महादेवशास्त्री जोशी
महादेवशास्त्री जोशी (12 जनवरी, 1906 - 12 दिसंबर, 1992) एक मराठी लेखक थे।
महादेवशास्त्री जोशी का जन्म 12 जनवरी 1906 को गोवा के अंबेडे शहर में हुआ था। उन्होंने सांगली में एक संस्कृत पाठशाला (पाठशाला) में शिक्षा के बाद शास्त्री और पंडित की उपाधि प्राप्त की।
अपने छात्र जीवन में, जोशी सांगली में सार्वजनिक पुस्तकालय में भी आकर पढ़ते थे। उन्होने नारायण सीताराम फड़के और विष्णु सखाराम खांडेकर जैसे अपने समय के आधुनिक मराठी लेखकों की कृतियों को अछी तरह से अध्ययन किया था। विशेष रूप से खांडेकर की लघु कथाओं और उपन्यासों ने उन्हें उन (खांडेकर) जैसा लेखक बनने के लिए बहुत प्रभावित किया।
साहित्यिक कृतियाँ
विश्वकोश
- भारतीय संस्कृतिकोश (10 खण्ड)। इन दस खंडों में भारतीय इतिहास, भूगोल, विभिन्न जातीय और भाषाई समूह, इन समूहों के त्योहारों और उनके जीवन के अन्य सांस्कृतिक पहलुओं की जानकारी है।
सांस्कृतिक कृतियाँ
- मराठी सारस्वत (2 खंड) (अनन्त जोशी के साथ सह-लेखक)
- पुरुषसूक्तम् (श्री के साथ सह-लेखक। शि. धायगुडे)
- तीर्थस्वरूप महाराष्ट्र (2 खण्ड)
- महाराष्ट्रचे कंठमणि (महाराष्ट्रचे कंठमणी) (2 खण्ड)
- मराठी लेखक (अनन्त जोशी के साथ सह-लेखक)
- मूल्यवान गोष्टी (स्वास्थ्य और आहार)
- महाराष्ट्री धारातीर्थे
- संस्कृतिच्या प्रांगणात
- तीर्थ क्षेत्रांच्य गोष्टी
- ज्ञानेश्वरी प्रवेशिका
- श्रीनवनाथ कथासार
- कनासैट पिकाली मोत्ये
- भीमाची माधुकरी
- भारतीय मूर्तिकला
- संस्कृतीचिचि चिह्न
- मीनाक्षी कन्या
- नवनीत भारत
- गजती दैवते
- दसो दिगम्बर
- काला धनरी
- मणिमेखला
- उग्र पांड्य
- नक्षत्रलोक
- सत्यधर्म
- नीलमाधव
- पुष्पदांत
- दिंडीरवन
- सतधीर
- त्यागराज
- बाहुबली
आत्मकथा
- आमचा वनप्रस्थ (1983)
- आत्मपुराण (1985)
लघु कथाओं का संग्रह
- दुष्यन्त शकुन्तला
- खडकंटाले पाझर
- कल्पित आणि सत्य
- कथा सुगन्ध
- पांगला अरुण
- सती सुकन्या
- मंजु मंगल
- कल्पवृक्ष
- किर्ति अरुण
- बभ्रुवाहन
- धुंधुमार
- कन्यादान
- मोहनवेल
- नीलध्वज
- गुणकेशी
- घरीघी
- भावबल
- पुत्रवती
- प्रतिमा
- विरानी
- लगे बंधे
बालवाङ्मय
- 100 गोष्टी आख्यायिका
- प्राचीन सुरस मलिक
- जिलाकथामाला
- रमानंद मोहिनी
- कथाकल्पकता
- प्र लय घंघाळ
- वत्सलाहरण
- कण्डालरण
- गुरुदक्षिणी
- चंद्रवदना
यात्रा वृत्तान्त
- प्रिय भारत
- जम्मू-कश्मीर
- पंजाब-हरियाणा
- भारत दर्शन (उत्तर प्रदेश)
- बिहार
- मध्यप्रदेश
- राजस्थान
- गुजरात
- महाराष्ट्र
- कर्नाटक
- केरल
- तामिळनाडू
- आंध्र
- ओडिसा
- बंगाल
- आसम मणिपुर
पुणे विश्वविद्यालय ने भारतीय संस्कृति कोष (भारतीय संस्कृतिकोश) के लिए उन्हें मानद डी. लिट से सम्मानित किया।
"कन्यादान", "धर्मकन्या", "वैशाख वनवा", "मानिनी" और जिव्हाला सहित तेरह मराठी फिल्में जोशी की लघु कथाओं पर आधारित थीं।
सन्दर्भ
- "कथाकार पंडित महादेवशास्त्री जोशी" - लेखिका : शुभलक्ष्मी जोशी (जीवनी)