सम्मिश्र विश्लेषण

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फलन f(x) = (x2 − 1)(x − 2 − i)2/ (x2 + 2 + 2i) का आरेख। यहाँ वर्णिमा से फलन के कोणांक को दर्शाता है और चमकीलापन उस बिन्दु पर फलन के परिणाम को प्रदर्शित करते हैं।

सम्मिश्र विश्‍लेषण (साँचा:lang-en) जिसे सामान्यतः सम्मिश्र चरों के फलनों का सिद्धान्त भी कहा जाता है गणितीय विश्लेषण की एक शाखा है जिसमें सम्मिश्र संख्याओं के फलनों का अध्ययन किया जाता है। यह बीजीय ज्यामिति, संख्या सिद्धान्त, व्यावहारिक गणित सहित गणित की विभिन्न शाखाओं में उपयोगी है तथा इसी प्रकार तरल गतिकी, उष्मागतिकी, यांत्रिक अभियान्त्रिकी और विद्युत अभियान्त्रिकी सहित भौतिक विज्ञान में भी उपयोगी है।

सम्मिश्र फलन

एक सम्मिश्र फलन वह कहलाता है जिसमें स्वतंत्र चर और आश्रित चर दोनों ही सम्मिश्र संख्याएं हो। अधिक संक्षेप में सम्मिश्र फलन वह फलन है जिसमें प्रांत और परिसर दोनों सम्मिश्र तल के उपसमुच्चय हों।

एक सम्मिश्र फलन के लिए, स्वतंत्र चर और आश्रित चर दोनों को वास्तविककाल्पनिक भागों में विभक्त किया जा सकत है:

<math>z = x + iy\,</math> and
<math>w = f(z) = u(x,y) + iv(x,y)\,</math>
जहाँ <math>x,y \in \mathbb{R}\,</math> और <math>u(x,y), v(x,y)\,</math> वास्तविक मान फलन हैं।

अन्य शब्दों में, फलन f(z) के घटक

<math>u = u(x,y)\,</math> और
<math>v = v(x,y),\,</math>

को वास्तविक चरों x और y.के वास्तविक-मान फलनों के रूप में लिखा जा सकता है।

होलोमार्फिक फलन

साँचा:main

सन्दर्भ

  • सम्मिश्र विश्‍लेषण, प्रकाशन : जयपुर पब्लिकेशन हाउस।
  • Ahlfors.,Complex Analysis (McGraw-Hill).
  • C. Carathéodory, Theory of Functions of a Complex Variable (Chelsea, New York). [2 volumes.]
  • Needham T., Visual Complex Analysis (Oxford, 1997).
  • Henrici P., Applied and Computational Complex Analysis (Wiley). [Three volumes: 1974, 1977, 1986.]
  • Kreyszig, E., Advanced Engineering Mathematics, 9 ed., Ch.13-18 (Wiley, 2006).
  • A.I.Markushevich.,Theory of Functions of a Complex Variable (Prentice-Hall, 1965). [Three volumes.]
  • Scheidemann, V., Introduction to complex analysis in several variables (Birkhauser, 2005)
  • Shaw, W.T., Complex Analysis with Mathematica (Cambridge, 2006).
  • Spiegel, Murray R. Theory and Problems of Complex Variables - with an introduction to Conformal Mapping and its applications (McGraw-Hill, 1964).
  • Marsden & Hoffman, Basic complex analysis (Freeman, 1999).

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