मांडलजी चौहान

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

मांडलजी चौहान

मांडलजी चौहान अजमेर के शासक थे l मांडलजी चौहान आठवीं 8.वी शताब्दी के आसपास के सम्राट बीसलदेव चौहान ( विग्रहराज प्रथम ) के छोटे भाई थे l

मांडलजी चौहान

साँचा:infobox Vigraharāja I (r. c. 734-759 CE ) was an Indian king from the Chahamana dynasty.

मांडलजी चौहान ने मांडलगढ़ दुर्ग पर राज किया जो कि आधुनिक मेवाड़ क्षेत्र के भीलवाड़ा में स्थित है और इनके अंतर्गत आने वाले साम्राज्य में भीलवाड़ा ,सवाई माधोपुर और राजसमंद शामिल थे lइन्हीं के वंशज आगे चलकर गुर्जर बगड़ावत कहलाए l इनके पुत्र का नाम हरिराम और हरिराम के पुत्र रावत बाघसिंह चौहान थे l रावत बाघसिंह के 24 पुत्र बगड़ावत कहलाए l

इतिहासकारों के अनुसार मांडलगढ़ दुर्ग का निर्माण चौहान राजवंश के राजाओं ने करवाया था जो कि मेवाड़ के राजाओं से पहले चौहानों के नियंत्रण में था l

इनके छोटे भाई मांडलजी चौहान ने जिन्होंने मेवाड़ में भीलवाड़ा जिले के पास प्रसिद्ध मंडल झील की स्थापना की थी। मंडलजी, अजमेर के राजा बिसाल देव चौहान (विशाल देव चौहान) केे भाई थे, जिन्होंने ने संभवत: 8 वीं शताब्दी में अजमेर पर शासन किया था और साथ ही अरब घुसपैठ का सफलतापूर्वक प्रतिरोध किया और तोमर वंश के शासकों को दिल्ली पर नियंत्रण पाने में मदद की।[7][8]

कार्य

[1] मांडल जी चौहान द्वारा किए गए कार्यों -||-

1. इन्होंने भीलवाड़ा में प्रसिद्ध मांडलगढ़ दुर्ग का निर्माण करवाया तथा उस पर शासन किया l

2. जिन्होंने भीलवाड़ा में मांडलनगर को बसाया जो आज मांडल के नाम से प्रसिद्ध है l

3. उन्होंने मेवाड़ से प्रसिद्ध मंडल झील का निर्माण करवाया l