हाबर प्रक्रम

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हाबर प्रक्रम (Haber process) या हाबर-बॉश प्रक्रम (Haber–Bosch process) नाइट्रोजन स्थिरीकरण का एक कृत्रिम प्रक्रम है। इसके साथ ही वर्तमान समय में अमोनिया के औद्योगिक उत्पादन का मुख्य विधि है। [१] इस प्रक्रम का नाम जर्मनी के रसायनशास्त्री फ्रिट्ज हाबर तथा कार्ल बॉश (Carl Bosch) के नाम पर पड़ा है जिन्होने इस प्रक्रम का विकास २०वीं शताब्दी के पूर्वाध में किया था। इस प्रक्रिया में वायुमण्डलीय नाइट्रोजन (N2) को हाइड्रोजन (H2) से अभिक्रिया कराकर अमोनिया (NH3) में बदल दिया जाता है। इसमें धातु का उत्प्रेरक और उच्च ताप एवं दाब प्रयुक्त होता है।

N2 + 3 H2 → 2 NH3   (ΔH = −92.4 kJ·mol−1)

हाबर प्रक्रम के विकास के पहले, अमोनिया का औद्योगिक पैमाने पर उत्पादन एक कठिन कार्य था[२][३][४]

सन्दर्भ

  1. Max Appl "Ammonia" in Ullmann's Encyclopedia of Industrial Chemistry 2006 Wiley-VCH, Weinheim. doi:10.1002/14356007.a02_143.pub2
  2. साँचा:cite book
  3. साँचा:cite book
  4. साँचा:cite book