सलीम मलिक
लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found। | |
व्यक्तिगत जानकारी | |
---|---|
पूरा नाम | सलीम मलिक परवेज़ |
जन्म | साँचा:br separated entries |
मृत्यु | साँचा:br separated entries |
बल्लेबाजी की शैली | दाहिने हाथ के बल्लेबाज |
गेंदबाजी की शैली | दाहिने हाथ से ऑफ़ ब्रेक / स्लो मीडियम |
भूमिका | विकेट-कीपर और बल्लेबाज |
अंतर्राष्ट्रीय जानकारी साँचा:infobox | |
घरेलू टीम की जानकारी | |
वर्ष | टीम |
1981–1999 | लाहौर क्रिकेट टीम |
1982–2000 | हबीब बैंक लिमिटेड क्रिकेट टीम |
1991–1993 | एसेक्स काउंटी क्रिकेट[१] क्लब |
1991–1992 | सरगोधा क्रिकेट टीम |
साँचा:infobox cricketer/career | |
स्रोत : क्रिकइन्फो, ०६ नवम्बर २०१७ |
सलीम मलिक (अंग्रेजी: Saleem Malik) (जन्म ;१६ अप्रैल १९६३) (सलिम मलिक के नाम से भी जाना जाता है) एक पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी है जो १९८१/८२ और १९९९ के बीच पाक टीम के लिए खेला करते थे, साथ ही एक समय पर इन्होंने [२] पाकिस्तानी क्रिकेट टीम का नेतृत्व किया गया था। ये एक दाएं हाथ वाले मध्य क्रम के बल्लेबाज थे और मुख्य रूप से एक विकेट-कीपर की भूमिका निभाते थे। इसके अलावा उनकी लटका गेंदबाजी भी काफी प्रभावी थी। १०० से अधिक टेस्ट खेलने के बावजूद ये क्रिकेट के इतिहास में नीचे ही रहे क्योंकि २१वीं शताब्दी के शुरूआती दौर में इन पर मैच फिक्सिंग के लिए कई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर प्रतिबंध लगाया गया था। सलीम पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट खिलाड़ी इजाज अहमद के भाई हैं।
इन्होंने १२ टेस्ट में पाकिस्तान का नेतृत्व किया, जिसमें ७ मैचों में जीत भी मिली थी जबकि एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में इन्होंने ३४ बार अपने देश का नेतृत्व किया और उनमें से २१ को जीत पाकिस्तान जीत पाया था।[३]
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर
मलिक ने अपना पहला टेस्ट मैच मार्च १९८२ में कराची में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। अपनी पहली पारी में १२ रनों के बाद उन्होंने दूसरी पारी जब तक पारी घोषित की तब तक इन्होंने नाबाद १०० रन बनाए। १८ वर्ष और ३२३ वर्ष की आयु में ये पहली बार टेस्ट मैच में शतक बनाने वाले दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी गए थे।
१९८७ में इंग्लैंड के दौरे के दौरान, मलिक ने हेडिंग्ले में ९९ रनों पर आउट हो गए और द ओवल में इन्होंने शानदार शतक लगाते हुए १०२ रन बनाए। मलिक १९०० के दशक के शुरूआती वर्षों में एसेक्स के लिए खेल रहे थे। १९९१ में उनका अच्छा सत्र था, जिसमें इन्होंने १९८७२ रन बनाते हुए, एसेक्स के लिए गैर-अंग्रेज़ी खिलाड़ी द्वारा तीसरे स्थान पर रहे जिन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाए।
एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उनके उल्लेखनीय प्रदर्शन में से एक वह एक पारी थी जिसने १९८७ में भारत के खिलाफ खेली थी। ४० ओवर में २३८ रन का पीछा करते हुए, पाकिस्तान को १६१ पर ५ विकेट गिर गए थे। तब सलीम क्रीज पर पहुंचे। उन्होंने शेष ७७ रनों में से ७२ रन बनाए, जिससे उन्होंने सिर्फ ३६ गेंदें खेली। उन्होंने नाबाद रहते हुए मैच समाप्त कर दिया और पाकिस्तान ने २ विकेट से और मैच में 3 गेंद शेष रहते मैच जीत गए।