प्रवीण तोगड़िया
डॉ॰ प्रवीण तोगड़िया | |
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जन्म | साँचा:br separated entries |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
राजनीतिक दल | अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद |
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प्रवीण तोगड़िया भारत के डॉक्टर, कैंसर सर्जन और हिन्दू राष्ट्रवाद के प्रबल उद्घोषक हैं। वे विश्व हिन्दू परिषद के पूर्व अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। [१] सम्प्रति वे 'अन्तरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद' के अध्यक्ष हैं। समझा जाता है कि वर्तमान में संघ परिवार से उनके सम्बन्ध अच्छे नहीं हैं। वे नरेन्द्र मोदी के आलोचक हैं।
उन्हें १९७९ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंस्वेकों का मुख्य मार्गदर्शक केवल २२ वर्ष की उम्र में चुना गया। उन्हें उनके उत्तेजक और गर्म बयानों के लिए जाना जाता है। हिंदुत्व की व्याख्या का ये उदहारण समेत सटीक विवरण देते है। ये सौराष्ट्र के पटेल है, किसान के बेटे है, ये अहमदाबाद में पढाई के लिए आये थे। ये चाल में रहते थे पर पढाई में हमेशा अव्वल आते थे। बचपन में एक बार उन्हें सोमनाथ मंदिर में जाने का अवसर प्राप्त हुआ (सोमनाथ के पुनरुद्धार से पहले), जब उन्होंने सोमनाथ के ध्वस्त अवशेष देखे तो उनके जीवन की दिशा ही बदल गयी और वे हिन्दुतत्व के पुनरुद्दार में लग गए। ये युवा अवस्था में ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए थे। रामेश्वर पालीवाल, एक आरएसएस प्रचारक संघ के मार्गदर्शन मे युवा तोगड़िया ने स्वयं सेवक के रूप में अपना जीवन शुरू किया। विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्मो में व्यस्त रहने के बावजूद भी ये महीने में एक सप्ताह रोगियों की जाँच के लिए देते है। तोगडिया के मुताबिक हिन्दू मजबूत और सैन्य स्थिति में होने के बावजूद सभी धर्मो को सामान दृष्टि से देखता है।
तोगड़िया ने विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में सिंघल की जगह ली थी किन्तु 14 जून 2018 को उन्होंने स्वयं को विश्व हिन्दू परिषद से अलग कर लिया तथा 24 जून 2018 को दिल्ली में अपने समर्थकों के साथ राम मंदिर, धारा-370 गौ हत्या पर कानून जैसे मुद्दों को केंद्र बना कर "अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद" (AHP) की स्थापना की ।
सन्दर्भ
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