1999 उड़ीसा चक्रवाती तूफ़ान

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1999 ओड़िशा महा चक्रवाती तूफान
महा चक्रवाती तूफान (आईएमडी पैमाना)
श्रेणी 5 उष्णकटिबंधीय चक्रवात (SSHWS)
Cyclone 05B.jpg
अंतरिक्ष से ली गई तस्वीर महा चक्रवाती तूफान की
गठनसाँचा:start date
व्यस्तसाँचा:end date
(Remnant low after साँचा:end date)
उच्चतम हवाएं3-मिनट निरंतर : 260 किमी/घंटा (160 मील प्रति घंटा)
1-मिनट निरंतर : 260 किमी/घंटा (160 मील प्रति घंटा)
सबसे कम दबाव912 hPa (mbar); 26.93 inHg
(उत्तर हिंद महासागर में सबसे कम दबाव वाला पहला रिकॉर्ड)
मौत9,887 कुल
नुकसान$4.44 billion (1999 USD)
प्रभावित क्षेत्रथाइलैंड, म्यांमार, बांग्लादेश, भारत, ओडिशा
1999 उत्तर हिंद महासागर चक्रवात मौसम का हिस्सा

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१९९९ का ओड़िशा चक्रवाती तूफ़ान उत्तर हिंद महासागर का सबसे शक्तिशाली चक्रवाती तूफ़ान था। यह तूफ़ान की केंद्रीय दबाव ९१२ मिलिबार था, जो एक रिकॉर्ड है। यह तूफ़ान अक्टूबर २५, १९९९ को बना. २९ अक्टूबर को यह चक्रवात ओड़िशा राज्य के पाराद्वीप इलाके पर २६० की.मी. प्रति घंटे के हवाओं की गति से अपना प्रभाव दिखाया।[१] १५,००० लोगों की मृत्यु के साथ इस तूफ़ान ने सड़कों और इमारतों को गंभीर रूप से क्षति पहुचाई।[२]

मौसम वैज्ञानिक इतिहास

तूफान का पथ

एक उष्णकटिबंधीय विक्षोभ दक्षिण चीन समुद्र में अक्टूबर के अंतिम दिनों में बना. पश्चिम की तरफ जाते हुए यह तूफ़ान अक्टूबर २५ को एक उष्णकटिबंधीय अवसाद में विकसित हुआ। अगले दिन गरम समुद्र पानी पर से गुज़रते हुए यह एक उष्णकटिबंधीय चक्रवाती तूफ़ान बना।[३][४] एक दिन के अन्दर यह तूफ़ान एक सामान्य चक्रवात से एक बेहद शक्तिशाली चक्रवाती तूफ़ान में विकसित हुआ। ९१२ मिलिबार की केंद्रीय दबाव और २६० की.मी. प्रति घंटे की हवा गति के साथ ओड़ीसा के तट के ऊपर से गुज़रा। जमीन की प्रभाव के वजह से यह तूफ़ान शक्तिहीन होकर एक मामूली चक्रवाती तूफ़ान बन गया और जल्द ही नवम्बर ३ को अपनी शक्ति खोकर नष्ट हो गया।[५][३]

तैयारियाँ और प्रभाव

हजारों परिवारों को मजबूरन ओड़िशा के तटीय इलाकों से हटाया गया। इनमें से कही को रेड क्रॉस चक्रवाती तूफ़ान बचाव क्षेत्रों में जगह दिया। यह तूफ़ान ने घनघोर बारिश बरसाया, जिसके कारण कही इलाकों में पानी भर गया। १७११० की.मी. के क्षेत्र के फसल बर्बाद हो गए। लगभग २७५००० घरों को क्षति पहुची, जिसके कारण १६ लाख लोग बेघर हो गए।

लगभग १५००० लोगों की मौत बताई जाती है और ४० लोग अब तक लापता है। तक़रीबन २५ लाख पालतू जानवर मारे गए, जिनमें से ४ लाख गायें थी।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

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  5. साँचा:cite web

बाहरी कड़ियाँ