गुरमीत राम रहीम सिंह
गुरमीत राम रहीम सिंह | |
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जन्म |
साँचा:birth date and age श्री गुरुसर मोडिया (राजस्थान, भारत |
आवास | सिरसा, हरियाणा, भारत[१] |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
व्यवसाय | आध्यात्मिक नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, अभिनेता, गायक |
कार्यकाल | 1990–वर्तमान |
बच्चे | 4 |
माता-पिता | साँचा:unbulleted list |
वेबसाइट Official website |
गुरमीत राम रहीम सिंह इन्साँ हरियाणा के सिरसा में स्थित संस्था डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख था।[२] डेरा सच्चा सौदा की स्थापना १९६८ में शाह मस्ताना जी द्वारा की गई थी। गुरमीत इस संस्था के तीसरे प्रमुख थे। इनके कार्यकाल में डेरा का अभूतपूर्व प्रचार प्रसार हुआ और इनके अनुयायियों की संख्या में कई गुना वृद्धि हुई। गुरमीत राम रहीम सिंह के नेतृत्व में डेरा सच्चा सौदा में कई सकारात्मक कार्य किये गए, नए नए प्रयोग किए गए, वहीं वे हमेशा विवादों में भी बने रहे। विवादों की परिणति 25 अगस्त 2017 को एक यौन शोषण मामले में अदालत द्वारा इन्हें दोषी करार दिए जाने के रूप में हुई।[३] इस मामले में राम रहीम को 20 साल के सश्रम कारावास व 65 लाख रूपये जुर्माने की सजा हुई। और राम रहीम को पत्रकार राम चन्द्र छत्रपति हत्या काँड में 11 जनवरी 2019 को दोषी करार दिया गया व दिनांक 17 जनवरी 2019 को सीबीआई की विशेष आदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई है।
प्रारंभिक जीवन
गुरमीत राम रहीम सिंह सिद्धू मूल के पंजाबी जाट है। स्वयं गुरमीत राम रहीम सिंह के अनुसार उसका जन्म १५ अगस्त १९६७ को माता नसीब कौर और पिता मघर सिंह के यहाँ गुरूसर मोदिया गांव में हुआ था। यह परिवार डेरा सच्चा सौदा का भक्त था।
आध्यात्मिक नेता
डेरा के द्वितीय प्रमुख शाह सतनाम जी ने गुरमीत सिंह को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया। सिरसा के डेरा सच्चा सौदा की कमान राम रहीम ने 90 के दशक में संभाली थी। गद्दी संभालने के बाद वे भी परंपरानुसार सत्संग, प्रवचन आदि देने लगे। इनके नेतृत्व में डेरे के भक्तों की संख्या में काफी वृद्धि हुई। आमतौर पर व्यक्तिगत आध्यात्म पर केंद्रित इस संस्था को इन्होंने सामाजिक रूप से सक्रिय बनाया। इनके द्वारा कई प्रकार के सकारात्मक सामजिक कार्य किए गए, यथा:
- सर्वधर्म समभाव का संदेश देने के लिए इन्होंने अपने नाम में कई सम्प्रदायों के नाम शामिल किए व अपना नाम गुरमीत सिंह से बदलकर गुरमीत राम रहीम सिंह रखा।
- जातिप्रथा की समाप्ति का आह्वान किया तथा अपने भक्तों से जातिवाचक नाम हटाकर इन्साँ नाम लगाने को प्रेरित किया।
- कई वेश्याओं को अपनी पुत्री का दर्जा देकर अपनाया व अनुयायियों से आह्वान कर उनके घर बसाए।
- बालिका भ्रूण ह्त्या के विरुद्ध अभियान चलाया। अनुयायियों को प्रेरित किया कि यदि एक से अधिक पुत्र हों तो दूसरे पुत्र को घर-जमाई के रूप में कन्या के मातापिता की सेवा करने को कहें।
- सामूहिक रक्तदान अभियान आदि के कई कीर्तिमान स्थापित किए गए।
- आपदा प्रबंधन के लिए शाह सतनाम जी ग्रीन वैलफेयर फोर्स के नाम से प्रशिक्षित अनुयायियों के दल का गठन किया गया।
- व्यापक स्तर पर सफाई अभियान छेड़ा। इसके अंतर्गत हजारों डेरा प्रेमियों द्वारा एक ही दिन में पूरे शहर की सफाई के कई अभियान संपन्न किए।
- नशे के विरुद्ध आभियान चलाया।
- रासायनिक खेती को छोड़कर जैविक खेती अपनाने की मुहिम चलाई।
- MSG के नाम से कई उत्पाद भी बनाने शुरु किए जिससे कई लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ।
- आधुनिक पीढ़ी को संदेश देने के लिए फिल्में बनाईं तथा आधुनिक शैली में गायन भी किया।
फिल्में व गायन
राम रहीम का पहला म्यूजिक ऐल्बम 'हाइवे लव चार्जर' नाम से 2014 में आया था। गुरमीत राम रहीम सिंह ने 2015 में फिल्मों में प्रवेश किया था। 5 फिल्मों का भी निर्माण किया।[४][५]
विवाद
- नए प्रयोग जैसे कि फ़िल्में बनाना व आधुनिक शैली में गायन, कंसर्ट आदि अनुयायियों के अतिरिक्त आम जनता द्वारा आलोचना के शिकार बने।
- राजनीति में इनका दखल रहा। अनुयायियों को किसी दलविशेष को वोट देने को प्रेरित करने की परंपरा हमेशा विवादों में रही। इनके दामाद भी विधायक रहे।
- २००२ में साध्वियों के यौन शोषण के आरोप लगे।
- २००२ में ही यौन शोषण की खबर छापने वाले स्थानीय पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के भी आरोप इनपर लगे।
- डेरे में साधुओं की जबरन नसबंदी करने के भी आरोप लगे व केस दर्ज हुए।
- एक समारोह में इनके वेष को सिख संगठनों द्वारा गुरु गोविंद सिंह की नकल माना गया जिससे उनकी भावनाएँ आहत हुई। लंबे विवाद के बाद डेरा प्रमुख ने माफी मांगी।
यौन शोषण केस में दोषी
25 अगस्त 2017 को पंचकूला की विशेष सीबीआई (केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो) अदालत ने डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम रेप(बलात्कार) केस में दोषी करार दिया। जिसकी वजह से पँचकुला और सिरसा मेँ दंगे हुए और प्रशासन की कारवाई से सरकारी आकड़ोँ के अनुसार 38 मौत हुई। सजा पर फैसला 28 अगस्त 2017 को आया।[६] जिसमें न्यायालय ने उन्हें 20 साल जेल व 30 लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। सीबीआई की विशेष अदालत ने डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को उनके खिलाफ दो बलात्कार के मामलों में 20 साल की जेल की सजा दी [७]
7 फरवरी 2022 को गुरमीत राम रहीमको 21 दि की फरलो मिली। इस फरलो के सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं।[८][९]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
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