हबीबगंज रेलवे स्टेशन
| रानी कमलापति जंक्शन (पूर्व नाम : हबीबगंज जंक्शन) भारतीय रेलवे स्टेशन | |
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हबीबगंज रेलवे स्थानक | |
| स्टेशन आंकड़े | |
| पता | साँचा:br separated entries |
| निर्देशांक | स्क्रिप्ट त्रुटि: "geobox coor" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। |
| ऊँचाई | साँचा:convert |
| लाइनें | दिल्ली - चैन्नई (Broad Gauge) |
| संरचना प्रकार | स्टैन्डर्ड (on ground station) |
| प्लेटफार्म | ५ ब्राड गेज |
| पटरियां | ६ ब्राड गेज |
| वाहन-स्थल | उपलब्ध |
| साइकिल सुविधायें | उपलब्ध |
| सामान जांच | उपलब्ध |
| अन्य जानकारियां | |
| आरंभ | 1979 |
| विद्युतीकृत | हाँ |
| स्टेशन कूट | RKMP |
| स्वामित्व | भारतीय रेल |
| किराया ज़ोन | पश्चिम रेलवे |
| सेवायें | |
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रानी कमलापति रेलवे स्टेशन[१] (पूर्व नाम : हबीबगंज जंक्शन) भारतीय रेल का एक रेलवे स्टेशन है। यह भोपाल शहर में स्थित है और भोपाल शहर का दूसरा रेलवे स्टेशन है। यह भारत का पहला आईएसओ प्रमाणित निजी रेलवे स्टेशन है। 14 नवंबर 2021 को हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति के नाम से बदल दिया गया है।
स्थान
हबीबगंज का रेलवे स्टेशन स्थित है:
- भोपाल मुख्य रेलवे स्टेशन से 7 km दूर
- भोपाल केंद्र से 10 km दूर
- भोपाल शहर के दक्षिणी क्षेत्र में वाणिज्यिक क्षेत्र महाराणा प्रताप नगर से 2 km दूर
नाम में परिवर्तन
14 नवंबर 2021 को हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर रानी कमलापति स्टेशन[२] कर दिया गया। भारतीय प्रधान मंत्री, नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर 2021 को भोपाल में पुनर्विकसित रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया। इसका नाम बदलकर भोपाल रियासत की अंतिम हिंदू रानी गोंड समाज की गौरव रानी कमलापति के नाम पर रखा गया है। भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर आदिवासी रानी के नाम पर रखा गया। इस स्टेशन को अब कमलापति रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाता है। रेलवे स्टेशन में अब हवाई अड्डे जैसी आधुनिक सुविधाएं भी होंगी।