माधो सिंह प्रथम

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माधो सिंह प्रथम

जयपुर राज्य के महाराजा सवाई माधोसिंह प्रथम प्रमुख महाराजा थे। राजस्थान के सवाई माधोपुर शहर की स्थापना जयपुर के पूर्व महाराजा सवाई माधोसिंह ने 1763 ईस्वी के लगभग की थीं। सवाई माधोसिंह प्रथम की वजह से सवाई माधोपुर शहर 17वीं व 18वीं शताब्दी के आसपास एक ख्याति प्राप्त शहर माना जाने लगा था। राजस्थान सरकार ने 15 मई 1949 में सवाई माधोपुर शहर को सवाई माधोसिंह के नाम पर जिला बनाकर उनके द्वारा स्थापित शहर का सम्मान बढ़ा दिया। तब से लेकर आज तक जिले का नाम सवाई माधोपुर के रूप में भारत स्तर पर जाना जाता है।

राज्याभिषेक_29/12/1750

सफदरगंज समझोता, 1758 __यह समझोता माधोसिंह प्रथम और मुगल बादशाहअहमदशाह और नवाब सफदरगंज(अवध) केमध्य 1758 कोहुआ

इस समझौते के पश्चात मुगल बादशाह अहमदशाह ने माधोसिंह प्रथम को जनवरी1759 को रणथंभौर का किला भेंट किया।

भरवाड़ा युद्ध_1761

कोटा शासक शत्रुसाल, माधोसिंह को रणथंभौरकिला दिए जानेके कारण अप्रसन हुए और बारां में यहयुद्ध हुआ

इसयुद्ध में शत्रुसाल के सेनापति झालाजालिम सिंह ने माधोसिंह को पराजित कर दिया

इसयुद्धके पश्चात शत्रुसाल ने रणथंभौर पर अधिकार कर लिया

1767 में माधोसिंह ने मावंडायुद्ध मे भरतपुर शासक जवाहरसिंह को पराजित किया गया

1763 मे मोतीडूंगरी महलों का निर्माण करवाया।

अपने भाई ईश्वरीसिंह से उतराधिकार को लेकर संघर्ष__

जामडोली संधि__1745

यह संधि माधोसिंह प्रथम व ईश्वरीसिंहके मध्य जयपुर के दीवान राजमलखत्री करवाता हैं।

इस संधि के तहत माधोसिंह को रामपुर व टोंक परगना देना तय हुआ।


राजमहल का युद्ध__1 मार्च 1747 (टोंक में)

ईश्वरीसिंह का साथ मुगलसेना ने दिया और माधोसिंहका साथ मेवाड़ महाराणा जगतसिंह2 और कोटा शासक दुर्जनसाल और मराठाओ ने दिया । लेकिन इस युद्ध में विजय ईश्वरीसिंह हुआ

बगरू का युद्ध

ईश्वरीसिंह का साथ मुगलसेना ने दिया और माधोसिंहका साथ मेवाड़ महाराणा जगतसिंह2 और कोटा शासक दुर्जनसाल और मराठाओ ने दिया । लेकिन इस युद्ध में विजय माधोसिंह की हुई

माधोसिंह के युद्धजितनेके पश्चात ईश्वरीसिंह से माल, निवाई, टोडा परगने मांगे जिसे ईश्वरी सिंह ने स्वीकार कर लिए।

और मराठाओं को हर्जाना दिलवाया।

ईश्वरी सिंहकी मृत्यु के बाद माधोसिंहप्रथम जयपुर का शासक बना। 5 मार्च 1768 को इनकी मृत्यु हो गई।



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