हिफाजत (1987 फ़िल्म)
हिफ़ाज़त | |
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चित्र:हिफ़ाज़त.jpg हिफ़ाज़त का पोस्टर | |
निर्देशक | प्रयाग राज |
निर्माता | ए॰ सूर्यनारायण |
लेखक | कादर खान (संवाद) |
पटकथा | के॰ के॰ शुक्ला |
अभिनेता |
अशोक कुमार, नूतन, अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित, बिन्दू, शक्ति कपूर, गुलशन ग्रोवर, प्राण, कादर ख़ान, ललिता पवार, शुभा खोटे, |
संगीतकार | आर॰ डी॰ बर्मन |
प्रदर्शन साँचा:nowrap | 18 सितम्बर, 1987 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
हिफ़ाज़त 1987 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इस फिल्म में पहली बार माधुरी दीक्षित की जोड़ी अनिल कपूर के साथ बनाई गई थी। कादर खान ने सवाद लिखे हैं और आर॰ डी॰ बर्मन द्वारा संगीत दिया गया है।
संक्षेप
लक्ष्मी के तीन मरे हुए बच्चे होने के बाद, उसका पति, सत्यप्रकाश और उसकी मां डरते हैं कि वह और बच्चे पैदा नहीं कर पाएगी, और इसलिए परिवार के नाम को आगे बढ़ाने के लिए कोई भी नहीं होगा। इसलिए वे प्रस्ताव देते हैं कि सत्यप्रकाश दूसरी बार शादी कर ले, जिसके लिए लक्ष्मी सहमति देती है। फिर वो रुक्मिणी से शादी कर लेता है। इस विवाह के बाद लक्ष्मी गर्भवती हो जाती है और एक बेटे राजकुमार को जन्म देती है, और उसके तुरंत बाद रुक्मिणी भी एक बेटे लखन को जन्म देती है। राजकुमार का अपहरण कर लिया जाता है, और वो उनके जीवन से गायब हो जाता है। उसके बाद, एक ठेकेदार की हत्या के लिए सत्यप्रकाश को गिरफ्तार किया गया, और जेल की सजा सुनाई गई। रुक्मिणी और उसका भाई बुद्धिराम, घर चलाने लगते हैं और लक्ष्मी पर दुर्व्यवहार करने लगते हैं। सालों बाद, एक युवा व्यक्ति लक्ष्मी और सत्यप्रकाश के लापता बेटा होने का दावा करता है, और वह असहाय लक्ष्मी के लिए कुछ सम्मान लाने का प्रयास करता है। लेकिन यह लंबे समय तक नहीं टिकता है। जब सत्यप्रकाश को जेल से रिहा किया जाता है, तो वह जवान आदमी को अपने साथी जेल कैदी के रूप में पहचानता है, और लक्ष्मी के सदमे और निराशा के बावजूद, उसे घर छोड़ने के लिए कहता है। उसे पता नहीं है कि अब उसने बुद्धिराम के लिए उसे और लक्ष्मी को मारने के लिए दरवाजा खोल दिया है।
मुख्य कलाकार
- प्राण सत्यप्रकाश
- नूतन - लक्ष्मी
- अनिल कपूर - राम कुमार / राजकुमार
- माधुरी दीक्षित - जानकी
- बिन्दू - रुक्मिणी
- शक्ति कपूर - लखन
- गुलशन ग्रोवर - गुल्लू
- शरत सक्सेना - शम्भू दादा
- अशोक कुमार - कैलाशनाथ
- कादर ख़ान - बुद्धिराम
- ललिता पवार - ठकुराइन सत्यप्रकाश
- शुभा खोटे - गंगा मौसी
- विकास आनन्द - शंकरलाल वर्मा
संगीत
- गीतकार - आनंद बख्शी
संख्या# | गीत | गायक |
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1 | "अजूबा अजूबा, दूनिया का आठवाँ अजूबा" | आर॰ डी॰ बर्मन |
2 | "राम की बातें राम ही जाने" | अनुराधा पौडवाल मोहम्मद अज़ीज़ |
3 | "बटाटा वड़ा" | एस जानकी, एस पी बालासुब्रमण्यम |
4 | "दिल का दरवाजा खोल दे" | आशा भोंसले |
5 | "मोहब्बत है क्या चीज कुछ तो कहो" | आशा भोंसले, सुरेश वाडेकर |