गोवा की मुक्ति

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
गोवा की मुक्ति
IN-GA.svg
वर्तमान भारत में गोवा राज्य की स्थिति
तिथि 17–19 दिसम्बर 1961
स्थान साँचा:ublist
परिणाम भारत की विजय
क्षेत्रीय
बदलाव
पुर्तगाली साम्राज्य के अधिकार वाले गोवा, दामन और दिउ को भारत में मिला लिया गया।
योद्धा
साँचा:flag साँचा:flagicon पुर्तगाल
सेनानायक
साँचा:flagicon image डॉ राजेन्द्र प्रसाद
(भारत के राष्ट्रपति)
साँचा:flagicon image जवाहरलाल नेहरु
(भारत के प्रधानमंत्री)
साँचा:flagicon image वी के कृष्ण मेनन
(Minister of Defence)
साँचा:flagicon image Lt. Gen. J. N. Chaudhuri
साँचा:flagicon image VAdm R. D. Katari
साँचा:flagicon image AVM Erlic Pinto
साँचा:flagicon image Maj. Gen. K. P. Candeth
साँचा:flagicon image Brig. Sagat Singh
साँचा:ublist
शक्ति/क्षमता
45,000 infantry
1 light aircraft carrier
2 cruisers
1 destroyer
8 frigates
4 minesweepers
20 Canberra medium bombers
6 Vampire fighters
6 Toofani fighter-bombers
6 Hunter multi-role aircraft
4 Mystère fighter-bombers
3,500 military personnel
1 frigate
3 inshore patrol boats
मृत्यु एवं हानि
22 killed[१] साँचा:ublist

गोवा की मुक्ति से आशय उस कार्रवाई से है जिसके द्वारा दिसम्बर 1961 में भारतीय सशस्त्र बलों ने सशस्त्र कार्रवाई करके गोवा, दमन और दीव को पुर्तगाल के अधिकार से मुक्त करा लिया था। पाश्चात्य जगत में इसे गोवा का समामेलन (Annexation of Goa) कहा जाता है तथा पुर्तगाल में इसे गोवा पर आक्रमण के रूप में जाना जाता है। जवाहरलाल नेहरू को आशा थी कि गोवा में चल रहे गोवा मुक्ति संग्राम और विश्व जनमत का दबाव से पुर्तगाली गोवा के अधिकारियों को इसे स्वतंत्रता देने के लिए मजबूर करेगा, लेकिन बहुत दिनों तक ऐसा होते नहीं दिखा। इसलिए उन्होंने इसे बलप्रयोग से लेने का निर्णय किया। [२] दादरा और नगर हवेली को स्थानीय लोगों ने पहले ही स्वतंत्र घोषित कर दिया था।

सन्दर्भ

  1. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
  2. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।

इन्हें भी देखें