हल्दी की खेती
हल्दी की खेती का परिचय - हमारे भारत देश में बड़े स्तर पर हल्दी की खेती की जाती है। भारत देश के हर परिवार में हल्दी का स्थान महत्वपूर्ण है। घरों में सब्जी बनाने में भी यह उपयोग में लाया जाता है। हल्दी का उपयोग पुराने ज़माने से लेकर आजकल के आधुनिक युग में भी हो रहा है।
हमारे देश में मसाला, औषधि, गृह उपयोग, फेस क्रीम बनाने में बड़े स्तर पर हल्दी का उपयोग किया जा रहा है। यही कारण है कि हल्दी की मांग दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है। इसी को देखते हुए आने वाले समय में हल्दी की खेती फायदेमंद साबित हो सकती है।
हल्दी की खेती के लिए जलवायु – हल्दी की खेती हेतु गर्म और नम जलवायु उत्तम मानी जाती है। इसकी खेती के लिए 225-250 सेंटीमीटर की वर्षा चाहिए। हल्दी की फसल हेतु तापमान 20-30 डिग्री सेल्सियस अच्छा होता है।
हल्दी की खेती के लिए मिट्टी - इसके लिए ऐसी मिट्टी अच्छी मानी जाती है जिसमे जल निकासी की क्षमता अच्छी हो। अतः हल्दी की खेती के लिए रेतीली दोमट मिट्टी या मटियार दोमट मिट्टी ठीक होगी।
हल्दी बुवाई का समय - अलग-अलग किस्मों के आधार पर हल्दी की बुवाई 15 मई से लेकर 30 जून के बीच होती है।
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