प्रधान डाकघर, कोलकाता
| प्रधान डाकघर, कोलकाता | |
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प्रधान डाकघर की गुंबदनुमा छत | |
| सामान्य जानकारी | |
| कस्बा या शहर | साँचा:ifempty |
| देश | भारत |
| निर्देशांक | स्क्रिप्ट त्रुटि: "geobox coor" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। |
| निर्माण आरंभ | 1864 |
| पूर्ण | 1868 |
| खोली गई | साँचा:ifempty |
| नष्ट | साँचा:ifempty |
| लागत | 6,30,510 रु |
| डिजाइन और निर्माण | |
| वास्तुकार | वॉल्टर बी ग्रेन्विल |
| Number of कमरे | साँचा:ifempty |
प्रधान डाकघर, (अंग्रेजी: General Post Office) कोलकाता शहर का केन्द्रीय और पश्चिम बंगाल का मुख्य डाकघर है। यह डाकघर कोलकाता शहर की अधिकांश आने व जाने वाली डाक और पार्सलों को संभालता है। यह बी.बी.डी. बाग क्षेत्र में नेताजी सुभाष रोड पर स्थित है। जीपीओ की भव्य संरचना इसे शहर के प्रमुख स्थलों में से एक बनाती है।
इस आलीशान इमारत की निर्माण प्रक्रिया वर्ष 1864 में शुरू की गई थी और 1868 यह निर्माण कार्य समपन्न हुया। इसके निर्माण में कुल 6,30,510 रु की लागत आई। [१]वॉल्टर बी ग्रेन्विल ने वास्तुकला के इस चमत्कार को डिजाइन किया था। कलकत्ता जीपीओ की भव्य संरचना की मुख्य विशेषता इसके आयोनिक-कोरिंथियन स्तंभ हैं।
इतिहास
प्रधान डाकघर, 1700 में निर्मित पुराने फोर्ट विलियम के स्थल पर बनाया गया था, जिसे 1756 में "कलकत्ता के कब्ज़े" के दौरान शिराज-उद-दौला ने बर्बाद कर दिया था। डाकघर के साथ एक गली जाती है जो कि उस सुरक्षाकक्ष का अवस्थल था जहाँ 1756 की कुख्यात काल कोठरी की घटना घटी थी। इसका डिजाइन सन 1864 में वॉल्टर बी ग्रेन्विल (1819-1874) द्वारा तैयार किया था, जो 1863 से 1868 तक भारत सरकार के परामर्शी वास्तुकार थे।
जीपीओ के पूर्वी भाग स्थित सीढ़ियों पर एक पीतल की पट्टिका लगी है, जो पुराने फोर्ट विलियम के पूर्वी छोर को चिह्नित करती है। यह शायद कलकत्ता के प्राचीन किले का एकमात्र अवशेष है। हाल ही में जीपीओ की पूर्वी दीवारों पर संगमरमर की पट्टिका लगाई गई है, जो ब्रास प्लेट को उजागर करती है।
जीपीओ के उत्तर में कोलकाता कलेक्ट्रेट है, जो कभी क्षेत्रीय कलेक्टर का कार्यालय था। ब्रिटिश सरकार ने 1857 के बाद पारंपरिक जमींदारों का नाम बदलकर कलेक्टर कर दिया था।
इमारत
प्रधान डाकघर अपनी भव्य उच्च गुंबददार छत (220 फुट से अधिक ऊँची) और लंबे आयोनिक-कोरिंथियन खम्भों के लिए उल्लेखनीय है। यहाँ एक डाक संग्रहालय भी है जिसे 1884 में बनाया गया था और यहाँ पर कलाकृतियों और डाक टिकटों के एक संग्रह को प्रदर्शित किया गया है। डाक टिकट ब्यूरो इमारत के पश्चिमी छोर पर स्थित है।
चित्र दीर्घा
बाहरी कड़ियाँ
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