हिम्मतवाला (1983 फ़िल्म)

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
हिम्मतवाला
चित्र:हिम्मतवाला.jpg
हिम्मतवाला का पोस्टर
निर्देशक के राघ्वेन्द्र राव
निर्माता जी॰ ए॰ शेषगिरी राव
लेखक कादर ख़ान (संवाद)
पटकथा के राघ्वेन्द्र राव
अभिनेता जितेन्द्र,
श्री देवी
संगीतकार बप्पी लाहिड़ी
प्रदर्शन साँचा:nowrap 25 फ़रवरी 1983
समय सीमा 179 मिनट
देश भारत
भाषा हिन्दी
कुल कारोबार १२ करोड़ (US$१.५७ मिलियन)

साँचा:italic title

हिम्मतवाला 1983 में बनी हिन्दी भाषा की मसाला फिल्म है। यह पद्मालय स्टूडियो के बैनर तले, जी॰ ए॰ शेषगिरी राव द्वारा निर्मित और के राघ्वेन्द्र राव द्वारा निर्देशित है। इसमें जितेन्द्र, श्री देवी मुख्य भूमिकाओं में हैं और संगीत बप्पी लाहिड़ी द्वारा दिया गया है। फिल्म 1981 की एक तेलुगु फिल्म की रीमेक है। यह फिल्म बॉलीवुड में श्री देवी के लिए प्रमुख सफलता साबित हुई और इसने उन्हें लोकप्रिय अभिनेत्री बनाया।[१] यह जारी होने पर विशाल व्यावसायिक सफलता रही थी और 1983 की सबसे अधिक कमाई करने वाली भारतीय फिल्म बनी।

संक्षेप

मास्टर धर्म मूर्ति, शेर सिंह बंदुकवाला (अमज़द ख़ान) के हाथों एक व्यक्ति की हत्या देखता है। लेकिन शेर सिंह अपनी ताकत, आतंक और पैसे से आजाद हो जाता है। बदला लेने के लिए, वह एक महिला शिक्षक, मेनका के साथ शर्मनाक स्थिति में धर्म मूर्ति को फँसा देता है। इस बात से शर्मिंदा होकर धर्म मूर्ति अपने गांव से चला जाता है और अपनी पत्नी और बच्चों को बेसहारा छोड़ देता है। उसकी पत्नी सावित्री अपने बेटे रवि (जितेन्द्र) को एक इंजीनियर बनने में मदद करती है, जो फिर बंदुकवाला के खिलाफ लड़ने और अपने पिता की बिगड़ी हुई प्रतिष्ठा वापस पाने का संकल्प लेता है।

बंदुकवाला ने सभी ग्रामीणों को आतंकित कर रखा है। उसकी बेटी रेखा (श्री देवी) उसके नक्शेकदम पर चलती है और एक असंवेदनशील महिला बन जाती है, जो लोगों को परेशान करने की कोशिश करती रहती है। रवि की बहन पद्मा को मुनीमजी (कादर ख़ान) के बेटे शक्ति से शादी करनी है क्योंकि वह उसके बच्चे के साथ गर्भवती है। शादी के बाद शक्ति और बंदुकवाला ने मिलकर पद्मा को परेशान करना शुरू कर दिया। रेखा को रवि से प्यार हो जाता है और वह रवि के बच्चे के साथ गर्भवती होने का नाटक करके बंदुकवाला के खिलाफ एक चाल चलने का फैसला करते हैं। रवि अपने पिता को एक बांध निर्माण स्थल पर एक श्रमिक के रूप में पाता है। फिर रवि पंचायत से सामने बंदुकवाला को दोषी साबित करता है, लेकिन धर्म मूर्ति उसे माफ कर देता है, इस शर्त पर कि वह गरीबों के प्रति स्नेह दिखाए और उनके साथ अच्छा व्यवहार करें। अंत में, बंदुकवाला एक अच्छा आदमी बन जाता है और फिर रवि रेखा से शादी कर लेता है।

मुख्य कलाकार

संगीत

सभी गीत इन्दीवर द्वारा लिखित; सारा संगीत बप्पी लाहिड़ी द्वारा रचित।

क्र॰शीर्षकगायनअवधि
1."इम्तिहान इम्तिहान"एस॰ पी॰ बालासुब्रमण्यम6:18
2."ताकी ओ ताकी"किशोर कुमार, आशा भोंसले5:10
3."नैनों में सपना"किशोर कुमार, लता मंगेशकर6:34
4."लड़की नहीं तू लकड़ी का खंबा है"किशोर कुमार, आशा भोंसले4:52
5."वाह वाह खेल शुरू हो गया"किशोर कुमार, आशा भोंसले5:54

नामांकन और पुरस्कार

प्राप्तकर्ता और नामांकित व्यक्ति पुरस्कार वितरण समारोह श्रेणी परिणाम
कादर ख़ान फिल्मफेयर पुरस्कार फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता पुरस्कार साँचा:nom

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ