बंडोल
साँचा:if empty Bandol | |
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बंडोल सड़क चिन्ह | |
साँचा:location map | |
निर्देशांक: साँचा:coord | |
देश | साँचा:flag/core |
राज्य | मध्य प्रदेश |
ज़िला | सिवनी ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | २,८४६ |
• घनत्व | साँचा:infobox settlement/densdisp |
भाषा | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 480882 |
दूरभाष कोड | 07692 |
बंडोल (Bandol) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के सिवनी ज़िले में स्थित एक गाँव है। यह वैनगंगा नदी के किनारे बसा हुआ है।[१][२]
विवरण
बंडोल सिवनी से 16 किलोमीटर उत्तर दिशा की ओर राष्ट्रीय राजमार्ग 44 जबलपुर रोड पर स्थित हैँ इस गाँव का भोगोलिक क्षेत्रफल 706.95 हेक्टेयर है यह एक बडी ग्राम पंचायत है। बंडोल ग्राम पंचायत में औद्योगिक इकाई के रूप में पशु आहार संयंत्र है जो साँची दुग्ध शीत केन्द्र के साथ यहाँ स्थापित किया गया है। 1 किलोमीटर की दूरी पर श्रीवानी जल शोधन प्लांट यहाँ स्थापित है। बंडोल का यह संपूर्ण क्षेत्र सर्वाधिक स्टोन क्रेशर होने के कारण ज्यादा जाना जाता है इसकी गिट्टीयाँ आस-पास के जिले खासकर बालाघाट जिले में ज्यादा पहुचायी जाती है। बंडोल ग्राम में विश्व प्रसिद्ध माता कात्यायनी का भव्य मंदिर है। चेत्र और शारदीय नवरात्रि के समय षष्ठी पूजा के दिन कुंवारी कन्याओं द्वारा पूजा करने का विशेष महत्व है। मान्यता के अनुसार कुंवारी कन्या द्वारा षष्टी पूजा विधि विधान से करने पर मनभावन वर की प्राप्ती होती है। गॉव की सप्ताहिक बाजार का दिन गुरुवार हैँ। बंडोल गाँव से 2 किलोमीटर पश्चिम दिशा की ओर वैनगंगा नदी प्रवाहित होती है।
स्थान
पशु आहार संयंत्र केन्द्र बंडोल
यह सिवनी जिला का एक मात्र पशु आहार संयंत्र है , जो साँची दुग्ध शीत केन्द्र के साथ यहाँ स्थापित है।
यात्री प्रतिक्षालय
यह प्रतिक्षालय हायर सेकेण्डरी स्कूल के समीप बाखारी रोड पर पँचायत द्वारा निर्माण किया गया हैँ।
शासकीय कार्यालय
- पुलिस थाना
- शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल
- पशु चिकत्सालय
- राजस्व-निरीक्षक (R.I.) कार्यालय
- पोस्ट आफिस
- जिला सहकारी केन्द्रीय बैँक
- सेवा सहकारी मर्या. समिति
- सेन्ट्रल मध्यप्रदेश ग्रामीण बैँक
- आँगनवाडी केन्द्र 1 और 2
- साँची दुग्ध शीत केन्द्र
- पशु आहार संयंत्र
शिक्षण संस्थान
- प्राथमिक शाला - शासकीय प्राथमिक शाला माध्यम हिन्दी/ अंग्रेजी (प्राईमरी)। गाँव में पहला प्रथामिक स्कूल सन् 1922 में खोला गया जिसे आज शासकीय प्राथमिक शाला के नाम से जाना जाता हैँ जो आज भी संचालित हो रहा हैँ। यह सबसे पुराना सरकारी स्कूल है। यह उच्चतर विद्यालय होने से गाँव बच्चो के साथ साथ आस-पास के गाँव के बच्चे भी यह अध्ययन करने आते हैँ।
- प्री मैट्रीक अनुसूचित जनजाति छात्रावास
- सरस्वती ज्ञान मंदिर स्कूल
- संस्कार विद्यानिकेतन स्कूल
- देहरादून पब्लिक स्कूल (CBSE)
प्रमुख धार्मिक स्थल
- माँ खेरमाई (ग्राम देवी)
- माता कात्यायनी का भव्य मंदिर है। चेत्र और शारदीय नवरात्रि के समय षष्ठी पूजा के दिन कुंवारी कन्याओं द्वारा पूजा करने का विशेष महत्व है। मान्यता के अनुसार कुंवारी कन्या द्वारा षष्टी पूजा विधि विधान से करने पर मनभावन वर की प्राप्ती होती है।
- पुराना शंकर मंदिर
- पुलिस कालोनी शिव मंदिर
- भूराभगत मंदिर
- चकरघटा जैसे स्थल प्रमुख हैँ।
चित्रदीर्घा
आसपास के गांव की दूरी
- राहीवाडा 2 किलोमीटर
- कुकलाह (M.P.22), सिवनी तहसील 2 किलोमीटर
- गोरखपुर 5किलोमीटर
- बाँकी 5किलोमीटर
- गरठिया /सिवनी जिला तहसील सिवनी 5किलोमीटर
- दिघोरी 8किलोमीटर
- बालारपुर 10किलोमीटर
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ "Inde du Nord: Madhya Pradesh et Chhattisgarh स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।," Lonely Planet, 2016, ISBN 9782816159172
- ↑ "Tourism in the Economy of Madhya Pradesh," Rajiv Dube, Daya Publishing House, 1987, ISBN 9788170350293