केन्द्रीय बल
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
चिरसम्मत यांत्रिकी में, केन्द्रीय बल (central force), किसी वस्तु पर लगने वाले उस बल को कहते हैं जिसका परिमाण केवल r पर निर्भर करता है (जहाँ r वस्तु की मूलबिन्दु से दूरी है।) तथा जिसकी दिशा वस्तु को मूलबिन्दु से मिलाने वाली रेखा के अनुदिश होता है।
- <math> \vec{F} = \mathbf{F}(\mathbf{r}) = F( ||\mathbf{r}|| ) \hat{\mathbf{r}} </math>
जहाँ <math> \scriptstyle \vec{ \text{ F } } </math> बल है। F सदिश मानयुक्त बल फलन है, F अदिश् मानयुक्त बल फलन है, r स्थिति सदिश, जिसका परिमाण ||r|| है, तथा <math> \scriptstyle \hat{\mathbf{r}}</math> = r/||r|| संगत ईकाई सदिश (unit vector) है।
- उदाहरण
गुरुत्वीय बल तथा कूलॉम्ब बल दोनों ही केन्द्रीय बल हैं।
गुण
सन्दर्भ
इन्हें भी देखें
- प्रभावी विभव (इफेक्टिव पोटेन्शियल)
- अभिकेन्द्रीय बल (सेन्ट्रीपीटल फोर्स)