साइकस
[[Category:साँचा:pagetype with short description]]
साइकस | |
---|---|
विकसित किया जा रहा एक बड़ा साइकस | |
Scientific classification साँचा:edit taxonomy | |
Unrecognized taxon ([[[:साँचा:create taxonomy/link]] fix]): | Cycas |
Type species | |
C. circinalis[१] L.[१]
| |
Synonyms[३] | |
|
साइकस (Cycas) एक अनावृतबीजी पादप है। यह 'साइकेडोफाइटा' नामक पादपों के एक प्राचीन वर्ग का सदस्य है जिसका ताड़, फर्न, या अन्य आधुनिक पौधों से निकट सम्बन्ध नहीं है। साइकस सदाबहार (अपर्णपाती), बहुवर्षी (perennial) पादप हैं। साइकस ताड़ जैसे दिखने वाला (Palm like) मरुद्भिद पौधा है, जिसमें तना लम्बा, मोटा तथा अशाखित होता है। इनके सिरों पर अनेक हरी पतियाँ गोलाकार ढंग से एक मुकुट जैसी रचना बनाती हैं।
साइकस को सागो-पाम (sago palm) कहा जाता है। इसे 'जीवित जीवाश्म' (Living fossils) भी कहा जाता है।
भारत में साइकस की पौध आंध्रप्रदेश व पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में तैयार की जाती है। इसका बड़ा तना लोगों का ध्यान खींचता है। वर्ष में एक बार इस पर नई पत्तियां आती हैं। इसमें गोबर की खाद डाली जाती है। इसका तना काले रंग का होता है। साइकस के पौधे की कीमत उसकी उम्र के साथ बढ़ती है।
साइकस के बीज अण्डमान द्वीप के जनजातियों द्वारा खाए जाते हैं। साइकस की पत्तियों से रस्सी तथा झाड़ू बनायी जाती है। साइकस के तनों से मण्ड (starch) निकालकर खाने वाला साबूदाना (sago) का निर्माण किया जाता है।सबसे बड़ा अण्डाणु तथा शुक्राणु साइकस का होता है। यह पाइनस (Pinus) से भिन्न है। साइकस की लकड़ी मेनोजाइलिक (Manoxylic) तथा पाइनस में पिक्नोजाइलिक (Pycnoxylic) होती है।
शैवाल युक्त साइकस की जड़ को कोरेलॉयड (Corranoid) जड़ कहते हैं।
सन्दर्भ
- ↑ अ आ इ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite book
- ↑ सन्दर्भ त्रुटि:
<ref>
का गलत प्रयोग;cindy
नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है।