ 😊. Do note: The Foundation does not disclose specific vendor costs for projects of this kind. This is because video production in Iraq, India, and Nigeria have been done at a considerable discounts. We are respecting the commercial interests of these businesses, which in turn supports continued discounted rates for production। ZMcCune (WMF) (वार्ता) 17:55, 2 मई 2018 (UTC)
@ZMcCune (WMF): Thanks for your reply but i'm not happy with this reply. I think wikimedia foundation is public trust, not a private company. Used money in this project is donated by public. They have right to know WMF how to use this money. If foundation used money for Hindi community, community want to know what is total cost used in this project? If foundation hide this detail people not trust after, not paying money for donation to foundation. Also peopple says 'foundation bur 70 lakh rupees for this project. Some peopple coming from out of hindi community and doing this but hindi community in darkness. (Community don't know anything.) This is not trusted work and not good for foundation. Also some newspaper reporter asking about. So please provide totally information to community otherwise maybe this news item published in newspaper in future. Please understand and co-operate. Thanks.--आर्यावर्त (वार्ता) 03:47, 3 मई 2018 (UTC)
साँचा:re The funds used in this project were allocated to support awareness efforts facilitated by the Wikimedia Foundation Communications department in a cross-departmental program, New Readers. Communications department funds are allocated for programs within our department, and we do not have any funds that are allocated to Wikimedia communities. The Hindi community is a partner in this specific project। 🇮🇳🎥 As a part of our commitment to transparency and accountability, projects of this size are included in our Annual Plans - which are open to the public and communities to respond to and provide feedback on. We are currently developing our Annual Plan for the upcoming fiscal year (which for the Foundation begins in July). I invite you to provide feedback on how funds are utilized for this upcoming year on the associated Meta-Wiki discussion, which is open up 15 May. Thank you for your interest and feedback. --ZMcCune (WMF) (वार्ता) 00:49, 5 मई 2018 (UTC)
साँचा:re Also, we would be happy to review questions from any newspaper reporter! Please direct them to contact us at press@wikimedia.org। Thank you ZMcCune (WMF) (वार्ता) 00:55, 5 मई 2018 (UTC)

इन्फोबॉक्स कैसे बनाएँ?

नमस्कार। मैंने अँग्रेजी विकीपीडिया के Tansen Samaroh का अनुवाद करके तानसेन समारोह लेख बनाया है। परन्तु मुझे इस लेख के इन्फोबॉक्स को बनाने में कठिनायी हो रही है। मुझे इन्फोबॉक्स की टैम्पलेट बनाना नही आता। क्या मुझे यहाँ से कोई मदद मिल सकती है? Vk42 (वार्ता) 06:38, 15 अप्रैल 2018 (UTC)

@Vk42: जी, साँचा:tick पूर्ण हुआ--आर्यावर्त (वार्ता) 06:53, 15 अप्रैल 2018 (UTC)

काली नदी (कर्नाटक)

साँचा:mbox -- सायबॉर्ग (वार्ता) 13:13, 15 अप्रैल 2018 (UTC)


दीपक दुबे

साँचा:mbox -- Shypoetess (वार्ता) 14:45, 15 अप्रैल 2018 (UTC)

Delete

Plz delete Module:GetLocalDigits Capankajsmilyo (वार्ता) 07:25, 16 अप्रैल 2018 (UTC)

साँचा:tick पूर्ण हुआ--आर्यावर्त (वार्ता) 09:28, 16 अप्रैल 2018 (UTC)

चेतावनी

पिछले कुछ दिनों से सदस्य जयप्रकाश जी के साथ प्रबंधक हिंदुस्तानवासी जी का व्यवहार प्रबंधकीय मानदंड के उपयुक्त नहीं है। जयप्रकाश जी की मेटा की शिकायत पर की गई उनकी टिप्पणी से स्पष्ट है कि न तो उन्हें अपनी गलती का बोध हुआ है न ही वे अपनी भाषा ठीक करने के मूड में हैं। प्रबंधक को सदस्यों से मित्रवत संवाद करने एवं स्वेच्छाचारी रूप से प्रतिबंधित करने के लिए माफी माँगने की सलाह दी जाती है तथा अपमानजनक भाषा एवं प्रतिबंधन के अधिकार के दुरुपयोग के लिए चेतावनी दी जाती है। यदि चौपाल, मेटा एवं अन्य पृष्ठों पर प्रयोग की गई अमर्यादित भाषा की पुनरावृत्ति की गई तो उन्हें प्रबंधन अधिकार से मुक्त करने के लिए सहमति की प्रक्रिया शुरु की जाएगी। जयप्रकाश जी दो घंटे के लिए प्रतिबंधित और फिर असक्रीय हो चुके हैं इसलिए उनके संबंध में कुछ नहीं लिखा जा रहा है।
‘प्रबन्धक/प्रशासक पद से निवृति’ संबंधित नियम- “प्रबन्धक को चेतावनी मिलने के बाद भी अपने अधिकारो का दुरुपयोग अथवा चेतावनी मिलयाँने के बाद भी विकि नीतियों का उल्लंघन जैसे निजी टिप्पणी, कठपुतली आदि से सदस्यों को परेशान करना। ध्यान रहे मीडियाविकि नीतियों के अनुसार प्रबन्धक का दायित्व सबसे मैत्रीपूर्ण व्यवहार बनाकर सबको उत्साहित करते हुए विकि की प्रगति करना है। अतः अपने अधिकार का बार-बार दुरुपयोग करने पर प्रबन्धक को कुछ समय या हमेशा के लिये निलम्बित किया जा सकता हैं।

” (विकिपीडिया:प्रबंधक अधिकार नियमावली से) अनिरुद्ध! (वार्ता) 18:11, 17 अप्रैल 2018 (UTC)

कितनी चेतावानी देनी चाहिये? चेतावनी के प्रत्युत्तर में कैसे व्यवहार की अपेक्षा होती है? वैसे पहले ही एक दो प्रबन्धक चेतावनी देने का कार्य कर चुके हैं, परन्तु उनको कोई प्रत्युत्तर नहीं मिला कदाचित्। आपको भी न मिलने की पूर्ण सम्भावना है। मैत्रीपूर्ण व्यवहार निष्पक्षता से ही सम्भव है। अमुक मेरा समर्थक नहीं, तो वो कभी उचित नहीं हो सकता, ये मानसिकता दूर करनी चाहिये। अतः कृपया जयप्रकाशजी को सक्रिय करने का मार्ग खोजा जाए, क्योंकि वो इसी मानसिकता के आखेट हुए हैं। मैं भी असक्रिय था अन्याय के कारण। परन्तु न्याय तो मिला ही नहीं। अतः इतना तो निश्चित है कि, किसी गौण सदस्य के निष्क्रय होने या सक्रिय होने से समुदाय को कोई अन्तर नहीं होता। अभी विवेक के साथ जयप्रकाशजी समुदाय को निवेदन कर रहे हैं, परन्तु कोई प्रत्युत्तर नहीं है। फिर जब वो मेटा पर जाएँगे, तो लोग उनको दोषी बना देंगे कि, मेटा पर चले गये अतः मैंने आपका साथ नहीं दिया। (मेरे विषय में भी यही हुआ था। विवेक से चर्चा करने पर कोई नहीं बोला, फिर मेरी पद्धिति का दोष नीकाल कर कोई मुझे दोषी बना दिया था।) विवेक से प्रत्युत्तर या न्याय न मिले तो ही आगे की स्थिति उत्पन्न होती है। तो मौन समुदाय क्या कर रहा है? क्या मेटा पर जाने पर जयप्रकाशजी को दोषी बना कर ही समुदाय को विवाद का समाधान मिलेगा? अभी कुछ समय पहले की ही बात है, प्रबन्धक अधिकार विभाजन में तो ऐसा लग रहा था कि, अब तो सभी नीतियाँ निर्धारित हो जाएगी, परन्तु जैसे ही ये विवाद हुआ सब चिरनिद्रा में (दूऊऊऊर) चले गये। परन्तु मैं विवाद का अन्त लाने के लिये समुदाय को निवेदन करता हूँ कि, विवाद से बचने के लिये मौन न रहें। कुछ बोलें, जिससे विवाद का अन्त हो सके। अस्तु। ॐNehalDaveND 04:56, 18 अप्रैल 2018 (UTC)
साँचा:ping : नेहल जी, मौन धारण न करने का आपका मत स्वागतयोग्य है किन्तु कई बार मामला गर्म हो तो मौन धारण कर ठंडा होने की प्रतीक्षा करना उचित होता है। फिलहाल मेटा पर हुई वार्ता निराशाजनक है और मेरे मतानुसार औपचारिक कार्यवाही करनी चाहिए, जिसके लिए प्रबंधक मंडल में चर्चा आरम्भ की गई है। कृपया ध्यान दें कि समुदाय के लिए दोनों ही सदस्य अत्यधिक महत्व रखते हैं, दोनों का ही योगदान अतुल्य है। ये हमारा दुर्भाग्य है कि हमें ऐसी स्थिति से गुज़रना पड़ रहा है, भारी मन से निर्णय करना पड़ रहा है। क्योंकि इस प्रकार का कोई precedent नहीं है (कम से कम मेरे कार्यकाल के दौरान), अतः औपचारिकता तय करने की आवश्यकता है, कृपया प्रबंधन चर्चा समापन की प्रतीक्षा करें। --अनामदास 01:25, 19 अप्रैल 2018 (UTC)
साँचा:ping जी, आपका मौन या किसी भी प्रबन्धक का मौन स्वागत योग्य नहीं है। विवाद ठण्डा होना किसी कहते हैं? जब दोनों पक्षों को चर्चा करने का परामर्श दिया जाए और दोनों समय के साथ साथ विवाद के विस्मरण का प्रयास करें। ये विवाद का विस्मरण तब होता है, जब जिस पक्ष ने क्षति की हो, उसे अपनी करनी का आभास हो और जिसका कार्य उचित हो, उसे न्याय मिले। जब भी मैंने कुछ बात की सब ने विषान्तर हो रहा है, कह कर मुझे ही दोषी बना दिया और जहाँ चर्चा करने के लिये अनुभाग बनाया, वहाँ कोई चर्चा करता ही नहीं था। जयप्रकाश जी तो मुझे से भी अधिक विवेकी हैं। उन्होंने किसी प्रबन्धक के द्वारा मिले परामर्श को आज्ञा के रूप में लिया और प्रबन्धकों के प्रत्युत्तर की प्रतीक्षा की। परन्तु अब भी सब मौन थे, जिसे आप विवाद ठण्डा होने की प्रतीक्षा का नाम दे रहे हैं। दुर्भाग्य ये है कि, विवाद में जब न्याय के लिये आह्वाहन किया जाता है, तब कोई भी @संजीव कुमार, अनिरुद्ध कुमार, SM7, और अजीत कुमार तिवारी: नहीं आता, परन्तु जैसे ही विवाद में उचित पक्ष से क्षति हो जाए, तो दोनों पक्षो ने अनुचित किया है, ये कहने आ जाते हैं। दिनाङ्क बता कर मर्यादा का उल्लङ्घन करना नहीं चाहता परन्तु पर्याप्त दिन हो गये थे, फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। मेटा पर जाने से पूर्व भी ऊपर एक अनुभाग किसी वरिष्ठ प्रबन्धक द्वारा बनाया गया था, परन्तु फिर भी कुछ नहीं हुआ था। सारांश - इस बार आप या सभी प्रबन्धक मिल कर जितना भी प्रयास करें कि मेटा पर जाना निराशाजनक है इत्यादि परन्तु मैं उचित पक्ष को अनुचित सिद्ध होने नहीं दुंगा। अतः टिप्पणी करने से पूर्व सभी प्रबन्धकों से निवेदन है कि दोषी को ही दोषी सिद्ध करें, ये पद्धति अनुचित थी वो बात अनुचित थी इत्यादि कह कर दोषिपक्ष को अप्रत्यक्ष समर्थन न देवें। ऐसा होने पर चर्चा बढ़ेगी और मेरे द्वारा विषयान्तर भी प्रश्न पुछे जाएंगे। (ऊपर बहुत से अनुभाग हैं, जिस में मैं सभी प्रबन्धकों की प्रतीक्षा कर रहा हूँ, आशा है मेरे द्वारा कुछ करने पर मुझे भी जयप्रकाशजी के जैसे निराशाजनक कृत्य करने वाला नहीं कहा जाएगा।) अस्तु। ॐNehalDaveND 02:22, 19 अप्रैल 2018 (UTC)
साँचा:ping : नेहल जी, इतने समय के पश्चात आपको सक्रिय देखकर मुझे प्रसन्नता है। शायद यदि आप शुरु में ही ऐसा करते और निराश होकर सुषुप्ति में न जाते तो शायद आप भी आज प्रबंधक दल में होते। खैर, देर आए दुरुस्त आए। फिलहाल, आपने मेरे प्रत्युत्तर में जो विचार व्यक्त किए हैं, उनमें कुछ से मेरी सहमति है कुछ से नहीं है। मैंने कभी भी यह नहीं कहा है कि दोनों पक्ष अनुचित हैं। मेरा वक्तव्य पुनः पढें और ध्यान से पढें। खैर, प्रबंधकों की तरफ से देरी है इस बात पर इनकार नहीं। किसी प्रबंधक के पास समय की कमी है, या इस मामले में निर्णय लेने की इच्छाशक्ति की कमी- यह तो वही स्वयं जान सकता है। मुझसे जब और जो हो सकता था मैंने कर दिया है। देरी को मैंने सकारात्मक तरीके से देखने का प्रयास किया, लेकिन आप इसे अस्वीकार करते हैं तो मुझे कोई आपत्ति नहीं। मैं इस दोष को स्वीकार कर सकता हूँ। लेकिन किसी के पास कितना समय है, यह वही जान सकता है। मैं नहीं कर पा रहा था तो मैंने किसी को मेटा पर जाने से भी नहीं रोका, सब स्वतंत्र हैं, जिसे जहाँ जाना है, जा सकता है। अब उन्होंने वापिस यहाँ भेज दिया तो मुझे जो समझ में आया मैंने कर दिया। संयोगवश, मैं विकि पर कुछ मिनट दे पा रहा हूँ तो कर रहा हूँ, समय नहीं मिलेगा तो नहीं करूँगा। इस समस्या का हल यह है कि अधिक से अधिक सदस्य प्रबंधन के लिए आगे आएँ। आपको भी मेरा आमंत्रण व समर्थन है।--अनामदास 02:38, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
साँचा:ping महोदय, आपने और आशीषजी ने दोनों पक्षों को अनुचित नहीं, अतः धन्यवाद। वास्तविता की बात करूं, तो ये पूरा प्रकरण मात्र चर्चा न करने के कारण और सौहार्दविहीन निर्णय के कारण हुआ। विकिपीडिया पर विकिप्रेम है, चर्चा पृष्ठ है, वोट्सेप, हेंगाउट इत्यादि कितने ही मञ्च हैं, जहाँ पर दोषों को एकान्त में बता कर शान्ति से चर्चा को विवाद बनने से रोका जा सकता है। हाँ कुछ पक्ष होते हैं, जैसे कि मैं अमुक शब्द, अङ्क, शैली के उपयोग को उचित नहीं समझता परन्तु हिन्दी के तर्क पर निर्णय लेते, तो पञ्चमाक्षर, आक्रमण इत्यादि सब सहज होता। केवल सब को ये भावना विकसित करनी चाहिये कि, मैं किसी एक प्रकार का समर्थक या असमर्थक (विरोधी भिन्न विषय है) हूँ, परन्तु हिन्दी के अन्तर्गत कोई कार्य करें, तो उसे अपना शत्रु न मान कर उसे अपना कार्य करने दूँ। इस भावना से व्यक्तिगत चर्चा हो, तो कभी विवाद हो ही नहीं। शीर्षक परिवर्तन के सन्दर्भ में जयजी के साथ जो विवाद हुआ, उसके पूर्व किसी अन्य स्थान पर भी समान विवाद हुआ था। वहाँ चर्चा करनी चाहिये थी, यहाँ भी चर्चा करनी चाहिये थी। व्यक्तिगत बातें करना उचित नहीं परन्तु मैंने जयजी से कहा था कि मेटा पर जाना उचित नहीं, प्रबन्धकों को ही कुछ करना चाहिये। उन्होंने उस प्रकार प्रयास भी किया होगा, तब ही उन्होंने वो निर्णय लिया। अतः मैं उनको अनुचित नहीं कह सकता। हिन्दुस्थानवासीजी को चेतावनी मिले, अवरोध मिले या अधिकार हटे, ये किसी भी स्थिति में उचित नहीं है, न था, न होगा। मेरा इतना ही निवेदन है कि, वो प्रबन्धकीय कार्य करें, तो तर्क देवें, सन्दर्भ देवें और चर्चा करें। जैसे उन्होंने यीशु लेख में किया था। जयजी जैसे व्यक्ति को प्रौद्योगिकी के कार्यों में संजीवजी, एस.एम.७जी, स-जी से,

पुनरीक्षण के कार्यों में आर्यावर्तजी से और वर्तनी संबंधित कार्यों में आशीषजी से बहुत कुछ सिखने को मिल सकता है। परन्तु उस कमल को खिलने का वातावरण चाहिये। मैं तो कुछ नहीं हूँ, मुझे निर्वाचित लेख पर्यन्त सीमित रहना है। आपकी सद्भावना और कार्यवाही के लिये धन्यवाद। ॐNehalDaveND 04:33, 20 अप्रैल 2018 (UTC)

प्रबन्धन अधिकार हेतु पुनर्नामांकन

माननीय सदस्यों से निवेदन है कि इस नामांकन पर अपना मत व्यक्त करें: विकिपीडिया:प्रबन्धन_अधिकार_हेतु_निवेदन#पुनर्नामांकन-_सदस्य:Godric_ki_Kothri --अनामदास 01:15, 19 अप्रैल 2018 (UTC)

साँचा विलय अनुरोध

कृपया साँचा:वरीय पदक तालिका का साँचा:RankedMedalTable में विलय किया जाय।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 12:32, 19 अप्रैल 2018 (UTC)

लेख का शीर्षक बदलने में दिक्कत

मुझे अपने मोबाईल में लेख का शीर्षक बदलने ऑप्शन नहीं दिख रहा है, डेक्सटॉप व्हू से देखने पर उपरी भाग में इतिहास के बाद ट्विंकल ऑप्शन दिखता है। और इसे क्लिक करने पर 'शीह, हहेच, सुरक्षा, टैग, Last व कड़ीतोड़' यह ऑप्शन्स दिखाई देते है। कृपया, सहायता करें, धन्यवाद। संदेश हिवाळे (वार्ता) 06:02, 20 अप्रैल 2018 (UTC)

ये विकल्प स्वतः परीक्षित सदस्यों के लिए ही उपलब्ध है। आप लेख के वार्तापृष्ठ पर अनुरोध कर सकते हैं।--आर्यावर्त (वार्ता) 06:12, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
पहले मैं शीर्षक बदल सकता था, क्या अब यह संभव है?संदेश हिवाळे (वार्ता) 10:31, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
नहीं।--आर्यावर्त (वार्ता) 13:59, 20 अप्रैल 2018 (UTC)

अनुवाद के विषय में।

क्या अंग्रेजी विकीपीडिया पर उपलब्ध सामग्री का हिंदी अनुवाद मान्य है?साँचा:unsigned

जी हाँ, परन्तु यान्त्रिक (मशीनी) अनुवाद नहीं होना चाहिये। सहायता के लिये आप मेरा या किसी भी सदस्य का सम्पर्क कर सकते हैं। अस्तु। ॐNehalDaveND 07:42, 20 अप्रैल 2018 (UTC)

दमिश्क और होम्स पर अमेरिकी मिसाइल हमला - 2018

क्या यहाँ नाम दमिश्क और होम्स पर अमेरिकी मिसाइल हमला - 2018 उल्लेखनीय है लेख को देखते हुए, -जे. अंसारी वार्ता 13:15, 20 अप्रैल 2018 (UTC)

बॉट कार्य का दुर्भाग्य

बिना अन्तर्विकि कड़ीयों के लेख बनाते ही जा रहे हैं और समुदाय सो रहा है। ऐसे ही यदि बिना परिश्रम के कार्य करने के लिये बॉट दिया जाता है, तो सब को बांट दो ये अधिकार। कोई अपनी मनमानी कर रहा है तो कोई व्यर्थ में ही विकिपीडिया का भार बढ़ा रहा है। प्रमाण। इस पर भी कार्यवाही हो। ॐNehalDaveND 14:59, 20 अप्रैल 2018 (UTC)

आपका कहना सही है कि, कभी कभी बिना किसी डाटा या उचित संरचना के कई लेख लिख दिये जाते है। याद होगा कि हाल में ही किसी ने क्रिकेटरों पर कई लेख बनाये और डाटा के जगह ओके लिख दिया था। उसके बाद कई विकिपीडियनों ने उन्हे उच्च स्तर तक लाने मे मेहनत की थी। मुझे पता है की गलत पेजों को सही करने में कितनी मेहनत लगती है।Navinsingh133 (वार्ता) 15:38, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
ये सब बेकार लेख है और कूड़ा है। ऐसा कभी भी सही नहीं रहा कि हिन्दी विकि पर कि बॉट से बने लेख कोई लाभदायक रहे हो। इन्हें रोकने की मैंने कोशिश की थी लेकिन..., खैर इस बॉट का अधिकार छीनने के पक्ष में हूँ।--हिंदुस्थान वासी वार्ता 15:59, 20 अप्रैल 2018 (UTC)
इस बॉट को फिलहाल रोका जाना चाहिये। वैसे यह बेहद कमाल का बोट है और भविष्य में कुछ लंबे सुधारों के बाद इसे कुछ काम दिया जाना चाहिये। एक समस्या यह भी है कि अगर भविष्य में विकिपीडिया पर सब काम मशीनें करने लगी तो लोग(विषेशकर लेखक और अनुवादक) क्या करेंगें। :D --Navinsingh133 (वार्ता) 16:33, 20 अप्रैल 2018 (UTC)

सुज़ुकी हायाबुसा की गुणवत्ता

सभी विकिपीडियन जो कि गुण्वत्ता में रुचि रखते हैं, से मेरा निवेदन है कि मेरे द्वारा लिखे सुज़ुकी हायाबुसा में गुण्वत्ता कि जाँच करें और त्रुटियों को दुर करने में सहायता करें। मेरा लक्ष्य इसे यहां के सबसे बेहतरीन लेखों मे से एक बनाना है। धन्यवाद --Navinsingh133 (वार्ता) 17:32, 20 अप्रैल 2018 (UTC)

साँचा:ping आप का लेख अच्छा है। बस मैंने छोटे मोटे व्याकरणिक सुधार किये हैं जिनकी गलती प्रारम्भ में मैं भी करता था। बस आप रोमन में लिखे शब्दों को हिन्दी में कर दे। धन्यवाद!-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 09:56, 22 अप्रैल 2018 (UTC)
साँचा:ping तकनीकी शब्दों को किस प्रकार से अनुवाद करना उचित होगा, उच्चारण या अर्थ?--Navinsingh133 (वार्ता) 22 अप्रैल 2018 (UTC)
साँचा:pingअगर मैं गलत नहीं हूँ तो सुज़ूकी हायाबूसा होगाNatural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  10:50, 22 अप्रैल 2018 (UTC)
और साँचा:ping जी आपसे एक अनुरोध है कि विकिपीडिया पर किसी भी वार्ता पृष्ठ पर अपना कमेंट जोड़ने के बाद, अंत में 'चार तिल्ड(~)' यानी (~~~~) ज़रूर लगा दें, ऐसा करने से उस स्थान पर आपका सिग्नेचर वहाँ दिख जाएगा, जिससे लोगों को ये पता चल पाएगा कि यह कमेंट किसका है😊Natural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  10:57, 22 अप्रैल 2018 (UTC)
साँचा:ping, मैने "सुज़ुकी हायाबुसा" नाम से अभी अभी गूगल और याहू पे/से खोज की और इसे सही पाया(उदाहरण-https://auto.ndtv.com/hindi/suzuki-hayabusa-13101119)। फिर भी मैं पुनर्निर्देश बना देता हूं।धन्यवाद मेरी त्रुटियां दिखाने के लिये--Navinsingh133 (वार्ता) 12:10, 22 अप्रैल 2018 (UTC)

गृहपृष्ठ में वर्तनी सुधार हेतु

गृहपृष्ठ में सबसे नीचे लिखा हुआ है- सामग्री CC BY-SA 3.0 के अधीन है जब तक अलग से उल्लेख ना किया गया हो। ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूं कि " जब तक अलग से उल्लेख ना किया गया हो" वाक्यखण्ड में "ना" शब्द का प्रयोग सही नहीं है। "ना" के स्थान पर "न" का प्रयोग किया जाना चाहिए। अरुण प्रताप (वार्ता) 05:14, 21 अप्रैल 2018 (UTC)

अंतर्जाल का इन्टरनेट

नमस्ते @हिंदुस्थान वासी: जी, कल रात्री आपने संगणक के कंम्प्यूटर करने को मुख्य लेख के अनुसार श्रेणी करने का तर्क दिया था। वैसे वो पृष्ठ का नाम बिना चर्चा के ही परिवर्तित हुआ था। परन्तु वो भिन्न विषय है। अभी आपने अंतर्जाल, जो कि मुख्य लेख है, उसकी श्रेणी को इंटरनेट से परिवर्तित किया है। कृपया उन सम्पादनों के पीछे का कारण व्यक्त करें। अस्तु। ॐNehalDaveND 07:01, 21 अप्रैल 2018 (UTC)

श्र:अंतरजाल मौजूद है तो। बस यही बात है कि श्र:इंटरनेट भी मौजूद है इसलिये कई लेखों में से सुधार किया गया। अभी एक को दूसरे में मिलाया नहीं गया है।--हिंदुस्थान वासी वार्ता 16:21, 21 अप्रैल 2018 (UTC)

सफेद बारादरी

सफेद बारादरी के लेख में सामग्री जोड़ें।-- अरुण प्रताप (वार्ता) 07:21, 22 अप्रैल 2018 (UTC)

@अरुण प्रताप: जी, लीजिये लेख सफेद_बारादरी तैयार है।--आशीष भटनागरवार्ता 13:02, 23 अप्रैल 2018 (UTC)
@आशीष भटनागर: जी, सफेद_बारादरी को उत्कृष्ट बनाने हेतु साधुवाद।--अरुण प्रताप (वार्ता) 14:52, 23 अप्रैल 2018 (UTC)
@अरुण प्रताप: जी, उपरोक्त लेख को माह दिसम्बर २०१८ के लिये आलेख हेतु निश्चित कर दिया है। देखें: विकिपीडिया:आज का आलेख उम्मीदवार/२०१८। यदि आप लखनऊ से हैं तो कृपया इसके २-३ अलग कोणों से छायाचित्र लेकर कौमन्स पर डाल दें, जिससे उन्हें यहां प्रयोग किया जा सके।--आशीष भटनागरवार्ता 06:16, 24 अप्रैल 2018 (UTC)
@आशीष भटनागर: जी, आपको अनेक धन्यवाद। छायाचित्र हेतु मैं अवश्य ही प्रयास करूंगा।--अरुण प्रताप (वार्ता) 17:47, 30 अप्रैल 2018 (UTC)
@आशीष भटनागर: जी, सफेद बारादरी के चित्र अपलोड किए जा चुके हैं। --अरुण प्रताप (वार्ता) 17:47, 30 अप्रैल 2018 (UTC)
@अरुण प्रताप: जी, चित्र अपलेड हेतु धन्यवाद। बहुत ही सुन्दर चित्र हैं जिन्होंने लेख में जान डाल दी। हां २ बातें कहना चाहूंगा:
१ इनमें श्रेणी:सफ़ेद बारादरी जोड सकते हैं, जिसकी ऊपरी श्रेणी:कैसरबाग होगी, और उसके ऊपर श्रेणी:लखनऊ की इमारतें में आ जाता। ये सुधाऋ अभी भी कर सकते हैं।
२ सदा प्रयास करें, चित्र सीधे कामन्स पर ही अपलोड करें। उन्हें कोई भी प्रयोग कर सकता है, तथा चित्रों को अन्ततः वहीं अपलोड किया जाना है, इन्हें भी वहीं स्थानान्तरित किया जायेगा। अभी भी आप इन्हें वहां स्थानान्तरित कर सकते हैं।--आशीष भटनागरवार्ता 02:19, 2 मई 2018 (UTC)
@आशीष भटनागर: जी, मार्गदर्शन हेतु आपका हृदय से आभारी हूं।

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2) What is wrong that a minimum word request can not be made on talk page of article रामायण

3) What is wrong in adding request on this central discussion page with simple Namaste sign ? Whether you people do not understand sign of Namaste as request and sign ? whether you people do not understand Plus sign to request addition ? Whether you people do not understand arrow sign ? Whether people really lack common sense to understand constructive requests with minimum words ? If you don't have common sense why cant you stop deleting constructive requests and engage yourself in constructive edits ?

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साँचा:ping/साँचा:ping आपके "रामायण और चित्रकला" लेख में योगदान अच्छे हैं।
२। कृपया हिंदी विकिपीडिया पर प्रारूप का ध्यान रखें। वार्ता पृष्ट के प्ररुप का अध्ययन३ करें।
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४। सिर्फ हिंदी और अंग्रेजी में हम बात कर सकते है।
६। बिलकुल भी नही। परंतु ज्यादातर लोग अंजानों से सतर्कता बरततें है।
कृपया क्रोधित ना हों। अगर कुछ ग़लतियाँ हमसे भी हुईं है तो फिर क्षमा माँगता हूं, हमारा इरादा नेक है।

--Navinsingh133 (वार्ता) 09:19, 23 अप्रैल 2018 (UTC)

@ सदस्य:Navinsingh133 आपके मनकी उदारता और सरलता दिखाई हैं, आपके साथ अंग्रेजी उपयोगकर आपको अपमानित करना मुझे अच्छा नहीं लगेगा । आपने तो उदारता दिखाई दी, जिन्होने रचनात्मक काम मे बाधा डाली है उनमेसे किसीने चर्चा एवम समस्या हल करने के लिए कोई मदत भी तो नही की है । तो आपने प्रस्तुत की दलिले आपके प्रती आदर करते हुए भी स्विकार करना, रचनात्मक कार्य मे बाधा डालकर भी गलती महसूस न करने वालो के लिए प्रशस्ती पत्र भर देना होगा ।

हमारी कोई गलती नही होते हुए भी और भी कोई हमारी सहायता के लिए आगे नही बढे है । तो भले विघ्नकर्ता रचनात्मक कार्य में बाधा खडी करें, उन्हे बाधा खडीकरने के लिए प्रशस्ती पत्र देकर उनकी पुजा करने के अलावा और कोई मार्ग ही नही है तो आईए हम आपको आपके कार्य के लिए प्रशस्ती पत्र हि दे देते है ।

  • श्रीमान सदस्य:अजीत कुमार तिवारी जीको रामायण लेख के रामायण#इन्हें भी देखें विभागमे रामायण और चित्रकला लेख की कडी जोडनेवाले रचनात्मक संपादन हटाने के लिए प्रशस्तीपत्र देकर अभिनंदन । रामायण लेख के वाचक नया लेख रामायण और चित्रकला कहीं गलतीसे पढ लेंगें कहीं गलतीसे संपादन करले तो हिंदी विकिपीडियापर बडा संकट आन पडता था । रामायण#इन्हें भी देखें विभाग मे रामायण और चित्रकला लेख की कडी / लिंक ना हो इस लिए आपने जो लगन और मेहनत कि है इस लिए हम आप की समस्त भारत वासीयोंकी ओरसे बडी प्रशंसा करते है । आप आगे भी नए संपादको के संपादन कितने योग्य भी हो उन्हे रोक कर , नए संपादको को ऐसेही प्रताडीत करते रहने के लिए और हतोत्साहीत करते रहने के लिए हार्दीक शुभ कामनाए । कृपया आपका ये बुरा संपादन देख लें और गलतीसे इसे ठिक ना करें, कहीं हिंदी विकिपीडीया कि उन्नती हो गई तो ! आपपे कहीं बडी मुसिबत ना आन पडे तो ? तोबा तोबा गलती ठिक करने की गलती कृपया ना करें !


  • श्रीमान सदस्य:आर्यावर्त जीको रामायण लेख के रामायण#इन्हें भी देखें विभागमे रामायण और चित्रकला लेख की कडी जोडने मे साहायता की जो विनंती कमसे कम शब्द मे कि थी उस रचनात्मक विनंती संपादन हटाने के लिए प्रशस्तीपत्र देकर अभिनंदन । शायद आपकी हिसाब से नियम महत्वपूर्ण होते है, कॉमनसेन्स महत्व पूर्ण नही होते , नए सदस्य की विनंती को समझना और समस्या सुलझाना महत्वपूर्ण नही होता, कमसे कम शब्दो मे या शब्दो के बगैर कि गई विनंतीया आपके हिसाबसे फालतू जो होती है ! विनंती को समझकर और समस्या सुलझाने की फालतू गलती आप क्युं करते ? आप सिनीयर और प्रबंधक जो है , बडे मुघल सम्राट है, नए सदस्योने आपके सामने झुककर मदत की फुहार लगानी चाहीए पैर छूकर मदत मांगनी छाहिए । नए संपादको को ऐसेही प्रताडीत करना तो आपका हक बनता है। कोई तकरार करे तो सदस्य:Navinsingh133 तो खाली पडे है माफी मांगने के लिए, उनको तो और कुछ काम नही है माफी मांगने के और प्रबंधकोकि गलतीयां संभालने के अलावा । तो आईए आप आगे भी नए संपादको के संपादन कितने योग्य भी हो उन्हे रोक कर , नए संपादको को ऐसेही प्रताडीत करते रहने के लिए और हतोत्साहीत करते रहने के लिए हार्दीक शुभ कामनाए । कृपया आपका ये बुरा संपादन देख लें और गलतीसे इसे ठिक ना करें कहीं हिंदी विकिपीडीया कि उन्नती हो गई तो ! आपपे कहीं बडी मुसिबत ना आन पडे ? तोबा तोबा गलती ठिक करने की गलती कृपया ना करें !

आप प्रबंधक है कुछ भी डिलीट करने का आपका हक बनता है । शायद आप इसे डिलीट करने की अबकी बार कृती करे तो मेटापर आपके यही प्रशस्ती पत्र पुहुंचाने का सौभाग्य प्राप्त होगा।


  • और यंहा नया लिखने वाला सही मे अपने सहसंपादकोसे प्रताडीत किया जाने की तकरार कर रहा है तो भी शांतीसे मजा लेने वालो आपमेसे जिस जिसने पढा और चूप्पी साधे बैठा आपकी आदर्श शांतीभरी चूप्पी के लिए भी प्रशस्ती पत्र लेते जाईए ।


  • सदस्य:Hindustanilanguage आपने रामायण और चित्रकला लेख मे सही मे कुछ मदत्तपूर्ण संपादन किए है (वाचक मित्रो ये उपरोध नही है , किसीका धर्म का जिक्र नही करना चाहिए मगर सदस्य:Hindustanilanguage ने जो मदतपूर्ण रवय्या दिखाया है इस लिए उपर के लोगो के सामने सदस्य:Hindustanilanguage के प्रती धन्यवाद व्यक्त करनेसे अच्छा उनके ऋणमे रहना पसंद करुंगा।


  • @ Navinsingh133 आपके खूद के इरादो के प्रति विश्वास हो चला है । बाकी आपके कुछ आदर्श सहसंपादको को प्रशस्तीपत्र नही देता तो मुझे आगे प्रताडीत करना वो भूल जाएंगे ऐसी उनसे गलती न हो इस लिए मैने इतना बडा भाषण दिया । नही तो कुछ चिन्ह कुछ ही शब्द हमारे लिए काफी है। Navinsingh133जी सदस्य:Hindustanilanguageजी को उपरोध विरहीत तहे दिल शुभकामनाए ।

__/|__

नमस्ते _/\_ / साँचा:ping जी, आज मुझे पता चला कि हिन्दी और संस्कृत जैसी विकिपीडिया पर कुछ ऐसे संपादक भी है जो कि भारी मात्रा में योगदान करते हैं और हमें उनके बारे मे पता भी नही चलता। आपने अपने संपादनों में जो दक्षता दिखाई है उससे तो यही लगता है कि आप उतने भी नये नही हैं। चुकी आप डायनेमिक/बदलते आईपी का इस्तेमाल करते हैं, हमें पता चलने/समझने से पहले आप आईपी की भीड़ में ग़ायब भी हो जाते हैं, हो सकता है कि हमारे बाकी के सदस्य पूरा मामला समझने से पहले ही हड़बड़ी में पूरवर्तन कर गये। आपके योगदानों के लिये धन्यवाद! देरी से उत्तर लिखने के लिये क्षमा चाहता हूँ (मुझे पिंग कि आदत है: {{सुनो|Navinsingh133}})। आशा है कि आप ऐसे ही योगदान करते रहेंगे। वैसे आपका आईपी बंगलौर/बेंगलुरु का है, फिलहाल वहां का मौसम कैसा रहता है? ; ) --Navinsingh133 (वार्ता) 19:16, 12 मई 2018 (UTC)


@Navinsingh133: , गलती हर किसी से संभव है । जंहा गलती पता होने पर सुधार हो, वंही सुचारु संस्कृती पनप सकती है। शायद हर कोई अपनी जल्दी मे है , सही क्या है गलत क्या है इसकी छानबिनसे पूर्वग्रहों को महत्व प्राप्त होने पर ऐसा होना लाजमी है। आपके सांत्वनापूर्ण शब्द के लिए आभार । आकर देखता हूं तो जमिनी बदलाव नही है -[१] इस वृत्त की जानकारी जोडना चाहता था । क्या करे दिल उठ जाता है, आगे और काम करने का मन नही करता । बनावली लेख का निर्माण मैने नही किया , शायद आपसे वंहा जल्द बाजी मे निर्णय हो रहा है। मुझे अंग्रेजी विकिका कुछ कुछ अनुभव है , पुरा नही । मै नही मगर वह बनावली के लेखक शायद नये है । थोडा ढूंढ कर दो और वाक्य जोड कर लेख बढाने के लिए समय देने के बजाए उसे डिलीट करने की चर्चा पर अधिक समय हो तो लेखक की लिखने कि इच्छा मुर्झाना क्या स्वाभाविक नही है । __/|__

@61.1.37.140:/ _/|_ , कृपया आप सब मुर्झाएं नहीं। जैसा कि आपने खुद कहा है, ग़लती हर किसी से संभव है। कृपया इतनी जल्दी हार ना माने। विकिपीडिया पर सक्रिय संपादको कि कमी ज़रुर है, मगर हम सब प्रगति कि ओर अग्रसर है। जहाँ तक बनावली लेख कि बात है, मैंने उसे चर्चा पर इसलिये रखा है क्योंकि वह मेरे मन में विरोधाभास पैदा करता है और उसमें जल्द से जल्द सुधार कि जरुरत है। मेरे पास उस विषय में निर्णय लेने का अधिकार नही है, ना ही मैं उस विषय पर पर्याप्त जानकारी रखता हूँ। अगर आप देखेंगे तो पायेंगे कि आजकल विकिपीडिया पर जाति और धर्म से बर्बता हो रही है। मैं उसमें से अच्छे संपादन छाँट रहा हूं जबकि मैं बिलकुल व्यस्त चल रहा हूं। अच्छा हुआ कि आपने मेरा ध्यानाकर्षण किया कि बनावली पर अभी तक सुधार नही हुआ है। लगता है, मुझे २१ तारीख से हिन्दी विकिपीडिया पर कुछ ज्यादा ही काम करना पड़ेगा। वैसे चिंता ना करें: हिन्दी विकिपीडिया का उत्थान मेरा लक्ष्य है, और मैं कभी हार नही मानता। फिर से, ग़लती के लिये क्षमा चाहता हूँ। समय मिलने पर सुधार मैं स्वयं कर दूँगा। :) --Navinsingh133 (वार्ता) 19:45, 16 मई 2018 (UTC)
वैसे कहीं ये सिंधु घाटी वाला बनवाली है ना? अंग्रेजी विकिपीडिया पर इसकी देवनागरी कुछ अलग है! हो सकता है कि इसे स्थांनातरित करना पड़े। --Navinsingh133 (वार्ता) 19:57, 16 मई 2018 (UTC)

Phab denied hindi digits

This is to inform the community that the request to re-enable hindi digits on hiwiki (i.e. phab:T160423) has been declined on the grounds of no community consensus. Congratulations! Capankajsmilyo (वार्ता) 12:32, 23 अप्रैल 2018 (UTC)

सफ़ेद बारादरी

लखनऊ निवासियों से अनुरोध है कि सम्भव हो तो कैसरबाग की सफ़ेद बारादरी के चित्र कौमन्स पर अपलोड कर लिंक देने की कृपा करें। धन्यवाद।--आशीष भटनागरवार्ता 14:15, 23 अप्रैल 2018 (UTC)

विकिपीडिया:श्रेष्ठ लेख नामांकन

प्रिय विकिपीडियनों, कृपया इस लेख आइटेनीयम के विकिपीडिया:श्रेष्ठ लेख नामांकन पर अपने विचार प्रकट करें और निर्णय लें। धन्यवाद --Navinsingh133 (वार्ता) 07:56, 24 अप्रैल 2018 (UTC)

पञ्चमाक्षर ङ ञ पर चर्चा

विकिपीडिया:प्रबन्धक_सूचनापट#स्वयं_का_प्रतिबन्ध पर पञ्चमाक्षर के सन्दर्भ में चर्चा आरम्भ हुई है। अपना मत देने की कृपा करें। अस्तु। ॐNehalDaveND 09:41, 24 अप्रैल 2018 (UTC)

@NehalDaveND: जी, मेरे मत में पंचमाक्षर ङ् व ञ् के स्थान पर अनुस्वार का प्रयोग अधिक उपयुक्त होता है।

इसी कारण गङ्गा के स्थान पर गंगा तथा कङ्घा के स्थान पर कंघा का प्रयोग आधुनिक लेखन में बहुतायत से देखने को मिलता है।

किन्तु ञ् के सम्बन्ध में कहना चाहता हूं (चन्द्रबिन्दु टंकित नहीं हो पा रहा) कि लेखक अपनी सुविधानुसार ञ् अथवा अनुस्वार (अं) का प्रयोग करे। यथा- चंचल भी मान्य है व चञ्चल भी। --अरुण प्रताप (वार्ता) 15:48, 24 अप्रैल 2018 (UTC)

अरुण प्रतापजी आपका कहना सही है कि जिसे जो लिखना हो उसकी स्वतंत्रता होनी चाहिए।पर दुर्भाग्य से हिंदी विकि से पञ्चमाक्षर हटाये जा रहे है इसलिए यह वार्ता हो रही है।

Time to bring embedded maps (‘mapframe’) to most Wikipedias

CKoerner (WMF) (talk) 21:38, 24 अप्रैल 2018 (UTC), अनुवाद:Navinsingh133 (वार्ता) 16:00, 25 अप्रैल 2018 (UTC)


इस मानचित्र में प्रदर्शित भारत की कश्मीर सीमा रेखा ठिक से दिखाई है इस बारे में शंका प्रतीत होती है ।
117.195.48.224 वो इसलिये कि उस जगह पर चीन दावा करता है। चुकी इतिहास में चीन ज्यादा शक्तिशाली माना जाता था, इसलिए उसे यूएसए चीन का हिस्सा दिखाता है। यह नक्शे नही, सरकारों की कमी है, हमें वहाँ पर लाल रेखा के लिये निवेदन करना चाहिये।--Navinsingh133 (वार्ता) 13:49, 26 अप्रैल 2018 (UTC)
विकासकर्ताओं(डेवलपर्स/सहयोग टीम) को जानकारी दे दी गयी।--Navinsingh133 (वार्ता) 14:34, 26 अप्रैल 2018 (UTC)

ध्यान दें

साँचा:mbox

--हिंदुस्थान वासी वार्ता 16:56, 25 अप्रैल 2018 (UTC)

विकिपीडिया:विकिपरियोजना वैमानिकी

प्रिय विकिपीडियनो, मैं विकिपीडिया:विकिपरियोजना वैमानिकी स्थापित करने जा रहा हूं। इसके लिये आप सबसे अनुमति चाहिये। अगर कोई आपत्ति हो तो बताएं। धन्यवाद --Navinsingh133 (वार्ता) 20:27, 25 अप्रैल 2018 (UTC)

वैसे तो यह बहुत अच्छी बात है और इसमें कोई अनुमति की आवश्यकता भी नहीं है,, किन्तु समुदाय़ से चर्चा अवश्य कर लें, सहमति भी हो, विशेषकर उन कुछ सदस्यों की जो इस परियोजना में भाग ले रहे हों। न्यूनतम ३-५ सदस्य तो हों ही, जिससे इस परियोजना के अन्तर्गत १० से अधिक लेख नये बनें एवं इतने ही में सुधार भी हो। परियोजना का उद्देक्ष्य, लक्ष्य प्राप्ति एवं अनुमानित दिवस संख्या - ये सभी परियोजना पृष्ठ में लिखें। परियोजना सूर्य रथ होती है जिसे एक अश्व नहीं खींचता। शुभकामनाएं।--आशीष भटनागरवार्ता 01:33, 26 अप्रैल 2018 (UTC)
@आशीष भटनागर:, दिशानिर्देशों के लिए धन्यवाद। वर्तमान में मैं कोडिंग और टेम्पलेट त्रुटियों को ठीक करने पर काम कर रहा हूं। बाद में मैं परियोजना के दायरे, उद्देश्य और दिशानिर्देश लिखूंगा। लेखों की संख्या लगभग असीमित है। सदस्य वर्तमान में अज्ञात हैं। यदि इस परियोजना में अच्छे व्याकरण वाले और/या विमानन में रुचि रखने वाले कुछ व्यक्ति जुड़ जाते, तो यह बहुत उपयोगी होता। एक बार फिर से धन्यवाद --Navinsingh133 (वार्ता) 07:56, 26 अप्रैल 2018 (UTC)
कृपया विकिपरियोजना वैमानिकी के अंतर्गत अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन नामक पृष्ट और श्रेणी का नाम बदल कर अन्तर्राष्ट्रीय नागरिक विमानन संगठन करें। मेरे पास पृष्ट स्थानांतरित करने कि क्षमता नही है। धन्यवाद --Navinsingh133 (वार्ता) 09:22, 26 अप्रैल 2018 (UTC)
@Navinsingh133: मुझे लगता है कि दोनों ही नाम सही हैं इसलिये मैंने अन्तर्राष्ट्रीय नागरिक विमानन संगठन को अन्तर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन पर पुनर्प्रेषित (Redirect) कर दिया है।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 10:42, 28 अप्रैल 2018 (UTC)
धन्यवाद--Navinsingh133 (वार्ता) 12:02, 28 अप्रैल 2018 (UTC)

आयात अनुरोध

कृपया यहाँ से MobileCategories gadget हिंदी विकिपीडिया पर आयात कर दे। धन्यवाद। Capankajsmilyo (वार्ता) 07:07, 26 अप्रैल 2018 (UTC)

साँचा:tick पूर्ण हुआ उपकरण स्थापित किया गया। धन्यवाद।--आर्यावर्त (वार्ता) 13:59, 30 अप्रैल 2018 (UTC)

विलय प्रस्ताव

पृष्ठ

-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 12:17, 27 अप्रैल 2018 (UTC)

साँचा

--Navinsingh133 (वार्ता) 16:14, 27 अप्रैल 2018 (UTC)

विकिपरियोजना वैमानिकी

विकिपरियोजना वैमानिकी स्टैंड बाय पर

प्रिय विकिपीडियनों, नमस्कार। विकिपरियोजना वैमानिकी अब चालू होने के लिये और काम करने के लिये तैयार है। यह अभी पर्याप्त मात्रा में सदस्यों के जुड़ने का इंतजार कर रही है। निवेदन है कि, कृपया इस परियोजना से जुड़ कर इसके अंतर्गत लेखों का निर्माण, सुधार और विस्तार करने में सहायता करें। धन्यवाद --Navinsingh133 (वार्ता) 13:12, 28 अप्रैल 2018 (UTC)

साँचा:Location map में लुआ त्रुटि

मैंने हाल में तुवालू की राजधानी फुनाफुति का लेख बनाया है जिसमे संभवतः इस साँचे या मॉड्यूल में लुआ त्रुटि के कारण File:Tuvalu location map.svg मानचित्र प्रदर्शित नहीं हो पा रहा। मेरे विचार से अंग्रेजी और हिन्दी विकी की कोडिंग अलग होने के कारण ऐसा है। कृपया इस समस्या को दूर करने में दक्ष सदस्य इसपर ध्यान दें। धन्यवाद!-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 14:09, 28 अप्रैल 2018 (UTC)

@Godric ki Kothri: मैने सही कर दिया और पुशपिन भी जोड़ दिया। --Navinsingh133 (वार्ता) 14:36, 28 अप्रैल 2018 (UTC)

अपलोड प्रश्न

विकिपीडिया पर चित्र कैसे डालें

अपलोड प्रश्न

विकिपीडिया क्या है

हिन्दी विकिपीडिया पर वर्तनी

कुछ दिनों से हिन्दी वर्तनी पर बहुत चर्चा हुई। उस चर्चा को आगे बढ़ाते हुए मेरे कुछ सुझाव हैं जो निम्नलिखित हैं-

  • (१) पञ्चमाक्षरों का प्रयोग : यूनिकोड के युग में हिन्दी वर्तनी में पञ्चमाक्षरों के उपयोग के प्रति संकोच करते हुए त्रुटिपूर्ण वर्तनी लिखने का कोई औचित्य नहीं बचा है। अतः हम सभी को हिन्दी विकि पर पञ्चमाक्षरों का खुलकर प्रयोग करना चाहिए।
  • (२) अनावश्यक नुक्तों से बचना और हटाना : नुक्तों के बारे में मानक बहुत ही स्पष्ट और तर्कपूर्ण है। इसके अनुसार,
उर्दू से आए अरबी-फारसी मूलक वे शब्द जो हिन्दी के अंग बन चुके हैं और जिनकी विदेशी ध्वनियों का हिन्दी ध्वनियों में रूपान्तर हो चुका है, हिन्दी रूप में ही स्वीकार किए जा सकते हैं। जैसे :– कलम, किला, दाग आदि (क़लम, क़िला, दाग़ नहीं)। पर जहाँ उनका शुद्‍ध विदेशी रूप में प्रयोग अभीष्ट हो अथवा उच्चारणगत भेद बताना आवश्‍यक हो (जैसे उर्दू कविता को मूल रूप में उद्धृत करते समय) , वहाँ उनके हिंदी में प्रचलित रूपों में यथास्थान नुक्‍ते लगाए जाएँ। जैसे :– खाना : ख़ाना, राज : राज़, फन : हाइफ़न आदि।
इस मानक के आलोक में मेरा सुझाव है कि बॉट लगाकर सर्वत्र 'ज़िला' को 'जिला' , 'आज़मगढ़' को 'आजमगढ़' , 'ग़ाज़ीपुर' को 'गाजीपुर' आदि किया जाय। ये सब नुक्ते वाली वर्तनियाँ बड़े ही नियोजित ढंग से हिन्दी विकि पर भर दीं गयीं हैं।

-- अनुनाद सिंह (वार्ता) 13:26, 30 अप्रैल 2018 (UTC)

@अनुनाद सिंह:
  • (१) पञ्चमाक्षरों को मेरा पूर्ण समर्थन है। किसी को भी इसके प्रयोग से रोका नहीं जाना चाहिये और यदि कोई पञ्चमाक्षर नहीं प्रयोग कर रहा है तो वहाँ पञ्चमाक्षर (केवल ङ् और ञ) नहीं लगाने चाहिये।
  • (२) नुक्तों के सम्बन्ध में अतिकरण से बचना चाहिये मगर जहाँ आवश्यक है जैसे ग़ाज़ीपुर वहाँ से नहीं हटाना चाहिये क्योंकि अंग्रेजी में भी इसे टैकल करने के लिये G के साथ H और J के स्थान पर Z (पूर्ण स्पेलिंग Ghazipur न कि Gajipur) लगता है। बॉट लगाकर नुक्ता हटाना उसी प्रकार होगा जिस प्रकार से वर्तमान में पञ्चमाक्षर हटाये जा रहे हैं इसलिये मेरा समर्थन नहीं है।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 13:45, 30 अप्रैल 2018 (UTC)
@Godric ki Kothri: जी, लगता है आपने नुक्तों के बारे में उपरोक्त मानक को ठीक से नहीं पढ़ा। इस पर बहुत गहराई से विचार हुआ है और उसके बाद ऐसा मानक सुझाया गया है। आप अंग्रेजी स्पेलिंग की जो बात कर रहे हैं वह हास्यास्पद है क्योंकि आप शायद नहीं जानते कि अंग्रेज लोगों ने भारतीय नगरों की स्पेलिंग क्या-क्या की है। कहिए तो पन्द्रह-बीस उदाहरण दूँ। दूसरी तरफ जिन लोगों ने नुक्ते के बारे में नीति बनायी है या नीति बनाने में जिनके विचारों की भूमिका थी, वे लोग चार-पाँच भाषाओं के महापण्डित हुआ करते थे जिसमें फारसी भी थी। उर्दू/फारसी/अरबी में वर्तनी और उच्चारण में कितनी अराजकता है, इस पर कभी और चर्चा कर सकते हैं। लेकिन यह तो मानेंगे कि भारत के ९५ प्रतिशत से अधिक लोग 'गाजीपुर' और 'आजमगढ़' ही बोलते हैं। इसलिये लिखा भी यही जाना चाहिए। आपको इसमें 'अति' कहाँ से दिख रही है? -- अनुनाद सिंह (वार्ता) 14:27, 30 अप्रैल 2018 (UTC)
@अनुनाद सिंह: जी, लगता है आप विषय समझ नहीं पाये। मेरा कहना केवल इतना था की जो शुद्ध उच्चारण हो उसे तरजीह दी जाय। अगर प्रचलन वाली ही बात है तो पञ्चमाक्षर का प्रयोग मैंने एकाध साहित्य के अलावा हिन्दी में कही नहीं देखा। ग़ाज़ी शब्द ही फारसी है और उसी कारण ग़ाज़ीपुर और ग़ाज़ियाबाद नाम भी पड़ा है। ऐसे तो अमेरिका को भी अधिकतर ग्रामीण भारतीय अमरीका कहते है इसका अर्थ यह थोड़े है कि हम पृष्ठ का नाम संयुक्त राज्य अमरीका कर दे, इसके अलावा कॉलेज को अधिकांश हिन्दीभाषी 'कालेज' कहते हैं तो क्या हम का के ऊपर से चन्द्र हटा लेंगे? और अंततोगत्वा पञ्चमाक्षर पर भी बहस इसीलिये चल रही है क्योंकि शुद्ध उच्चारण सभी चाहते हैं।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 10:33, 1 मई 2018 (UTC)

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गॉड्रिक जी आपकी बात से सहमत हूं, किन्तु अमरीका एवं कालेज के उदाहरण से नहीं। ये यहां मेल नहीं खा रहे हैं। हम फ़रवरी की ही भांति अमरीका एवं कालेज लिखते हैं। आपसे सहमति का बिन्दु अनुनाद जी से भी सहमति ले चुका है। वह है प्रयोग हेतु प्रचलित हिन्दी उच्चारण अनुसार प्रयोग। हम फ़ेब्रुअरी, मे एवं अमेरिका न लिखकर अधिकारपूर्वक फ़रवरी, मई एवं अमरीका लिखते हैं, वैसे ही कालेज भी है। ये इसलिये है कि ये विदेशी शब्द मूल उच्चारण बदलकर इण्डियनाज्ड वर्जन बन चुके हैं। हां अन्य शब्द(कोई भी विदेशी) अपने मूल उच्चारण में ही लिखे जायें, जैसे वेस्ट इण्डीज़, आदि।--आशीष भटनागरवार्ता 01:56, 2 मई 2018 (UTC)
फ़ेब्रुअरी को फ़रवरी लिखने में कोई हानि नहीं है तो फरवरी लिखने में संकोच क्यों? नुक्ते का आग्रह कहाँ से आ गया।
West Indies को भी विश्व के सभी स्वाभिमानी देश अपनी भाषा और संस्कृति के अनुसार अलग-अलग नामों से लिखते/बोलते हैं। कृपया विकि के भाषा लिंक ही देख लें (जर्मन : Westindische Inseln ; स्पेनी: Indias Occidentales ; पुर्तगाली : Índias Ocidentais ; फ्रांसीसी : Indes occidentales ; नीदरलैण्ड : West-Indië)। हिन्दी वाले अंगरेजी उच्चारण की सही-सही नकल करके क्या दिखाना चाहते हैं? कि हम अंगरेजों की गुलामी नहीं भूल सकते? वेस्ट इण्डीज क्यों नहीं? नुक्ते का विशेष आग्रह क्यों?
-- अनुनाद सिंह (वार्ता) 04:57, 2 मई 2018 (UTC)
अब अगर शुद्ध भारतीय तरीके से लिखना है तो वेस्ट इण्डीज़ को "पश्चिमी भारतवर्ष" ही कर देते हैं....आपकी ये भारतीय उच्चारण वाली बात में सबसे पहली भूल है, आप का ये assumtion की "ज़" और "फ़" हिंदी भाषा की ध्वनियाँ नहीं हैं। यह बिल्कुल ग़लत बात है। "ख़" पर बहस कर सकते हैं, मगर ज़ और फ़ का उच्चारण हिंदी में बिल्कुल साफ़-साफ़ होता है। यदि कई लोगों को किसी अक्षर का उच्चारण सटीक तरीके से करना नहीं आता तो इसका मतलब यह नहीं कि वो अक्षर हिंदी में है ही नहीं। इसके अलावा, कई बार, नुक़्ते का उपयोग नहीं करने से शब्द का मतलब ही बदल जाता है, उदाहरण के लिए, "जिला" और "ज़िला" इन दोनों शब्दों के मतलब बिल्कुल अलग अलग हैं। इस विषय मे आपको साँचा:ping जी बेहतर जानकारी दे सकते हैं।Natural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  09:44, 3 मई 2018 (UTC)
रही पञ्चमाक्षरों की बात, तो मेरा उसमें यही मत है कि सामान्य शब्दों में जहाँ पंचमक्षरों के बजाए अं का उपयोग होता है, विशेषकर ङ् के स्थान पर, उन शब्दों में जबरन हर जगह पञ्चमाक्षरों का उपयोग करना अनावश्यक है, मगर कई स्थानों में जहाँ सटीक उच्चारण दिखाना आवश्यक है, वहाँ पञ्चमाक्षर के उपयोग पर पाबन्दी बिल्कुल ग़लत है। और बॉट द्वारा ये परिवर्तन करना बन्द करना चाहिए।Natural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  10:19, 3 मई 2018 (UTC)
@Innocentbunny: महोदय, मैं मानता हूँ कि ऊपर जो कुछ आपने लिखा है, अपनी जानकारी के आधार पर लिखा है, अजीत जी से पूछकर नहीं। आप तो साफ-साफ यह बताइये कि 'वेस्ट इण्डीज' क्यों नहीं लिखना चाहिए, 'वेस्ट इंडीज़' का आग्रह कहाँ से आया? अंग्रेज जो उच्चारण करते हैं उसकी हूबहू नकल करनी है, यह कहाँ का मानक है? ये भी स्पष्ट कीजिए कि यदि "ज़" और "फ़" हिन्दी की ध्वनियाँ हैं तो ऊपर जो मानक मैने प्रस्तुत किया है वह किसी अक्ल के अन्धे ने बनाया है क्या? देवनागरी और अन्य भारतीय लिपियों में ये अक्षर हजारों वर्षों से क्यों नहीं डाले गये? नुक्ते का आग्रह इतना है तो इस पर भी कुछ प्रकाश डालिए कि 'गंगा', 'गङ्गा', गन्गा, और 'गम्गा' का उच्चारण एक ही है या अलग-अलग। यदि अलग उच्चारण है तो ङ और ञ का प्रयोग आपको अनावश्यक क्यों लग रहा है? हिन्दी की लिपि देवनागरी है और उसमें ङ तथा ञ विद्यमान हैं, यह बताने की आवश्यकता तो नहीं है? --अनुनाद सिंह (वार्ता) 10:53, 3 मई 2018 (UTC)
@अनुनाद सिंह: जी, मैं पंचमाक्षर प्रयोग का समर्थक हूँ, केवल यह कहा है कि जहाँ हिन्दी की परम्परानुसार ङ के बजाय अं का उपयोग होता है, वहाँ पर ङ लगाना अनावश्यक है, क्योंकि उससे उच्चारण पे कोई खास फ़र्क नहीं पड़ता। और हाँ यह बात सब को पता है(मुझे भी) की ङ, ञ, न, ण और म का उच्चारण अलग अलग होता है उसी प्रकार, ज और ज़ का उच्चरण भी अलग अलग है, यह बात भी बताने की आवश्यकता मुझे नहीं। जहाँ तक सवाल यह है कि उस देश के नाम को "वेस्ट इण्डीज़" ही क्यों लिखा जाए और "वेस्ट इण्डीज" क्यों नहीं, तो इसका जवाब यह है कि यह एक अंग्रेज़ी शब्द है और उस देश की भाषा भी अँग्रेज़ी है, और यही उसका सटीक उच्चारण है। जहाँ तक अपने देश और उसकी भाषा के शान और सम्मान की बात है, तो मैं इसपर अपना मत आपको बताता हूँ: हम हिन्दी भाषियों के पास, देवनागरी लिपि के रूप में एक ऐसी वैज्ञानिक लिपि है, जिससे लगभग हर भाषा की हर ध्वनि को सटीक तौरपर लिखा जा सकता है। शान इसमें नहीं है कि ज़बरदस्ती विदेशी ध्वनियों को हिंदी लेखन से दूर रखा जाय, मगर शान इस बात में है कि अपनी लिपि की वैज्ञानिकता को खुलकर प्रदर्शित और इस्तेमाल किया जाए। सीधी बात यह है कि जिस प्रकार पञ्चमाक्षरों के उपयोग पर कोई प्रतिबन्ध नहीं होना चाहिए, उसी प्रकार नुक़्ते और ऄ, ऍ, ऎ, ऒ, ळ, ऱ, ॠ, ॷ, ॹ, इत्यादि विशेषाक्षरों के उपयोग पर भी यथावश्यक, कोई प्रतिबन्ध नहीं होना चाहिए। रही विदेशी ध्वनियों की बात, तो चलिये आपको में उत्तरपूर्व की यात्रा पर ले चलता हूँ: क्या आप मिज़ोरम(Mizoram) को भी मिजोरम लिखेंगे? अइज़ोल(Aizawal) को क्या अइजोल लिखेंगे? असमिया संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक होता है ख़ॉराइenwiki(असमिया:শৰাই, लिप्यन्तरण:शराइ/Shorai, उच्चारण:ख़ॉराइ/xorai) उसको आप "शराइ" लिखेंगे या "खराइ" लिखेंगे? आपकी यह बात भी गलत है कि बाकी भारतीय भाषाओं में फ़, ज़, ख़ इत्यादि ध्वनियाँ नहीं हैं, इसका सबसे साफ़ उदाहरण है कश्मीरी और सिन्धी। उसके अलावा, मराठी में ज़(z) को लिखा जाता है। असमिया का उदाहरण मैंने आपको दिया, उसमें भी ख़ है उसे लिखा जाता है, असमिया में तो ऱ(मूर्धन्य र) भी है(जिसका उच्चारण ब्रिटिश इंग्लिश के R के समान है) उसे अक्षर से लिखा जाता है। कश्मीरी, सिन्धी, असमिया और मराठी; ये सारी हिन्द-आर्य भाषाएँ ही हैं। इसके अलावा चीन-तिब्बती भाषाएँ, ताई-कडाई भाषाएँ, और नए अनेक मध्य भारतीय आदिवासी भाषाओं की बात भी नही करूँगा। सीधी बात ये है कि यथावश्यक देवनागरी के किसी भी अक्षर/मात्रा के उपयोग पर कोई प्रतिबंध नहीं होना चाहिए।Natural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  09:10, 9 मई 2018 (UTC)
ये भी सोचिए कि यदि विदेशी ध्वनियों पर प्रतिबंध लगाना है तो केवल ज़, फ़, ख़, इत्यादि पर ही क्यों रुकें? -कार का स्वर भी तो ग़ैर-संस्कृत स्वर है, उसपर भी प्रतिबन्ध लगा दें? और फिर इतना ही क्यों, कार और कार के स्वरों के उच्चारण में भी सुधार शुरू कर दिया जाए, क्योंकि ये दोनों स्वर भी तो हिन्दी में अपने मूल संस्कृत ध्वनि से भटक गए हैं, मसलन, हिंदी में का उच्चारण होता है , जबकि उसका मूल संस्कृत उच्चारण है ऄऊ(ॽ अवरोध विहीन) और हिंदी में का उच्चारण होता है , जबकि उसका मूल संस्कृत उच्चारण है ऄई(ॽ विहीन)। इस सुधार की भी शरुआत हम विकिपीडिया से ही शुरू कर देते हैं?Natural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  11:34, 9 मई 2018 (UTC)
@Innocentbunny: महोदय, अपने ऊपर के सन्देश को एक बार और पढ़ लीजिए और दोबारा ठीक कर लीजिए। एक वाक्य पढ़ने पर लग रहा है कि आप ध्वनि के अनुसार वर्तनी लिखने के पक्ष में हैं किन्तु दूसरे ही वाक्य को पढ़ने पर ऐसा लग रहा है कि इसके पक्ष में नहीं हैं। इतने सरल प्रश्न के लिए इतना घुमावदार उत्तर क्यों देना पड़ रहा है? ऐसे-ऐसे उदाहरण दे रहे हैं जो आपकी ही बात की जड़ खोदते हुए दीख रहे हैं। उदाहरण देखिए- 'उसके अलावा, मराठी में ज़(z) को लिखा जाता है।' --> दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए कि (१) क्या वे 'झ' को 'ज़' पढ़ते हैं? (२) क्या 'झ' देवनागरी में नहीं था/है? फिर आपकी अपनी ही बात का मजाक उड़ाता यह तर्क देखिए- 'असमिया का उदाहरण मैंने आपको दिया, उसमें भी ख़ है उसे लिखा जाता है'। यहाँ भी वही प्रश्न-- (१) क्या শ पहले से (हजारों वर्षों से) असमिया में नहीं है? (२) क्या उन्होने इसे फारसी शब्दों को अपनी लिपि में 'ठीक-ठीक' लिख सकने के लिए 'गढ़ा' है? आपको यह भी नहीं समझ में आ रहा है कि चर्चा किस बात पर हो रही है, भाषा पर या लिपि पर? तभी तो लिख रहे हैं, "यह बात भी गलत है कि बाकी भारतीय भाषाओं में फ़, ज़, ख़ इत्यादि ध्वनियाँ नहीं हैं, इसका सबसे साफ़ उदाहरण है कश्मीरी और सिन्धी।" क्या कश्मीरी और 'सिन्धी' लिपि हैं? मेरा मूल प्रश्न एक बार और देखिए, "ये भी स्पष्ट कीजिए कि यदि "ज़" और "फ़" हिन्दी की ध्वनियाँ हैं तो ऊपर जो मानक मैने प्रस्तुत किया है वह किसी अक्ल के अन्धे ने बनाया है क्या? देवनागरी और अन्य भारतीय लिपियों में ये अक्षर हजारों वर्षों से क्यों नहीं डाले गये? सिन्धी खुदाबादी लिपि में लिखी जाती थी, कहाँ हैं उसमें फ़, ज़ के लिए वर्ण? क्या गुरुमुखी में नुक्ते वाली ध्वनियों के लिए कोई वर्ण था? जब आप यह लिखते हैं कि 'क्या आप मिज़ोरम(Mizoram) को भी मिजोरम लिखेंगे?' तो लगता है कि आप जैसा बड़ा भाषावैज्ञानिक ही ऐसा तर्क कर सकता है। क्या 'मिजोरम' नाम का क्षेत्र अंग्रेजों ने बसाया था और यह नाम (Mizoram) उन्होने दिया था? तभी तो आप सोच रहे हैं कि इसमें z आया है इसलिए इसके स्थान पर 'ज़' होना चाहिए। पहली बात तो यह कि यदि यह नाम अंग्रेजों का भी दिया हुआ होता तो भी हम अपनी भाषा/लिपि के अनुसार उसका उच्चारण 'मिजोरम' ही करते। पर उससे भी बड़ी बात यह है कि इस क्षेत्र के आसपास के क्षेत्र असम/बंगाल/मणिपुर आदि की भाषाओं में तो देख लीजिए कि वे लोग इसको कैसे लिखते हैं। और तो और, मेरा अनुमान है कि बर्मी लिपि में भी ज़ के लिए कोई वर्ण नहीं है। आशा है इतना ही पर्याप्त है। सारांश यह है कि जो कुछ भी आपने लिखा है उसमें एकदिशता नहीं है, तर्क कम है, कूदा-कूदी अधिक है।--अनुनाद सिंह (वार्ता) 13:50, 9 मई 2018 (UTC)

मोबाइल दृश्य में श्रेणी जोड़ने हेतु नया उपकरण

नमस्ते सर्वेभ्यः

हिंदी विकिपीडिया में मोबाइल दृश्य में पृष्ठ में श्रेणी जोड़ने हेतु सदस्य पंकज जी के अनुरोध पर नया उपकरण स्थापित किया गया है। मेरी पसंद में उपकरण (गैजेट) में संपादन उपकरणों वाले विभाग में जाकर सदस्य इस टुल को टिक करके उपयोग कर सकते हैं। धन्यवाद सह।--आर्यावर्त (वार्ता) 13:55, 30 अप्रैल 2018 (UTC)

क्या आप जानते हैं सुझाव

सभी सदस्यों से मेरा अनुरोध है कि वे मुखपृष्ठ के क्या आप जानते हैं अनुभाग के लिये नियमावली पढ़कर साँचा वार्ता:क्या आप जानते हैं में अपने सुझाव दें। क्योंकि वर्तमान हुक बहुत पुराने हो चुके हैं।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 14:00, 30 अप्रैल 2018 (UTC)

एक मैने दे दिया।--Navinsingh133 (वार्ता) 20:55, 30 अप्रैल 2018 (UTC)

विश्व हिंदी सम्मेलन

विश्व हिंदी सम्मेलन के कार्यक्रम पर चर्चा हेतु एक व्हाट्सऍप ग्रुप बनाई गयी है, ताकि चर्चा जल्दी और सरल रूप से हो सके, जिसमें इस कार्यक्रम को कार्यान्वित करने में इच्छुक सभी सदस्यों को शामिल किया गया है। ताकि कार्यक्रम को बेहतरीन तरीके से, सबकी राय/मश्वरे के साथ, सब को जोड़ कर किया जा सके, इसीलिए हम चाहेंगे कि अधिक से अधिक लोग जो इस कार्यक्रम को करवाने में इछुल हैं, वे अवश्य इस ग्रुप में शामिल हों। हालाँकि, चर्चा व उसके तमाम अप्डेट्स यहाँ, (मेटा पर) भी होंगे, मगर, चर्चा में त्वरित रूपसे व और भी एफीशियंट रूपसे भाग लेने के लिए, कृपया इस ग्रुप में शामिल हो जाएँ। हम चाहते हैं के समुदाय के अधिक से अधिक लोग शामिल हों, अतः, यदि आपको इस कार्यक्रम को कार्यान्वित करने में तनिक भी दिलचस्पी है तो इस व्हाट्सऍप ग्रुप में अवश्य जुड़ें।

इच्छुक लोग, मुझसे, सुयश जी, अनामदास जी, आर्यावर्त जी, गोड्रिक की कोठरी जी अथवा यहाँ नीचे अपनी इच्छा ज़ाहिर करके संपर्क करें। धन्यवाद🙏 Natural-moustache Simple Black.svg  Innocentbunny    वार्ता  16:06, 25 फ़रवरी 2018 (UTC)

इच्छा

नमस्ते सर्वेभ्यः, मैं भी इस सम्मेलन में उपस्थित हो कर, हिन्दी विकिपीडिया के लिये अपना योगदान देना चाहूँगा। मेरे आने का उद्देश - मैं हिन्दी विकिपीडिया में न केवल सम्पादन करता हूँ, अपि तु मैंने विवरणिकाओं का भी अनुवाद किया है। साथ ही कार्यशाला का आयोजन भी कर चुका हूँ। मुझे आउटरिच का अनुभव है और लोगो से हिन्दी विकि के सन्दर्भ में चर्चा करने का भी अनुभव है। अतः मैं अपने अनुभव का उपयोग कर हिन्दी विकिपीडिया का प्रतिनिधित्व करके एक विशिष्ट कार्य में योगदान देकर हिन्दी विकि को विश्व मञ्च पर प्रस्थापित करना चाहता हूँ। मेरा दायित्व - मैं विवरणिका सम्बन्धित तथ्यों को उपस्थित सब के सामने प्रस्तुत करने का प्रयास करूंगा और साथ ही हिन्दी विकिपीडिया में योगदान क्यों महत्त्वपूर्ण है, उस विषय पर अपना वक्तव्य देना चाहूँगा। कृपया मुझे भी इस दल में सम्मिलित किया जाए, ये निवेदन। अस्तु। ॐNehalDaveND 03:33, 4 मई 2018 (UTC)

टिप्पणी

क्या चर्चा का कोई और माध्यम नहीं रख सकते? जिसमें मोबाइल की कोई अनिवार्यता न हो। -- (वार्ता) 17:04, 25 फ़रवरी 2018 (UTC)

वैसे तो सारी चर्चा मुख्यतः मेटा पर ही होगी, और चौपाल पर भी सारे अप्डेट्स डाले जाएंगे, मगर विकिपीडिया पर चर्चा करने की समस्या ये है कि जो बात व्हाट्सऍप पर 5 मिनट में हो सकती है वो करने में यहाँ पर दिन भर लग जाता है...उदाहरण के लिए, ये वाली चर्चा 5 मिनट की ही थी, मगर, आपने कल रात को यह सन्देश डाला था, जिसका उत्तर मैं आज सुबह दे रहा हूँ, जिसे आप संभवतः आज रात को पढ़ेंगे और उत्तर, और कल सुबह मैं आपका प्रतिउत्तर दूँगा। हालाँकि मुख्या चर्चा मेटा पर ही होगी, मगर छोटी-छोटी बातों के कारण ताकि काम की गति धीमी न पद जाए, इसीलिए व्हाट्सऍप का माध्यम चुना गया है। फ़िलहाल हमारे दिमाग़ में सबसे सरल विकल्प व्हाट्सऍप ही आया, इसीलिए व्हाट्सऍप ही चुना गया। यदि आप भी चर्चा में शामिल होना चाहते हैं, और कोई बेहतर विकल्प सुझा सकते हैं, जिसमें मोबाइल की आवश्यक्ता ना पड़े तो अवश्य सुझाएँ, हम, सदस्यों की आम सहमति से वही अपनाएंगे। धन्यवाद!🙏Natural-moustache Simple Black.svg  Innocentbunny    वार्ता  05:40, 26 फ़रवरी 2018 (UTC)
मुझे कोई भी माध्यम चलेगा, बस उसमें मोबाइल नंबर किसी को न दिखे। -- (वार्ता) 18:23, 26 फ़रवरी 2018 (UTC)
हैंगआउट्स या टेलीग्राम ऍप?Natural-moustache Simple Black.svg  Innocentbunny    वार्ता  11:29, 28 फ़रवरी 2018 (UTC)
@Innocentbunny: हैंगआउट्स बेहतर रहेगा--Navinsingh133 (वार्ता) 16:41, 8 मई 2018 (UTC)

26 फ़रवरी 2018 हैंगआउट्स चर्चा

कल 26 फ़रवरी 2018 को विश्व हिंदी सम्मलेन के आयोजन हेतु प्राथमिक चर्चा हैंगआउट्स कॉल के ज़रिये हुई थी। उस चर्चा का सारांश जा कर कृपया यहाँ देख लें। तथा अपनी कोई भी राय व टिप्पणी वहाँ अवश्य दें। काय्रक्रम के आयोजन में इच्छुक लोग अवश्य शामिल हों, और इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए बनाये गए व्हाट्सऍप ग्रुप में शामिल होने हेतु अपनी इच्छा चौपाल में ऊपर दिए गए सन्देश में ज़ाहिर करें। धन्यवाद!🙏 Natural-moustache Simple Black.svg  Innocentbunny    वार्ता  06:31, 27 फ़रवरी 2018 (UTC)

मैं सम्पादन करूंगा नहीं और तुम करो तो मेरे अनुकूल ही करो। हिन्दी में मैं सर्वज्ञ हूँ अतः जो मुझे ज्ञात नहीं, जिसका उपयोग मैं नहीं करता और जिसका मैं विरोधी हूँ, वो नहीं होना चाहिये। प्रबन्धकगण में कुछ और कुछ चहिते लोग इस कारण विकिपीडिया के विकास को अवरोधित कर बैठे हैं। न स्वयं कुछ विशेष करते हैं, जिससे समुदाय में वृद्धि हो या सम्पादन करने वाले को प्रोत्साहन मिले और जो स्वतःप्रोत्साहित लोग हैं उनको अप्रत्यक्ष रूप से या प्रत्यक्ष रूप से निरुत्साहि/असक्रिय होने पर विवाश करते हैं। फिर आरोप ये लगा देंगे कि विकि के कार्यों में बाधा पहुचा रहे हैं। अब इसके चलते जो हानि हुई है, वो ऐसी है कि, यहाँ, यहाँ और यहाँ सूचना पुस्तिकाएँ सज्ज हैं। केवल उन्हें मुद्रित करवाना ही शेष है। परन्तु मेरे योगदान को अनुचित घोषित कर दिया गया और मैं असक्रिय हो गया। अतः कुछ कार्य आगे नहीं बढा। हो सकता है विदेश में हिन्दी को प्रोत्साहित करने जा रहा समुदाय इस कार्य को आगे बढाने में उत्पन्न बाधाओँ को दूर करने का प्रयास करेगा। अस्तु। ॐNehalDaveND 07:01, 27 फ़रवरी 2018 (UTC)
उपरोक्त सूचना पुस्तिकाओं के लिए नेहल जी को कोटिशः धन्यवाद,आउटरीच के कार्यक्रमों हेतु इस सामग्री की बहुधा आवश्यकता पड़ती है अतः आपको साधुवाद ,ये काम बहुत समय से अपेक्षित था जिसे आपने पूर्ण किया । स्वप्निल करंबेलकर | Swapnil Karambelkar (वार्ता) 08:59, 27 फ़रवरी 2018 (UTC)
उपरोक्त कड़ियों को साँझा करने एवं इस सूचना पुस्तिका पर पहले से ही काम करने हेतु @NehalDaveND: जी, आपका बहुत बहुत धन्यवाद। यह सामग्री, फाइनल सूचना पुस्तिका को तैयार करने में बहुत सहायक होगी। और न केवल इस विश्व हिंदी सम्मेलन के कार्यक्रम में बल्कि भविष्य में अन्य किसी भी प्रचार कार्यक्रम या कार्यशाला इत्यादि को करवाने में अत्यंत सहायक होगी। धन्यवाद!🙏Natural-moustache Simple Black.svg  Innocentbunny    वार्ता  10:41, 28 फ़रवरी 2018 (UTC)

अनुदान समिति का चयन

विश्व हिंदी सम्मेलन के आयोजन हेतु ३ सदस्यों की अनुदान समिति गठित की जायेगी, जिनका चयन समुदाय में से, एवं समुदाय द्वारा होगा। इस समिति में निर्वाचन हेतु, यहाँ नामांकन प्रस्तुत करें। हर कोई अपना, तथा समुदाय के किसी भी अन्य सदस्य का नामांकन करने हेतु स्वतंत्र है।Natural-moustache Simple Black.svg  Innocentbunny    वार्ता  23:00, 6 मार्च 2018 (UTC)

ग्राण्ट आवेदन

पहली ग्राण्ट आवेदन के अधूरा रहने के कारण डिसक्वालिफाई हो जाने के बाद, नया आवेदन पेश किया गया है। सभी सम्मानजनक सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया जल्द से जल्द इस आवेदन में अपना समर्थन यहाँ दर्ज करें। धन्यवाद🙏Natural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  09:45, 1 मई 2018 (UTC)

टिप्पणी/चर्चा

सम्मेलन के विभिन्न मदों के संबंध में चर्चा करने के लिए माननीय विदेश मंत्री महोदया श्रीमती सुषमा स्वराज जी की अध्यक्षता में २८ जून २०१८ को विदेश मंत्रालय, नई दिल्ली में आयोजित की गई है जिसमे आशीष जी एवं मुझे चर्चा हेतु आमंत्रित किया गया है। इस बैठक में महत्वपूर्ण चर्चा/निर्णय होंगे ऎसी अपेक्षा है -- सुयश द्विवेदी (वार्ता) 10:44, 13 जून 2018 (UTC)

विश्व हिंदी सम्मेलन के प्रतिभागियों का चयन

नमस्कार सर्वभ्यः🙏

समुदाय को सूचित किया जाता है कि विश्व हिन्दी सम्मेलन में हिंदी विकिपीडिया की प्रतिभागिता के विषय में विदेश मन्त्रालय से अभी बात चल रही है और वर्तमान स्थिति में मन्त्रालय के तरफ से कुछ भी पक्का नहीं है। बहरहाल, मन्त्रालय से अनुमति लेना या न लेना वो मन्त्रालय के हाथ में है, मगर उससे पहले हमें फाउंडेशन को सूचित करना होगा कि इस कार्यक्रम में समुदाय का प्रतिनिधित्व करने किन किन व्यक्तियों को जाना चाहिए। अतः अब समुदाय से निवेदन है कि कृपया प्रतिभागियों के चयन की प्रक्रिया शुरू की जाए।

आपको सूचित कर दें की फाउंडेशन, वक्ता के तौरपर केवल एक व्यक्ति को, और अधिकतम दो लोगों को भेजने के पक्ष में है(जोकि सामान्य प्रक्रिया है)। हमारी योजना के अनुसार हमें वहाँ 4 प्रतिनिधि भेजने थे, जिससे कि वहाँ कार्यक्रम को संबोधित करने के साथ ही एक स्टॉल लगाना और कुछ अन्य इच्छुक संस्थाओं के साथ साँझेदारी के अवसर तलाशने जैसे काम भी आसानी से हो सकें। अतः हमारी योजना के अनुसार 4 प्रतिनिधि भेजने हैं(जोकि फाउंडेशन के नियमों के अनुसार अधिकतम सीमा है), क्योंकि यदि एक या दो लोग भी जाएंगे तो योजना के अनुसार हम विश्व हिंदी सम्मेलन के महत्वपूर्ण अवसर का उपयोग हिंदी विकिपीडिया के लाभ हेतु पूर्णतः नहीं कर पाएंगे।

अतः मेरी सलाह के अनुसार समुदाय से निवेदन है कि प्राथमिकता अनुसार 1 से 4 प्रतिनिधियों का चयन करें, ताकि हम फाउंडेशन को उनके नाम बता सकें। और यह भी राय है कि एक बार चुने जाने के बाद, पूरा समुदाय इन चार नामों के साथ डट कर खड़ा रहे ताकि फाउंडेशन को इन नामों के पीछे समुदाय का समर्थन दिखे।

धन्यवाद!🙏

Natural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  15:44, 18 मई 2018 (UTC)

चर्चा

  • केवल 2 प्रतिभागी होने की स्थिति में मेरे अनुसार 1 प्रतिभागी आउटरीच में एक्सपर्ट और दूसरा ऑनलाइन एक्सपर्ट होना चाहिए। इसके चलते जो दो नाम मुझे उचित लगे वह मैंने नीचे लिख दिए हैं। (मेरी यह टिप्पणी एक स्वयंसेवक के रूप में है।) --Satdeep Gill (वार्ता) 19:43, 18 मई 2018 (UTC)
  • वैसे फाउंडेशन ने केवल वक्ता का नाम पूछा है, अर्थात सबसे पहली प्राथमिकता वक्ता के लिए, और हमें कुल 4 लोगों के नाम देने चाहिए फाउंडेशन कोNatural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  04:25, 19 मई 2018 (UTC)
मैं अब तक जान नहीं पाया हूँं कि, हम हिन्दी विश्व सम्मेलन में ऐसा क्या करने वाले हैं कि हिन्दी विकि को लाभ होगा। अब तक जिन जिन लोगों का नामाङ्कन हुआ है या जिन जिन लोगों ने जाने की इच्छा प्रदर्शित की है (इच्छा व्यक्त करने में मैं भी हूँ) उन में से किसी ने भी कोई निश्चित दिशा निर्देश स्पष्ट नहीं किया है। क्या वहाँ उपस्थित हो जाने से ही, हिन्दी विकि का लाभ हो जाएगा? क्या कोई सामग्री, नीति, योजना है, जो वहाँ उपयोगिनी हो सके? क्या कोई सामग्री है, जो हिन्दी विकि को प्रदर्शित कर उसे जन सामान्य पर्यन्त पहुँचा सके? इसे सन्देह कहें या जिज्ञासा, परन्तु ये स्पष्ट नहीं है, तो नहीं है। यदि कहीं लिखा है, (विकि में) तो मुझे इङ्गित करें। जिन लोगों का नाम है, वो सब सविस्तार एक प्रदर्शन सज्ज करें। एक योजना सज्ज करें कि क्या कार्य कैसे होगा। उसके पश्चात् योग्यता निर्धारित करना उचित होगा। दीर्घकाल से हम मात्र जाने वालों पर चर्चा को ही प्रस्तुत होते हैं। परन्तु जैसे ही क्या कैसे कब क्यों की बात आती है, सब व्यस्त हो जाते हैं। अस्तु। ॐNehalDaveND 18:33, 19 मई 2018 (UTC)

नामांकन

Suyash.dwivedi
  • साँचा:u - अभी केवल दो व्यक्ति जा सकते हैं और यह नामांकन मैं एक स्वयंसेवक के रूप में कर रहा हूँ। --Satdeep Gill (वार्ता) 19:37, 18 मई 2018 (UTC)
  • साँचा:u - मेरे अनुसार सुयश जी को जाना चाहिए। वह हिन्दी विकिपीडिया के एक मात्र ऐसे सदस्य हैं जो सबसे ज्यादा आउटरिच में जुड़े हुए हैं और उन्होने कई सारे कार्यक्रम को सफल भी बनाया हैं जो मेटा पर देखा जा सकता हैं। इसके साथ वह एक बहुत अच्छे वक्ता भी हैं। उनके जाने से हिन्दी विकि को उम्मीद से अच्छा लाभ होगा। और जिस प्रकार वह हाल ही में मंत्रालय में बात करके आए वो भी प्रशंसनीय हैं।--जयप्रकाश >>> वार्ता 18:27, 29 मई 2018 (UTC)
आशीष भटनागर
  • साँचा:u - अभी केवल दो व्यक्ति जा सकते हैं और यह नामांकन मैं एक स्वयंसेवक के रूप में कर रहा हूँ। --Satdeep Gill (वार्ता) 19:38, 18 मई 2018 (UTC)
  • साँचा:u जी के बारे में तो कुछ बोलने की जरूरत ही नहीं हैं। उनका तो योगदान ही बोलता हैं।--जयप्रकाश >>> वार्ता 18:27, 29 मई 2018 (UTC)
Innocentbunny
संजीव कुमार

भारी संख्या में लेख बनाने की अनुमति

सभी विकिपीडियनों को मेरा नमस्कार। मैं देख रहा हूं कि हिन्दी विकिपीडिया पर लेखों की संख्या अपेक्षाकृत बहुत कम है (लगभग १,२४,०००+)। इसलिये मैं आप सबसे भारी संख्या मे मध्यम गुणवत्ता वाले लेख बनाने कि अनुमति चाहता हूं। आप सब मेरे द्वारा बनाये/विस्तार किये गये लेखों से गुणवत्ता का अंदाजा लगा सकते हैं। धन्यवाद --Navinsingh133 (वार्ता) 20:00, 1 मई 2018 (UTC)

नमस्कार साँचा:ping जी, राजधानी एक्सप्रेस चलाने की सोचने वाले केवल अकेले आप नहीं हैं😁, कई लोग ऐसा कर चुके हैं, बल्कि स्वयं मैंने भी ऐसा कई बार किया है। विकिपीडिया पर किस रफ़्तार से लेख बनाई जाए, इसपर कोई प्रतिबंध नहीं है, आप स्वतन्त्र हैं, किसी भी गति से लेख बनाने के लिए। मगर कुछ बातों का ध्यान अवश्य रखें कि हर लेख में विश्वसनीय स्रोत/सन्दर्भ और श्रेणी ज़रूर रखें, और यथासंभव अंग्रेज़ी/अन्य विकिपरियोजना के साथ कड़ी अवश्य जोड़ दें। और ध्यान रहे कि मशीनी अनुवाद ना हो। ये कुछ साधारण सी नीतियाँ हैं, जिसका की ज्ञान आपको भी होगा ही...बस इतना ध्यान रहे कि राजधानी एक्सप्रेस के चक्कर में, ये चीजें पीछे ना छूट जाएँ। वैसे भी संदर्भहीन छोटे लेखों पर यहाँ बहुत बहस हो चुकी है। आशा है कि इन बिंदुओं का ध्यान रखेंगे, बाकी जिस भी गति से लेख बनाना है, बनाते रहिये, कोई दिक्कत नहीं।😊Natural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  02:13, 2 मई 2018 (UTC)
धन्यवाद। कार्यक्षमता और दक्षता बढ़ाने के लिये मैं समाजिक संपर्क और व्यवहार के लिये संसाधन घटा रहा हूं। लक्ष्य पहचानने की चेष्टा कर रहा हूं।--Navinsingh133 (वार्ता) 22:33, 2 मई 2018 (UTC)
I will keep you posted.
Identifying targets and analyzing data.--Navinsingh133 (वार्ता) 22:40, 2 मई 2018 (UTC)
Enhancing security systems in response to attempted hacking.--Navinsingh133 (वार्ता) 15:51, 3 मई 2018 (UTC)
Identifying targeted readers.--Navinsingh133 (वार्ता) 15:55, 3 मई 2018 (UTC)
Targets identified.
Primary target: Native speakers of Hindi. Naturally, most of them are in India. According to "http://www.hindi.ugent.be/node/25": "40% of the Indian population has Hindi as a mother tongue". Most of the native Hindi speakers seem to be in North-Indian "Hindi Belt" (https://en.wikipedia.org/wiki/Hindi_Belt).
Secondary target: Wikipedians and Editors who love Hindi.
Tertiary target: Non-native speakers of Hindi who are interested in Hindi.
Quaternary target: Machines (Bots, Web crawlers, Artificial Intelligence, Experimental Softwares, etc.)
Any Suggestions?--Navinsingh133 (वार्ता) 17:42, 3 मई 2018 (UTC)
दिलचस्प आँकलन है🙂...अब आगे की योजना क्या है?Natural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  09:34, 5 मई 2018 (UTC)
BTW sorry for being late, I was busy with other thing lately...Natural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  09:38, 5 मई 2018 (UTC)
A test article has been created and awaiting response from readers.
Page was chosen from WP Tiger and built up to its standards to get a "feel" of the effectiveness of the project. It also serves as a basis of faster creation of articles by using more resources.
Time will tell what to do, when to do, and most importantly: how to do.--Navinsingh133 (वार्ता) 21:49, 5 मई 2018 (UTC)
A test article has been created and awaiting response from readers.
Page was chosen on the basis of acknowledgment of majority of readers to compare with the one from WP Tiger. Awaiting reader response.
I guess I will start writing new articles in large numbers around 21st of May 2018(Give or take a few days). I also plan on including some of the requested pages related to Mauritius. --Navinsingh133 (वार्ता) 22:23, 11 मई 2018 (UTC)
Good, that would be great if we start with MauritiusNatural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  04:47, 19 मई 2018 (UTC)
वैसे, हिंदी वीकी पर आधिकारिक भाषा हिंदी है, अतः हिंदी में लिखने के प्रयास को काफी सराहा जाएगा😊Natural-moustache Simple Black.svg  निरपराधवत् मृदुरोमकः    वार्ता  04:47, 19 मई 2018 (UTC)
जी ठीक है, धन्यवाद। चूंकि हमारे द्वारा आश्वासन दिया गया है, तो मॉरिशस से जुड़े लेख ही पहले बनाने की कोशिश करुँगा। चलिये शुरु करते हैं। :) --Navinsingh133 (वार्ता) 20:21, 22 मई 2018 (UTC)
लेख लिखना/बनाना शुरु किया:
  1. सेंट ब्रेंडन: क्या इतना लिखना पर्याप्त है?--Navinsingh133 (वार्ता) 21:49, 22 मई 2018 (UTC)

तकनीकी प्रशिक्षण कार्यशाला, भोपाल

तकनीकी प्रशिक्षण कार्यशालाओं की कड़ी में (जयपुर कार्यशाला २०१७ के बाद) भोपाल , मध्य प्रदेश में द्वितीय कार्यशाला दिनांक १६ एवं १७ माह जून २०१८ को होनी है। अधिक जानकारी के लिए यहाँ देखें। प्रतिभागिता एवं प्रशिक्षण देने/लेने हेतु यहाँ देखे। मेटा पर प्रस्ताव हेतु यहाँ देखे। इच्छुक प्रतिभागी गूगल प्रपत्र भरें (जिन प्रतिभागियों ने मार्च माह में प्रपत्र भर दिया था वे अपना प्रपत्र अद्यतन कर सकते है।)

ध्यान देने योग्य बात:-

विकिपरियोजना भारतीय सेना

मित्रों विगत कुछ महीनो से निम्न विकी सदस्य (स्वप्निल करंबेलकर | Swapnil Karambelkar (वार्ता) ,Trikutdas,ArmouredCyborg आदि ) प्रायोगिक परियोजना के रूप में भारतीय सेना से सम्बन्धित लेखो का अद्यतन ,सुधार एवं सृजन का कार्य कर रहे है। इस प्रक्रिया में २० से अधिक लेखो का निर्माण ,८+ सांचे,श्रेणियाँ आदि का विस्तार एवं निर्माण कार्य हो चुका है।अब इस श्रमकार्य को एक परियोजना के रूप में समुदाय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। इच्छुक सदस्य अपना योगदान देकर इस परियोजना को सफल बनाने में सहयोग करें।अवलोकन हेतु यहाँ देखें ,परियोजना में योगदान देने हेतु यहाँ देखें:--स्वप्निल करंबेलकर | Swapnil Karambelkar (वार्ता) 08:16, 5 मई 2018 (UTC)

क्या मैं इसके मुख्य पृष्ट के बनावट में कुछ सुधार कर सकता हूं?--Navinsingh133 (वार्ता) 21:44, 5 मई 2018 (UTC)
जी अवश्य कर सकते है परंतु लेखों में योगदान करेंगे तो और भी अधिक श्रेयस्कर होगा।:स्वप्निल करंबेलकर | Swapnil Karambelkar (वार्ता) 03:24, 6 मई 2018 (UTC)


मॉरीशस सम्मेलन

नमस्कार,

मॉरीशस सम्मेलन के सम्बन्ध में विदेश मन्त्रालय से गत 4 मई को बैठक में स्वयं मैं और सुयश जी उपस्थित थे। वहां हुई चर्चा के कुछ मुख्य बिन्दु यहां दे रहा हूं:

  1. सदस्यों के पंजीयन में रिआयत या पूरी छूट का निवेदन किया, जिसकी संभावना अब प्रबल जान पड़ती है।
  2. सदस्यों के दिन के भोजन की व्यवस्था निःशुल्क करने की बात भी रखी गई, जिसके लिये मौखिक स्वीकृति मिल गई।
  3. निवास हेतु होटल की रिआयत/छूट आदि के लिये असमर्थता के साथ उन्होंने निकटवर्ती, अच्छे और सस्ते होटलों के सुझाव दिये।
  4. स्टॉल आदि की व्यवस्था और उसके शुल्क में छूट के निवेदन पर अगले दिन होने वाली मैराथन बैठक में निर्णय लिये जाने व छूट मिलने की संभावना पर जोर दिया गया।
  5. सम्मेलन के प्रमुख निर्णायक नियुक्त अधिकारी के बारे में उन्होंने बताया, जिनसे आवास पर तत्काल बैठक के लिये बहुत जोर देने पर स्वीकृति मिली।
  6. वहां भी कई बिन्दुओं पर चर्चा हुईं, उपरोक्त बिन्दुओं को बल मिला तथा उन्होंने 8-12 दिवस के भीतर उचित जानकारी देने का आश्वासन दिया।
  7. उन्होंने ्कुछ विशेष लेखों पर न्यूनतम 10 वाक्य के लेख तैयार करने का विचार रखा जो सम्मेलन से संबन्धित हों, जिसका आश्वासन हमने उन्हें दिया। ये कार्य एक सप्ताह के भीतर सम्पन्न हो पाये तो बहुत बेहतर होगा। इससे सम्बन्धित विषय हैं:
  1. मॉरीशस के शहरों के लेख
  2. मॉरीशस के प्रमुख व्यक्तित्वों के लेख
  3. हिन्दी के ऐतिहासिक तथा आधुनिक व्यक्तित्वों के 50-80 लेख
  4. मन्त्रालय, व अन्य संभावी लेख।
सदस्यों से इस बारे में निवेदन है कि अधिक से अधिक संख्या में लेख बनाकर (न्यूनतम 10 वाक्य, 2-5 कड़ियां, 1-2 संभव चित्र, 2 श्रेणियां, यथासंभव ज्ञानसन्दूक सहित) इस सन्देश के नीचे लेख सूची में जोड़ते जायें। इस में सहायता हेतु श्रेणी:मारीशस के हिन्दी विद्वान भी देखा जा सकता है।
अतः सभी सदस्यों से करबद्ध निवेदन है कि उपरोक्तानुसार मॉरीशस व हिन्दी संबन्धी लेखों में उपरोक्तानुसार विस्तार करें या बनायें वह भी शीघ्र। धन्यवाद--आशीष भटनागरवार्ता 15:38, 6 मई 2018 (UTC)
लेख सूची
  1. सेंट ब्रेंडन --Navinsingh133 (वार्ता) 20:59, 22 मई 2018 (UTC)
कृपया शहरों के नाम कि स्पेलिंग बताएं।--Navinsingh133 (वार्ता) 06:16, 6 जून 2018 (UTC)


AdvancedSearch

Birgit Müller (WMDE) 14:54, 7 मई 2018 (UTC)

@Birgit Müller (WMDE):, उपरोक्त सूचना का धन्यवाद। एक और निवेदन था। अंग्रेशी विकी की भांति स्वतः सन्दर्भ सुविधा जो मात्र यू.आर.एल लिखने से उपलब्ध हो जाता है, उसको हिन्दी विकि में सक्षम करने हेतु क्या करना होगा? यह अत्यन्त सहायक एवं कारगर उपकरण होता है।--आशीष भटनागरवार्ता 02:34, 9 मई 2018 (UTC)

प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत सम्पादनोत्सव

प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत सम्पादनोत्सव का आयोजन दिल्ली में दिनांक १९ और २० मई को आयोजित किया जा रहा है जिसमें हिन्दी ही नहीं बल्कि हर भाषा के सम्पादक हिस्सा लेने वाले है।अंग्रेजी विकि पर पर इसकी लिंक देखें।--राजू जांगिड़ (वार्ता) 17:17, 7 मई 2018 (UTC)

भोजपुरी या हिन्दी

इस प्रान्त के सदस्य कृपया निश्चित कहें कि ये भाषा वाला परिवर्ति उचित है या नहीं। अन्त में बर्बरता है, परन्तु यदि भाषा की भी बर्बरता है, तो तीनों सम्पादन एक साथ पूर्ववत् कर देवें। अस्तु। ॐNehalDaveND 17:25, 10 मई 2018 (UTC)

जिन्हें इस चर्चा में संबोधित किया गया है, वे स्पष्ट रूप से जान लें कि हिन्दी एक पूर्ण विकसित भाषा है। हिन्दी कोई बोली नहीं है। देवरिया जिले के संदर्भ में यह स्पष्ट है कि भोजपुरी वहाँ की सर्वाधिक लोकप्रिय बोली है, किन्तु भाषा हिन्दी ही है। क्योंकि भाषा बनने के लिए स्पष्ट रूप से विकसित पृथक् व्याकरण की आवश्यकता होती है। अतः बोली व भाषा के मध्य का अंतर समझना आवश्यक है।--अरुण प्रताप (वार्ता) 04:47, 11 मई 2018 (UTC)
एक पुनरीक्षक के रूप में यदि कोई विषय ज्ञात न हो तो अन्य सदस्यों की सहायता लेनी चाहिये। अतः मैंने ये यहाँ स्थापित किया, अब इसे आगे जो इस विषय को जानते हैं, वे ले जावें। अस्तु। ॐNehalDaveND 07:58, 11 मई 2018 (UTC)

मै एक अभिनेता व कलाकार हु मै अपना पेज विकिपीडीया पर बनाता हु पर मेरे पेज को कोइ हटा देता है एसा क्यो ?? हो रहा है ???

कृपया मुझे उत्तर दे मैंने दो बार अपना पेज बनाया पर किसी ने उसे हटा दिया क्यु जबकि मै एक सचमुच अभिनेता हु अगर आपको विश्वास न हो तो आप यहाँ चेक कर सकते है https://www.facebook.com/TheAnuragMaurya https://twitter.com/TheAnuragMaurya htttps://www.instagram.com/theanuragmaurya https://anuragmaurya.mixform.com https://anuragmaurya12.page.tl आपको हर किसी को पेज व सुधार ऐसे हटाने का अधिकार नही देना चाहिये — इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक हैं -अनुराग मौर्य (वार्तायोगदान)

दिए गये सन्दर्भों से यह साबित नहीं होता है कि आप एक उल्लेखनीय अभिनेता या कलाकार हो, क्योंकि विकिपीडिया पर फेसबुक, इंस्टाग्राम या ट्वीटर इत्यादि को सन्दर्भ नहीं माना जाता है क्योंकि इनका उपयोग तो आम लोग भी करते है और अभिनेता या खिलाड़ी भी।--राजू जांगिड़ (वार्ता) 06:12, 11 मई 2018 (UTC)

@अनुराग मौर्य: जी, प्रथमतः, आप अपनी वार्ता के अंत में चार टील्ड(~~) लगाकर हस्ताक्षर अवश्य करें ताकि आपको सीधे संबोधित किया जा सके। द्वितीयतः, आप स्वयं द्वारा लिखे गए लेख की उल्लेखनीयता (देखें, 3.1अनुल्लेखनीय विषय) की जाँच अवश्य कर लें। आप द्वारा लिखा गया लेख अनुल्लेखनीय विषय के संबंध में नहीं होना चाहिए।--अरुण प्रताप (वार्ता) 07:01, 11 मई 2018 (UTC)

Wiki Loves Food- 2018

हमें हिन्दी विकिमेडियन्स को Wiki Loves Food - 2018 [२] में भाग लेना चाहिए ,यह मेरा प्रस्ताव है और निवेदन भी है| --Harvinder Chandigarh (वार्ता) 08:23, 11 मई 2018 (UTC)

जे मेहता

साँचा:mbox - सायबॉर्ग (वार्ता) 13:41, 11 मई 2018 (UTC)

विकि जागरूकता अभियान

नमस्ते, हम लोग हिंदी विकिपीडिया के प्रचार एवं प्रसार के लिए हरियाणा के एक सरकारी कन्या विद्यालय में व्याख्यान एवं कार्यशालाएं करवाने जा रहे हैं इसके लिए विद्यार्थीयों के पाठ्यक्रम से जुड़े लेखों के सुधार के उद्देश्य से एक सूची बनाई गई है आशा है इन लेखों के सुधर एवं विस्तार में आपका सभी का सहयोग प्राप्त होगा धन्यवाद! --Shypoetess (वार्ता) 18:16, 11 मई 2018 (UTC)

लेख सूची

साँचा:main other
हिंदी
  1. तुलसीदास
  2. हरिवंशराय बच्चन
  3. महादेवी वर्मा
  4. सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'
  5. फणीश्वर नाथ रेणु
  6. ऐन फ्रेंक या ऐनी फ्रैंक
  7. भीमराव अम्बेडकर
  8. हज़ारी प्रसाद द्विवेदी
  9. आलोक धन्वा
  10. कुँवर नारायण
  11. जैनेन्द्र कुमार
  12. मनोहर श्याम जोशी
  13. रघुवीर सहाय
  14. धर्मवीर भारती
  15. गजानन माधव मुक्तिबोध
  16. शमशेर बहादुर सिंह
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  18. विष्णु खरे
  19. औम थानवी
  20. रज़िया सज्जाद ज़हीर
  21. उमाशंकर जोशी
  22. निशा निमंत्रण
  23. भक्तिन
  24. अलंकार
  25. संधि
  26. समास
  27. विभिन्न माध्यमों के लिए लेखन
  28. कहानी का नाट्य रूपांतरण
राजनीति विज्ञान
  1. राष्ट्र-निर्माण की चुनौतियाँ
  2. विभाजन: विस्थापन और पुनर्वास
  3. रजवाड़ों का विलय
  4. राज्यों का पुनर्गठन
  5. कांग्रेस
  6. भारतीय जनसंघ
  7. कम्युजिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया
  8. कांग्रेस में विभाजन
  9. भारत में आपातकाल
  10. नक्सलवादी आंदोलन
  11. नियोजित विकास की राजनीति
  12. योजना आयोग
  13. भारत के विदेश सम्बन्ध
  14. गुट निरपेक्षता की नीति
  15. भारत की परमाणु नीति
  16. भारतीय किसान यूनियन
  17. दलित पैंथर्स
  18. ताड़ी-विरोधी आन्दोलन
  19. नर्मदा बचाओ आंदोलन
  20. जम्मू एवं कश्मीर
  21. पंजाब
  22. शीत युद्ध का दौर
  23. दो-ध्रुवीय विश्व का आरम्भ
  24. भारत और शीत युद्ध
  25. सोवियत संघ का विघटन
  26. गोर्बाचेव
  27. सत्ता के वैकल्पिक केंद्र
  28. यूरोपीय संघ
  29. दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों का संघ
  30. चीन के साथ भारत के सम्बन्ध
  31. अंतरराष्ट्रीय संगठन
  32. संयुक्त राष्ट्र संघ
इतिहास
  1. हड़प्पा सभ्यता
  2. मोहनजोदड़ो
  3. आरंभिक राज्य और अर्थव्यवस्थाएं
  4. बंधुत्व, जाति तथा वर्ग आरंभिक समाज
  5. भारत का सांस्कृतिक विकास (६०० ई.पू. से ६०० ई.)
  6. स्तूप
  7. मूर्ति कला
  8. बुद्ध एवं उनके अनुयायी
  9. यात्रियों की दृष्टि से भारत
  10. भक्ति काल
  11. सूफी काल
  12. एक सम्राट की राजधानी विजयनगर
  13. किसान ज़मींदार और राज्य
  14. शासक और इतिवृत मुग़ल दरबार
  15. उपनिवेशवाद और देहात
  16. १८५७ का आंदोलन
  17. महात्मा गाँधी और राष्ट्रीय आंदोलन
  18. भारत के विभाजन को समझना
  19. भारतीय संविधान का निर्माण
अर्थशास्त्र
  1. अर्थव्यवस्था
  2. अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्याएँ
  3. केंद्रीकृत योजनाबद्ध अर्थव्यवस्था
  4. बाजार अर्थव्यवस्था
  5. सकारात्मक एवं आदर्शात्मक अर्थव्यवस्था
  6. वस्तुओं के बीच प्रतिस्थापन
  7. हासमान विस्थापन दर अनाधिमान वक्र एवं आकार
  8. मंगवक तथा मांग का नियम
  9. निर्धारण
  10. उत्पादन फलन
  11. हासमान सीमान्त उत्पाद का नियम
  12. परिवर्तनशील अनुपात का नियम
  13. ज्यामितीय विधि
  14. बाजार संतुलन
  15. अन्य पूर्ण प्रतिस्पर्धा रहित बाजार
  16. एकाधिकार प्रतियोगिता
  17. समिष्ट अर्थशास्त्र
  18. राष्ट्रिय आय का लेखांकन
  19. मुद्रा एवं बैंकिंग
  20. आय निर्धारण
  21. विदेशी विनिमय बाजार
  22. विनिमय का निर्धारण
  23. एकाधिकार फर्म का अल्पकालीन संतुलन
  24. आर. बी. आई.
  25. खुली अर्थव्यवस्था में आय का निर्धारण
  26. लाभ
  27. प्रतिस्पर्धा रहित बाजार

टिप्पणी

नमस्कार, आपका प्रयास सराहनीय है एवं कामना करते हैं कि यह सफ़ल हो व आप एक कीर्तिमान स्थापित करें। आपके सन्देश को कुछ फ़ार्मैटिंग किया है जिससे यह अत्यधिक लम्बा न हो, आशा है ठीक लगेगा अन्यथा पूर्ववत भी किया जा सकता है।
इसके अलावा एक और बिन्दु पर ध्यानाकर्षण चाहूंगा; इस सूची में कुछ लेख विश्वकोश प्रकृति के प्रतीत नहीं होते हैं, तो इन पर पुनर्विचार कर ले कि क्या उन्हें यहां बनाना सही होगा, जैसे महात्मा गाँधी और राष्ट्रीय आंदोलन, भारत के विभाजन को समझना, एक सम्राट की राजधानी विजयनगर, किसान ज़मींदार और राज्य, शासक और इतिवृत मुग़ल दरबार, उपनिवेशवाद और देहात व बहुत से अन्य भी। इसके अलावा कई विषय जैसे विजयनगर, उपनिवेशवाद, आदि पर लेख बने हुए हैं; तो एक सम्राट की राजधानी विजयनगर एवं उपनिवेशवाद और देहात जैसे लेख अविश्वकोशीय स्वभाव के कारण यहां स्थान नहीं पायेंगे। और १८५७ का आंदोलन जैसे कुछ लेख १८५७ का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम नाम से पहले ही उपलब्ध है।
अब यदि आपको ये लेख निर्माण करने या करवाने ही हैं, तो इन्हें विकिपरियोजना:करनाल हिन्दी कार्यशाला २०१८/सदस्य लेख/उपनिवेशवाद और देहात और विकिपरियोजना:करनाल हिन्दी कार्यशाला २०१८/सदस्य लेख/एक सम्राट की राजधानी विजयनगर, आदि नाम से बनवा लें, जिनसे ये विश्वकोश मे में शामिल न होते हुए भी जालस्थल पर उपलब्ध रहेंगे और बाद में इन्हें या इनके पाठ (जिस पर सदस्यों द्वारा मेहनत की गयी है) उपयुक्त विश्वकोशीय शीर्षक के अन्तर्गत या किसी पहले बने उप्युक्त सम्बन्धित लेख के अन्तर्गत जोड दिया जाये। अभी ऐसे लेख साहित्यिक श्रेणी के प्रतीत होते हैं।इस परियोजना हेतु विकिपरियोजना:करनाल हिन्दी कार्यशाला २०१८ पृष्ठ का आवश्यकतानुसार विस्तार कर सकते हैं। इसे विकिपरियोजना के बजाय विकिपीडिया:. आदि नाम भी दिया जा सकता है, इस सम्बन्ध में विकिपीडिया:सम्मेलन/जनवरी 2017, भोपाल से प्रेरणा ली जा सकती है। कार्य अच्छा हो तो प्रस्तुतिकरण भी उत्तम होना चाहिये।
कृपया अन्यथा न लें, आपके प्रयास की सराहना पहले ही की है, वह व्यर्थ न जाये और हिन्दी विकिपीडिया पर सार्थक हो, इसीलिये यह सन्देश दिया है। ऐसा मेरा मानना है, आवश्यक नहीं कि ये सर्वसम्मत हो। अतः मात्र सुझाव है। धन्यवाद --आशीष भटनागरवार्ता 03:43, 12 मई 2018 (UTC)
नमस्ते @आशीष भटनागर: जी, लेख की फ़ॉर्मैटिंग के लिए धन्यवाद। चौपाल पर सूची डालने का एक उद्देश्य यह भी था कि मुझे फ़ॉर्मैटिंग नहीं आती और यहाँ कोई ना कोई इसे ठीक ज़रूर कर देता। आपके दूसरे बिंदु के बारे में: यह कार्यशाला बारहवीं कक्षा की छात्राओं को अपनी पढ़ाई में विकिपीडिया के प्रयोग के लिए प्रोत्साहित करने के लिए है जिससे कि नए पाठकों को हिंदी विकिपीडिया से अवगत करवाया जा सके। इसलिए उनके पाठ्यक्रम के विषयों का ही चयन किया गया है। यह जानते हुए भी की इनमे से कई विषयों पर दूसरे नाम से लेख हैं मैंने नाम नहीं बदले इसका कारण है की जिन बच्चों के लिए इंटर्नेट चलना भी कठिन है उनके लिए अपनी खोज को आवश्यकतानुसार बदलना थोड़ा कठिन होगा और वहीं विकि में लेख के नाम से भिन्न नाम के लेख की कड़ी जोड़ने का प्रावधान है तो लगा कि अगर ऐसा हाई किया जाए तो बच्चे आसानी से विषय खोज पाएँगे और हतोत्साहित नहीं होंगे।
परियोजना पृष्ठ की लेकर भी दुविधा थी कि हिंदी विकि पर बनाया जाए या मेटा पर तो उत्तर मिल हाई गया है। बाक़ी बच्चों से अभी सम्पादन नहीं करवा रहे। उन्हें केवल प्रयोगपृष्ठ पर सम्पादन करना ही सिखाएँगे। इससे हिंदी विकि को क्षति भी नहीं होगी और बच्चों में उत्साह भी बना रहेगा।
और अन्यथा लेने का तो प्रश्न हाई नहीं क्यों चौपाल पर यह संदेश डालने का मेरा उद्देश्य हाई ये था कि इस कार्य को अच्छे तरीक़े से किया जा सके और जो भी कमियाँ हों उन्हें दूर किया जा सके। आपके सुझाव एवं जो कार्य आपने पूर्ण भी कर दिए हैं उनके लिए आपका बहुत आभार। आशा है कि आप भविष्य में भी इसी प्रकार मार्गदर्शन करते रहेंगे।--Shypoetess (वार्ता) 16:54, 12 मई 2018 (UTC)
@shypoetess:जी, आपका प्रयास निश्चित रूप से सराहनीय है। मैं आशीष भटनागर जी से सहमत हूं कि कुछ विषय विश्वकोष के दृष्टिकोण से उपयुक्त नहीं जान पड़ते हैं। यथा-
(1) एक साम्राज्य की राजधानी:विजयनगर
(2) किसान, ज़मींदार और राज्य
(3) शासक और विभिन्न इतिवृत्ति(मुगल दरबार)
(4) उपनिवेशवाद और देहात
(5) विद्रोही और राज(1857 का आन्दोलन और उसके व्याख्यान)
(6) महात्मा गाँधी और राष्ट्रीय आन्दोलन
(7) विभाजन को समझना
(8) संविधान का निर्माण
(9) बंधुत्व, जाति तथा वर्ग(आरंभिक समाज); इत्यादि ये कुछ ऐसे विषय हैं जो NCERT की कक्षा 12 की इतिहास की पाठ्यपुस्तक 'भारतीय इतिहास के कुछ विषय' के भाग 1,2 व 3 में इन्हीं नामों से उपलब्ध हैं, जिन्हें http://ncert.nic.in/textbook/textbook.htm से सीधे डाउनलोड किया जा सकता है।--अरुण प्रताप (वार्ता) 05:59, 12 मई 2018 (UTC)
नमस्ते @अरुण प्रताप: जी, आपके प्रोत्साहन और टिप्पणी के लिए धन्यवाद। जैसा कि मैंने आशीष जी से भी कहा कि इन्हीं नामों से लेख बनाना आवश्यक नही है बस लेखों को इन नामों से जोड़ना है जिससे बच्चों को इन्हें ढूंढने में कठिनाई न हो। जैसे एक सम्राट की राजधानी विजयनगर एवं उपनिवेशवाद और देहात पर क्रमशः विजयनगर एवं उपनिवेशवाद की कड़ियाँ लगाई जा सकती हैं। हमारा उद्देश्य उन बच्चों को इस ज्ञानकोश से जोड़ना है और यह उतना ही सरल या कठिन होगा जितना की उनका इसमें से अपनी ज़रुरत के विषयों पर लेख खोजना। बच्चा चम्मच पकड़ने की कोशिश तभी करता है जब वह देखता है कि चम्मच से खाना खाया जाता है।
रही बात NCERT की कक्षा 12 की पाठ्यपुस्तकों की तो कुछ नहीं सरे ही विषय वहीँ से लिए गए हैं। और पुस्तकें भी विद्यार्थियों को विद्यालय में मुफ्त प्रदान की जाती हैं। परंतु इन पाठ्यपुस्तकों में विषय को बहुत संक्षेप समझाया जाता है जिससे न केवल कुछ विद्यार्थियों को पाठ ठीक से समझ नही आता बल्कि अधिक जानने की इच्छा रखने वाले छात्रों की ज्ञान पिपासा भी शांत नही हो पाती। इस प्रयास का एक उद्देश्य यह भी है कि ऐसे सभी छात्रों की किसी भी विषय के गहन अध्ययन में सहायता हो सके। आशा है कि हम जो करना चाहते हैं मैं आपको उसकी एक स्पष्ट तस्वीर दे पाई। यदि अन्य कोई भी प्रश्न या सुझाव हों तो साँझा अवश्य करें। इस कार्य में आपके सहयोग की अपेक्षा रहेगी। धन्यवाद!-- Shypoetess (वार्ता) 17:33, 12 मई 2018 (UTC)

दूरदर्शन पर हिंदी विकिपीडिया विडियो प्रसारण

विकिपीडिया - एकतारा

दूरदर्शन के छेत्रिय चैनल दूरदर्शन मध्य प्रदेश पर हिंदी विकिपीडिया विज्ञापन प्रकाशित किया जा सकता है|इस विषय में दूरदर्शन केंद्र से दैनिक शुल्क की जानकारी प्राप्त की गयी है और यह राशि किफ़ायती है| दूरदर्शन पर इंडियन प्रीमियर लीग की हाइलाइट रोजाना शाम प्रकाशित होती है और इस दौरान विज्ञापन दिखाने का फैसला विकिमीडिया फाउंडेशन ने लिया है| दूरदर्शन मध्य प्रदेश को इसलिए चुना गया है क्योंकि मध्य प्रदेश प्रथम लाक्ष रखा गया है और क्रिकेट क्युकी इसे अधिक संख्या में देखा जाता है और छात्र भी बहुत अधिक संख्या में देखते है| जहाँ तक राशि का बिंदु है इसे गोपनीय रहने दीजिये हालांकि अगर आप जानना चाहते है तो कृपया अनामदास जी , आशीष जी या सुयश जी को संपर्क करे| समझौते में गोपनीयता का क्लॉज़ होता है अतः इसे जाने अवश्य पर सार्वजनिक ना करे |

आप सब से अनुरोध है की इस विषय में चर्चा करके सुझाव दे समझौता होने से पहले| कोई सवाल हे तो बिलकुल पूछे | --Abhinav619 (वार्ता) 20:32, 11 मई 2018 (UTC)

साँचा:ping:स्पष्ट करना चाहुँगा कि राशि इत्यादि के बारे में मुझे किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं है। जहाँ तक इस विज्ञापन की बात है तो इसके कंटेंट मात्र को लेकर हुई कई चर्चाओं में से भी मात्र एक-दो में मैं सम्मिलित था, इससे अधिक मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। राशि आदि से संबंधित न किसी चर्चा में मैं रहा हूँ न किसी प्रकार की जानकारी से मुझे अवगत कराया गया है। कृपया इस प्रकार के प्रकरणों में बिना सहमति के नाम न लिखें तो कृपा होगी। --अनामदास 12:31, 20 मई 2018 (UTC)
साँचा:ping जी, १२ मई २०१८ रात २.०९ मिनट पर मैंने आपको और बाकी प्रतिनिधियों को एक मेल भेजा था | मेल का विशेष है - '[Hindi awareness video]' Ready to launch on 2 April। इस मेल पर धन की जानकारी और सारी चर्चा का उल्लेख है | जो मेल आप हैंगआउट चर्चा के लिए पर इस्तेमाल करते है उसपर है| --Abhinav619 (वार्ता) 14:46, 20 मई 2018 (UTC)
साँचा:ping महाशय, आपको जब सब कुछ गुप्त ही रखना है तब समुदाय में चर्चा का दिखावा क्यों? आप चार व्यक्ति मिलकर तय कर लो, समुदाय का नाम न लो। प्रारम्भ से ही पूरा कार्य बिलकुल ही अपारदर्शी रहा है और पूछने पर भी जानकारी नहीं दी जाती अथवा पूछने वालें के बदले किसी और को जानकारी देकर जानकारी उपलब्ध करवा दी है ऐसा दिखावा किया जा रहा है। आपने जब अनामदास जी , आशीष जी या सुयश जी को सभी जानकारी दे ही दी है तो आप चार व्यक्ति ही इसके लिए पूर्ण रूप से उत्तरदायी हो। बाकी समुदाय को कुछ पता नहीं। आप चार व्यक्तियों ने अंदर ही अंदर समझ लिया है। और एक बात मुझे अत्यंत विचित्र प्रतीत हो रही है कि जो शुरू से पूछ रहा है उनको आप कोई जानकारी दे ही नहीं रहे और अनामदास जी की टिप्पणी से प्रतीत होता है कि जानकारी उनको दी जिसने पढ़ी भी नहीं है और जानकारी प्राप्त करना चाहते भी नहीं थे! आपने मान लिया होगा ना कि आपने जानकारी दे दी? किस आधार पर आप हिंदी विकि के नाम पे ये सब कर रहे हैं?--आर्यावर्त (वार्ता) 05:23, 23 मई 2018 (UTC)
साँचा:ping जी, आप ऐसे कैसे बच के निकल जाओगे। जब ये जानकारी देने हेतु आप का चयन किया गया है। आप लोग विकि के सर्वेसर्वा हो तभी तो आपका चयन हुआ है। अब आप इसमें बराबर के उत्तरदायी हो। यहाँ तो बार बार पूछने पर भी कोई कुछ जानकारी नहीं दे रहा। दिल्ली सम्मेलन में भी आप ही तो जुड़े थे। इमर्शन कॉलेज को २०℅ देने का निर्णय आप ही लोगों ने मिलकर अंदर अंदर ले लिया था ना? आपने ही तो कहां था ना कि ये किसी को मत बताओ? आप ही थे इसमें। दिल्ली सम्मेलन में वीडियो दिखाने का निर्णय भी आप ही व्यक्तियों ने अंदर अंदर ले लिया था और आप ही तो सभी को प्रतिभाव पूछ रहे थे। किसको पूछना है और किसको नहीं इसका चयन भी तो आप ही ने किया था क्योंकि मेरा प्रतिभाव नहीं लिया गया था। आप ही हो जिसने ऐसे लोगों को विकिपीडिया में न केवल आमंत्रित किया, उनके साथ रहकर ये सब प्रवृत्तियां करवाई और समुदाय को विकास का चश्मा पहनाने का काम भी तो आपने ही किया था। विकास कितना हुआ और विनाश कितना हुआ? समुदाय को नहीं बताएंगे?--आर्यावर्त (वार्ता)
साँचा:ping जी, श्रीमान गुप्ता कुछ भी नहीं रखा है | यह जानकारी साँझा करते समय लिखा गया है "इसे जाने अवश्य पर सार्वजनिक ना करे"|--Abhinav619 (वार्ता) 12:30, 23 मई 2018 (UTC)
में निजी ज़िन्दगी में थोड़ा व्यस्त चला रहा हूँ और में तीन हफ्ते का समय चाहूंगा | इस विषय में एक एक चीज़ का उल्लेख सामने रख देता हूँ | इस बीच अगर कोई और सदस्य पहले सारा उल्लेख रख दे वो और भी अच्छा होगा | मैं थोड़ा व्यस्त हूँ और तीन हफ्ते बाद ही बता पाउँगा | यह दूध का दूध और पानी का पानी कर देगा | आप की शंका भी शायद दूर होगी फिर और अगर होगी तो बहुत ही अच्छा होगा| आप का बहुत सम्मान है श्रीमान बस आप के बात करेने का ढंग नहीं पसंद| --Abhinav619 (वार्ता) 13:01, 23 मई 2018 (UTC)
साँचा:ping जी, आप आरम्भ में ही सीधे सीधे पूछने पर जानकारी उपलब्ध करा देते तो पूछने की आवश्यकता ही नहीं होती। आखिर अभी भी ये सब इतना अपारदर्शी क्यों है? आप इस तरह का अपारदर्शी कार्य करते ही क्यों हो कि बार बार पूछना पड़े? अनेकोनेक बार पूछने पर भी जानकारी क्यों नहीं दे रहे? मैंने पहले तो खर्च के विषय में जानकारी मांगी थी जो अभी तक नहीं मिली। उत्तर देने के लिए आप फाउन्डेशन के सदस्य तक को ले आये परंतु जानकारी नहीं मिली। दूसरा प्रश्न ये था कि आपने अनामदास जी , आशीष जी और सुयश जी जी को खर्च की जानकारी ईमेल से भेजी; अनामदास जी की टिप्पणी से स्पष्ट है कि आपने ऐसे लोगों को ये जानकारी भेजी जिसने देखी भी नहीं थी और जानना भी नहीं चाहते थे। जो ये जानकारी मांग रहा है वो तो अभी भी मांग ही रहा है और आप दे ह8 नहीं रहे। क्यों अभी भी, बार बार पूछने पर भी जानकारी दे नहीं रहे हैं? अनामदास जी , आशीष जी और सुयश जी है कौन जिसको आपने ये जानकारी भेजी है?

अनामदास जी , आशीष जी और सुयश जी आप तीनों से भी अनुरोध है कि स्पष्टता दें। समुदाय के नाम पर आपने जानकारी लेली और जो पूछ रहा है उनको अभी भी नहीं मिली। आप तीनों के पास ये जानकारी प्राप्त करने का विशेष अधिकार कैसे है? अब आप तीनों का उत्तरदायित्व बनता है, क्योंकि आप जानते हैं अब। बार बार पूछने वाले को आपने भी नहीं बताया है। कृपया स्पष्टीकरण दे कि आखिर ऐसा क्या है इसमें?--आर्यावर्त (वार्ता) 14:32, 23 मई 2018 (UTC)

साँचा:ping जी, विधिपूर्वक रूप से बात कहने के लिए धन्यवाद | आप का पहला प्रश्न है लागत को ले कर - बताना चाहता हूँ की हमने अनेक बार फाउंडेशन से पूछा पर वो हमें भी नहीं बताये | यह बात मैंने पहला भी आप को बताया था | आप का प्रश्न हमने फाउंडेशन के साथ साझा किया और वह स्वयं आप से बात किये | मुझे खुद भी बात सही नहीं लगी कि वो लागत की जानकारी नहीं दे रहे है| इसी तरह वीडियो पर भी हमें बहुत आपत्ति थी और हमने गुस्सा भी प्रकट किया | पर वो नहीं सुने| इन सब चीजों का उल्लेख समुदाय के सामने रखने के लिए समय मांग रहा हूँ| कब क्या चर्चा हुई कब सहमति नहीं बनी क्या वार्तालाप हुआ अत्यादि | जहाँ तक दूरदर्शन की बात है यहाँ पर मैंने दोनों दलों को मिलाया है इस लिए लागत की जानकारी है| अब आप का दूसरा सवाल - मैंने मेल तीनो प्रतिनिधियों को किया | इंडिया चैपटर में हमेशा एग्जीक्यूटिव समिति को तथ्यों की जानकारी दिया जाता है मैंने उसी आधार पे किया| खेर आप को भी यह जानकारी में स्वयं दे देता हूँ मेरी समझ के अनुसार प्रतिनिधियों को कोई आपत्ति नहीं होगी | आखिर मैं कहना चाहूंगा यह कार्य हिंदी विकिपीडिया पर है पर फाउंडेशन इसकी भागेदारी कर रहा है यूजर ग्रुप नहीं है | --Abhinav619 (वार्ता) 15:16, 23 मई 2018 (UTC)

सभी को नमस्कार,

पहले तो मैं अनामदास जी को ही भांति इस विषय में अनभिज्ञता दिखाना ही चाहूंगा, क्योंकि
  1. मुझे भी इस विषय में न तो कुछ विशेष ज्ञात है और न कोई रुचि ही है।
  2. इसका प्रमुख कारण हमारी किसी भी चर्चा के निष्कर्षों का फ़ाउण्डेशन द्वारा ध्यान न रखा जाना ही है। इस बारे में किसी वितार की आवश्यकता नहीं है, अधिकांश सदस्य इस बात को जानते व मानते भी हैं।
अब आगे का उत्तर:
  1. मुझे इसकी जानकारी नहीं है का अर्थ ये नहीं है कि मुझे इसकी जानकारी मिली नहीं है। इस बारे में बहुत सी मेल मुझे मिली भी हैं, जो अधिकांश अभिनव जी द्वारा भेजी गयी हैं, किन्तु उस विषय में रुचि न होने के कारण कभी उन्हें विस्तारपूर्वक पढा नहीं।
  2. उपरोक्त बिन्दुओ के कारण इस विषय से मैं अनभिज्ञ हूं और रहना चाहूंगा भी।
  3. इसके अलावा एक और बात भी ध्यान योग्य है, कि इस विषय की जानकारी गुप्त नहीं है किन्तु सार्वजनिक करने हेतु (और योग्य) भी नहीं है, जैसा कि अभिनव जी ने ऊपर लिखा ही है।
  4. दूसरी बात ये भी है, कि हमें (मुझे, अनामदास जी एवं सुयश जी) को ये जानकारी सदस्य दल (ध्वजवाहक) होने के कारण मिली, अतः मुझे नहीं लगता कि इसे सभी को न बताकर हमने कोई गलत कार्य किया हो, या किसी उत्तरदायित्व से मुख मोडा हो।
  5. ये वीडियो विकिमीडिया फ़ाउण्डेशन की परियोजना है, जिसके बारे में हिन्दी सदस्यों से राय अवश्य ली गयी थी, क्योंकि वे भाषा से जुडे हुए हैं, किन्तु इसकी वित्तीय जानकारी/आंकडे मुझे नहीं लगता है कि हिन्दी विकिपीडिया के सदस्यं के किसी काम या ज्ञात होने या बताने लायक हैं। सदस्यों को इससे क्या काम हो सकता है, या ये जानकारी उन्हें क्यों दी जाए? इसका कोई उत्तर मुझे नहीं मिलता है। (ये बिन्दु सदस्य चाहे तो नज़रअंदाज़ कर सकते हैं।)
--आशीष भटनागरवार्ता 03:06, 24 मई 2018 (UTC)
@Abhinav619 और आशीष भटनागर: जी,ये जानकारी अभी भी गुप्त ही है। एक नहीं हजार बार पूछ चुका हूं और अभी भी पूछ रहा हूँ। जहाँ तक मेरी जानकारी है इसमें हिंदी यूजर ग्रुप की कोई भागीदारी नहीं है। यदि है तो भी दल के सदस्यों को विश्वास में लिए बिना कोई भी कार्य आप तीनों मिलकर ही कर लोगे ऐसा कोई अधिकार दल के द्वारा आप तीनों को नहीं दिया गया है। न तो हिंदी विकिपीडिया ने कभी आपको उनकी और से नियुक्त किया गया है कि आप हिंदी विकि की और से जानकारी प्राप्त करने के लिए अधिकृत होंगे। सदस्यदल ने भी आपको ऐसा अधिकार नहीं दिया। आप केवल सदस्यदल के ध्वजवाहक हैं और आपकी सत्ता सदस्यदल के कार्यो के लिए दल को विश्वास में लेकर सेवक के रूप में दल के कार्य हेतु सीमित है। इसे छोड़कर और कोई विशेष अधिकार आप तीनों को नहीं दिया गया है। जैसा कि आपने भी लिखा है कि आप को अभी जानकारी बिना मांगे मिल रही है, जिसे आपने पढ़ी भी नहीं और आपको रुचि भी नहीं। यहाँ मैं अनेको बार पूछ रहा हूँ और अभी भी कोई जानकारी नहीं दे रहा है।

मैं अभी भी पूछ रहा हूँ कि कृपया इसकी पूरी जानकारी उपलब्ध कराए। कृपया बताएँ कि आपको कौनसी भाषा समझ आती है? तो मैं उसी भाषा में पूछता हूँ।

  1. कृपया मुझे जानकारी उपलब्ध कराएं। (हिंदी)
  2. કૃપા કરીને મને માહિતી આપો.(गुजराती)
  3. എനിക്ക് വിവരം നൽകൂ.(मालियालम)
  4. मला माहिती द्या.(मराठी)
  5. मलाई जानकारी प्रदान गर्नुहोस्।(नेपाली)
  6. ਕਿਰਪਾ ਕਰਕੇ ਮੈਨੂੰ ਜਾਣਕਾਰੀ ਪ੍ਰਦਾਨ ਕਰੋ(पंजाबी)
  7. مهرباني ڪري مون کي ڄاڻ ڏيو.(सिंधी)
  8. எனக்கு தகவல் கொடுங்கள்.(तमिल)
  9. దయచేసి నాకు సమాచారం అందించండి.(तेलुगु)
  10. براہ کرم مجھے معلومات فراہم کرو.(उर्दू)
  11. আমাকে তথ্য প্রদান করুন(बंगाली)
  12. 請向我提供信息。(चीनी)
  13. Please provide me information.(आंग्ल)
  14. Παρακαλώ δώστε μου πληροφορίες.(ग्रीक)

उम्मीद करता हूँ कि इसमें कोई एक भाषा में अवश्य मेरा संदेश आपको समझ में आ ही जायेगा और आप और कोई बात न करके जानकारी उपलब्ध करोगे। ये अभी उम्मीद करता हूँ कि आगे से आप ऐसे कार्यो में नहीं पड़ोगे। धन्यवाद।--आर्यावर्त (वार्ता) 05:07, 24 मई 2018 (UTC)

साँचा:ping हिन्दी विकी के प्रबंधक होने के नाते मुझे आपको समर्थन है। फाउंडेशन के एक व्यक्ति ZMcCune ने भी इसे स्पष्ट कर दिया है कि ऐसी परियोजनाओं में हम खर्चे का खुलासा नहीं करते। दूरदर्शन पर विज्ञापन देना हिन्दी विकी के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। साथ ही मैं अपने साथी प्रबंधक का जानबूझकर कई भाषाओँ में सवाल करना तथा आगे से आप ऐसे कार्यो में नहीं पड़ोगे जैसे कथन की कड़ी निन्दा करता हूँ।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 05:26, 24 मई 2018 (UTC)
वीडियो की एक छोटी सी झलक
ध्यान दे : कल इंडियन प्रीमियर लीग के निर्णायक मैच शुरू होने से पहले होने वाले खेल चर्चा कार्यक्रम के दौरान हिंदी विकिपीडिया विडियो डीडी स्पोर्ट्स पे प्रकाशित किया जाये गा |

--Abhinav619 (वार्ता) 11:07, 26 मई 2018 (UTC)

लेख "आइटेनीयम" का श्रेष्ठ लेख नामांकन

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मैने लेख "आइटेनीयम" का श्रेष्ठ लेख के लिये नामांकन किया है। सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया इस बारे में राय एवं सुझाव दें। नामांकन हुए बहुत समय हो चुका है।--Navinsingh133 (वार्ता) 22:41, 12 मई 2018 (UTC)

@प्रबंधक: कृपया इस पर ध्यान दें और अगर उचित हो तो इसे श्रेष्ठ लेख घोषित करें (आप लोग अनुभवी हैं, आप सब तो आसानी से तय कर सकते हैं कि यह श्रेष्ठ लेख मापदंडों पर खरा उतरता है या नही)।--Navinsingh133 (वार्ता) 22:50, 12 मई 2018 (UTC)
@Navinsingh133: जी, आपने लेख को श्रेष्ठ लेख व निर्वाचित लेख दोनों जगहों पर नामांकित किया है। कृपया किसी एक स्थान पर लेख को नामांकित करें।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 06:11, 14 मई 2018 (UTC)
@Godric ki Kothri: जी, नामांकन तो मैने पहले श्रेष्ठ लेख के लिये किया था और यहां संदेश भी छोड़ा था। मगर किसी ने पुनर्निरीक्षण नही किया ना ही कोई सुझाव दिया। फिर मैने निर्वाचित लेख पर नामांकन किया, और उसके निर्वाचित होने में अभी बहुत समय बाकी है। तो फिर तब तक इसे श्रेष्ठ लेख ही बना दिया जाये, मुझे यह अंदाजा भी हो जायेगा कि आगे क्या क्या सुधार करना है। जब यह निर्वाचित लेख बन जायेगा तो इसे श्रेष्ठ लेख की श्रेणी से उठा कर निर्वाचित लेख की श्रेणी में रख दिया जायेगा। धन्यवाद--Navinsingh133 (वार्ता) 17:32, 14 मई 2018 (UTC)
@Navinsingh133: जी, मेरे पास हाल के दिनों में थोड़ा कम समय है। अतः अन्य सदस्यों से निवेदन है कि वे इस लेख की समीक्षा करें।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 11:26, 16 मई 2018 (UTC)

काशीपुर, उत्तराखण्ड

काशीपुर, उत्तराखण्ड लेख को निर्वाचन के लिए नामांकित किया है। आप लोगों के सुझाव और टिप्पणियां आमंत्रित हैं। - सायबॉर्ग (वार्ता) 12:54, 13 मई 2018 (UTC)

नए सदस्य की संदिग्ध गतिविधियाँ

प्रबंधकगण कृपया ध्यान दें। 'बर्खास्त उपयंत्री दिवेश' नामक नए सदस्य की गतिविधियाँ संदिग्ध हैं। भाषा अश्लील तथा लक्ष्य विध्वंसकारी प्रतीत होता है। उनके संपादन का नमूना-----

(लोकतंत्र के चार स्तंभ होते हैं. एक नेताओं का, एक अफसरों का, एक जजों का और एक मीडिया का. जबकि सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ को अभी तक नकारा ही गया है. जबकि इस स्तंभ के बिना बाकी स्तंभों का कोई अर्थ नहीं होता है, एक लोकतांत्रिक और विकसित देश के लिए. वैसे भी भारतीय संस्कृति में पांच के अंक को ज्यादा शुभ माना गया है, चार से अधिक शुभ. यह पांचवां स्तंभ होता है, बर्खास्त उपयंत्री दिवेश भट्ट के समूहों का, जो सजग रहकर बाकी स्तंभों को अपनी जगह बताते रहते हैं.)------

कृपया देखें।--अरुण प्रताप (वार्ता) 16:12, 15 मई 2018 (UTC)

प्रोजेक्ट टाइगर लेख प्रतियोगिता २०१८ के मार्च माह के परिणामों की घोषणा

प्रोजेक्ट टाइगर
बधाई हो

प्रोजेक्ट टाइगर लेख प्रतियोगिता २०१८ के मार्च माह के परिणामों की घोषणा

सभी विजेताओं को हार्दिक बधाइयाँ, आशा है आप सभी इसी प्रकार अपना योगदान जारी रखेंगे -- सुयश द्विवेदी (वार्ता) 17:22, 15 मई 2018 (UTC)

सभी प्रतिभागियों को बहुत बहुत बधाई।आपके सतत प्रयास से ये प्रतियोगिता सफल रही।पुनः बधाई :स्वप्निल करंबेलकर | Swapnil Karambelkar (वार्ता) 17:29, 15 मई 2018 (UTC)
प्रतियोगिता ३१ मई २०१८ को २३:५९ (IST) तक है अतः सभी से अनुरोध है की प्रतियोगिता में सक्रीय भागीदारी दें। --सुयश द्विवेदी (वार्ता) 05:48, 16 मई 2018 (UTC)

प्रोजेक्ट टाइगर परियोजना में भागीदारी क्यों?

@Suyash.dwivedi: जी, हम सक्रिय भागीदारी क्यों दें?
  1. सबमिट किए गए लेख आप भाषाशैली के आधार पर अस्वीकार कर देते हैं।
  2. कारण पूछने पर, ठेठ लखनउवा लहज़े में कहें तो, झौवा(बाँस का बना बड़ा टोकरा) भर सांख्यिकीय आँकड़े पेश कर देते हैं, जिनमें न तो कोई स्पष्टीकरण दिया हुआ होता है और न ही संकेतों की कोई व्याख्या ही दी हुई होती है।
  3. आपके लेखों की भाषाशैली मैं देख चुका हूं। अनगढ़ वाक्यविन्यास लिखने के तो आप महारथी हैं। आपके द्वारा रचा गया लेख संजीव कपूर उदाहरण-स्वरूप देखा जा सकता है।
  4. ऐसा प्रतीत होता है कि आपके द्वारा लिए गए निर्णय स्वेच्छाचारी होते हैं तथा साथ ही साथ पूर्वाग्रहों से ग्रस्त होते हैं। ऐसा उन लेखों को देखकर कहा जा सकता है, जो परियोजना हेतु आपके द्वारा स्वीकार किए जा चुके हैं।
भई, हम तो भर पाए। आपका बहुत-बहुत शुक्रिया।--अरुण प्रताप (वार्ता) 08:47, 16 मई 2018 (UTC)
@अरुण प्रताप:, मुझे नही पता कि सुयष द्विवेदि ने कोई ग़लती कि है या नही, मगर वो निर्णायक हैं। अतः आपसे निवेदन है कि आप अपना क्रोध काबू में रखें, क्योंकि निर्णायक, सरपंच और न्यायाधीश को भगवान/ईश्वर/देवता का रुप माना जाता है और अगर वो गलत भी हों, तो उन्हें सम्मान पूर्वक इसकी जानकारी देना हमारा कर्तव्य है। हालाँकि, अगर आपकी जगह मैं नाराज़ होता तो मैं भी ऐसे हीं बात करता और संभवतः आप मुझे शांत करते। समय मिलने पर मैं भी इस मामले कि जाँच करुंगा।--Navinsingh133 (वार्ता) 20:13, 16 मई 2018 (UTC)
@Navinsingh133: जी, यहाँ पर सभी सदस्य बराबर होने चाहिए। कोई बड़ा या छोटा नहीं। हिन्दी विकि पर व्यतीत किए गए अधिक समय का यह अर्थ कतई नहीं होता कि संबंधित व्यक्ति का भाषाज्ञान सर्वोत्कृष्ट है। वैसे भी बचपन से मुझे जो संस्कार मिले हैं,उनमें व्यक्तिपूजा के लिए कोई स्थान नहीं है। बाकी, 'भगवान/ईश्वर/देवता' इत्यादि विशेषण बेमानी हैं।--अरुण प्रताप (वार्ता) 09:05, 17 मई 2018 (UTC)
@अरुण प्रताप: जी, आपका प्रश्न सुयश जी से है फिर भी मैं जवाब देने की गुस्ताखी कर रहां हूँ। आपने अभी तक दो पृष्ठ सबमिट किए हैं। एक पृष्ठ स्वकृत किया गया है जिसमें आपके द्वारा २०,००० के आस पास बाईट डाले गए और एक पृष्ठ स्वकृत नहीं किया गया। यह पृष्ठ गयासुद्दीन तुग़लक़ है जिसमें आपके द्वारा केवल ४२१३ बाईट ही जोड़े गए। प्रतियोगिता के अनुसार पृष्ठ में कम से कम ३०० शब्द और उसके साथ ९००० बाईट की वृद्धि करना आवश्यक है। आप अभी भी इस प्रष्ठ में बाकी के बाईट जोड़ सकते हैं और इसे अप्रूव किया जाएगा। --Satdeep Gill (वार्ता) 19:34, 18 मई 2018 (UTC)
@Satdeep Gill: जी, आप तो manipulation of truth के विशेषज्ञ निकले। तुक्का लगा रहे हैं या विस्तार के लिए वाक़ई में कोई बाइट-सीमा दी हुई है? वैसे, आप को ज़हमत उठाने की आवश्यकता नहीं थी, किंतु सुयश जी के amicus curiae बनकर आ ही गए हैं तो पहले नियम दिखाइए। नियम की व्याख्या आपसे बाद में माँगूँगा।--अरुण प्रताप (वार्ता) 07:50, 19 मई 2018 (UTC)
@अरुण प्रताप: जी, प्रतियोगता के बारे में अधिक जानकारी के लिए m:Project Tiger Editathon 2018 यह पृष्ठ देख सकते हैं। --Satdeep Gill (वार्ता) 22:10, 19 मई 2018 (UTC)
@Satdeep Gill: जी, आपको लगा होगा कि मैंने नियम नहीं देखे।(The article should be at least 9,000 bytes and at least 300 words in length. For English and Urdu, it should be at least 3000 bytes and at least 300 words in length. (exclude Infobox, template etc.)...इसका मतलब समझते है?? यह बाइटसीमा समग्र लेख के लिए है, न कि विस्तार के लिए। विस्तार शब्द इस नियम में है ही नहीं। स्वेच्छाचारिता को ढँकने के लिए बहाना तो कुछ भी बनाया जा सकता है। नियमों की ऐसी अधकचरी व ऊटपटांग व्याख्या करेंगे???--अरुण प्रताप (वार्ता) 01:26, 20 मई 2018 (UTC)
@अरुण प्रताप:; स्पष्ट नहीं है शायद यह मानना पड़ेगा। परंतू सभी भाषाओँ में यह नियम लागू हुआ है कि नया पृष्ठ होगा तो सबमिट करने वाले व्यक्ति को ९००० बाईट और ३०० शब्द जोड़ने होंगे और पुराने में भी। अगर आप कहें तो मेटा पर अस्पष्टता को दूर किया जा सकता है। --Satdeep Gill (वार्ता) 09:03, 20 मई 2018 (UTC)
@Satdeep Gill:जी, हाहाहाहा। उसकी आवश्यकता नहीं है। मैं स्वभाव से ही छिद्रान्वेषी हूँ, छेद ढूँढ ही लेता हूँ। स्वेच्छाचारिता की बात मैंने अकारण नहीं कही थी। परियोजना में सम्मिलित कई लेख ऐसे हैं जिनमें विस्तार की आवश्यकता नहीं है, फिर भी संदर्भ तथा कड़ियाँ जोड़ने, वर्तनी शुद्ध करने, वाक्य-विन्यास शुद्ध करने, अनावश्यक वाक्य हटाने तथा चित्र इत्यादि जोड़ने हेतु उन्हें परियोजना में रखा गया है। गयासुद्दीन तुग़लक़ भी ऐसा ही लेख था। विस्तार की बाइट-सीमा यदि नियमों में होती, तो यक़ीन मानिए, मैं इस लेख को हाथ भी नहीं लगाता। चलिए, अब इस चर्चा को यहीं विराम दिया जाए।--अरुण प्रताप (वार्ता) 11:39, 20 मई 2018 (UTC)

श्रेणी:पृष्ठ हटाने हेतु वर्तमान चर्चाएँ

@संजीव कुमार, अनिरुद्ध कुमार, SM7, और अजीत कुमार तिवारी: मेरे विचार से इस श्रेणी को हाल में हुए परिवर्तन में सबसे ऊपर दुसरे समीक्षा उपकरण में श्रेणी:शीघ्र हटाने योग्य पृष्ठ के बगल में जोड़ देना चाहिये। इससे सभी सदस्यों को मत व्यक्त करने में भी सुविधा रहेगी तथा प्रबंधक भी आसानी से देखकर शीघ्र निर्णय दे सकेंगे। साथ ही अन्य प्रबंधकों से अनुरोध है कि पृष्ठ हटाने की बहुत पुरानी चर्चाओं को बंद करके परिणाम घोषित करें। मैंने कुछ कल चर्चाओं (जो बहुत पुरानी थी और साफ़ हटाने योग्य पृष्ठ थे) को बंद करके परिणाम घोषित किया था।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 07:20, 18 मई 2018 (UTC)

लेख शीर्षक बदलने हेतु

@संजीव कुमार, अनिरुद्ध कुमार, SM7, और अजीत कुमार तिवारी: मैंने यहाँ बी आर अम्बेडकर लेख शीर्षक की वर्तनी अशुद्ध होने कारण प्रस्ताव रखा हैं, आपसे अनुरोध है की इसपर चर्चा एवं इसमें सुधार करें। संदेश हिवाळे (वार्ता) 16:04, 18 मई 2018 (UTC)

वर्तनी सुधार

पूरे हिन्दी विकि पर जहाँ पहले 'वाङ्मय' हुआ करता था वहाँ 'वांमय' कर दिया गया था। किसी स्वचालित ढंग से कोई इस गलती को सुधार दें नहीं तो यह एक निरर्थक शब्द बना रहेगा।--अनुनाद सिंह (वार्ता) 13:14, 25 मई 2018 (UTC)

ये पंचमाचर विरोधी बाट का कार्य है, जिस्ने बिना पूर्व आकलन किये ही पूरे हिन्दी विकि से ङ्म को ंम से बदल दिया है। निवेदन है कि कृउपया बाटधारक इसे पूर्ववत करने की कृपा करें। हां इसके साथ ही यह भी ध्याण रखें कि इस बार सभी ंम को ङ्म से न बदल दें। सधन्यवाद: उसका जिसने इस गलती को पकडा और लिखा।--आशीष भटनागरवार्ता 02:30, 26 मई 2018 (UTC)
मैं अनुदान में मिली गूगल क्रोमबुक से सम्पादन कर रहा हूं, जिसमें अभी तक मुझे चंद्रमा का चिह्न नहीं मिला है, अतः डाक्टर या बाट ही लिखना पडता है। इसके साठ ही नुक्ता भी नहीं मिला, अतः पडा आदि शब्द लिख रहा हूं। आशा है भूल क्षमा करेंगे।--आशीष भटनागरवार्ता 02:32, 26 मई 2018 (UTC)
@अनुनाद सिंह और आशीष भटनागर:जी, शुद्ध शब्द वाङ्मय को पुनः स्थापित किया है, वैसे ही संजीवबॉट के द्वारा अपाकृत पञ्चमाक्षरों को भी पुनः स्थापित करने को मैं कृतसङ्कल्प हूँ। धन्यवाद। अस्तु। ॐNehalDaveND 06:50, 26 मई 2018 (UTC)

सूचना

हाल ही में साँचा:tlx का अद्दतन किया गया हैं। इस साँचे से कुछ विकिडाटा और नक्शे के साँचे भी जुड़े थे जिन्हें भी अद्दतन किया गया हैं। अगर किसी को कोई नक्शे संबन्धित त्रुटि देखे तो मेरे वार्ता पृष्ठ पर लिखे दें। धन्यवाद--जयप्रकाश >>> वार्ता 09:22, 27 मई 2018 (UTC)

प्रोजेक्ट टाइगर लेख प्रतियोगिता २०१८ के अप्रेल माह के परिणामों की घोषणा

प्रोजेक्ट टाइगर
बधाई हो

प्रोजेक्ट टाइगर लेख प्रतियोगिता २०१८ के अप्रैल माह' के परिणामों की घोषणा

सभी विजेताओं को हार्दिक बधाइयाँ, आशा है आप सभी इसी प्रकार अपना योगदान जारी रखेंगे -- सुयश द्विवेदी (वार्ता) 17:37, 27 मई 2018 (UTC) साँचा:clear

सहायता

नमस्कार मित्रों मुझे किसी ने लोग आऊट कर दिया है मैं क्या करूं कृपया मार्गदर्शन करें। तारण (वार्ता) 18:31, 28 मई 2018 (UTC)

@तारण: आप किस चीज से लॉग आउट हों गयें है? आपका अकाउंट साइन तो मौजूद है।--Navinsingh133 (वार्ता) 20:40, 28 मई 2018 (UTC)

तारण तरण जी

जी मेरे मोबाइल में आ रहा है आप विकिपीडिया से लोग आऊट हो चुके हैं। तारण (वार्ता) 04:47, 29 मई 2018 (UTC)

मैं वहां गया जहां से खोज करते हैं वहां उसके बाजू में बराबर का निशान था वहां एक स्थान पर तारण लिखा था उसकी के ठीक बाद एक स्थान पर मैंने स्पर्श किया तो वहां आप लोग आऊट हो चुके हैं ऐसा आ रहा था फिर मैंने लोग इन किया वह मेरे नाम से तारण तरण सदस्य भी बन गया आप उसे बंद कर देवें। तारण (वार्ता) 05:23, 29 मई 2018 (UTC)

महत्त्व या महत्व

एक प्रबन्धक किस विवाद को जन्म देना चाहते हैं पता नहीं। परन्तु @आशीष भटनागर:जी से मैं निवेदन करूंगा कि कृपया महत्त्व और महत्व के सन्दर्भ में इन प्रबन्धक को बोध दें। जब तक मैं जानता हूँ आशीषजी ने हिन्दी के अनेकों शब्दों का शुद्ध प्रयोग अपने लेखों में किया है और चर्चाओँ में भी किया है। ये सम्पादन बिना कारण दिये पूर्ववत् किया है। मैं इसके पहले कारण दे कर महत्व का महत्त्व किया है। वो शुद्ध शब्द है। महत् + त्व से महत्त्व शब्द बना है। अस्तु। ॐNehalDaveND 05:01, 29 मई 2018 (UTC)

1 2 3 ये कुछ सन्दर्भ ॐNehalDaveND 05:14, 29 मई 2018 (UTC)
नमस्कार! मेरे विचार से महत्त्व होता है, मेरे लेखों में अधिकांशतः महत्त्व ही मिलेगा, किन्तु अभी शिलांग में मेरे शब्दकोश साथ नहीं हैं, अतः सन्दर्भ नहीं दे पाऊंगा। मात्र तुच्छ अनुभव के आधार पर बताया है। वैसे व्हाट्सैप पर हुई चर्चा में भि अधिकांश लोगों ने महत्त्व को ही सही बताया था।--आशीष भटनागरवार्ता 12:46, 29 मई 2018 (UTC)
@आशीष भटनागर:जी आप जिसे तुच्छ अनुभव कह रहे हैं, उस अनुभव को आत्मसात् करने के लिये भी मुझे शब्दकोश बनाना पड़ेगा। आपकी वर्तनी से बहुत सिखा है। आपके सम्पादन और विचार दोनों के लिये धन्यवाद। ॐNehalDaveND 10:54, 1 जून 2018 (UTC)

दिए जाने वाले लाभ की जानकारी

क्या विकिपीडिया पर संपादित किये गए लेख के लिए सम्पदानकर्ता को किसी प्रकार का धन लाभ विकिपीडिया द्वारा प्रदान किया जाता है?

आपके प्रश्न उत्तर आपको यहाँ मिल सकता है। धन्यवाद। ॐNehalDaveND 13:57, 30 मई 2018 (UTC)

New Wikipedia Library Accounts Available Now (May 2018)


Hello Wikimedians!

The TWL OWL says sign up today!

The Wikipedia Library is announcing signups today for free, full-access, accounts to research and tools as part of our Publisher Donation Program. You can sign up for new accounts and research materials on the Library Card platform:

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  • Invaluable – Database of more than 50 million auctions and over 500,000 artists - 15 accounts
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Expansions

Many other partnerships with accounts available are listed on our partners page, including Baylor University Press, Loeb Classical Library, Cairn, Gale and Bloomsbury.

Do better research and help expand the use of high quality references across Wikipedia projects: sign up today!
--The Wikipedia Library Team 18:03, 30 मई 2018 (UTC)

You can host and coordinate signups for a Wikipedia Library branch in your own language. Please contact Ocaasi (WMF).
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टूलहब का परिचय

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विकिमीडिया परियोजनाओं पर आपकी भागीदारी कैसी है? क्या आप लेख संपादित करते हैं? फाइलें अपलोड करते हैं? बर्बरता पर नज़र रखते हैं? लेखों का अनुवाद करते हैं? इंटरफ़ेस संदेशों का अनुवाद करते हैं? क्या आप लोगों को ऑनलाइन या ऑफ़लाइन व्यवस्थित करते हैं? क्या आप नए संपादकों, या नए प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करते हैं? क्या आप कोड लिखते हैं?

विकिमीडिया में योगदान करने के कई अलग-अलग तरीके हैं - जितने आप विकिपीडिया लेखों को पढ़ कर अपेक्षा करेंगे उससे कहीं ज़्यादा। पिछले कई सालों में स्वयंसेवकों ने ऐसे तकनीकी उपकरण विकसित किए हैं जो विकीमीडियंस को सामग्री में सुधार करने, बर्बरता पर नज़र रखने और कई अन्य कार्यों को करने में मदद करते हैं। वे ऐसे कार्य करना संभव कराते हैं जो विकी सॉफ़्टवेयर अकेले पूरा नहीं कर सकता है। इन उपकरणों के बिना हमारी कई परियोजनाओं की गति धीमी हो जाएगी।

टूलहब नामक एक नई परियोजना की घोषणा करने में मुझे बहुत खुशी हो रही है जो सभी भाषाओं में इन उपकरणों की खोज योग्य अनुक्रमणिका बनाना चाहता है। हम इस टूल कैटलॉग का निर्माण हमारे समुदायों की ज़रूरतों के आधार पर कर रहे हैं। अगर आप मदद करना चाहते हैं, तो कृपया टूलहब पर एक नज़र डालें और पृष्ठ के शीर्ष पर दिए गए सवाल की समीक्षा करें। आप वार्तापृष्ठ पर किसी भी भाषा में प्रतिक्रिया भी छोड़ सकते हैं। आप मुझे निजी प्रतिक्रिया ईमेल भी कर सकते हैं। Harej (WMF) (वार्ता) 00:38, 3 जून 2018 (UTC)

लेख

मेरा द्वारा 3 से 4 लेख हटाने का सन्देश क्यों आता है हमारा द्वारा जो भी लेख बनाये है वो क्यों हटा दिए जताए है।

यह हो सकता है कि आपके लेख विकिपीडिया नियमावली पर खरे नही उतरते हों इसलिये उन्हे हटा दिया जाता हो। कृपया बताएं कि कौन से लेख हटायें गये हैं।--Navinsingh133 (वार्ता) 06:27, 5 जून 2018 (UTC)

विग्यान

विटामिन A retinal विटामिन B thyamin

Project tiger contest

Dear all, apologies for writing in English. Please feel free to translate to Hindi. Project tiger contest winners who did not fill this form yet, please fill it by 15th June 2018. After that, we are not able to send the prize. Whoever already filled, need not fill it once again. Thank you। --गोपालकृष्ण ए 05:39, 8 जून 2018 (UTC)

आश्चर्य

आज मैं जब विकिपीडिया पृष्ठ को अनुवादित व सम्पादित कर रही थी तो मुझे यह देखकर आश्चर्य हुआ की विकिपीडिया के सह-संस्थापक लैरी सैंगर के बारे में ही विकिपीडिया पर पृष्ठ नही है! Sandman Girl (वार्ता) 11:01, 9 जून 2018 (UTC)

धन्यवाद, @: जी आपकी मेहनत और लगन के लिए! आपने इसे इतनी जल्दी बना दिया, मुझे बहुत ख़ुशी हुई। Sandman Girl (वार्ता) 12:39, 9 जून 2018 (UTC)

चलवित्र

किसी सदस्य ने विकिडाटा में कई हजार हिन्दी फिल्मों के लेखों के विवरण में "हिन्दी भाषा में प्रदर्शित चलवित्र" जोड़ दिया है, जो सभी मोबाइल पाठकों को लेख के ऊपर दिखाई दे रहा होगा। हालांकि ये बदलाव दो साल से भी ज्यादा पुराना है, पर ये गलत शब्द कई हजार लेखों में दिख रहा है। इसके स्थान पर क्या रखना सही होगा, जो विवरण के रूप में छोटा और अच्छा रहे? कुछ सुझाव :-

  • भारतीय हिन्दी फिल्म
  • ___ में बनी हिन्दी फिल्म

-- (वार्ता) 16:51, 9 जून 2018 (UTC)

चलवित्र से चलचित्र कर देना चाहिए। बाकी सब सही है।--आर्यावर्त (वार्ता) 07:52, 11 जून 2018 (UTC)
हर जगह फ़िल्म का ही उपयोग हुआ है। उपर वर्णित जिस विकल्प से साँचा:ping आपको सहूलियत हो उस विकल्प से चुन ले।--हिंदुस्थान वासी वार्ता 08:15, 11 जून 2018 (UTC)
वर्तमान में हुई चर्चाओं में सामुदायिक रूप से निर्धारित किया गया है। किसी भी समानार्थी शब्द को हटाकर मनपसंद शब्द जोड़ देने वाला संपादन अपने आप में एक विवाद को जन्म देना है। @ जी, आप से अनुरोध है कि चलचित्र हिंदी शब्द ही है अतः अशुद्ध वर्तनी चलवित्र को सही करके चलचित्र कर दें।--आर्यावर्त (वार्ता) 05:18, 12 जून 2018 (UTC)
जिसका प्रयोग नगण्य है, यहाँ भी और अन्य प्रकाशनों में भी। मनपसंद शब्द कौन जोड़ रहा है, सिर्फ एकरूपता की जा रही है।--हिंदुस्थान वासी वार्ता 06:15, 12 जून 2018 (UTC)
यदि एकरूपता ही करनी है, तो अधिकृत नाम से ही करनी चाहिये। अङ्कों के सन्दर्भ में भारतीय संविधान ने स्वीकारा है ऐसा तर्क दिया जाता है। कदाचित् अब वो संविधान अनुचित न घोषित कर दिया जाए। क्योंकि उसमें चलचित्र अधिनियम शब्द का प्रयोग होता है। अतः जिसे पृष्ठ के अन्तःभाग में इस शब्द (फिल्म) का प्रयोग करना हो वो कर सकते हैं, परन्तु पृष्ठ का नाम चलचित्र ही उचित होगा। कही पर भी नुक्ता का प्रयोग नहीं किया गया है, अतः पृष्ठ में भी उचित प्रयोग का उपयोग करें, जो सरलीकरण के लिये उचित माना जाता है। ॐNehalDaveND 07:17, 12 जून 2018 (UTC)
एकरूपता के लिये और हिन्दी को सरल बनाने के लिये जहाँ फ़िल्म शब्द का प्रयोग है वहाँ फिल्म कर देना चाहिये। ॐNehalDaveND 07:27, 12 जून 2018 (UTC)
"भारतीय हिन्दी चलचित्र" ये शब्द उचित होगा। चलवित्र एक वर्तनी दोष है न कि शब्द दोष। अतः पूर्ण शब्द परिवर्तित करना उचित नहीं। केवल वर्तनी का परिष्कार किया जाए। ॐNehalDaveND 11:47, 13 जून 2018 (UTC)

रामायण

साँचा:mbox Buddhdeo Vibhakar (वार्ता) 07:54, 10 जून 2018 (UTC)

Wikigraphists Bootcamp (2018 India): Applications are open

Wikigraphists Bootcamp (2018 India) is to be tentatively held in the last weekend of September 2018. This is going to be a three-day training workshop to equip the participants with the skills to create illustrations and digital drawings in SVG format, using software like Inkscape.

Minimum eligibility criteria to participate is as below:

  • Active Wikimedians from India contributing to any Indic language Wikimedia projects
  • At least 1,500 global edits till 30 May 2018
  • At least 500 edits to home-Wikipedia (excluding User-space)

Please apply at the following link before 16th June 2018: Wikigraphists Bootcamp (2018 India) Scholarships. MediaWiki message delivery (वार्ता) 11:12, 12 जून 2018 (UTC)

Update on page issues on mobile web

CKoerner (WMF) (talk) 20:58, 12 जून 2018 (UTC)

प्रमुख चित्र

मुखपृष्ठ निर्वाचित चित्र पर प्रमुख चित्र के बारे में एक चर्चा आरम्भ हुई है। कृपया अपनी राय दें।--आशीष भटनागरवार्ता 09:55, 16 जून 2018 (UTC)

विकिपीडिया पुस्तकालय की हिंदी शाखा का शुभारंभ

सभी विकिपीडियन साथियों को नमस्ते, आप सभी को सूचित करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है कि विकिपीडिया पुस्तकालय की हिंदी शाखा अब तैयार हो चुकी है। इसके अंतर्गत आप विश्व भर के अनेक मुक्त एवं पेड स्त्रोतों तक पहुँच प्राप्त कर सकते हैं (जैसे की विभिन्न शोध पत्रिकाएँ), स्त्रोतों का परस्पर आदान प्रदान कर सकते है और नए स्त्रोतों के सुझाव भी दे सकते हैं। आशा है कि विकिपीडिया पुस्तकालय हिंदी विकिपीडिया को बेहतर बनाने में आपका सहयोग दे पाएगा। धन्यवाद! -- Shypoetess (वार्ता) 19:58, 16 जून 2018 (UTC)

श्वेता जी, आपने यह शुभ समाचार से हम सबको प्रसन्न कर दिया। आशा है कि इस प्रयास से हिन्दी विकिपीडिया को काफ़ी लाभ होगा। --मुज़म्मिल (वार्ता) 17:19, 17 जून 2018 (UTC)

सुयशजी का चित्र प्रेरक के लिये नामाङ्कन

यहाँ नामाङ्कन किया है, कृपया अपना मत देवें। अस्तु।ॐNehalDaveND 16:49, 18 जून 2018 (UTC)

स्वप्नीलजी का चित्र प्रेरक के लिये नामाङ्कन

यहाँ नामाङ्कन किया है, कृपया अपना मत देवें। अस्तु। ॐNehalDaveND 17:17, 18 जून 2018 (UTC)

चित्र प्रेरक के लिये नामाङ्कन

कुछ समय पूर्व चौपाल पर चित्र प्रेरक पद/ अधिकार हटाने पर चर्चा हो रही थी। क्या यह अधिकार को छोड़ने का निर्णय हम नहीं ले रहे हैं? इस मामले को स्वप्निल जी और सुयश जी की स्वीकृति और मतदान से पहले स्पष्ट किया जाना चाहिए। --मुज़म्मिल (वार्ता) 19:46, 18 जून 2018 (UTC)

मुज़म्मिलजी, एक अनुभवी सदस्य के रूप में आपको तो ये ज्ञात होना ही चाहिये कि, चर्चा की सुविधा के लिये हो सके तो एक ही स्थान पर चर्चा करनी चाहिये। परन्तु कदाचित् आपकी मंशा इस दो स्थान पर स्थापित करने से स्पष्ट होती है। उद्देश कुछ और है और विकिपीडिया की चिन्ता प्रदर्शित की जा रही है। अतः आपको चित्र:Pdnbtn.png ये करना नहीं चाहिये। कृपया इसके आगे की चर्चा वहीँ होने देवें। अस्तु। ॐNehalDaveND 02:41, 19 जून 2018 (UTC)
"...उद्देश कुछ और है..." -- अत: मुद्दे से हटकर व्यक्तिगत हमला आपका लक्ष्य है - धन्यवाद नेहाल जी। --मुज़म्मिल (वार्ता) 10:00, 19 जून 2018 (UTC)
मुज़म्मिल जी, कुछ समय पूर्व चौपाल पर चित्र प्रेरक पद अधिकार हटाने का आवेदन मैंने ही किया था। लेकिन कुछ सदस्य के आलावा किसी ने चर्चा में भाग नहीं लिया। अन्त वो चर्चा एक विफल चर्चा थी। धन्यवाद--जयप्रकाश >>> वार्ता 10:12, 19 जून 2018 (UTC)
जयप्रकाश जी, आपके इसी उत्तर की मुझे आवश्यकता थी। अन्यथा यहाँ की नई उभरती संस्कृति में केवल लम्बी चर्चाएँ, व्यक्तिगत हमले, और इसी प्रकार के नकारात्मक तत्वों को शामिल किया जाता है। --मुज़म्मिल (वार्ता) 10:36, 19 जून 2018 (UTC)
मुज़म्मिलजी, नकारात्मकता तब सिद्ध करना अधिक सरल होता है, जब व्यक्ति अपने को कुछ वास्तविकता बताए हम उसे नकारना चाहते हो। आपके नकारात्मक कार्यों से सब परिचित हैं, अतः लम्बी चर्चा न करते हुए मैं पूछना चाहता हूँ कि, कृपया बताएँ कि क्यों आपने दो स्थानों पर ये लिखना उचित समझा? ॐNehalDaveND 04:25, 20 जून 2018 (UTC)
@Anamdas, Godric ki Kothri, Mala chaubey, अजीत कुमार तिवारी, अनिरुद्ध!, आर्यावर्त, आशीष भटनागर, चक्रपाणी, संजीव कुमार, और हिंदुस्थान वासी: माननीय प्रबंधकगण, आप सभी को मैं बधाई देना चाहूँगा कि हिन्दी विकिपीडिया का स्तर इतना ऊँचा हो चुका है कि अब किसी विषय पर प्रश्न (...चित्र प्रेरक पद/ अधिकार हटाने पर चर्चा...) पूछने पर पर अब सीधे व्यक्तिगत हमले किए जा रहे हैं (...आपके नकारात्मक कार्यों...) और यह बार-बार देखे जा रहे हैं। धन्यवाद। --मुज़म्मिल (वार्ता) 05:16, 20 जून 2018 (UTC)
जब तक आप अपने उद्देशों को स्पष्ट न करें, तब तक तो ये होना ही है। प्रबन्धकों को आपने मेरे नकारात्मक कार्यों की तो सूचना दे दी परन्तु "इसी प्रकार के नकारात्मक तत्वों को" की बात क्यों नहीं किया? अभी भी आप मेरे प्रश्न का उत्तर न देने के लिये प्रबन्धकों को इस चर्चा में सम्मिलत करना चाहते हैं। परन्तु मेरा प्रश्न रहेगा ही कि, क्यों आपने दोनों स्थानों पर ये चर्चा स्थापित करना उचित समझा? ॐNehalDaveND 05:40, 20 जून 2018 (UTC)
प्रबंधकगण! "अतः आपको चित्र:Pdnbtn.png ये करना नहीं चाहिये... " जैसी "सकारात्मक टिप्पणी/ निष्कर्ष" को क्या समझा जाए? --मुज़म्मिल (वार्ता) 05:50, 20 जून 2018 (UTC)
दोनों स्थानों पर स्थापित करने को जो समझा जाए, वही। ॐNehalDaveND 05:52, 20 जून 2018 (UTC)
यह भी अच्छी बात है कि हम पूँजीपति सदस्यों को न केवल आमंत्रित करें, बल्कि उन्हें अविलम्ब सारे अधिकार दे दें। जो भी इस पर कोई प्रश्न करे उसे दंडित और अपमानित करें। बाप बड़ा न भय्या सबसे बड़ा रुपय्या!! --मुज़म्मिल (वार्ता) 06:29, 20 जून 2018 (UTC)
लम्बी लम्बी बातें क्यों होती है, पता है आपको? जब कोई अपनी बात को घुमाता है और उत्तर देनें से बचता है। फिर उनके द्वारा आरम्भ की गई चर्चा को मैं तब तक आगे बढ़ाता हूँ, जब तक वो उत्तर न दे दे। फिर जब व्यक्ति को उत्तर देना पड़ता है या तो वो बहाना कर देता है कि आपका अमुक वाक्य, अमुक शब्द और पद्धति उचित नहीं थी। अतः मैं उत्तर देना उचित नहीं समझता। अब या तो आप ये बहाना बना लेवें या मेरे प्रश्न का उत्तर दे देवें। यह है चर्चा को लम्बी लम्बी करने से बचने का मार्ग। अस्तु। ॐNehalDaveND 06:42, 20 जून 2018 (UTC)
यह असभ्य पाठ तो हटा दिया, परन्तु यह भी अच्छी बात है कि हम पूँजीपति सदस्यों को न केवल आमंत्रित करें, बल्कि उन्हें अविलम्ब सारे अधिकार दे दें। जो भी इस पर कोई प्रश्न करे उसे दंडित और अपमानित करें। बाप बड़ा न भय्या सबसे बड़ा रुपय्या!! --मुज़म्मिल (वार्ता) 06:29, 20 जून 2018 (UTC) इस असभ्य पाठ का क्या करेंगे? ॐNehalDaveND 09:21, 20 जून 2018 (UTC)
@NehalDaveND: आपको सलाह दी जाती है कि किसी भी कारण से आप साथी सदस्य पर व्यक्तिगत हमले न करें। अन्यथा आपको प्रतिबन्धित करना पड़ सकता है। आप अपनी चर्चा सम्बंधित सदस्य से व्यक्तिगत रूप से सभ्य भाषा में करें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 12:20, 20 जून 2018 (UTC)
मुज़म्मिल जी, आपने उपयुक्त स्थानों पर टिप्पणी कर दी है तो वहाँ पर चर्चा पूर्ण होने से पूर्व यहाँ पर चर्चा आरम्भ न करें। यह नीतिगत रूप से सही नहीं लगता।☆★संजीव कुमार (✉✉) 12:21, 20 जून 2018 (UTC)
@संजीव कुमार: जी, आपने शायद ठीक ही कहा था कि चर्चा एक ही स्थान पर हो तो शायद अच्छा होगा। इसका मुझे खेद है। इसके साथ ही मुझे समय-समय पर हिन्दी विकिपीडिया व्यक्तिगत हमलों का निशाना बनाया जा रहा है और मुझे अपने विचार और मत प्रकट करने से रोकने का प्रयास किया जा रहा है। इस चर्चा के अतिरिक्त आप अनिरुद्ध जी के प्रबंधकीय मतदान के दौरान मेरे विचार रखने पर ही जिस प्रकार का माहौल खड़ा किया गया था, और उसके पश्चात चौपाल पर चर्चा को देख सकते हैं। उस चर्चा को अनावश्यक रूप से यहाँ चौपाल पर ले जाया गया और यहाँ पर भी मुझे घेरने का प्रयास किया गया। अच्छा होगा कि सभी सदस्यगण एक दूसरों का सम्मान करें और एक सकारात्मक वातावरण के निर्माण का प्रयास करें। धन्यवाद। --मुज़म्मिल (वार्ता) 12:48, 20 जून 2018 (UTC)
@Jayprakash12345: क्या आप मुझे पिछले आवेदन की विकि-कड़ी दे सकते हैं?☆★संजीव कुमार (✉✉) 12:25, 20 जून 2018 (UTC)
बाप पर जाए तो चलता है और किसी को दर्पण दिखाए, तो प्रतिबन्धित हो सकते हैं। ये कुछ समझ नहीं आया। ॐNehalDaveND 12:50, 20 जून 2018 (UTC)
यदि किसी ने भी किसी भी तरह का व्यक्तिगत हमला किया है, चाहे बाप पर जाने का चाहे गलत तरिके से दर्पण दिखाने का। सभी गलत हैं।☆★संजीव कुमार (✉✉) 13:10, 20 जून 2018 (UTC)
साँचा:pingजी विकिपीडिया:चौपाल/पुरालेख_52#चित्र_प्रेरक_अधिकार_सदस्य_समूह_हटाने_हेतु_अनुरोध तथा अन्य सभी साथियो से अनुरोध हैं कृप्या वाद-विवाद न बढ़ाये।--जयप्रकाश >>> वार्ता 13:33, 20 जून 2018 (UTC)
@Jayprakash12345: उस चर्चा में मुझे कहीं भी ऐसा नहीं दिखाई दे रहा कि किसी ने विरोध किया था। मुज़म्मिल जी ने एक टिप्पणी जरूर की थी लेकिन उसे विरोध के रूप में नहीं देखा जा सकता। उस समय उस चर्चा को समाप्त कर देना चाहिये था।☆★संजीव कुमार (✉✉) 14:07, 20 जून 2018 (UTC)
साँचा:pingजी, उस प्रस्ताव के पक्ष में मैं पहले भी था और आज भी हूँ। लेकिन चूँकि मैं एक प्रस्तावक था तो मैं उस चर्चा को विफल घोषित क्यों करता जिसे मैं आज भी सही मानता हूँ। तथा दो समर्थन के आधार पर मैं इसे सफल घोषित करता तो यह आगे जाकर विवाद बन सकता था। ऐसी स्थिति में किसी प्रबन्धक को इसे सफल/असफल घोषित किया जाना चाहिए था।--जयप्रकाश >>> वार्ता 14:17, 20 जून 2018 (UTC)
आरम्भ किसी ने किया तो मुझे भी आगे बढ़ना पड़ा। परन्तु अब मुख्य चर्चा कर लेता हूँ। मैंने नामाङ्कन किया था, परन्तु स्वप्नीलजी या सुयशजी ने उस प्रस्ताव को स्वीकारा नहीं है और मुझे लगता है कि वो स्वीकारते भी नहीं। कार्यशाला (अनौपचारिक कार्यक्रम) में हुई चर्चा को मैंने केवल समुदाय के सम्मुख स्थापित किया था। उस में चर्चा करने के स्थान पर राजनीति की गई और पहले जिसके विरोध में थे उस पर आज समर्थन के लिये आगे आना पड़ा। जो भी हो समुदाय में सब एक स्वर से ये कह रहे हैं कि चित्र प्रेरक का अधिकार और साँचा स्थानान्तरण का अधिकार हि.वि से दूर होना चाहिये, तो मैं भी उस स्वर में सम्मिलित हूँ। जैसे कुछ सदस्य स्वयं को प्रबन्धक पद के लिये नामाङ्कित करने के लिये बारं बार प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अन्य सदस्यों को प्ररित करते रहते हैं और विफल होते हैं, ये नामाङ्कन वैसा नहीं था। मुझे वरिष्ठ सदस्य ने कहा और चर्चा के अन्त में मैंने वरिष्ठ सदस्य के कहने पर ये नामाङ्कन किया। तथापि नामाङ्कन की जो अनावश्यकता थी उसे स्वीकार कर सब दोष अपने पर लेता हूँ। हि.वि के हित का प्रदर्शन करने वाले यदि राजनीति नहीं करते और अपना उद्देश सिद्ध करने पर नहीं उतर आते, तो सीधे सीधे स-जी ने जो बात कही वैसे अधिकार की अनावश्यकता सिद्ध हो जाती। परन्तु किसी को टोपीयोँ का सङ्ग्रह करना था, तो कदाचित् इस चर्चा को पहले विरोध किया और अब लगा कि किसी और को भी अधिकार मिल जाएगा, तो अब विरोध कर दिया। जब कि अनावश्यक अधिकार का पहले ही त्याग कर उसे समाप्त करने का प्रयास किया जा सकता था। ये दर्शाता है कि टोपीयों का सङ्ग्रह करने वाले कब पलटी खा जाए पता नहीं। ॐNehalDaveND 14:45, 20 जून 2018 (UTC)

चूँकि प्रश्न यह है कि हम इस अधिकार को हिंदी विकिपीडिया पर जारी रखें या नहीं, ऐसी चर्चा का उचित स्थान चौपाल ही है। नामांकन जहाँ किये गए हैं वहाँ तो यह चर्चा होगी नहीं, हाँ वहाँ यह टिप्पणी करना अथवा सूचना देना कि अभी यह अधिकार (जारी रखना) ही चर्चा का विषय है, अवश्य दिया जा सकता। ऐसे में मुझे नहीं लगता कि मुज़म्मिल जी ने इसे प्रश्न के रूप में यहाँ चौपाल पर पूछ कर कोई अनुचित कार्य किया है।

उक्त प्रश्न (चित्र प्रेरक अधिकार हिंदी विकिपीडिया पर उपयोगी है अथवा नहीं) के साथ मैं यह भी जानना चाहूँगा कि कार्यशाला में ऐसा क्या हुआ कि इस अधिकार हेतु नामांकन की आवश्यकता पड़ गयी? कोई ऐसी ख़ास आवश्यकता सामने आ गयी जिसे वर्तमान प्रबंधक नहीं कर सकते और उक्त दो सदस्य (नामांकित) ज़्यादा बेहतर कर सकते हैं अथवा कार्यशाला/सम्मलेन के बाद कुछ नए नामांकन करने की जो रवायत चली है उसी का अनुपालन मात्र हो रहा है? ऐसी कार्यशालाओं/सम्मलेन इत्यादि में क्या-क्या हुआ इसकी विस्तार से जानकारी माँगने पर कोई उत्तर नहीं मिलता, हाँ, ऐसा जरूर प्रतीत होता कि ये टोटके पदाधिकार दौड़ के लिए किये जाते हैं और सम्मेलन/कार्यशाला की सफलता इसी में है कि कुछ लोगों को फूलमाला पहना दिया जाय। (कुछ दिनों पूर्व कहीं "रेवड़ी" जैसा कुछ नज़र से गुजरा था, हालाँकि मुझे ऐसे शब्द प्रयोग उचित नहीं लगते) --SM7--बातचीत-- 14:39, 20 जून 2018 (UTC)

User:SM7 प्रश्न का उत्तर देने का अभ्यास नहीं और माँगने का अच्छा अभ्यास है आपको। एक बार ऐसा ही हुआ था, जब आपने कहा था कि ये कार्य वहाँ पहले क्यों नहीं किया। किया होता तो मैं उत्तर देता। उस आलम्बन में आप चर्चा से बच गये थे। आज आप दो स्थान पर चर्चा के वैसे ही अंश को उचित घोषित कर रहे हैं। तो इतना ध्यान रहे, जो आरोप मुझ पर लगे थे कि एक स्थान पर चर्चा न करके भिन्न भिन्न स्थान पर चर्चा करता है, वो आरोप निरस्त हो जाएगा। अतः आप अभी भी चाहें तो पलट सकते हैं। अस्तु। ॐNehalDaveND 14:52, 20 जून 2018 (UTC)
@SM7: बात चौपाल पर प्रश्न की नहीं थी और मुज़म्मिल जी को चौपाल पर प्रश्न करने से नहीं रोका गया। उन्हें दो जगह एक ही प्रश्न एक साथ उठाकर चर्चा को दुगुना न करने का आग्रह किया गया था जो उन्होंने स्वीकार भी किया है। वैसे आपने कार्यशाला के बारे में कहा है तो आयोजकों को पूर्ण विवरण देना चाहिये। लेकिन जहाँ तक मुझे याद है अभी तक पिछले सम्मेलन (दिल्ली में जो हुआ था) का विवरण भी नहीं मिला है और मुझे यह भी ज्ञान नहीं है कि उसके आयोजक कौन हैं। मेरा सुयश जी और स्वप्निल जी से आग्रह है कि वो कार्यशाला का ब्यौरा दें अन्यथा वो समयसीमा बतायें जिसमें ब्यौरा दे दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त मेरा उनसे यह भी आग्रह है कि जयपुर में हुई कार्यशाला का या तो ब्यौरा दें अथवा यदि ब्यौरा दे दिया है तो यह बताने का आग्रह करें कि ब्यौरा कहाँ दिया गया है? मैं दिल्ली सम्मेलन के आयोजकों (पृष्ठ पर ऐसा कोई उल्लेख नहीं है) से भी आग्रह करूँगा कि जल्दी से जल्दी सम्मेलन का ब्यौरा दें। इसके अतिरिक्त अन्य सम्मेलन यदि हुये हैं तो उनके लिए भी आग्रह करूँगा कि वो सम्बंधित सम्मेलन का ब्यौरा दें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 16:54, 20 जून 2018 (UTC)
ऊपर का वक्तव्य पढ़ कर अगर आपको लगता है कि यह आग्रह था तो कृपा करके यह भी बता दें कि दुगुनी चर्चा से बचने के इस आग्रह में मुज़म्मिल जी की कौन सी "मंशा" और "उद्देश्य" दिखाई पड़ा जिससे हिंदी विकिपीडिया खतरे में आ गयी। साथ ही कार्यशाला/सम्मेलन के उपरांत पदाधिकार हेतु नामांकन करने की प्रवृत्ति पर भी कुछ प्रकाश डालें। बाकी, पिछले सम्मेलन इत्यादि के विवरण का आग्रह मैं भी कर चुका हूँ। --SM7--बातचीत-- 17:09, 20 जून 2018 (UTC)
इस प्रश्न का उत्तर दे देता, परन्तु आपने अभी तक मेरे प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया। अतः मैं इस चर्चा में आपके किसी भी आरोप का प्रत्युत्तर देने को बाध्य नहीं हूँ। ॐNehalDaveND 01:42, 21 जून 2018 (UTC)
प्रशिक्षण कार्यशाला-जयपुर की लिंक [[३]],रिपोर्ट की लिंक [[४]],वार्ता पृष्ठ की लिंक [[५]],भोपाल कार्यशाला की लिंक [[६]],भोपाल की रिपोर्ट अभी बनी नहीं है (कार्यशाला समाप्त हुए ४ दिन हुए है आज )। दिल्ली सम्मेलन के बारे में मुझे नहीं पता उसमे मैं किसी भी प्रकार से आयोजन में सम्मिलित नहीं था। चित्रप्रेरक के लिए भी संजीव जी ने नाम आगे किया था मैंने स्वयं नहीं माँगा और अब इच्छा भी नहीं है,प्रबंधक योग्य है उस काम को करने के लिए ,धन्यवाद :--स्वप्निल करंबेलकर | Swapnil Karambelkar (वार्ता) 13:07, 21 जून 2018 (UTC)
साँचा:pingजी, ये होता है, जब टोपीयों का सङ्ग्रह करने वाले राजनीति करते हैं। इस अधिकार को दूर करना था, तो अब तक क्या कर रहे थे? स्वप्नीलजी ने या सुयशजी ने सामने से आ कर तो नहीं कहा था कि अधिकार देवें? आपने उनकों कार्य बताया/सिखाया और उन्होंने करने के लिये सज्जता दिखाई। नेपाली-विकिपीडियन्स् के सन्दर्भ में भी उन्होंने छोटी सी बात को इतना बड़ा बताया कि अब नेपाली से अतीव न्यून सम्पादक आते हैं हि.वि में सम्पादन करने। सन्दर्भ यही ये बारं बार करते हैं। पहले नीचा दिखाने का प्रयास करते हैं फिर सामने वाले के शब्दों में से शब्द चयन कर अपने को पीडित बताते हैं। उन्होंने अपने अधिकार का उपयोग किया होता तो अवश्य ये ज्ञात होता कि कार्य पूर्ण हो चुका है और अब इस अधिकार की आवश्यकता नहीं। परन्तु फिर टोपीयों का सङ्ग्रह कैसे करते? अब कुछ लोग कार्यशाला की गतिविधि पर प्रश्नचिह्न करते हैं। परन्तु ये वो ध्यान नहीं देते कि, इससे कितना कुछ सिखने को मिलता है। हम कोई वहाँ आनन्द लेने नहीं जाते। अपना काम छोड़ कर जाते हैं। जो लोग दिल्ली के सम्मेलन में अनेकों अपरिचित लोगों को आमन्त्रित करते हैं, जिनका हि.वि से कोई लेना देना नहीं, तब तो कोई कुछ नहीं बोलाता। कार्यक्रम मे जो विषय पढाने को उपस्थापित किया जाता है उससे भी हि.वि का सम्बन्ध नहीं था। यहाँ तक की समुदाय के सदस्यों को बताया भी नहीं जाता कि अमुक निर्णय करने जा रहे हैं। आपने समझाया था कि कुछ मत लिखना जो तुम लिखते हो और मैं कुछ करने के उद्देश में भी नहीं था। मैं केवल आपके वचनों का अनुसरण कर रहा था। क्या आप उनको या किसी सदस्य को ओनलाईन सिखा कर अधिकार प्राप्त करने को कहते, तो क्या वो भी अनुचित होता? फिर क्यों कार्यशाला का आयोजन करने वालों को हतोत्साह किया जाता है। दिल्ली का सम्मेलन जो हुआ था, उस में कितने ही लोग थे जिनको हि.वि की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं था। इस कार्यशाला में कोई भी ऐसा नहीं था। सब सिखने और सिखाने वाले ही थे। टोपीयोँ के सङ्ग्रह करने वाले विमान से ही आना जाना पसंद करते हैं ऊपर से दूसरो पर कलङ्क लगा देते हैं। जिससे अपना मिट जाए। आपके मना करने पर लिखा अतः क्षमाप्रार्थी हूँ। परन्तु ऐसा नकारात्मक कार्य करने वाले जब दूसरो को नकारात्मक कहे तो उनको प्रत्युत्तर देना आवश्यक हो जाता है। अस्तु। ॐNehalDaveND 14:22, 21 जून 2018 (UTC)
@NehalDaveND: आपसे मैं पहले भी आग्रह कर चुका हूँ कि आप व्यक्तिगत हमले न करें। यह चर्चा आपके व्यक्तिगत हमलों के लिए आरम्भ नहीं की गयी। चर्चा का विषय कुछ और है और केवल उसी के संगत लघु टिप्पणी लिखें।☆★संजीव कुमार (✉✉) 11:21, 22 जून 2018 (UTC)
@SM7: शायद जयपुर कार्यशाला की जानकारी सम्बंधित सदस्यों ने दे दी है। आप अपनी आपत्ति बता देंगे तो और भी अच्छा होगा। दिल्ली सम्मेलन वाले अभी भी चुप हैं और मैं दिल्ली सम्मेलन में एक दिन के लिए शामिल हुआ था लेकिन उसमें कुछ धमकियों (किसी विदेशी व्यक्ति द्वारा विडियो कॉलिंग द्वारा) के अतिरिक्त कुछ ज्यादा सकारात्मक याद नहीं है। सम्मेलन/कार्यशाला में जब लोग आपस में मिलकर विचार रखते हैं तो कुछ सामान्य बातें सामने आती हैं और उनके अनुरूप कुछ सुझाव दिये जाते हैं। जयपुर कार्यशाला में ऐसे किसी अधिकार का वर्णन हुआ हो ऐसा मुझे याद नहीं है लेकिन यदि आपको याद हो तो कृपया साझा करें, मुझे खुशी होगी। हालांकि जयपुर में अल्पकाल के लिए सभी सदस्यों को कुछ अधिकार दिये गये थे जिनकी उपयुक्त स्थानों पर टिप्पणी भी दी गयी थी। भोपाल में मैंने व्यक्तिगत रूप से सुयश जी और स्वप्निल जी के लिए यह बात कही थी क्योंकि मुझे उनकी चित्रों के बारे में समझ अच्छी लगी। हालांकि कुछ सदस्यों ने उसी समय चित्र प्रेरक अधिकार को यहाँ से हटाने सम्बंधी चर्चा के बारे में मुझे अवगत करवाया था लेकिन मुझे उस अधिकार को खत्म करने से पूर्व एक और प्रयास के रूप में कुछ और लोगों के लिए प्रेक्षित करने की इच्छा थी जिसके परिणामस्वरूप मैंने इन दो नामांकनों का सुझाव दिया था। चूँकि अधिकार पूर्ण प्रक्रिया के अनुरूप ही दिये जायें इसके लिए चर्चा चल रही है। यदि आपतियाँ उचित रही तो अधिकार नहीं दिये जायेंगे। कार्याशाला में अधिकारों से सम्बंधित ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया जिसकी विकिपीडिया पर चर्चा न हो।☆★संजीव कुमार (✉✉) 11:21, 22 जून 2018 (UTC)
साँचा:ping जयपुर कार्यशाला की रपट की जो कड़ी ऊपर दी गयी है उसमें आप Outcome अनुभाग में दी गई सारणी में देख सकते हैं कि कितने पदाधिकार बाँटने का लक्ष्य रखा गया था और कितने सफलतापूर्वक बाँटे गए। दिल्ली सम्मलेन के पहले ही दिन एक से अधिक नीतिगत प्रस्ताव (प्रबंधक नामांकन इत्यादि से संबंधित) चौपाल पर रखे गए थे और सम्मेलन के उपरान्त किसी कार्य हेतु ध्वजवाहकों का नामांकन भी हुआ था। नीतिगत प्रस्ताव की शैली वही थी कि प्रस्ताव किसी और का रखा किसी और ने; जैसे अभी आप बता रहे हैं कि सुझाव आपका था और नामांकन नेहल जी ने किया। ध्वजवाहकों के नामांकन की शैली वैसी ही थी मानों निर्णय सम्मेलन में लिया जा चुका है और चौपाल पर वोटिंग करके औपचारिकता पूरी करना भर बचा हुआ हुआ है। आपको याद होगा किसी सम्मेलन में कुछ चर्चा करके फैब्रिकेटर पर टास्क भी बना दी गयी थी कि अंकों का बदलाव कर दिया जाय और आपत्ति करने पर शायद आप ही को यह उत्तर दिया गया था कि यह निर्णय सम्मेलन में हुआ है जहाँ आप उपस्थित नहीं थे।
मैं आपके कथन से बिल्कुल सहमत हूँ कि कार्यशाला/सम्मलेन में आपसी विचार विमर्श के बाद कुछ सुझाव सामने आते हैं परन्तु यह सुझाव जब कार्यशाला/सम्मेलन के परिणाम के रूप में विकि पर प्रस्तुत किये जाते हैं तो उनमें विचार-विमर्श के दौरान प्रस्तुत किये गए पक्ष-विपक्ष के तर्कों/मतों इत्यादि की कोई जानकारी नहीं होती बल्कि ऐसा प्रतीत होता है कि कार्यशाला/सम्मलेन में शामिल सदस्य सहमत हैं और उन्हें बस समर्थन करना है, बाक़ी लोगों में से यदि कोई प्रश्न पूछे या आपत्ति करे (जो इस बात से अनभिज्ञ है कि किस विमर्श का परिणाम यह प्रस्ताव है) उसे प्रस्ताव का विरोधी मान लिया जाय या अड़ंगा लगाने वाले के रूप में देखा जाय। यही कारण है कि मैंने विकि से इतर ऐसी किसी चीज पर चर्चा करने की प्रवृत्ति का हमेशा विरोध किया है चाहे वह वाट्सएप समूह इत्यादि में हो अथवा कार्यशाला/सम्मेलन में लिया गया फ़ैसला हो।
ऊपर सीधे-सपाट प्रश्न कि "क्या यह अधिकार (चित्र प्रेरक) को छोड़ने का निर्णय हम नहीं ले रहे हैं?" पर "मंशा" और "उद्देश्य" जैसी चीजें उठाने पर भी आपत्ति थी मेरी। चर्चा का विषय अगर यही है कि चित्र प्रेरक का अधिकार हिंदी विकिपीडिया पर रहे अथवा इसे हटा दिया जाय तो हम इन प्रश्नों पर बात कर सकते हैं कि 1. कितने चित्र प्रेरण हेतु अनुरोध पिछले साल भर में किये गए 2. चित्र प्रेरक हेतु किस प्रकार की ख़ास समझ की आवश्यकता है 3. वर्तमान प्रबंधकों में कितने उन नीतियों की समझ रखते हैं जिनकी चित्र प्रेरण में आवश्यकता है 4. नए चित्र प्रेरक नियुक्त करने से प्रबंधकों का भार कितना कम होगा, इत्यादि। आशा करता हूँ आगे की चर्चा विषय से संबंधित हो। --SM7--बातचीत-- 19:53, 22 जून 2018 (UTC)
@SM7: जयपुर कार्यशाला में ऐसा लक्ष्य रखा गया था, ये मैंने शायद ध्यान नहीं दिया था कभी, जो मुझे देखना चाहिए था। लेकिन यदि किसी कार्यशाला से किसी को प्रशिक्षण देकर अधिकार दिया जाता है तो इसमें बुराई नहीं है। हालांकि मुझे ऐसा कहीं भी याद नहीं है कि जयपुर कार्यशाला के परिणाम के पश्चात् अधिकारों की बिना किसी चर्चा के बन्दरबांट की गयी हो। इस बार भोपाल वाले में भी सुझाव मेरा था, यदि नामांकन में इसका उल्लेख हो जाता तो आपकी यह समस्या भी नहीं रहती लेकिन मुझे नहीं लगता कार्यशाला में उपस्थित किसी भी व्यक्ति ने समर्थन किया था। यदि कार्यशाला में ही इसको अन्तिम मानना होता तो वहाँ २ प्रबन्धक मौजूद थे, एक नामांकन करता और दूसरा अधिकार देता। अतः दोनों कार्यशालाओं में ऐसा कुछ नहीं हुआ। दिल्ली सम्मेलन के बारे में मैं जवाबदेही नहीं रखता क्योंकि मैंने एक दिन भाग लेने के अतिरिक्त प्रबन्धक के तौर पर किसी तरह का भाग उसमें नहीं लिया।
अब बात मुद्दे की करते हैं: इस अधिकार को रखने अथवा छोड़ने का निर्णय चर्चा से होगा, मैं इसका उत्तर नहीं दे सकता। "मंशा" और "उद्देश्य" जैसी चीजें उठाने पर मैं पहले ही आपत्ति दर्ज कर चुका हूँ। (1) शायद एक भी नहीं (2) अधिकार की आवश्यकताओं में लिखा है (3) शायद है लेकिन मैं सभी का दावा नहीं करता (4) प्रबन्धक भार का अनुभव ही कहाँ करते हैं? हाँ, ऐसा अनुमान है कि चित्रों की भी समीक्षा थोड़ी अधिक होने लगेगी इस बहाने, बाकी ऐसा कोई दावा नहीं किया जा सकता जो भविष्य के गर्भ में छुपा हो।☆★संजीव कुमार (✉✉) 04:28, 23 जून 2018 (UTC)

संबंधित सदस्य कृपया ध्यान दें। अनुरोध एवं निवेदन है कि:

  1. चर्चाओ को अत्यधिक एवं अनावश्यक लम्बा करने एवं लम्बे संवादों से बचें, जैसा कि अन्तिम भोपाल सम्मेलन में भी चर्चा हुई थी।
  2. अपनी लम्बी बात को बिन्दुवार एवं न्यूनतम शब्दों में सारगर्भित कर इंचों की लम्बाई को मीटरों में करने से बचें।
  3. कुछ विशेष सदस्य (भोपाल सम्मेलन चर्चा अनुसार [भोसच]) विवाद में पडने व विवाद उत्पन्न करने से बचने का प्रयास करें। बहुत से मुद्दे व बिन्दु सार्वजनिक या बहु सदस्य सम्बन्धित होते हैं, अतः औरों को भी अवसर दें उनके दुःख उद्गार के लिये, स्वयं ही सारे उत्तरदायित्त्व न ओढ लें।
  4. यदि ऐसे ही विवाद उत्पन्न करते रहे तो विवादित/विवादास्पद आदि जैसे विशेषण नाम से जुड जायेंगे- जिसके लिये तैयार रहें। उस स्थिति में किसी प्रतिबन्ध आदि हेतु भी सज्ज रहें व तब किसी प्रकार की सहानुभूति की अपेक्षा न करें।
  5. यहां चौपाल पर अनावश्यक लेखन की बजाय इस उर्जा को किसी लेख सृजन या वर्धन में लगायें - जिसका विकिपीडिया अत्यन्त आभारी होगा।
बुरा लगा हो तो क्षमा, ये सन्देश विशेष प्रायोजन से लिखा गया है। कृपया संबंधित सदस्य उचित विवेक से काम लें।--आशीष भटनागरवार्ता 02:47, 23 जून 2018 (UTC)
बाप बड़ा न भय्या सबसे बड़ा रुपय्या!! इसकी अवगणना की गई कोई बात नहीं। अब अंश पर बात करूंगा।
  1. अब तक मात्र टोपीयों के सङ्ग्रह के रूप में इस अधिकार को लिया गया अतः अधिकार की उपयोगिता समुदाय के सामने नहीं आ पाई।
  2. एक बॉट चला कर चित्रों को श्रेणीकृत् किया जाएगा तो अवश्य पता चल सकता है कि चित्रों का कार्य है या नहीं।
  3. सबका मानना हो सकता है कि चित्र का कार्य नहीं है। परन्तु श्रेणीकरण के पश्चात् तथ्य सामने आ सकते हैं।
  4. मुझे आशा है संजीवजी के कहने पर पुनः सुयशजी या स्वप्नीलजी अधिकार लेने के लिये उपस्थित हों। परन्तु न हो तो किसी प्रबन्धक को ये कार्य करना चाहिये।
  5. मान लेते हैं कि बॉट चलाने के पश्चात् भी चित्र का कोई कार्य सामने नहीं आता, तो शान्ति से अधिकार दूर किये जा सकते हैं। क्योंकि समुदाय इस बात पर एक मत है।
  6. एक प्रयास अवश्य करना चाहिये। परन्तु कोई सिद्ध कर देता है कि नहीं ये अधिकार का उपयोग करने को कार्य है ही नहीं, तो भिन्न विषय है। अस्तु। ॐNehalDaveND 04:16, 23 जून 2018 (UTC)
मुझे लगता है इस चर्चा को थोड़े समय के लिए विराम देना चाहिये।☆★संजीव कुमार (✉✉) 04:37, 23 जून 2018 (UTC)
+1आशीष भटनागरवार्ता 10:52, 23 जून 2018 (UTC)

पृष्ठ स्थानांतरण रजनीश से ओशो

हम इंग्लिश में काफी बार एडिट कर चुके है और अनुभवी है. परन्तु, हिंदी में एडिट करना कुछ जटिल पड़ रहा है. अपितु, आशा है की कोई सहायता मिलेगी.

आपका ध्यान हिंदी विकिपीडिया के रजनीश पेज की तरफ आकर्षित करना चाहते है। मिल हुई नयी जानकारी और प्रसिद्ध अख़बारो क अनुसार आचार्य रजनीश या भगवन श्री रजनीश को अब "ओशो" के नाम से जाना जाता है। इसलिए आपसे निवेदन है की "page move" में हमारी सहायता करे। http://www.osho.com/pdf/Osho_Indian_Press_Coverage_2016.pdf साँचा:unsigned

मुझे लिखने को दो

निवेदन है कि आप मुझे लिखने दो। साँचा:unsigned

खुलकर बताइये कि आप कहना क्या चाहते हैं। और उचित होगा कि आप पहले एक खाता खोलें। --मुज़म्मिल (वार्ता) 03:40, 27 जून 2018 (UTC)

बुक्स & बाइट्स - २८वाँ संस्करण, अप्रैल–मई २०१८

विशेष:

  • #1Bib1Ref
  • नए भागीदार
    • Rock's Backpages
    • Invaluable
    • Termsoup
  • यूजर ग्रुप अद्यतन
  • वैश्विक शाखा अद्यतन
    • विकिपीडिया पुस्तकालय वैश्विक समन्वयकों की बैठक
  • स्पॉटलाइट: विकिपीडिया पर दस सबसे उद्धृत स्रोत क्या हैं? आइए डेटा से पूछते हैं।
  • संक्षेप में बाइट्स

बुक्स & बाइट्स के अंग्रेजी, अरबी, चीनी, हिंदी, इतालवी और फ्रेंच संस्करण अब मेटा में उपलब्ध हैं!

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विकिपीडिया पुस्तकालय दल

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--Shypoetess (परियोजना समन्वयक) विकिपीडिया पुस्तकालय-हिंदी शाखा

बाबिल से बेबीलोन नाम स्थानांतरण।

बाबिल से बेबीलोन नाम स्थानांतरण करने हेतु चर्चा रखी गई है। कृपया अपनी टिप्पणी रखें। निलेश शुक्ला (वार्ता) 07:36, 2 जुलाई 2018 (UTC)Nilesh shukla

विकिडाटा जानकारी हेतु नया उपकरण

नमस्ते सर्ववेभ्य:
हिंदी विकिपीडिया में किसी भी लेख में विकिडाटा की जानकारी प्रदर्शित करने हेतु एक नया WikidataInfo नाम का उपकरण जोड़ा गया है। इस उपकरण को सक्रिय करने से किसी भी लेख आदि पृष्ठों के ऊपर के हिस्से में आपको विकिडाटा की सभी जानकारी दिखेगी जिसमें विकिडाटा के पृष्ठ भी कड़ीं भी होगी। यदि लेख विकिडाटा से नहीं जुड़ा है तो भी दिखेगा और नई विकिडाटा आइटम बनानी हो तो उसके लिए एक ही क्लिक करने पर संबंधित पृष्ठ खुल जायेगा। इस उपकरण सक्रिय करने हेतु कोई भी सदस्य अपनी पसंद में गैजेट(उपकरण) में जाकर प्रदर्शन उपकरण वाले भाग में सब से नीचे इसे देख सकते हैं और टिक करके सक्रिय कर सकते हैं। सदस्यों से अनुरोध है कि इसे सक्रिय करके देखें और अपने प्रतिभाव दें। कोई त्रुटि हो तो भी कृपया यहाँ, प्रबंधक सूचनापट अथवा मेरे वार्तापृष्ठ पर सूचित करें। धन्यवाद।--आर्यावर्त (वार्ता) 14:37, 4 जुलाई 2018 (UTC)

जी नहीं दिख रही Capankajsmilyo (वार्ता) 01:25, 5 जुलाई 2018 (UTC)
@Capankajsmilyo: जी, क्या समस्या आ रही है? कृपया विस्तार से बताएँ।--आर्यावर्त (वार्ता) 01:45, 5 जुलाई 2018 (UTC)
@Capankajsmilyo: जी, सूचित करने हेतु आपका बहुत बहुत धन्यवाद। त्रुटि को सुधारा गया है और मैंने अपने इस बॉट खाते से टुल का उपयोग भी करके देखा है अतः आपको इस उपकरण का उपयोग करने में कोई समस्या नहीं होगी। कृपया उपयोग करके पुनः सूचित कीजियेगा। धन्यवाद।--आर्यबॉट (वार्ता) 02:13, 5 जुलाई 2018 (UTC)

प्रोजेक्ट टाइगर लेख प्रतियोगिता २०१८ के मई माह के परिणामों की घोषणा

प्रोजेक्ट टाइगर
बधाई हो

प्रोजेक्ट टाइगर लेख प्रतियोगिता २०१८ के मई माह' के परिणामों की घोषणा

सभी विजेताओं को हार्दिक बधाइयाँ, आशा है आप सभी इसी प्रकार अपना योगदान जारी रखेंगे -- सुयश द्विवेदी (वार्ता) 11:45, 5 जुलाई 2018 (UTC)

करनाल में विकिपीडिया बैठक

नमस्ते, करनाल में विकिपीडिया गतिविधियों को बढ़ाने के लिए एक बैठक का आयोजन किया जा रहा है। सदस्यों से अनुरोध है कि इसमें भाग लेकर बैठक को सफल बनायें। बैठक का विस्तृत वर्णन मेटा पर यहाँ है। आपके सुझाव एवं सहयोग का स्वागत है। धन्यवाद्। -- Shypoetess (वार्ता) 08:03, 7 जुलाई 2018 (UTC)

यह तो बहुत अच्छी बात है। --Hindustanilanguage (वार्ता) 08:15, 7 जुलाई 2018 (UTC)

साँचा:Delhi Metro Pink Line Route सहायता

सदस्यों ने अनुरोध है कि कोई सदस्य यदि साँचा:Delhi Metro Pink Line Route के स्टेशन्स को हिन्दी में लेख बनाना चाहे तो स्वागत है। इसके लिये अंग्रेज़ी विकि से पाठ्य सहायता मिल सकती है। धन्यवाद:आशीष भटनागरवार्ता 05:07, 8 जुलाई 2018 (UTC)

साँचा:ping साँचा:tick पूर्ण हुआ - सायबॉर्ग (वार्ता) 08:09, 9 जुलाई 2018 (UTC)

Consultation on the creation of a separate user group for editing sitewide CSS/JS

@Jayprakash12345:जी, ये कब से लागू होगा? सभी विकियों में होगा या हमारे विकि में इसको लागू न करना हो तो नहीं भी कर सकते? ये बदलाव उन टॉप 5 विकियों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है जिस विकि में प्रतिदिन लाखों संपादन होते हैं और वहाँ के प्रबंधकों की संख्या भी सैंकड़ो में होती है। सभी एक दूसरे को पूरी तरह जानते भी नहीं और विश्वास करना मुश्किल है। इसमें से कुछ ही प्रबंधक मीडियाविकि पृष्ठों को संपादित करना जानते होंगे ये भी सत्य है। परंतु यहाँ ऐसा नहीं है। हमारे यहाँ प्रबंधक तो ८ है लेकिन उसमें सक्रिय दो तीन ही है और सक्रिय प्रबंधकों में भी कुछ ऐसे हैं जो मीडियाविकि पृष्ठों को संपादित करने, नये नये टुल को जोड़ने में रुचि नहीं रखते। कुछ सदस्य ऐसे भी हैं जो प्रबंधक न होते हुए भी इसकी जानकारी रखते हैं और ऐसे सदस्य संपादन अनुरोध करते हैं। जो प्रबंधक मीडियाविकि पृष्ठों को संपादित नहीं करते वे भी इनकी गंभीरता को समझते हैं। हाल तो हमें इसकी इतनी आवश्यकता नहीं है। बहुत से विकि ऐसे भी हैं जिसमें एक दो ही प्रबंधक होते हैं। उन सभी को समस्या होगी और अलग से अधिकार लेना पड़ेगा। यदि नया सदस्य समूह बनता ही है तो अलग से अधिकार ले लेंगे।--आर्यावर्त (वार्ता) 12:38, 9 जुलाई 2018 (UTC)
आर्यावर्त जी, इसे कब लागू किया जायेगा। इस पर कोई निश्चित तिथि के बारे में मुझे नहीं पता हैं। लेकिन वार्ता पृष्ठ पर सितम्बर तक इस कार्य को पूर्ण किया जायेगा ऐसा लिखा हैं। तो कहा नहीं जा सकता कि कब लागू किया जायेगा लेकिन इसे जल्द से जल्द लागु किया जा सकता हैं। और इसे लाना का कारण बड़ी विकि नहीं हैं। बड़ी विकि पर तो तुरन्त गलत कोड को वापिस कर दिया जाता हैं। बल्कि छोटी विकि के कारण यह किया जा रहा हैं। आप इसका वार्ता पृष्ठ पढ़ लें। वहां आपके सारे उत्तर मिल जायेंगे। इसके पूरे होने पर मीडियाविकि पृष्ठों में रूचि लेने वाले प्रबन्धको को techadmin का अधिकार और लेना होगा। जिसके लिए प्रोग्रामिंग का आपको ज्ञान हैं का सामान्य प्रदर्शन करना होगा। धन्यवाद--जयप्रकाश >>> वार्ता 15:32, 9 जुलाई 2018 (UTC)

हिन्दी विकिपीडिया की १५ वी वर्षगाँठ

हिन्दी विकिपीडिया की पंद्रहवीं वर्षगांठ

प्रिय मित्रों , इस वर्ष हिन्दी विकिपीडिया अपने शुभारभ की पंद्रहवीं वर्षगांठ ११ जुलाई को मना रहा है इस हेतु सभी को शुभकामनाऍ। सभी के समग्र प्रयास से हिन्दी विकिपीडिया आगे बढ़ रही है इस हेतु सभी को साथुवाद, सभी से अनुरोध है की इस दिन को मनाने हेतु सार्थक प्रयास करें,जैसे विकी मित्रो से मेल मिलाप ,बातचीत, लेख निर्माण आदि। प्रबन्धको से भी अनुरोध है की, मुख्पृष्ठ को यथोचित अद्यतन करें जिससे की सभी को इस दिन के बारे में पता चल सके। इस दिन को उत्सव के रूप में मानाने के लिए बहुमूल्य सुझाव भी दे सकते है। पुनः बधाइयों के साथ --सुयश द्विवेदी (वार्ता) 15:28, 10 जुलाई 2018 (UTC)

सभी को इस ख़ास दिवस की शुभकामनाएं।--Raju Jangid (वार्ता) 04:54, 11 जुलाई 2018 (UTC)

Global preferences are available

19:19, 10 जुलाई 2018 (UTC)


पृष्ठ स्थानांतरण रजनीश से ओशो ।

रजनीश से ओशो नाम स्थानांतरण करने हेतु चर्चा रखी गई है। कृपया अपनी टिप्पणी रखें। Accesscrawl (वार्ता) 07:02, 12 जुलाई 2018 (UTC)

साँचा:mbox Accesscrawl (वार्ता) 04:45, 15 जुलाई 2018 (UTC)

रियल टाइम रिसेंट चेंजीस उपकरण

नमस्ते सर्वेभ्यः
हिन्दी विकिपीडिया में अभी तक कुछ प्रबन्धक और पुनरीक्षक ही रियल टाइम रिसेंट चेंजीस का उपयोग करते आए हैं। ये रियल टाइम रेसेंट चेंजीस (RTRC) उपकरण हाल में हुये परिवर्तन पर नजर रखने हेतु अत्यंत ही उपयोगी उपकरण है। हालांकि अब तो कुछ विकियों में RTRC के बदले LiveRC का भी उपयोग होने लगा है और हाल में हुये परिवर्तन वाले पृष्ठ पर डिफ़ोल्ट रूप से संपदानों पर नजर रखने हेतु भी नयी सुविधा सभी के लिए उपलब्ध हो गयी है। फिर भी RTRC अभी भी हमारे विकि के लिए एक उपयोगी उपकरण है। पहले इसका उपयोग कुछ सदस्य अपने Common.js में कोड डालकर करते थे। नए पुनरीक्षको और हाल में हुये परिवर्तनों पर नजर रखने वाले सदस्यो को इस टूल को इन्स्टाल करने में परेशानी भी होती थी। अभी कोई भी सदस्य अपनी पसंद में उपकरण(गैजेट) में जाकर उन्न्त वाले भाग में इस टूल को टिक करके दूसरे उपकरणों की तरह ही इसका उपयोग कर सकते हैं।

वर्तमाना में ये उपकरण सदस्यो को अपनी वरीयता में जाकर सक्रिय करने पर ही दिखेगा। हम चाहे तो सभी के लिए डिफ़ाल्ट रूप से भी उपलब्ध करा सकते हैं। जिन प्रबन्धक और पुनरीक्षको ने अपने Common.js में पाठ जोड़कर इस साधन को सक्रिय किया है उनसे अनुरोध है कि आप चाहें तो वर्तमान स्थिति में ही इसका उपयोग कर सकते हैं और Common.js से कोड का पाठ निकालकर अपनी वरीयताओ में इस टूल को सक्रिय करके भी उपयोग कर सकते हैं।

इस टूल के विषय में सदस्यों को और कोई भी प्रश्न हो या अधिक जानकारी चाहिए तो यहाँ या मेरे वार्तापृष्ठ भी पूछ सकते हैं। धन्यवाद।--आर्यावर्त (वार्ता) 10:34, 12 जुलाई 2018 (UTC)

११वां विश्व हिन्दी सम्मेलन

सभी सदस्यों को इस सम्मेलन में भाग लेने हेतु भेजे जाने वाले सदस्य चुनने के लिये आभार। इसके साथ ही एक अनुरोध भी है कि इस मेटा प्रस्ताव पृष्ठ पर अपने समर्थन (endorsement) देने की कृपा करें। यह कार्य कार्यक्रम के लिये बचे अत्यधिक कम अन्तराल को देखते हुए शीघ्रातिशीघ्र कर दें, अन्यथा ग्राण्ट में देरी होने से कार्यक्रम में हिन्दी विकि की भागी दारी पर प्रभाव पडेगा। धन्यवाद:आशीष भटनागरवार्ता 02:23, 16 जुलाई 2018 (UTC)

हिन्दी दिवस लेख में देवनागरी अंको को हटा देना

नमस्ते सर्ववेभ्य:
१४ सितंबर को हिन्दी दिवस है और हम इसके उपलक्ष्य में हिन्दी विकिपीडिया पर लेख प्रतियोगिता का आयोजन भी करते हैं। २०१८ की हिन्दी दिवस लेख प्रतियोगिता के लिए भी तैयारी चल रही है। मैं जब हिन्दी दिवस लेख को देख रहा था तब मैंने देखा कि लेख हिन्दी भाषा के विषय में था और अंक हिन्दी भाषा की मूल लिपि देवनागरी में न होकर अरबी में लिखे गए थे। इसलिए मैंने इतिहास में जाकर देखा तो पता चला कि लेख बनाया गया तब तो अंक देवनागरी में ही थे जो इस अवतरण में देखा जा सकता है। फिर पता चला कि बिना लोग इन किये अपने आईपी पते से इस संपादन के द्वारा देवनागरी अंको को अरबी में बदल दिया गया था। इस संपादन को छुपाने के लिए सम्भवतः उसका पुनरीक्षण भी हो गया था और उसके ऊपर और संपादन हो गए थे जिस कारण ये छद्म हिन्दी और देवनागरी विरोधी प्रवृत्ति का किसी को पता नहीं चला था। इस संपादन द्वारा मैंने आईपी से बदले गए अंको को पुरानी स्थिति में कर दिया था परंतु हिंदुस्थान वासी (वार्ता योगदान) ने बिना कोई चर्चा किये इस संपादन द्वारा मेरे संपादन को पूर्ववत कर दिया है और देवनागरी अंको को हटा दिया गया है। इससे पहले भी सदस्य आशीष जी के साथ ऐसा दो बार कर चूके हैं और देवनागरी अंको को हटा चुके हैं एवं बिना चर्चा किये मनस्वी निर्णय लेकर देवनागरी अंको को हटा देते हैं और दूसरे प्रबंधकों का संपादन पूर्ववत कर देते हैं। पिछली दोनों चर्चाओं में भी उन्हें ऐसा न करने के लिए चेतावनी दी जा चुकी है और एक पुनरीक्षक को बिना कोई चेतावनी दिए प्रतिबंधित करने पर भी चेतावनी दी जा चुकी है। फिर भी ये ऐसा कार्य करना छोड़ नहीं रहे और हिन्दी भाषा में ही हिन्दी भाषा के देवनागरी अंको को हटाने की प्रवृत्ति कर रहे हैं। सदस्यों से अनुरोध है कि जल्द से जल्द निर्णय लें। धन्यवाद।--आर्यावर्त (वार्ता) 05:37, 18 जुलाई 2018 (UTC)

कहना पड़ेगा आर्यावर्त जी, ये जो लिखा है न बहुत दुष्टपूर्ण तरीक़े से लिखा है। मुझे पता है वहाँ अब जबरदस्ती सब अंक बदल दिये जाएंगे और शायद यही आपका मकसद है। लेकिन याद रहे जब आपने अंक बदले थे तो वहाँ अंतराष्ट्रीय अंक 2016 से मौजूद थे और आपके कारण आधे लेख में कोई और अंक और आधे में कोई और अंक हो गए थे। याद रखना चाहिए केवल अंक बदलने के लिए ही सम्पादन करना ग़लत माना गया है।--हिंदुस्थान वासी वार्ता 07:07, 18 जुलाई 2018 (UTC)
सदस्य:हिंदुस्थान वासी जी, आपकी देवनागरी अंक विरोधी नीति स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर हो रही है। आपने लिखा है कि, मुझे पता है वहाँ अब जबरदस्ती सब अंक बदल दिये जाएंगे और शायद यही आपका मकसद है। लेकिन याद रहे जब आपने अंक बदले थे तो वहाँ अंतराष्ट्रीय अंक 2016 से मौजूद थे और आपके कारण आधे लेख में कोई और अंक और आधे में कोई और अंक हो गए थे। याद रखना चाहिए केवल अंक बदलने के लिए ही सम्पादन करना ग़लत माना गया है। इसका क्या मतलब है? पहली बात तो ये है कि आपको किसी भी प्रबंधक के संपादन को पूर्ववत कर देने से पूर्व उनके साथ चर्चा करनी चाहिए। आपने चर्चा की होती तो मेरे पास आपके सभी सवालों के पर्याप्त उत्तर हैं। न केवल इस बार आप पहले भी साथी प्रबंधक आशीष जी के संपादन को बिना चर्चा किये ही पूर्ववत कर दिया था क्योंकि आपको अंक देवनागरी में दिखे और आप स्वयं को रोक नहीं पाए। आप लिख रहे हैं कि वहाँ जबरदस्ती सब अंक बदल दिए जाएँगे यहीं आपका मकसद है। वास्तविकता ये है कि वहाँ देवनागरी अंको को अरबी में बदल देने का किसी का मकसद काम कर रहा है। उपरोक्त चर्चा में तीनों कड़ियाँ शायद आपने देखी नहीं, इस अवतरण में जब लेख बना तब की स्थिति है। लेख २००७ में बना है और लेख में २००७ से देवनागरी अंक है। आपने लिखा है कि २०१६ से अरबी अंक है वो इसलिए है कि इस संपादन के द्वारा आईपी खाते से केवल अंको को बदलने हेतु संपादन करके २००७ से उपस्थित देवनागरी अंको को हटाया गया था। जब मैंने इस आईपी द्वारा बदले गए अंको को पुनः स्थापित किया तब फिर से आपने बिना कोई चर्चा किये मेरा संपादन हटा दिया और देवनागरी अंको को हटा दिया। अतः वास्तविकता ये हैं कि जबरदस्ती देवनागरी अंको को हटाया जा रहा है। २०१६ से अरबी अंक है वाली दलील का भी कोई महत्व नहीं है क्योंकि २००७ से एवं आरम्भ से ही देवनागरी अंक है। रही बात आधे अंक देवनागरी और आधे अरबी की तो लेख में बाद में संपादन करने वाले किसी सदस्य ने लेख में देवनागरी के अंक होते हुए भी अरबी अंक लिखे होंगे। उनको लिए मैं जिम्मेदार नहीं। जब आपका और जयप्रकाश जी का विवाद हुआ था तब मैंने ही जय जी को समझाया था कि सब भूल जाएं। एक और बात स्पष्ट कर दूं कि,अरबी अंक उनकी सुविधा के लिए है जिन्हें देवनागरी अंक लिखने में समस्या हो रही हो। अरबी अंको को स्थापित नहीं किया गया है।--आर्यावर्त (वार्ता) 10:26, 18 जुलाई 2018 (UTC)
देखा हो गया न! आप चाहते तो मुझसे लेख के वार्ता पर चर्चा कर सकते थे। लेकिन आपका आशीष जी को पिंग करना और यहाँ चौपाल पर लिखना आपकी मंशा साफ दिखाता है। आपकी संकीर्ण सोच भी दिखती है कि आपको हिसाब से देवनागरी अंक न लिखने वाले हिन्दी विरोधी है। जिसने आपसे कई गुना ज्यादा इस "हिन्दी" विकिपीडिया पर लेख लिखें हैं वो हिन्दी विरोधी हो गया?! ये सोच एक सांप्रदायिक विचारधारा से मेल खाती है। साथ ही आई॰ पी से सम्पादन करना गलत नहीं माना गया है। हर किसी को यहाँ निजता का अधिकार है और खाता बनाना आवश्यक नहीं है।
आप कौन होते हैं ये फैसला करने वाले कि अंतर्राष्ट्रीय अंक हिन्दी में स्थापित नहीं है? हर मुख्यधारा के प्रकाशन में इसका उपयोग है, सरकारी कागजों में है, संविधान में जिक्र है और कई जगह के विद्यालयों में हिन्दी इसी में पढ़ाई जाती है। आपने कह दिया और ऐसा हो गया। साथ ही इसमें इतना जज्बाती होने की क्या जरूरत है कि सभी पुराने विवाद याद करके भावनात्मक धमकी दी जा रही है। कभी खुले दिमाग से व्यावहारिक होकर सोचेंगे? खैर मुझे इसमें अब कोई दिलचस्पी नहीं। इन बेकार बातों के अलावा मेरे पास और भी कई काम है जो हिन्दी विकि के लिये उपयोगी भी हैं। धन्यवाद।--हिंदुस्थान वासी वार्ता 01:46, 19 जुलाई 2018 (UTC)
साँचा:ping, क्या सब आपके दास हैं, जो आपके किये हुए किसी भी अनावश्यक कार्य को लेकर प्रताडित होते रहें? सब आप से चर्चा करें और आपको पूछे और उनके स्वामी बन कर जो कहें वो उसे करना होगा। क्यो दूसरे ही आप से चर्चा करने आये? क्या आप को चर्चा पृष्ठ पर चर्चा करना नहीं आता? आपका व्यवहार प्रबन्धक बनने के पश्चात् और भी कुत्सित हो चुका है। तीन प्रबन्धकों का आपने सम्पादन पूर्ववत् कर दिया। एक पुनरीक्षक को आपने प्रतिबन्धित कर दिया और सर्वदा शब्दों और अङ्कों को लेकर समुदाय में कलह की स्थिति उत्पन्न करते रहते हैं। फिर सामने वाले पर दोषारोपण करके उसे दोषी घोषित भी कर देते हैं। अब ये अति है और इसे सहना उचित नहीं होगा। @संजीव कुमार, अनिरुद्ध कुमार, SM7, और अजीत कुमार तिवारी: जी, यदि प्रबन्धक पद की गरीमा और हि.वि के हित में आप वास्तव में निर्णय लेने के इच्छुक हैं, तो कृपया इस प्रबन्धक के अधिकार हटाने के मेरे प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देवें। अब तक सब प्रबन्धक मौन रहे परन्तु प्रत्येक बार इस सदस्य को छोड़ देना बारं बार कलह और अराजकता को जन्म देता है। इनको मात्र और मात्र अपने प्रबन्धक अधिकार का अभिमान है, जो उनको कार्य करने के लिये दिया गया है और ये उसे "अधिकार" मान कर दुरुपयोग की शृङ्गखा बनाते जा रहे हैं। अस्तु। ॐNehalDaveND 15:56, 19 जुलाई 2018 (UTC)
आ गए नेहल जी, फिर से विवाद करने का समय मिल गया? आपकी "राष्ट्रभक्ति" वाली भावना आहत होती हैं और आप निकल आते हैं।--हिंदुस्थान वासी वार्ता 00:30, 20 जुलाई 2018 (UTC)
आपकी "राष्ट्रभक्ति" वाली भावना आहत होती हैं और आप निकल आते हैं। इसे कोई व्यक्तिगत आक्रमण नहीं स्वीकारेगा। आपने अपनी मनमानी से रोकने वालों को विवाद करने वाला कहकर आपने हमारे विरुद्ध समुदाय में भ्रम उत्पन्न किया है। इसके चलते अच्छे सम्पादकों से भी विवाद हो जाता है। मैं समझता हूँ आपकी नीति और "तानाशाह की भावना" को। परन्तु अन्ततः सत्य और वास्तिविकता दर्शन दे ही देते हैं। अब मेरा प्रश्न ये है कि, मनोजजी, आशीषजी, योगेशजी, जयप्रकाशजी और मेरे साथ बारं बार विवाद करके आप अविवादित व्यक्ति कैसे बन जाते हैं? अब समुदाय के सामने है कि कौन विवादित है और सर्वदा विवाद का आरम्भ कौन करता है। विवाद उत्पन्न कर आप अपनी शक्ति (तानाशाही) के चलते मौन हो जाते हैं, परन्तु जो बारं बार पूछता है वो विवादित बन जाता है। आपने समय समय पर प्रबन्धक अधिकार का मात्र दूरुपयोग ही किया है। अतः अब प्रबन्धक अधिकार जो त्यागना ही होगा। ॐNehalDaveND 03:37, 20 जुलाई 2018 (UTC)
साँचा:ping जी, जैसा मैंने कहाँ था कि आपके सभी सवालों के उत्तर मेरे पास है। आपकी टिप्पणी से मुझे बहुत ही दु:ख हुआ है।
  • प्रश्न:आप चाहते तो मुझसे लेख के वार्ता पर चर्चा कर सकते थे। लेकिन आपका आशीष जी को पिंग करना और यहाँ चौपाल पर लिखना आपकी मंशा साफ दिखाता है। आपकी संकीर्ण सोच भी दिखती है कि आपको हिसाब से देवनागरी अंक न लिखने वाले हिन्दी विरोधी है।
  • 'उत्तर: वास्तविकता ये है कि किसी भी प्रबंधक के संपादन को पूर्ववत करने से पूर्व वार्तापृष्ठ पर चर्चा आपको करनी चाहिए थी और आप मुझे बता रहे हैं। आशीष जी को इसलिए पिंग किया गया है कि वो आपके द्वारा पिछली दो बार साथी प्रबंधक के सम्पादनों को चर्चा किये बिना ही पूर्ववत करके देवनागरी अंको को हटा देने वालें संपादन के साक्षी रहे हैं। मंशा तो स्पष्ट ही लिखी है मैंने कि, आप को दो बार ऐसा करने के लिए चेतावनी दी गई, एक बार एक पुनरीक्षक को प्रतिबंधित करने पर चेतावनी दी गई फिर भी आप स्वयं के ऊपर संयम नहीं रख पा रहे और बार बार देवनागरी अंको को ही आप हटा देते हैं। अतः अब आपके सामने कार्यवाही हो यहीं विकल्प बचा है। कार्यवाही के आवेदन हेतु ही इस चर्चा को यहाँ चौपाल स्थापित किया गया है। नियम अनुसार तीन चेतावनी के बाद किसी विशेष अधिकार रखने वाले सदस्य को प्रतिबंधित किया जा सकता है फिर भी ऐसा न करके मैंने इस चर्चा को समुदाय के समक्ष रखकर आपको एक और अवसर दिया है। मुझे व्यक्तिगत रूप से आपसे आपत्ति होती तो मैं तभी आपको प्रतिबंधित कर सकता था जब सामूहिक रूप से आपको प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया गया था। ऐसा करना ही होता तो मैं जयप्रकाश जी को समाधान हेतु नहीं समझता। खैर आप अभी भी मुझे समझ नहीं पाए और आप मुझ पर ही आरोप लगाने लग गए।
  • प्रश्न:आपसे कई गुना ज्यादा इस "हिन्दी" विकिपीडिया पर लेख लिखें हैं वो हिन्दी विरोधी हो गया?!
  • उत्तर: मेरा योगदान तो नगण्य है। मैं एक छोटा सा सेवक हूँ। हिंदी विकि में आपके योगदान की मैं हृदयपूर्वक सराहना करता हूँ। यहीं तो कारण था कि, जब आपको प्रतिबंधित करने की चर्चा चल रही थी तब मैं चर्चा से दूर रहा। मैं आपको खोना नहीं चाहता था। परंतु किसी भी व्यक्तिविशेष को अपनी मनमानी करने का अधिकार नहीं मिल जाता। आपके कार्यो से ही आप देवनागरी अंको का विरोध करके हटा रहे हैं।
  • प्रश्न: आई॰ पी से सम्पादन करना गलत नहीं माना गया है। हर किसी को यहाँ निजता का अधिकार है और खाता बनाना आवश्यक नहीं है।
  • उत्तर: आईपी से संपादन करना गलत नहीं है परंतु देवनागरी अंको के लिए दुर्भावपूर्ण संपादन करना और ऐसे संपादन को हटाने पर बिना चर्चा किये देवनागरी अंको को हटाने के लिए साथी प्रबंधकों के सम्पादनों को पूर्ववत कर देना गलत है।
  • प्रश्न: आप कौन होते हैं ये फैसला करने वाले कि अंतर्राष्ट्रीय अंक हिन्दी में स्थापित नहीं है?
  • उत्तर: बार बार हुई चर्चाओं में यहीं तय हुआ है।

धन्यवाद।--आर्यावर्त (वार्ता) 05:56, 20 जुलाई 2018 (UTC)

तीनों ही व्यक्तियों से अपील है कि संयमित तरीके से अपनी बात रखें। व्यक्तिगत हमलें करना तथा हर मुद्दे को चौपाल पर ले आना कदाचित उचित नहीं है। इससे हमारे विकि की छवि ही खराब होती है। धन्यवाद!-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 06:24, 20 जुलाई 2018 (UTC)
मेरी भी यही अपील है। --Hindustanilanguage (वार्ता) 08:36, 20 जुलाई 2018 (UTC)
साँचा:ping शान्ति सन्देश तब देना अधिक सरल होता है, जब अपनी खिचड़ी दोनों स्थिति में पकने वाली हो। इस कलह में आप "अपील" कर रहे हैं, जिस से उत्तर मांगने वालों पर विवादित होने का चिह्न लगाया जा सके। परन्तु अंशशः कहें कि क्यों शान्त रहा जाए और इस सदस्य के अधिकार दूर करने के लिये क्यों न याचना की जाए? साँचा:ping जी छवि धूमिल होती है तो चिन्ता नहीं परन्तु क्या इस और ऐसे अन्य कई विवादों का आरम्भ का कारण प्रबन्धक महाशय थे? क्या चर्चा करने से पुरातन विवाद को टाला जा सकता था? क्या इस विवाद को चर्चा करके टाला जा सकता था? केवल हाँ ना में उत्तर न दें क्योंकि हाँ उत्तर है ही। परन्तु वो चर्चा किसको करनी चाहिये थी इस पर स्पष्टता करें। आप यहाँ अग्नि में खिचड़ी पकाने नहीं आये अतः ये प्रश्न केवल आपको पूछता हूँ। ॐNehalDaveND 11:00, 20 जुलाई 2018 (UTC)
नेहल जी, क्षमा चाहूँगा। 2016 के किसी संपादन को अब अचानक यह कहके प्रत्यावर्तित करना कि उस संपादन द्वारा अंक बदले गए थे, आग लगाने का काम है, और इस पर खिचड़ी पकाने आप अवतरित हुए हैं और यह खिचड़ी आप और आर्यावर्त जी पका रहे हैं। आप दोनों ने यह बहुत आसान मार्ग पा लिया है, पहले अंक पर विवाद करो और जो-जो देवनागरी अंक के समर्थन में नहीं हैं उन्हें हिंदी विरोधी एवम् अपने को असली हालमार्क लगा हुआ हितैषी साबित करने का नाटक करो। मेरे विचार में आप दोनों की इस हरकत से हिंदी विकिपीडिया का नुक्सान ही हो रहा है, और शायद यह केवल छवि खराब होने तक सीमित नहीं है। बाक़ी समुदाय जाने समझे। --SM7--बातचीत-- 12:29, 20 जुलाई 2018 (UTC)
यदि हमारी कथनी और करनी में अन्तर होता, तो आप कब का निगल गये होते हमें। ऐसा नहीं है अतः आप कुछ कर नहीं सकते और मात्र और मात्र समुदाय के मत को अनिर्णय की स्थिति में रखना चाहते हैं। मैंने कही अरबी अंको को देवनागरी से नहीं परिवर्तित किया ये इसका प्रमाण है। हाँ जब भी देवनागरी के अङ्क का अरबी में परिवर्तन हुआ तो मैंने विरोध किया और करता ही रहूँगा। क्योंकि यदि आप देवनागरी से अरबी में परिवर्तन को उचित मानते हैं, तो मैं भी अरबी से देवनगारी में परिवर्तन को उचित मान कर सम्पादन आरम्भ करूंगा। फिर ये सम्पादन युद्ध पर्यन्त बात जाएगी। तो पहले से ही समुदाय का मत रहा है कि जो जैसा ही उसे परिवर्तित न किया जाए। मैं अरबी अङ्को का विरोधी नहीं हूँ। परन्तु बारं बार केवल अङ्कपरिवर्तन के लिये सम्पादन किया जाएगा तो उसे स्वीकार करना अनुचित होगा। मैं केवल उसी अंश को बोल रहा हूँ। किसी प्रबन्धक को भ्रम है कि आप निष्पक्ष हैं। यदि आप निष्पक्ष हैं, तो कहें कि जैसे अरबी का देवनागरी करना अनुचित है वैसे ही देवनागरी का अरबी करना अनुचित हैं। परन्तु वो सामर्थ्य आप में नहीँ। अतः कृपया अपना उपदेश अपने पास रक्खें। हिन्दी को हानि आप पहुंचा रहे हैं, जब हमें परेशान किया गया तब ही हम बोलते हैं। बाकि हम अपने काम में लगे रहते हैं। क्यों बारं बार देवनागरी के अङ्कों के स्थान पर अरबी अङ्को के स्थापन को उचित घोषित किया जाता है और उसके विपरीत करने पर आरोप लगाये जाते हैं? मैं कोई हिन्दी का हितैषी नहीं हूँ। मैं मात्र हिन्दी का उपयोग करता हूँ जिसका उपयोग ग्रन्थों में, पाठ्यपुस्तकों में और व्यवहार में किया जाता है। मैंने देवनागरी और अरबी दोनों अङ्क पढ़े हैं और मैं दोनों चाहता हूँ, क्योंकि वो हिन्दी का भाग है। परन्तु बारं बार एक भाग को लक्ष्य बना कर दूर करना अनुचित है तो है। ॐNehalDaveND 13:29, 20 जुलाई 2018 (UTC)
नेहाल जी की भाषा और चर्चा करने की शैली (...जब अपनी खिचड़ी दोनों स्थिति में पकने...) को लेकर मैं कुछ कहूँ , इसमें मैं स्वयं को असमर्थ पाता हूँ। मुझसे कहीं उच्च शैली में मनोज खुराना जी ने सुशील मिश्रा जी के लिए जो विकिपीडिया:चौपाल/पुरालेख_35#एक_से_अधिक_खाता_रखने_का_मामला में कहा, शायद वही इस परिस्थित में मैं स्वयं को पाता हूँ और वही कहना उचित है: Your highness ! in some of your remarks, I came to know that your excellency does have the word "insult" in your dictionary. I do hope at some point of time in your excellency's life, your majesty gets to learn the meaning of it. I do hope at some point of time in your highness's life your lordship learns to respect others especially those who are not as bright or intelligent as you, who may think different than you, who may be less educated than you, or less stronger than you, who are weaker than you, who are your paid workers, or who are volunteers and not your paid workers or slaves. May god give you with the vision to look as much towards your ownself as much you look towards others. May god give you the mental strength to bear others' weakness. May god bless you. --Hindustanilanguage (वार्ता) 20:24, 20 जुलाई 2018 (UTC)
इसे कहते हैं अपने मूँह मिया मीठ्ठु। अपनी तुलना किसी व्यक्ति से करके अपने को महान् तब घोषित किया जा सकता है, जब अपना भूतकाल कोई जानता न हो। जिससे अपनी तुलना कर रहे हैं, उनके अपमान जैसी बात हो गई। मेरी भाषा और आपकी भाषा में कोई अधिक अन्तर नहीं। बाप पर जाने वाली भाषा तो आपके लिये उच्च स्तर वाल होगी नहीं? तो अब से वैसे ही चर्चा करेंगे। बाकि पुरालेख से मैं सन्दर्भ दूंगा तो आपके विषय में ऐसा अनेक सन्दर्भ मिल जाएंगे, जो समान स्थिति पर नहीं, मात्र और मात्र आपके लिये लिखे गये हैं।
चर्चा के विषय को परिवर्तित करने आने वाले सभी को योगेशजी के द्वारा पूछे गये प्रश्न का उत्तर देने का प्रयास करना चाहिये। यदि वो मुझे अनुचित या विषयान्तर बोलने वाला मानते हैं, तो न्यूनातिन्यून वो तो विषय पर चर्चा करें। शान्ति की बात नहीं। सीधे सीधे इस विवाद के मूल को देखें और कहें कि किसने विवाद को जन्म दिया। फिर यदि सत्य बोलने की शक्ति हो तो आगे आयें। अन्यथा विवादों से दूर रहने का आडम्बर करें। ॐNehalDaveND 02:29, 21 जुलाई 2018 (UTC)
विधाता ने हर व्यक्ति को विशिष्ट बनाया है। फिर किसी व्यक्ति की तुलना किसी और से करना दरअसल उसी का अपमान है, किसी और का नहीं। दो व्यक्ति केवल एक जैसी परिस्थिति में आ सकते हैं, जैसा कि मैंने ऊपर कहा। मैंने कभी भी किसी व्यक्ति विशेष के किसी परिजन पर न तो टिप्पणी की है और न ही करना चाहूँगा। जो कहा है वह केवल यही था कि संसार में पूंजीवाद के इस दौर में लोग जिस प्रकार से समर्पित व्यक्तियों की तुलना में पूंजीपति लोगों को तुरन्त बिना किसी प्रश्न सारे अधिकार दिए जाने की बातें करते हैं और उनकी सहानुभूति या कोई सांसारिक लाभ के लिए विश्व से लड़ते हैं, वह तो ऐसा ही है जैसे अपने परिजनों पर उन व्यक्तियों को प्राथमिकता देने जैसा है जो निंदनीय है। अब रही मुद्दे की बात:
  • इस चर्चा में शांति की बात करने वाला खिचड़ी पका रहा है।
  • मामले से दूर रहने वाला आड्म्बर कर रहा है (...विवादों से दूर रहने का आडम्बर करें...)।
  • आपके विरोध में कहने वाला यूँ ही भ्रमित करता है (... किसी प्रबन्धक को भ्रम है कि आप निष्पक्ष हैं...)।
  • आपके समर्थन में बोलने वाला ही एक मात्र निष्कलंक व्यक्ति है। धन्यवाद। --Hindustanilanguage (वार्ता) 04:56, 21 जुलाई 2018 (UTC)
सभी सदस्यों से अनुरोध है चर्चा को भटकाने का प्रयास न करें। हिन्दुस्थान वासी जी देवनागरी अंको को हटाने हेतु अपने साथी प्रबंधकों के सम्पादनों को चर्चा किये बिना ही पूर्ववत कर देते हैं। उनके ऐसे कार्यो पर दो बार इसी चौपाल पर चर्चा हो चुकी है और उनको स्पष्ट रूप में चेतावनी भी दी गई थी। एक बार पुनरीक्षक को प्रतिबंधित कर देने के कारण उनको प्रतिबंधित करने का निर्णय भी लिया जा चुका है। तब मैं प्रबंधक के रूप में उनको तभी प्रतिबंधित कर सकता था परंतु तब मैंने उनको अवसर प्रदान किया और जय जी के साथ समाधान करवाकर विवाद को शांत कर दिया था। तब आशा थी कि सदस्य अगली बार ऐसा कोई कार्य नहीं करेंगे। परंतु एक बार पुनः सदस्य ने ऐसा कार्य किया है। विकिपीडिया की अवरोधन नीति के अनुसार तीन बार उनको चेतावनी दी जा चुकी है अतः मैं सीधा ही उनको अवरोधित कर सकता था परंतु इस विषय में चर्चा करके सदस्य को एक और अवसर प्रदान किया गया था। परंतु सदस्य के साथ वार्तालाप से स्पष्ट है कि अब सदस्य के ऊपर कार्यवाही करने का ही एक विकल्प बचा है। उनको सुधार हेतु पर्याप्त अवसर दिए गए। अब कार्यवाही न हुई तो सदस्य मानेंगे कि उनको अपनी मनमानी करने का परवाना मिल गया है। सदस्य ने सुधार हेतु मिले सभी अवसर खो दिए हैं। अब कार्यवाही न हुई तो सदस्य अपनी मनमानी चलाते ही रहेंगे। साथी प्रबंधकों से अनुरोध है कि उनको अवरोधित करे। कोई आगे नहीं आएगा तो मैं स्वयं करूँगा।--आर्यावर्त (वार्ता) 04:38, 21 जुलाई 2018 (UTC)
आर्यावर्त जी आप प्रबंधक होने को कुछ ज़्यादा ही सीरियसली नहीं ले बैठे हैं? --SM7--बातचीत-- 06:23, 21 जुलाई 2018 (UTC)
मैं आपको चुनौती देता हूँ कि आप मुझे ब्लॉक करें। आपका चेतावनी गिनने का तरीका अच्छा है, पूरी जिंदगी में जितनी बार टोका गया वो "चेतावनी" हो गई? आपका एक सम्पादन पूर्ववत किया वो दुरुपयोग हो गया? जबकि वो एक साधारण विकि परम्परा है। आपकी भावनाएँ आहत हुई और किसी ने पुचकारा नहीं वो भी उल्लंघन है? मेरा संपादन भी पूर्ववत कर दिया गया है और मैंने वापिस कुछ नहीं किया जब भी आपको शांति नहीं मिल रही? ये आपका अहंकार बोल रहा है, संपादन पूर्ववत करने से आपके अभिमान को ठेस पहुँची है और आप इस मौके का इस्तेमाल अलग विचार वाले को हटाने से करना चाहते हैं। एक बात साफ़ हो जाए आपके टोकने को चेतावनी नहीं माना जाएगा। इस मामले को मैं भूल चुका हूँ और अपने काम में लग गया हूँ, जो विकि के लिए उपयोगी भी है। आप से भी यही उम्मीद की जाती है। लेकिन आपने अपने मनमानी का कोई कदम उठाया तो निश्चित रहिए उससे पहले मैं उठा दूँगा। फिर भी अगर आप चाहते हैं इस मामले को तूल मिले और मेरा अधिकार हटाना चाहिए तो मतदान करा लें।
साँचा:ping यह व्यक्ति जो अपनी मातृभाषा की विकि (गुजराती) पर ऐसी ही कथित "राष्ट्रवादी" चीजों से कब का ब्लॉक है, यहाँ बिना किसी खास योगदान के आपके कारण अभिमानी हो गया है और बिना किसी वाजिब कारण के सार्थक योगदानकर्ता को मनमाने तरीके से प्रतिबंधित करने की कह रहा है। आपसे गुजारिश है आपके फैलाए रायते का कुछ हल निकालें।--हिंदुस्थान वासी वार्ता 06:41, 21 जुलाई 2018 (UTC)
साँचा:ping जी, आप हिंदुस्तान वासी जी सही कह रहे हैं कि उन्हें एक बार भी चेतावनी नहीं मिली और अगर आपने उनके सम्पादनों को पूर्ववत कर दिया है तो आपको वही शांत हो जाना चाहिये था। यह बात बिल्कुल सत्य है कि आपकी तथा आपके समान प्रांतीय भाई की व्यक्तिगत भावनाएँ बहुत हावी हैं और जो आप लोगों से असहमत होता है उस पर आप लोग व्यक्तिगत टिप्पणियाँ करना प्रारम्भ कर देते हैं। आप किसी भी सदस्य को बिना चेतावनी दिए ब्लॉक नहीं कर सकते। विकिनीतियों के अनुसार चेतावनी सदस्य के वार्ता पृष्ठ पर दी जाती है न कि चौपाल या व्हाट्सएप पर। लेकिन फिर भी आपको लगता है कि सदस्य को ब्लॉक किय जाना चाहिये तो आपको प्रबन्धक सूचनापट पर ये लिखना होगा फिर समुदाय निर्णय लेगा। आप स्वयं को समुदाय समझने की भूल न करें। धन्यवाद!-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 09:43, 21 जुलाई 2018 (UTC)

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अभी तक मैंने प्रयास किया कि या तो ये चर्चा अधिक लम्बी न रहे तो बेहतर होगा, अतः दूर ही रहूं। किन्तु अब लगता है कि चर्चा विराम हेतु इसमें कूदना ही होगा।

सर्वप्रथम :
  • हिन्दुस्थानवासी जी को चेतावनी नं॰ १: ये चेतावनी उनके चर्चा पृष्ठ पर नहीं यहीं दे रहा हूं, जिससे कि सर्वविदित हो जाये। इनको चेतावनी देता हूं कि अपनी अंक विरोधी गतिविधियों व साथी सदस्यों को अनावश्यक परेशान करने से बाज आयें, अन्यथा नियमपूर्वक कार्रवाई के लिये तैयार रहें। किसी ने अधिक कार्य किया हो तो वह आतंकवाद का अधिकारी नहीं बन जाता है।
  • आपने पहले भी कई बार ये कार्य किये हैं, जिसे समुदाय जानता है, भुला देना चाहता है कि चलिये सुधार हो जाये, किन्तु अब संभव नहीं लगता है। मुझे किसी अन्य का साक्ष्य देने की आवश्यकता नहीं है, मैं स्वयं भुक्तभोगी हूं।
  • जो लोग आपको अपने पक्ष में बोलते लग रहे हैं, वे आपकी पुरानी करतूतों को भूल चुके हैं, भुला चुके हैं, किन्तु वे गतिविधियाँ विकि की लॉग से हटी नहीं हैं। आशा है आप स्वमूल्यांकन कर पायेंगे व स्मरण भी होगा। उन लोगों से करबद्ध निवेदन है कि पिछले विवादों को भी निष्पक्ष होकर देखें, व स्मरण करें।
  • आपको जो अंक लिखने हैं, लिखें, किन्तु भविष्य में अंकों के बदलाव नहीं करेंगे।
  • ये मैं भी वादा करता हूं कि यदि आपके लेखों में किसी ने अनावश्यक बदलाव किये, तो आपके साथ खड़ा रहने में मैं सबसे आगे मिलूंगा।
  • नेहल जी को भी दृढ़तापूर्वक ध्यान रखना चाहिये कि अनावश्यक विवादों से बचें, व अनावश्यक लम्बी चर्चा से भी बचें, और इसे भी चेतावनी के समान ही लें। इस बारे में भोपाल में भी ध्यानाकर्षण कराया गया था।
आशा है इस बारे में अब कोई विवाद नहीं उपजेगा व विराम मिलेगा। धन्यवादआशीष भटनागरवार्ता 10:33, 21 जुलाई 2018 (UTC)
आशीषजी आपकी चेतावनी आदेश समान है। आगे से ध्यान दूंगा। आप जो कह रहे हैं, मैं वही कहना चाहता हूँ।
  • केवल शब्दों, अङ्कों और पञ्चमाक्षरों को परिवर्तित करने के लिये सम्पादन करना (स्थापित करना या दूर करना) अनुचित है।
  • अमुक शब्द के धातु, मूल और उपयोग मुझे ज्ञात नहीं, तो मैं उसका उपयोग नहीं करता।
  • अङ्क मुझे दोनों आते हैं परन्तु हि.वि में मूलभूत रूप से ये स्थापित हैं, तो उसका उपयोग करता हूँ। यहाँ मैं स्पष्ट कर दूँ कि मेरा व्यक्तिगत रुचिकर अङ्क देवनागरी है, परन्तु उसे स्थापित करना मेरा उद्देश नहीं।
  • कुछ दिन पूर्व महत्त्व के सन्दर्भ में हुआ था। लेख में मैं कुछ कर रहा था उसके पश्चात् सीधे सीधे परिवर्तन हो गया। मैं सीधे सीधे कार्य कर रहा था, परन्तु जब परेशान किया गया तो मुझे बोलना पड़ा।
  • आशा करता हूँ, अनामक सदस्यों से या नवीन सदस्यों से (वरिष्ठ सदस्य तो न ही करें) यदि कोई ऐसा परिवर्तन होता है। चाहे वो देवनागरी अङ्कों का अरबी करना हो या उसके विपरीत। दोनों पर कार्यवाही हो और पुरातन (२००६ का) है या अब चर्चा करने से लाभ नहीं इत्यादि व्यर्थ बातें कर दोनों में से किसी का पक्ष नहीं लिया जाएगा।
  • कोई सम्पादन करके भूल गया हूँ आगे बढ़ गया हूँ कह कर बारं बार ऐसे कार्य करता है, तो उसे स्मरण करवाना हमें आता है कि भाई! आप अपना पक्ष अपने तक सीमित रक्खो, दूसरो पर आरोपित न करो।
  • चेतावनी नहीं दी गई। तीन प्रबन्धक का कार्य पूर्ववत् करने पर भी। एक पुनरीक्षक को प्रतिबन्धित करने पर भी। अर्थात् अभी भी पहली चेतावनी की प्रतीक्षा कर रहा है समुदाय। ॐNehalDaveND 16:28, 21 जुलाई 2018 (UTC)

विकीपीडिया हिंदी के विकास में अवरोधक कुछ व्यक्ति जिन्हें चिन्हित कर रहा हूँ

साँचा:ping :साँचा:ping :साँचा:ping कृपया आप के पूर्वाग्रह से ग्रस्त व् सर्वोच्चता के भाव के कारण विकीपीडिया हिंदी के विकास में बाधा पहुँच रही है, आप के कृत्यों की वजह से विकीपीडिया के कुछ समृद्ध पृष्ठ वैश्विक कापीराईट एवं भारतीय कापी राईट एक्ट के तहत नष्ट किए जाएंगे क्योंकि आप ने उन सन्दर्भों को हटाने व् न जोड़ने देने का कार्य व् धमकी दी है, दुधवा लाइव पृष्ठ जो एक वैश्विक जर्नल है वह मुझसे सम्बंधित होने के कारण गोदारिक की कोठरी हिन्दुस्थान वासी नामक व्यक्ति ने हटाने की बात कही जबकि वह पृष्ठ न तो मेरे द्वारा निर्मित है और न ही उस विषय से सम्बन्धित जिस पर विकीपीडिया पर चर्चा शुरू हुई, इन लोगों ने व्यक्तिगत हमारी पत्रिका के पृष्ठ को मध्य में धकेल दिया ताकि इनके बेजा कृत्यों पर मैं टिप्पड़ी न करूँ, तो महोदय एस एम् 7 आप लोग तात्काल प्रभाव से विकीपीडिया हिंदी पर मौजूद पृष्ठ विश्व गौरैया दिवस को हटाए क्योंकि यह पृष्ठ अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका दुधवा लाइव के एक आलेख की सामग्री है जिसे यथावत कापी कर पृष्ठ बनाया गया, सम्मानित संपादकों का ध्यान आकृष्ट करना चाहूँगा और यह लिंक यहाँ पर दे रहा हूँ जहां से मेरे ही आलेख के तथ्यों की चोरी की गयी यह विकीपीडिया के नियमों के विरुद्ध है तथा कापीराईट क़ानून का उलंघन, यह रहा लिंक * विश्व गौरैया दिवस दुधवा लाइव

अथवा ये उपरोक्त व्यक्ति जिन्हें दुधवा लाइव व् मेरे हजारों लेखों जो की अन्तराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित है विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में जिनका कापी राईट सुरक्षित है से सम्बंधित कोइ भी सामग्री विकीपीडिया पर है तो उसके लिए मुझसे क्षमा मांगते हुए अनुरोध करें तभी मैं अनुमति दूंगा की ये पृष्ठ या अन्य जहां भी हमारी सामग्री है उन पृष्ठों को नष्ट न किया जाए, और विकीपीडिया हिंदी के ज्ञानकोष के इस नुक्सान की पूरी जिम्मेदारी इन हिन्दुस्तान वासी गोद्रिक व् एस एम् 7 की होगी जोकि विकीपीडिया पर स्वयं को स्थापित कर अन्य संपादकों के कार्यों में विघ्न डाल रहें हैं. कृपया जहां से सामग्री ली गयी हो उसके सन्दर्भ देना विकीद्पीद्या की नीति है जबकि हिन्दुस्थान वासी उन लिंकों को नष्ट कर रहे हैं विकीपीडिया के पृष्ठों से। वैसे आप लोंगो को बताऊँ की यदि लैमार्क अपने जैव विकास के नियमों को विकीपीडिया पर स्वयं लिखते तो क्या वे अपने शोधपत्रों के लिंक यहाँ नही जोड़ सकते थे? [सदस्य: हिन्दुस्थान वासी|हिन्दुस्थान्वासी] [user:Goderic ki Kothri|Goderic ki Kothri] [user:SM7|SM7] उपरोक्त विवरण के अनुसार विश्व गौरैया दिवस नामक पृष्ठ को तत्काल हटाएं इसकी पूरी सामग्री दुधवा लाइव पत्रिका के उपरोक्त विवरणित लेख से ली गयी, चूँकि आप इरादतन दुधवा लाइव के सन्दर्भ पृष्ठों से उड़ा रहे हैं इसे लिए इन पृष्ठों व् इनकी सामग्री की विकिपेडिया पर मौजूदगी वैधानिक नही हैं। विकीपीडिया के विनाश का कारण बन रहे है आपलोग, आगे आपके कार्यों की विवेचना प्रतिदिन करूंगा और उनको विकी प्रशासन को सूचित भी. Krishna Kumar Mishra (वार्ता) 10:27, 2 सितंबर 2018 (UTC) नामक व्यक्ति जुटा हुआ है विश्व गौरैया दिवस के पृष्ठ का विनाश करने, तथ्यों के लिंक न देने की जिद क्योंकि वो मुझसे जुड़े है। विकीपीडिया के ये संपादक समूह अवश्य विकिपीडिया हिंदी को नुकसान पहुंचा रहे हैं. Krishna Kumar Mishra (वार्ता) 11:06, 2 सितंबर 2018 (UTC)

विश्व हिंदी सम्मेलन में हिन्दी विकिपीडिया के विषय में सम्बोधन

@आशीष भटनागर, Suyash.dwivedi, और Innocentbunny: जी, यह अत्यंत सुखमय बात है कि आप लोग इस वर्ष मॉरिशस में विश्व हिंदी सम्मेलन में जाएँगे और हिन्दी विकिपीडिया का प्रतिनिधित्व करेंगे। मेरा आप सबसे अनुरोध है कि कृपया वैश्विक समुदाय के आगे हिन्दी विकिपीडिया के बारे में एक पावर पॉइंट प्रस्तुति भी दें जिससे हमारी उपस्थिति और भी प्रभावशाली हो सकती है। यदि यह शुभ कार्य आशीष जी करें तो और भी उचित होगा क्योंकि वे एक पुराने और अनुभवी योगदानकर्ता हैं। --Hindustanilanguage (वार्ता) 21:17, 21 जुलाई 2018 (UTC)
आप कहें और हम न मानें, ऐसे तो हालात नहीं.॥ वैसे तो हम दोनों की पहले ही यह योजना थी, किन्तु आपकी इच्छा से इसे और बल मिल गया। ऐसा भरोसा रखने हेतु हार्दिक धन्यवाद।आशीष भटनागरवार्ता 14:12, 22 जुलाई 2018 (UTC)
आशीष जी, आपका धन्यवाद और आपकी अपार सफलता की आशा के साथ, मुज़म्मिल (वार्ता) 14:47, 22 जुलाई 2018 (UTC)।

नया प्रबन्धक नामांकन

मैंने ArmoundCyborg जी का प्रबन्धन अधिकारों के लिये नामांकन किया है। कृपया विकिपीडिया:प्रबन्धन अधिकार हेतु निवेदन#ArmoundCyborg पर जाकर अपना मत प्रकट करें।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 03:40, 27 जुलाई 2018 (UTC)

लेख लिखकर धन कमाने हेतु

क्या अन्य साइट्स की तरह विकिपीडिया पर लेख लिखकर धन कमाया जा सकता है । यदि ऐसा है तो कृपया जरूर बताए क्योंकि यह प्रतिभाशाली छात्रों के लिए बहुत ही लाभप्रद रहेगा।

@Saras Pandey: जी, विकिपीडिया पर लेख निर्माण और सम्पादन हम केवल स्वयंसेवक के रूप में करते हैं। यदि आप प्रतिभाशाली छात्रों के धन कमाने के अवसर जानना चाहते हैं तो आप विकासपीडिया और उन जैसी वेबसाइट्स से सम्पर्क कर सकते हैं। --मुज़म्मिल (वार्ता) 04:23, 30 जुलाई 2018 (UTC)

New user group for editing sitewide CSS/JS

Enabling a helpful feature for Template editors

CKoerner (WMF) (talk) 21:28, 6 अगस्त 2018 (UTC)


भारतीय स्वातंत्र्य दिवस पर लेख प्रतियोगिता

नमस्ते सर्वेभ्यः
प्रतियोगिता आयोजन समिति के द्वारा श्रीमान स:J ansari जी के प्रस्ताव अनुसार भारतीय स्वातंत्र्य दिवस के उपलक्ष में लेख प्रतियोगिता एवं सम्पादनोत्सव का आयोजन किया गया है। अधिक जानकारी हेतु यहाँ देखें। प्रतिभागी बनने हेतु यहाँ जाएँ।--आर्यावर्त (वार्ता) 06:02, 8 अगस्त 2018 (UTC)

ट्विंकल में प्रस्तावित बदलाव

नमस्कार, विकिपीडिया_वार्ता:Twinkle#प्रस्तावित_अद्यतन_08-08-2018 पर ट्विंकल में बदलाव प्रस्तावित किये गए हैं। ट्विंकल के प्रयोक्ताओं से निवेदन है कि वे चर्चा में भाग लें। धन्यवाद--सिद्धार्थ घई (वार्ता) 16:35, 8 अगस्त 2018 (UTC)

प्रयोगस्थल

उन लोगों को प्रयोगस्थल पर अवश्य लाभ नहीं दिखेगा, जिन्हें टीका-टिप्पणी में रुचि है। हां जिन्हें विकि उत्थान व सम्पादन में रुचि हो, वे स्वतः ही देख पाएंगे कि जो प्रयोगस्थल एक खाली पृष्ठ के रूप में स्थापित हुआ करता था वह अब अंग्रेज़ी विकि से मुकाबला करता हुआ परिपूर्ण प्रयोगस्थल है। खैर इस समझ की आशा भी नहीं थी, किन्तु हिन्दुस्थानवासी जी से अवश्य थी और अभी भी है। इसी आशा में आशीष भटनागरवार्ता 01:16, 10 अगस्त 2018 (UTC)

ये टिप्पणी मैंने आज ही देखीं। यहाँ आशीष जी आप परोक्ष रूप से ताना मार रहे हैं या फिर तारिफ कर रहे हैं। खैर जो आप बता रहे कि प्रयोगस्थल पर अब एक साँचा लगा दिया गया और एक सूचना वहाँ दिखाई दे रही है। वो बिना प्रयोगस्थाल हटाए भी किया जा सकता था। उसी की ओर इशारा किया गया था जिसे आपने नहीं समझा ऐसा लगता है। तभी तो उस चर्चा के समाप्त बाद भी टिप्पणी की गई है।--हिंदुस्थान वासी वार्ता 18:50, 15 अगस्त 2018 (UTC)

वाक्यतिराज

साँचा:mbox --मुज़म्मिल (वार्ता) 18:31, 15 अगस्त 2018 (UTC)

'भारत में समाजवाद' लेख- सदस्यों की राय

मैं ने अंग्रेजी लेख en:Socialism in India।Socialism in India का अनुवाद किया है, कृपया सदस्य यह ब्तायें कि इस को क्या नाम दूं? एक लेख भारत में समाजवाद के नाम से है, जो पुनर्प्रेशित पृश्ट है जो भारतीय समाजवाद पर जाता है। क्या भारतीय समाज्वाद पर ही विस्तार कर दूं? या फिर भारत में समाजवाद लेख लिखूं? अह्मद निसार (वार्ता) 12:51, 16 अगस्त 2018 (UTC)

@Ahmed Nisar: जी, "भारत में समाजवाद" निलेश शुक्ला (वार्ता) 08:54, 17 अगस्त 2018 (UTC)nilesh shukla
मेरा भी यही मत है।--मुज़म्मिल (वार्ता) 09:26, 17 अगस्त 2018 (UTC)
@Ahmed Nisar: जी, समाजवाद को भारत ने भारतीय नागरिकत्व प्रदान नहीं किया है अतः भारत में समाजवाद ही उचित शीर्षक है। परंतु भारतीय समाजवाद लेख पहले से ही बना हुआ है अतः मैंने दोनों पृष्ठों का इतिहास विलय करके लेख को सही शीर्षक के नीचे डाल दिया है। अब आप विस्तार कर सकते हैं। धन्यवाद।--आर्यावर्त (वार्ता) 09:48, 17 अगस्त 2018 (UTC)

निलेश शुक्ला जी, मुज़म्मिल जी, आर्यावर्त जी, आप सब का धन्यवाद। अह्मद निसार (वार्ता) 09:53, 17 अगस्त 2018 (UTC)

एचआईवी (HIV) या एचआइवी

हमारे यहाँ दो लेख हैं एचआईवी (HIV) और एचआइवी। कृपया स्पष्ट करें कि HIV के लिए कौनसी वर्तनी हिन्दी के लिए उचित होगी या दोनों भी ठीक हैं। इसी प्रकार प्रबंधकगण विलय पर विचार कर सकते हैं। --मुज़म्मिल (वार्ता) 09:30, 17 अगस्त 2018 (UTC)

हालाँकि मैं छोटी इ और बड़ी ई की मात्रा का विशेषज्ञ तो नहीं हूँ मगर मुझे लगता है कि एचआइवी शीर्षक सबसे उपयुक्त होगा। साँचा:ping आप कुछ मदद कीजिये फिर मैं या कोई अन्य प्रबंधक इतिहास विलय कर देगा।-- गॉड्रिक की कोठरीमुझसे बातचीत करें 11:01, 17 अगस्त 2018 (UTC)
कई सारे इनपुट टूल में "HIV" लिखते ही "एचआईवी" आ जाता है, तो मुझे "एचआईवी" ही सही लगता है। वैसे भी हिन्दी में ज़्यादातर शब्दों का अंत "ई" की मात्रा से होता है। गूगल पे "एचआईवी" से 5,90,000 परिणाम दिख रहे और "एचआइवी" से मात्र 68,300 ही, जिसमें से ज़्यादातर तो विकिपीडिया के कारण ही बने होंगे। -- (वार्ता) 11:17, 17 अगस्त 2018 (UTC)
उच्चारण 'इ' का होता है लेकिन हिंदी में लिखते 'ई' के साथ हैं। सुनने के हिसाब से 'गॉड्रिक' जी का सुझाव ठीक है, लिखने में चलन के हिसाब से 'स' जी का। --SM7--बातचीत-- 12:35, 17 अगस्त 2018 (UTC)
मैंने HIV के एक हिन्दी कोर्स मेटिरियल को देख है, जहाँ जगह-जगह एचआईवी (बिना space) और एच आई वी ही लिखा पाया है। इसके अतिरिक्त हिन्दी राज्यों मैं आधिकारिक सामग्री में भी मैंने यही पाया है। --मुज़म्मिल (वार्ता) 18:19, 17 अगस्त 2018 (UTC)
निजी तौर पर सरकारी हिंदी को मैं प्रामाणिक हिंदी या सही हिंदी या बेहतर हिंदी नहीं मानता। बहरहाल आप "एचआईवी" वर्तनी रखें यही मेरा सुझाव होगा। --SM7--बातचीत-- 18:23, 17 अगस्त 2018 (UTC)
@Godric ki Kothri, , और SM7: जी, आप सभी का धन्यवाद। --मुज़म्मिल (वार्ता) 19:25, 17 अगस्त 2018 (UTC)