सीमा तोमर
व्यक्तिगत जानकारी | |
---|---|
राष्ट्रीयता | भारतीय |
जन्म | साँचा:br separated entries |
मृत्यु | साँचा:br separated entries |
निवास | नोयडा, गौतमबुद्धनगर, उत्तर प्रदेश, भारत |
खेल | |
देश | भारत |
खेल | निशानेबाज, शॉट गन |
सीमा तोमर एक भारतीय ट्रैप निशानेबाज और अंतर्राष्ट्रीय खेल संघ द्वारा आयोजित विश्व कप में कोई मेडल जीतने वाली एकमात्र भारतीय महिला हैं। इस प्रतियोगिता में उन्होंने रजत पदक (सिल्वर मेडल) हासिल किया था। वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के जोहरी गांव से संबंध रखती हैं। उनके परिवार में हर तीसरी महिला निशानेबाज है और उनकी मां प्रकाशी तोमर देश की सबसे बुजुर्ग महिला निशानेबाज हैं। तोमर निशानेबाजी के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक जाना पहचाना नाम हैं। वर्तमान में वह भारतीय सेना में कार्यरत हैं।
जीवन
सीमा तोमर का जन्म ०१ जनवरी १९८२ को हुआ। [१]उनके पिता का जय सिंह और माता का नाम प्रकाशी तोमर है। उन्होंने २००२ में जोहरी राइफल क्लब में निशानेबाजी सीखना शुरू किया। शुरुआत में सीमा अकेले शूटिंग रेंज [२]जाने से हिचकिचाती थी तो उनकी मां प्रकाशी तोमर ने न सिर्फ उनका हौसला बढ़ाया बल्कि उनके साथ शूटिंग रेंज जाने भी लगीं, जिससे सीमा में आत्मविश्वास बढ़ा। इसके सीमा ने कड़ी मेहनत और संघर्ष के बल पर उस क्षेत्र में मुकाम हासिल किया, जिसे पुरुष प्रधान माना जाता था। वर्ष २०१० सीमा के करियर में मील का [३]पत्थर साबित हुआ जब उन्होंने निशानेबाजी विश्वकप में रजत पदक हासिल किया। सीमा का माता प्रकाशी तोमर भी एक निशानेबाज हैं और उन्होंने बुजुर्ग श्रेणी में कई मेडल और ट्रॉफी जीती हैं, लोग उन्हें रिवाल्वर दादी के रूप में ज्यादा जानते हैं। सीमा के सात भाई-बहन हैं और उनकी बहन रेखा भी एक निशानेबाज थी, हालांकि अब रेखा ने इससे किनारा कर लिया है। सीमा के परिवार में ज्यादातर महिलाएं निशानेबाजी में जौहर आजमा चुकी हैं यहां तक कि उनकी ताई चंद्रो तोमर भी प्रकाशी की तरह बुजुर्ग श्रेणी की निशानेबाज हैं और कई राष्ट्रीय स्पर्धाओं में भाग ले चुकी हैं। प्रकाशी तोमर अपने गांव में खुद का शूटिंग रेंज भी चलाती हैं जहां बहुत सी लड़कियां उनसे निशानेबाजी के गुर सीखने आती हैं।
पुरस्कार एवं उपलब्धियां
सीमा ने ब्रिटेन के डोरसेट में आयोजित आईएसएसएफ विश्वकप में रजत पदक जीता है। साथ ही [४]उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में भाग भी लिया है। कुल मिलाकर उन्होंने एक स्वर्ण, एक रजत और 18 अतंर्राष्ट्रीय मेडल जीते हैं। इसके अलावा, वह क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, अभिनेता आमिर खान और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मिल चुकी हैं।
उपलब्धियां
- रजत पदक- आईएसएसएफ विश्वकप, इंग्लैंड (डोरसेट), 2010, ट्रैप इवेंट
- कांस्य पदक- एशियन क्ले शूटिंग चैंपियनशिप, बैंगकॉक, 2010, ट्रैप इवेंट (टीम)
- स्वर्ण पदक- 53वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता, पटियाला, 2009, ट्रैप इवेंट
- रजत पदक- 53वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता, पटियाला, 2009, डबल ट्रैप इवेंट
- कांस्य पदक- एशियन क्ले शूटिंग चैंपियनशिप, कजाकिस्तान, 2009, ट्रैप इवेंट (टीम)
- स्वर्ण पदक- 52वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता, जयपुर, 2008, ट्रैप इवेंट
- स्वर्ण पदक- 51वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता, जयपुर, 2007, ट्रैप इवेंट
- रजत पदक- एशियन शूटिंग चैंपियनशिप, जयपुर, 2007, डबल ट्रैप इवेंट
- स्वर्ण पदक- 50वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता, दिल्ली, 2006, डबल ट्रैप इवेंट
- स्वर्ण पदक- 49वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता, हैदराबाद, 2005, डबल ट्रैप इवेंट
- रजत पदक- 48वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता, दिल्ली, 2004, 12 बोर डबल ट्रैप इवेंट
- स्वर्ण पदक- 47वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता, हैदराबाद, 2003, डबल ट्रैप इवेंट