श्री ४२० (1955 फ़िल्म)
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श्री ४२० | |
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श्री ४२० का पोस्टर | |
निर्देशक | राज कपूर |
अभिनेता |
नर्गिस, नादिरा, राज कपूर, ललिता पवार, एम कुमार, हरी शिवदेसानी, नाना पालसिकर, रमेश सिन्हा, रशीद ख़ान, |
प्रदर्शन साँचा:nowrap | 1955 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
श्री ४२० 1955 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है।
चरित्र
श्री 420 (1955) बॉलीवुड फिल्म राज कपूर द्वारा निर्मित, राज कपूर और नरगिस अभिनीत व राज कपूर के निर्देशन में बनी है। संख्या 420 धोखाधड़ी के अपराध के लिए सजा का प्रावधान है जो भारतीय दंड संहिता की धारा 420 को संदर्भित करता है, इसलिए, "श्री 420" एक बेईमान के लिए एक अपमानजनक शब्द है। फिल्म में राज व उसके सफलता के सपनों के साथ बंबई में आने पर बनी है, जो एक गरीब लेकिन शिक्षित अनाथ पर केंद्रित है। कपूर का किरदार भारी चार्ली चैपलिन की 'थोड़ा आवारा " से ज्यादा प्रभावित है, अपनी फिल्म आवारा (1951) में कपूर के किरदार की तरह ही हैं। यह ख्वाजा अहमद अब्बास द्वारा रचित तथा संगीत शंकर जयकिशन की टीम द्वारा रचा गया था। गीत शैलेन्द्र द्वारा लिखे गए थे।
मुख्य कलाकार
- नर्गिस
- नादिरा - माया
- राज कपूर
- ललिता पवार
- एम कुमार
- हरी शिवदेसानी
- नाना पालसिकर
- रमेश सिन्हा
- रशीद ख़ान
दल
संगीत
# | शीर्षक | गायक | गीतकार | अवधि |
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1 | "दिल का हाल सुने दिलवाला" | मन्ना डे | शैलेन्द्र | 5:36 |
2 | "ईचक दाना बीचक दाना" | मुकेश, लता मंगेशकर | हसरत जयपुरी | 5:08 |
3 | "मेरा जूता है जापानी" | मुकेश | शैलेन्द्र | 4:33 |
4 | "मुड मुड के ना देख" | आशा भोंसले, मन्ना डे | शैलेन्द्र | 6:34 |
5 | "ओ जानेवाले" | लता मंगेशकर | हसरत जयपुरी | 2:20 |
6 | "प्यार हुआ इक़रार हुआ" | लता मंगेशकर, मन्ना डे | शैलेन्द्र | 4:22 |
7 | "रमैया वस्तावैया" | मुहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर, मुकेश | शैलेन्द्र | 6:10 |
8 | "शाम गयी रात आई" | लता मंगेशकर | हसरत जयपुरी | 4:00 |