राष्ट्रीय मस्तिष्क अनुसंधान केंद्र, मानेसर, हरियाणा

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तंत्रिका विज्ञान का क्षेत्र पूरे विश्व में बहुत तेजी से विकसित हो रहा है। बडे-बड़े तंत्रिकीय रोगों से निपटने के लिए आण्विक, कोशिकीय, आनुवंशिक एवं व्यावहारिक स्तरों पर मस्तिष्क की क्रिया के सन्दर्भ में समग्र क्षेत्र पर विचार करने की आवश्यकता को पूरी तरह महसूस किया गया है।

स्थापना

स्वास्थ्य विभाग ने 14 नवंबर, 1997 को मस्तिष्क अनुसंधान के लिए समर्पित एक केन्द्र की स्थापना की हैं जिसे राष्ट्रीय मस्तिष्क अनुसंधान केन्द्र (एनबीआरसी) का नाम दिया गया है। यह केन्द्र तंत्रिका विज्ञान अनुसंधान के अग्रणी क्षेत्रों में कार्य करने, मौजूदा दलों की नेटवकिर्गं करने और आवश्यकतानुसार देश में इस विधा के समग्र विकास को संयोजित करने के लिए छोटे-छोटे एककों की स्थापना करने के उद्देश्य से अवसंरचनात्मक सुविधाएं प्रदान करने और समन्वित बहु-विषयक दल तैयार करने के लिए समर्पित है। नेटवकिर्गं की यह प्रणाली बाह्य केन्द्रों और क्रोड़ केन्द्र के बीच कार्मिकों के विवेकपूर्ण आदान-प्रदान के जरिए स्थानीय प्रतिभा का सृजन करेगी और उन्हें प्रोत्साहित भी करेगी। अनुसंधान के अतिरिक्त, यह केन्द्र तंत्रिका विज्ञान के बहुमुखी क्षेत्रों में व्यापक प्रशिक्षण तथा शिक्षण के लिए राष्ट्र स्तरीय आधार प्रदान करता है।

अधिदेश

चित्र:NBRC MAP.gif
पहुंचने का मार्ग
  1. तंत्रिका विज्ञान तथा उसकी क्रिया अभिमुखी गतिविधियों को समन्वित करना, नेटवर्क करना और उच्च प्रतिभायुक्त आधारभूत अनुसंधान शुरू करना;
  2. मस्तिष्क अनुसंधान के क्षेत्र में कार्यरत विभिन्न वैज्ञानिक तथा अनुसंधान एजेंसियोंप्रयोगशालाओं और अन्य संगठनों के बीच प्रभावकारी संपर्क को बढावा देना और उन्हें बढाना ;
  3. मस्तिष्क अनुसंधान के लिए एक राष्ट्रीय शीर्ष केन्द्र के रूप में कार्य करना और अन्य संस्थानों, एजेंसियों और उद्योगों को परामर्शी सेवाएं प्रदान करना;
  4. रोगग्रस्त तथा स्वाभाविक अवस्था में मस्तिष्क की क्रिया से संबंधित अनुसंधान चलाना ;
  5. केन्द्र के उद्देश्यों से संबंधित क्षेत्रों में उच्च शिक्षा प्रदान करने वाले मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय औरया अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों एवं अनुसंधान संस्थानों के साथ संपर्क स्थापित करना;
  6. मुख्य केन्द्र उद्देश्यों की कार्यक्षम उपलब्धियों के लिए देश के विभिन्न क्षेत्रों में एक या अधिक सेटेलाइट केन्द्रों की स्थापना करना;
  7. वैज्ञानिक समुदाय के लिए तंत्रिका विज्ञान से संबंधित पहलुओं पर जानकारी एकत्र करना, उन्हें प्रकाशित करना और प्रचारित करना;
  8. देश के विभिन्न केन्द्रों में तंत्रिका विज्ञान अनुसंधान को प्रोत्साहित करना और अनुसंधान शुरू करने के लिए विभिन्न विश्वविद्यालयों, अनुसंधान संस्थानों और उद्योग के वैज्ञानिकों को बढावा देना;

इन्हें भी देखें

बाहरी कड़ियाँ