अभय कुमार
अभय कुमार | |
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अभय कुमार गंगटोक में | |
जन्म |
अभय कुमार साँचा:birth year and age नालंदा, बिहार, भारत |
आवास | काठमांडू |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
शिक्षा प्राप्त की | जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय |
व्यवसाय | राजनयिक, कवि, कलाकार |
प्रसिद्धि कारण |
पृथ्वी गान दक्षेस गान |
वेबसाइट www.abhayk.com |
अभय कुमार (जन्म: १९८०) एक भारतीय राजनयिक और कवि हैं। उन्होने कई पुस्तकें लिखी हैं, जिनमे से 'रिवर वैली टू सिलोकोन वैली' भी एक हैं। वे पृथ्वी गान के रचयिता हैं।[१] दक्षिण भारतीय कविता क्षेत्र में योगदान के लिए उन्हें सार्क लिटरेरी अवार्ड प्राप्त हैं। वर्तमान में वे काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास के प्रथम सचिव (प्रेस, सूचना और संस्कृति) हैं।[२][३]
परिचय
अभय कुमार नालंदा जिला बिहार के मूल निवासी हैं। उन्होने दिल्ली के किरोरि मल कॉलेज तथा जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की। उन्होने २००३ में भारतीय विदेश सेवा ज्वाइन किया।[४]
पृथ्वी गान और दक्षेस गान
"मैं समझता हूं कि दक्षिण एशियाई देशों द्वारा समान रूप से गाया जा सकने वाला दक्षेस गान एक गहरी दक्षिण एशियाई भावना और भाईचारे के विकास के लिए उत्प्रेरक का काम करेगा।” |
अभय कुमार[५] |
ब्रह्मांड की नीली मोती, धरती
ब्रह्मांड की अदभुत ज्योति, धरती
सब महाद्वीप, महासागर संग -संग
सब वनस्पति, सब जीव संग -संग
संग -संग पृथ्वी की सब प्रजातियाँ
काले, सफेद, भूरे, पीले, अलग-अलग रंग
इंसान हैं हम , धरती हमारा घर
ब्रह्मांड की नीली मोती, धरती
ब्रह्मांड की अदभुत ज्योति, धरती
सब महाद्वीप, महासागर संग -संग
सब वनस्पति, सब जीव संग -संग
संग -संग पृथ्वी की सब प्रजातियाँ
काले, सफेद, भूरे, पीले, अलग-अलग रंग
इंसान हैं हम , धरती हमारा घर
ब्रह्मांड की नीली मोती, धरती
ब्रह्मांड की अदभुत ज्योति, धरती
एक के संग सब सौर एक सबके संग
सब लोग, सब राष्ट्र, संग -संग
आओ सब मिलकर नीला झंडा फहराएँ
आओ सब मिलकर पृथ्वी गान गाएं
काले, सफेद, भूरे, पीले, अलग अलग रंग
इंसान हैं हम , धरती हमारा घर
“”
अभय कुमार द्वारा रचित "पृथ्वी गान" का हिन्दी में भावानुवाद
आओ सब मिलकर नीला झंडा फहराएँ
आओ सब मिलकर पृथ्वी गान गाएं
काले, सफेद, भूरे, पीले, अलग अलग रंग
इंसान हैं हम , धरती हमारा घर
अभय कुमार द्वारा रचित "पृथ्वी गान" का हिन्दी में भावानुवाद[६]
भारतीय राजनयिक अभय कुमार द्वारा लिखा गया 'पृथ्वी गान' शीर्षक कविता का यूनेस्को द्वारा पूरी दुनिया में प्रसार किया गया है। हाल ही में दक्षिण एशिया क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) सचिवालय में हुई एक बैठक में इस कविता में दक्षेस गान तलाशने के लिए चर्चा शुरू हो गई। दक्षेस के विभिन्न विभागों के प्रमुख और सदस्य देशों के विदेश मंत्री इस कविता को दक्षेस गान के रूप में अपनाने के गुण-दोषों पर विचार कर रहे हैं। दक्षेस ने फरवरी में माले में होने वाले दक्षेस मंत्री परिषद की बैठक में इस पर एक सलाह भेजने का भी विचार किया जा रहा है। यदि इसे मंजूर कर लिया जाता है तो यहां होने वाले 18वें दक्षेस शिखर सम्मेलन में प्रस्ताव पर विचार किया जा सकता है, जिसकी तिथि अभी तक तय नहीं हुई है। राजनयिक सूत्रों के मुताबिक इस कविता को अपनाने पर विचार करने के लिए दक्षेस सांस्कृतिक केंद्र में भी भेजा गया है। उनकी कविता में हिंदुस्तानी, अंग्रेजी, नेपाली, बांग्ला, पस्तो, उर्दू, सिन्हाली, जोंगखा और धीवेही भाषाओं की पंक्तियां शामिल की गई हैं। ये भाषाएं दक्षेस के आठ सदस्य देशों में बोली जाती हैं। कविता का कुछ अंश इस प्रकार है: "हिमालय से हिंद तक, नगा हिल्स से हिंदूकुश/महावली से गंगा तक, सिंधु से ब्रह्मपुत्र/लक्षद्वीप, अंडमान, एवरेस्ट, एडम्स पीक/ काबुल से थिंपू तक, माले से काठमांडू/दिल्ली से ढाका, कोलंबो, इस्लामाबाद/हर कदम साथ-साथ।" पृथ्वी गान का लोकार्पण साल जून २०१३ में पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल और पूर्व मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री शशि थरूर ने नई दिल्ली के भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) में किया था। इसके बाद काठमांडू में नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री झालानाथ खनल ने यूनेस्को के नेपाल में प्रतिनिधि एक्सेल प्लेथ की मौजूदगी में इसे जारी किया था। अभय के मुताबिक इसके बाद से पृथ्वी गान का दुनिया की कई प्रमुख भाषाओं में अनुवाद किया गया है।[६][५][७][८][९][१०][११][१२][१३][१४][१५][१६][१७]
प्रकाशित कृतियाँ
- रिवर वैली टू सिलिकोन वैली (अँग्रेजी,2007)/ए सिविल सरवेंट टेल (2011)[१८]
- टेन कुश्चन ऑफ दि सोल (अँग्रेजी,2010)[१९]
- कलर्स ऑफ सोल (Cvet Dushi) (अँग्रेजी,2011)[२०]
- एनिग्माइटिक लव (अँग्रेजी,2009)[२१]
- फालेन लिव्स ऑफ औट्मन (अँग्रेजी,2010)[२२]
- कैंडलिंग दि लाइट(अँग्रेजी,2011)[२३]
- रिमेन्स (अँग्रेजी,2012)[२४]
- सेड़क्सन ऑफ डेलही (अँग्रेजी)[२५]
पुरस्कार/सम्मान
- 2013: सार्क लिटरेरी अवार्ड[२६]
- 2013: पुष्कर्ट पुरस्कार के लिए नामित[२७]
- 2012: स्टेगलीज अकादमी ऑफ आर्ट की ओर से प्रथम श्रेणी में डिप्लोमा, सेंट पीटर्सबर्ग प्रदर्शनी वी आर डिफरेंट, वी आर टूगेदार[२८]
सन्दर्भ
- ↑ साँचा:cite news
- ↑ साँचा:cite news
- ↑ साँचा:cite news
- ↑ साँचा:cite news
- ↑ अ आ "Better with verse" (अनुवाद: वेटर विथ वर्ष) स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। दि हिन्दू, 2 नवम्बर 2011.
- ↑ अ आ डाऊनलोड पृथ्वी गान स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। पृथ्वी गान जालस्थल, 27 अप्रैल 2014
- ↑ "Indian Diplomat's Paintings on Show"(अनुवाद:भारतीय राजनयिक का पेंटिंग्स शोसाँचा:category handlerसाँचा:main otherसाँचा:main other[dead link], indusage.com.au, 29 अप्रैल 2011
- ↑ "Indian Diplomat turned artist presents his work on planetary consciousness"(अनुवाद:भारतीय राजनयिक ने ग्रहों की चेतना पर अपना सृजन प्रस्तुत किया स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। याहू, 27 अप्रैल 2011
- ↑ द हिन्दू Literary Review 2007 (अनुवाद: हिन्दू साहित्य की समीक्षा 2007 स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। दि हिन्दू, 5 अगस्त 2007.
- ↑ Pen Drive (पेन ड्राइव) स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।, दि इंडियन एक्सप्रेस, 22 नवम्बर 2012
- ↑ "The Poetic Side of Indian Diplomats"(अनुवाद: भारतीय राजनयिकों का काव्य पक्षसाँचा:category handlerसाँचा:main otherसाँचा:main other[dead link], दि टाइम्स ऑफ इंडिया, 25 अगस्त 2012
- ↑ ANI (अनुवाद: ए एन आई) स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।, 4 जून 2012
- ↑ "Indian Diplomat pens anthem for Earth" (अनुवाद: भारतीय राजनयिक ने लिखा धरती गान स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। दि नेयु इंडियन एक्सप्रेस, 5 जून 2013
- ↑ "Inspiring Earth Anthem" (अनुवाद: प्रेरणादायक धरती गान) स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। दि हिमालयन टाइम्स, 9 जून 2013
- ↑ "युनेस्को to consider making Earth Anthem by Indian diplomat a global initiative" (अनुवाद: यूनेस्को का भारतीय राजनयिक की वैश्विक पहल पृथ्वी गान को लागू करने पर विचार) स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।, बिजनेस स्टेंडर्ड , 26 जून 2013
- ↑ UN to consider "Indian diplomat's song as a global initiative"(अनुवाद: एक वैश्विक पहल के रूप में भारतीय राजनयिक के गीत) स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। दि इकोनोमिक टाइम्स, 26 जून 2013
- ↑ "Indian poet-diplomat pens S.Asian anthem after Earth anthem success"(अनुवाद: भारतीय राजनयिक-कवि का पृथवि गाँ के बाद दक्षेस गान स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। ए एन आई, 27 नवम्बर 2013
- ↑ साँचा:cite webसाँचा:category handlerसाँचा:main otherसाँचा:main other[dead link]
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- ↑ Poet Abhay K wins SAARC Literature Award (अनुवाद: कवि अभय कुमार को सार्क साहित्य पुरस्कार स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।, आई ए एन एस, 14 मार्च 2013
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- ↑ साँचा:cite web