सिवनी

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Seoni
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राज्यमध्य प्रदेश
ज़िलासिवनी ज़िला
शासन
 • प्रणालीनगरपालिका
 • सभासिवनी नगर निगम
ऊँचाईसाँचा:infobox settlement/lengthdisp
जनसंख्या (2011)
 • कुल१,०२,३४३
 • घनत्वसाँचा:infobox settlement/densdisp
भाषा
 • प्रचलितहिन्दी
समय मण्डलभामस (यूटीसी+5:30)
पिनकोड480661
दूरभाष कोड07692
वाहन पंजीकरणMP-22
वेबसाइटसाँचा:url

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सिवनी (Seoni) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के सिवनी ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है।[१][२]

विवरण

सिवनी जबलपुर संभाग के अन्तर्गत आता है। राष्ट्रीय राजमार्ग 44 यहाँ से होकर जाता है। इसके उत्तर में जबलपुर, मंडला व नरसिंहपुर ज़िले हैं, पूर्व में बालाघाट, पश्चिम में छिंदवाड़ा और दक्षिण में नागपुर (महाराष्ट्र) है।[३] सिवनी ज़िले की 8 तहसील में बांटा गया है, जिसमे सिवनी, लखनादौन, केवलारी, घंसौर, छपारा, बरघाट, कुरई और धनौरा है। सिवनी जिले को 4 विधानसभा क्षेत्रों में विभाजित किया गया है,जो है - सिवनी, बरघाट, केवलारी, लखनादौन। जिले के लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि है। यह जनजातीय बाहुल है! छ्पारा गोंड राजा राम सिंह की गड़ी है। पेंच नेशनल पार्क ,मोगली की जन्म स्थली अमोदा गढ़,सिद्ध घाट, सुकला डेम,और एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा मिट्टी से बना भीमगढ़ डेम पर्यटन स्थल जिले में स्थित है।[४]।= सिवनी को मध्यप्रदेश का लखनऊ के नाम से भी जाना जाता है।

वैनगंगा नदी

वैनगंगा नदी का उद्गम स्थल मुंडारा है। यह नदी जिले कि जीवन रेखा है। इसी नदी पर एशिया का सबसे बडा मिट्टी से बना बांध संजय सरोवर छपारा के अन्तर्गत भीमगढ़ में बना है।

पेंच राष्ट्रीय उद्यान

स्क्रिप्ट त्रुटि: "main" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। यह राष्ट्रीय उद्यान 757.85 किलोमीटर पर फैला है यह बफर जोन के अन्तर्गत आता है इस बाघ अभ्यारण मे बाघ, नीलगाय, बारहसिंगा, हिरन, मोर, बन्दर, काले हिरन, सांभर, जंगली सुअर, सोनकुत्ता एवं अन्य जानवर तथा अनेक प्रकार के पक्षी बहुतायत में पाये जाते है। खासकर बाघ को देखेने पर्यटक दूर दूर से आते है नोबेल पुरस्कार विजेता रुडयार्ड किपलिंग जब भारत लौटे और लगभग अगले साढ़े छह साल तक यहीं रह कर काम किया।लिखी गयी कहानी द जंगल बुक के कथानक में मोगली नामक एक बालक है जो जंगल मे खो जाता है और उसका पालन पोषण भेड़ियों का एक झुंड करता है, अंत मे वह गाँव में लौट जाता है। इसलिए इस जिले को पहचान मोंगली लैँड के नाम से भी जाना जाता है।

दलसागर

यह सिवनी जिले का बडा तालाब है इसके बीच पर एक टापू है यह एक दर्शनिक स्थल है।

धार्मिक स्थल

  • कातलबोड़ी मातृधाम यह जगतगुरू शंकराचार्य स्वरूपानंद सस्वती की माँ कि जन्म स्थली है ओर भव्य मंदिर है।
  • आष्टा - बरघाट तहसील का एक गांव जहां पर मां काली जी का पत्थरों से बना भव्य मंदिर है।
  • दिघौरी- पितृधाम मे जगतगुरू शंकराचार्य स्वरूपानंद सस्वती का जन्म स्थली है यहा विशाल भव्य स्फटीक शिवलिँग मंदिर हैँ।
  • साँई मँदिर
  • बंजारी मंदिर जबलपुर रोड पर छपारा लोखनादौन के बीच मे स्थित।
  • सीलादेही
  • महाकालेश्वर प्रसिद्ध तीर्थस्थल
  • पायली घंसौर से लगभग २७ किलो मीटर दूर स्थित एक पिकनिक प्लेस हैं
  • गुड़ी गुफा (यह चट्टानों से बनी प्राचीनकालीन गुफ़ा) जिसकी आन्तरिक क्षेत्रफ़ल लगभग २५ वर्ग मीटर हैं , घंसौर से १८ किलोमीटर ग्राम पोडी से २ किलोमीटर अंदर ग्राम गुड़ी के निकट स्थित है
  • तहसील बरघाट के ग्राम धारना में सती माई का अद्भुत मंदिर है।
  • ग्राम धारना में आष्टा रोड में कैला माता का प्रसिद्ध मंदिर है।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. "Inde du Nord: Madhya Pradesh et Chhattisgarh स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।," Lonely Planet, 2016, ISBN 9782816159172
  2. "Tourism in the Economy of Madhya Pradesh," Rajiv Dube, Daya Publishing House, 1987, ISBN 9788170350293
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