सलामी (फ़िल्म)

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
सलामी
चित्र:सलामी.jpg
सलामी का पोस्टर
निर्देशक शाहरुख सुल्तान
निर्माता तीस मिर्जा
अभिनेता अयूब ख़ान,
रोशनी जाफरी,
संयुक्ता
संगीतकार नदीम श्रवण
प्रदर्शन साँचा:nowrap 18 मार्च, 1994
देश भारत
भाषा हिन्दी

साँचा:italic title

सलामी 1994 की हिन्दी भाषा की फिल्म है। इस फिल्म में मुख्य भूमिकाओं में अयूब ख़ान[१] और रोशनी जाफरी हैं। इसको केवल इसके सुन्दर रूमानी गीतों के लिये जाना जाता है।

संक्षेप

विजय, भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून या आईएमए में एक बहुत ही ईमानदार सैनिक छात्र है जो सामी नाम की एक स्थानीय युवा लड़की से प्यार करता है। उसकी सख्त माता आईएमए से जुड़े एक बहुत त्रासदी वाले इतिहास के कारण अपनी बेटी का हाथ देने में असहज है। इसके अलावा, एक स्थानीय गिरोह का नेता भी है सामी के लिए पागल है और बदकिस्मती से उसके भ्रष्ट अधीक्षक पिता उसका समर्थन करते है। दूसरी तरफ, विजय ने अपने बचपन में माता-पिता को खो दिया। उसे मेजर रहीम खान (कबीर बेदी) और उनकी बेगम के रूप में नए माता-पिता मिलते हैं। सबसे महत्वपूर्ण घटना तब होती है जब एक नई युवा लड़की कविता शहर में आती है जो सईद जाफरी की बेटी होती है।

मुख्य कलाकार

संगीत

फिल्म का संगीत नदीम-श्रवण द्वारा दिया गया है और बोल समीर के है। इस फिल्म के गीतों को 1990 के दशक के सबसे मधुर गीतों में से एक माना जाता है और फिल्म की सफलता इसके साउंडट्रैक को ही दी जाती है।[३] "मिले तुम से बिछड़ के हम" के गीतकार अनवर सागर है।

# शीर्षक गायक
1 "चेहरा क्या देखते हो" कुमार सानु, आशा भोंसले
2 "मेरे महबूब की यही पहचान है" कुमार सानु
3 "तुम्हें छेड़े हवा चंचल" कुमार सानु, अलका याज्ञनिक
4 "दिल जब से टूट गया" पंकज उधास, अलका याज्ञनिक
5 "बस एक तमन्ना है" कुमार सानु, अलका याज्ञनिक
6 "जब हाल-ए-दिल तुमसे कहने" अलका याज्ञनिक
7 "मिले तुम से बिछड़ के हम" कुमार सानु, अलका याज्ञनिक, कविता कृष्णमूर्ति
8 "दिल जब से टूट गया" (पुरुष) पंकज उधास
9 "जब हाल-ए-दिल" (उदास) अलका याज्ञनिक

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ

साँचा:imdb title