डॉ दीवान सिंह 'कालेपानी' (1894-1944) भारत के एक स्वतंत्रता सेनानी तथा कवि थे। उनका काव्य ब्रिटिश राज की आलोचना तथा संगठित धर्म की आलोचना के से सम्बन्धित है।