सात्यकी बनर्जी
सात्यकी बनर्जी | |
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पृष्ठभूमि की जानकारी | |
जन्मनाम | सात्यकी बनर्जी |
जन्म | साँचा:br separated entries |
मूल | भारत |
मृत्यु | साँचा:br separated entries |
शैलियां | शास्त्रीय संगीत और लोक संगीत |
वाद्ययंत्र | सरोद, दो-तारा |
सक्रिय वर्ष | २००५ से |
सात्यकी बनर्जी (साँचा:lang-bn) एक भारतीय बंगाली संगीतकार। वे एक एंग्लो बंगाली बैंड पारापर का एक हिस्सा है जो कि कोलकाता और लंदन का एक मशहूर बैंड है। सात्यकी दो-तारा और सरोद जैसे उपकरणों को भलिभान्ति और निपुन्ता से बजा लेते हैं तथा दोनों शास्त्रीय और लोक पर अपने प्रदर्शन देते हैं। उन्होने अपना ये झान स्व् पंडित दीपक चौधरी से सीखा है और पंडित तेजेन्द्र नारायण मजूमदार के तहत अब साथ सरोद का अध्ययन करते हैं।
सात्यकी शास्त्रीय संगीत और लोक संगीत के शानदार गयक हैं और वे लोक संगीतकारों अभ्यास भि करते रहते हैं। सात्यकी एक बहु प्रतिभा वाले व्यक्ति हैं जिन्होंने ओउद और रेबाब अपने आप सीखा और दक्षता से बजा भी लेते हैं। इसके अतिरिक्त वे बंगाली रहस्यमय कविता का गयन् बौल और कीर्तन परंपराओं में करते हैं।
निजी जीवन
सात्यकी प्रशिक्षण के द्वारा एक इतिहासकार और संगीत वह प्रथाओं में गंभीर अकादमिक रुचि लेते है।
संगीत जीवन
सात्यकी २००५ से "पारापर" बैंड का हिस्सा हैं। लेकिन वह भी मौस्मी भोव्मिक के साथ स्वतंत्र रूप से संगीत कार्यक्रम में प्रदर्शन करते हैं। उनका बैंड देश व विदेशों में न्यूयॉर्क, लंदन, लीड्स, ढाका और चटगांव में भी कार्यक्रम प्रदर्शित कर चुके हैं।[१][२]