मघा तारा

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मघा (रॅग्युलस) तारा

मघा या रॅग्युलस​, जिसका बायर नाम "अल्फ़ा लियोनिस" (α Leonis या α Leo) है, सिंह तारामंडल का सब से रोशन तारा है। यह पृथ्वी से दिखने वाले तारों में से बाईसवा सब से रोशन तारा है। मघा हमारे सौर मंडल से लगभग 77.5 प्रकाश-वर्ष दूर है। वास्तव में मघा एक तारा नहीं बल्कि दो द्वितारों का मंडल है, यानि कुल मिलकर चार तारे हैं।

अन्य भाषाओँ में

मघा तारे को अंग्रेज़ी में "रॅग्युलस​" (Regulus) कहते हैं जो मूल रूप से लातिनी भाषा का शब्द है और जिसका अर्थ है "छोटा राजा" या "राजकुमार"। अरबी भाषा में इसे "क़ल्ब अल-असद" (قلب لأسد‎) कहते हैं, जिसका अर्थ है "सिंह (असद) का दिल"।

विवरण

मघा दो द्वितारों का मंडल है। पहले द्वितारे को मघा "ए" (रॅग्युलस​ A) कहा जाता है। इसका मुख्य तारा B7V श्रेणी का एक नीला-सफ़ेद मुख्य अनुक्रम तारा है। इसके इर्द-गिर्द परिक्रमा करता साथी तारा ठीक से कभी देखा नहीं गया लेकिन उसके बारे में अनुमान है के यह सूरज के द्रव्यमान के 0.3 गुना द्रव्यमान (मास) वाला सफ़ेद बौना तारा है।[१] दोनों तारे अपने सांझे द्रव्यमान केंद्र की हर 40 दिनों में परिक्रमा पूरी कर लेते हैं। मुख्य तारा इतनी तेज़ी से घूर्णन कर रहा है (यानि अपने अक्ष पर घूम रहा है) के उसका गोल अकार बहुत पिचक चूका है। अगर इसके घूमने की गति वर्तमान गति से सिर्फ़ 16% ज़्यादा होती तो इस तारे के टूट कर हिस्से बन जाते।[२]

पहले द्वितारे से 4,200 खगोलीय इकाईयों की दूरी पर दूसरा द्वितारा है। इसका एक तारा मघा "बी' (रॅग्युलस​ B) कहलाता है और K2V श्रेणी का तारा है, जबकि दूसरा मघा "सी" (रॅग्युलस​ C) कहलाता है और M4V श्रेणी का तारा है। दोनों अपने सांझे द्रव्यमान केंद्र की एक परिक्रमा पूरी करने में 2,000 साल लगते हैं।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

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